चुदक्कड़ बहन की चुत चुदाई का मजा

Xxx खुला सेक्स कहानी में मैं अपनी बहन के घर में रहता हूँ. मेरे कॉलेज के एक बदमाश लड़के ने मेरी बहन को पटाया हुआ है और घर आकर मेरे बहन को चोदता है.

मैं रवि, अभी बीए कर रहा हूं.
मेरी उम्र 21 साल है.
मैं अपनी बहन के साथ उसके घर में ही रहता हूं.

मेरी बहन शादीशुदा है. उसका नाम रिया है.
उसकी उम्र 28 साल है.
उसका फिगर 36-30-38 का है.

यह Xxx खुला सेक्स कहानी मेरी बहन की बेहयाई की है.

रिया के पति यानि मेरे जीजा जी ट्रक ड्राइवर हैं जो ज्यादा समय बाहर रहते हैं.

मेरे साथ एक मोहित नाम का लड़का पढ़ता था.
उससे मेरी एक बार लड़ाई हो गई थी.
उसके बाद से मेरी मोहित से बनती नहीं थी.

वह पैसे वाले परिवार से था और मैं जरा सीधा सादा लड़का था.
मोहित कॉलेज का डॉन माना जाता था.
वह काफी पैसे खर्च करता था जिस वजह से उसके साथ बहुत से आवारा लड़के बने रहते थे.

एक बार उसके मेरी बहन से उसकी सहेली की पार्टी में मुलाकात हुई थी.
फिर वे दोनों धीरे धीरे फ्रेंड बन गए थे.

मेरी बहन बहुत हॉट गर्ल थी.
जैसा कि मैंने बताया कि मेरे जीजा जी ज्यादा बाहर रहते थे और वे एक सामान्य परिवार से थे.

मैं और जीजा जी न जाने क्यों अपनी बहन से डरते थे.
इसलिए हमारी ज्यादा चलती नहीं थी.

मेरी बहन पहले से ही बाहरी लड़कों से अपने अफेयर बना कर रखती थी.
उसके उन संबंधों का जीजा को पता नहीं था.

मोहित से जुड़ने के बाद मेरी बहन के व्यवहार में धीरे धीरे परिवर्तन आने लगा था.

एक दिन मोहित को मैंने अपने घर पर देखा, तो मैंने बहन से पूछा- ये मोहित यहाँ पर कैसे?
बहन ने कहा- ये मेरी सहेली का फ्रेंड है … अच्छा लड़का है. काफी हेल्प करने वाला लड़का है.

मैंने कहा- मेरी इससे बनती नहीं है.
तो बहन मुझे मोहित के पास ले गई.

मोहित ने मुझसे पूछा- अरे ये रिया तेरी क्या लगती है?
मैंने कहा- बहन!

उसने कहा- तू तो बड़ा सीधा व डरपोक है. तेरी बहन तो बड़ी जिगर वाली है!
तो रिया ने मुझसे कहा- कोई बात नहीं, छोटी-मोटी लड़ाई होती रहती है. वैसे तुझे भी इतना सीधा नहीं रहना चाहिए!

सच बात यह थी कि मुझको मोहित से डर लगता था.

मोहित अब दीदी के घर आता, तब दीदी बड़ी सेक्सी ड्रेस पहनती थी.
यह देख कर मुझे बुरा लगता था … पर मैं क्या कर सकता था!

मैं ऊपर वाले रूम में सोता था, रिया नीचे वाले रूम में सोती थी.

एक दिन मैं और रिया मोहित के साथ बाजार गये थे.
रिया ने जींस व टॉप पहना था.

मोहित ने रिया से कहा- तुझे जो मन हो, वह ले लेना … चाहे जितना महंगा हो … बिंदास ले लेना!

कुछ ड्रेस लेते वक्त मोहित ने रिया से पूछा- तेरी कमर कितनी है?
रिया ने धीरे से कहा- तुमको नहीं पता क्या?

मोहित हंसने लगा.
मुझे बुरा लगा लेकिन क्या कर सकता था.

फिर मोहित के कुछ फ्रेंड आ गए.
मोहित ने रिया को उनसे मिलाया

तो फ्रेंड ने मोहित से कहा- ये खूबसूरत फ्रेंड है, तू बड़ा भाग्यशाली है!

इस पर रिया हल्की सी मुस्कराई.

फिर रिया ड्रेस चैक करने अन्दर चली गई.
मैं और मोहित के फ्रेंड पास पास खड़े थे.

मोहित अपने फ्रेंड से कहने लगा- बड़ा अच्छा माल मिल गया!
मैं यह सुनकर थोड़ा दूर जाने लगा.

मोहित ने कहा- कोई पति का लफड़ा नहीं! जब जाओ तब तैयार!
उसके फ्रेंड ने कहा- खर्चा भी करते हो या ऐसे ही रगड़ते हो!
मोहित ने कहा- काफी खर्चा करता हूँ … साली कह नहीं सकती कभी कि पैसे खर्च नहीं किए हैं. बड़ी मस्ती से टांगें खोल देती है. उसकी टांगों को खुलवाने के लिए कुछ पैसे तो खर्च करने ही पड़ते हैं, क्या फर्क पड़ता है!

फ्रेंड ने मेरी तरफ इशारा किया कि ये कौन है?
मोहित ने कहा- ये रिया का भाई है!

तब फ्रेंड ने कहा- ये कुछ नहीं कहता?
मोहित ने कहा- ये क्या कहेगा?

उसने मुझको अपने पास बुलाया और बोला- चल गाड़ी में!
तो मैं और वह फ्रेंड, मोहित की गाड़ी में बैठ गए.

फिर मोहित ने मुझसे कहा- तेरा जीजा भाग्यशाली है.
मैंने कुछ नहीं बोला.

मोहित फिर से बोला- तेरी बहन क्या माल है!
अब मुझे गुस्सा आया तो मैंने कहा- कोई गलत बात नहीं करनी!
फ्रेंड ने मोहित से इशारे से कहा- इस बेचारे को क्यों बोल रहा है, तू मज़े कर … इसको कोई परेशानी नहीं है.

मोहित बोला कि इसको भी लगे कि इसकी बहन की कोई लेता है!
तो मैंने कहा- रिया की पर्सनल लाइफ से मुझे कुछ लेना देना नहीं है. उसे कोई दिक्कत नहीं है, तो मैं क्या करूं?

मोहित ने कहा- तू चाहे तो भी कुछ नहीं कर सकता है, तेरी बहन की पर्सनल लाइफ को मैं रंगीन कर रहा हूं … और करता ही रहूंगा, तू क्या करेगा!
तो मैंने कहा- तुम जानो और तुम्हारा काम जाने, मुझे कोई लेना देना नहीं है!
मोहित ने कहा- लेना-देना रखना भी नहीं!

तभी रिया आ गई, तो फ्रेंड गाड़ी से बाहर निकलने लगा.
रिया ने मोहित के फ्रेंड से कहा- अरे क्यों निकल रहे हो … घर चलते हैं ना!
तो मोहित बोला- ये फिर कभी किसी शाम को डिनर पर आएगा!
रिया ने कहा- ठीक है.
उसने हल्की से मुस्कुराहट के साथ मोहित के फ्रेंड को बाय बोल दिया.

फिर हम तीनों घर आ गए.

मोहित ने हम दोनों को उतारते हुए कहा- ओके रिया, मैं शाम को आता हूं.
तो रिया ने कहा- अभी रुक जाओ ना!
मोहित ने कहा- तेरा भाई आज ज्यादा बोल रहा था!

रिया ने मुझे देखते हुए कहा- गलत बात नहीं करते … मोहित मेरा दोस्त है!
मैंने कहा- मैं कुछ गलत नहीं बोला.

तो रिया मुझसे तेज आवाज में बोली- इससे माफी मांगो!
मैं चुप हो गया.

रिया ने पुनः कहा- ऐसे काम के लड़कों से तुझे बात ही नहीं करनी आती!
मैंने सोचा कि अब कुछ ज्यादा हो जाएगा या दीदी मुझे वापिस गांव भी भेज सकती है. घर वाले भी सब दीदी की बात ही मानते हैं.
तो मैंने मोहित से माफी मांगी.

फिर मोहित ने कहा- ओके हनी, शाम को आता हूं.
रिया ने कहा- ठीक है.

रिया शाम होते ही तैयार होने लगी.
मुझे समझ में आ गया कि आज कुछ होने वाला है.
उसने मुझसे कहा- आज जल्दी खाना खाकर सो जाना!

मैं खाना खाकर जल्दी ऊपर आ गया.

मोहित रात को 10 बजे आया.
मैं नीचे से ऊपर जाने वाली सीढ़ी के नीचे आकर बैठ गया.

मोहित आया तो सामने से रिया आई उसने एक नाइटी पारदर्शी पहनी हुई थी.
उसमें से ब्रा पैंटी सब कुछ सामने से साफ दिख रही थी.

अपनी बहन को ऐसे देख कर मेरा खड़ा हो गया.
रिया मोहित से चिपकती हुई बोली- जानेमन, आओ रूम में चलते हैं.

मोहित ने कहा- यहीं ठीक है न!
रिया ने कहा- नहीं, अन्दर चलो.

मोहित बोला- तुझे अन्दर लेने की बड़ी जल्दी हो रही है!
रिया ने मादक अंदाज में हंस कर अपनी नाइटी उतार दी और अंगड़ाई लेती हुई बोली- लो, इस सोने के खजाने को लूटो!

मोहित ने कहा- आह … ऊपर वाले क्या चीज बनाई है आह तुम लाजबाव हो!
रिया बोली- ऊपर वाले ने तो चीज बना दी, पर बताया नहीं कि किसके लिए बनाई!

अपनी बहन रिया को ब्रा पैंटी में देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया.

मोहित भी रिया को देख कर अपनी शर्ट व पैंट उतारने लगा.
अब वे दोनों ही सिर्फ ब्रा पैंटी व अंडरवियर में थे.

मोहित मेरी बहन को किस करने लगा.
फिर वे दोनों कमरे के अन्दर चले गए.

मैं ऊपर चला आया क्योंकि अब कुछ दिखाई नहीं दे रहा था.
मैंने सोचा कि ऐसी माल के जैसी मुझे बीवी मिल जाए तो मजा आ जाए!

इस तरह से मैं अपनी दीदी को हमेशा सपनों में चोद लेता था.

मैं अगली सुबह उठ कर नीचे आया तो दीदी चाय बना रही थी.
वह सामान्य कपड़े पहने हुई थी.

मोहित जा चुका था और दीदी बहुत खुश नजर आ रही थी.

एक दिन मोहित घर पर आया था, तब मैंने दीदी से 10000 रुपए मांगे.
तो दीदी ने कहा- मोहित से ले ले!

मैं ऊपर मोहित के पास गया और पैसे के लिए बोला कि दीदी ने बोला है कि मोहित से ले लो!
तो मोहित बोला- तेरी दीदी ने बोला है, तो देना तो पड़ेगा ही. तेरी दीदी मेरे लंड का ख्याल जो रखती है.

उसकी बात सुनकर मुझको गुस्सा आ गया, मेरा चेहरा लाल हो गया.

मोहित ने मेरे सामने 10000 रुपए निकाल कर अपने लंड पर घुमाए और मुझे दे दिए.

वह मुझसे बोला- तुम भाई बहन मज़े करो!
मैं चला गया.

शाम को वापिस आया तो दीदी बोली- आज सिनेमा चलते हैं!
मैंने मना कर दिया कि मुझे नहीं जाना है!
वह बोली- चल न!

मैंने पूछा कि कौन सी मूवी है?
उसने बताई, वह इमरान हाशमी की फिल्म थी तो मैं मान गया.

हम दोनों गए तो आगे मोहित खड़ा था.
उसने मेरी टिकट बाद में ली.

हॉल में अन्दर आ गए.
दीदी व मोहित आगे वाली लाइन में बैठे रहे और मैं पीछे की तरफ था.

रात का टाइम था, तो दूर से साफ दिखाई नहीं दे रहा था.

मोहित ने दीदी के कंधे पर हाथ रखा हुआ था. वह दीदी को किस कर रहा था.
मैं देखता रहा और मोहित ने फिल्म में पूरे टाइम दीदी के मज़े लिए.

फिल्म पूरी होने के बाद दीदी मोहित से बोली- घर चलें?

मोहित ने दीदी के कान में बोला कि आज तेरे को मुँह में लेना पड़ेगा!
दीदी बोली- आज जो तू बोलेगा, वैसे करूंगी.

दीदी हमेशा की तरह रूम में मोहित के साथ चली गई.
तो मैंने सोचा कि कभी तो बाहर आएगा, मैं सीढ़ियों के नीचे चुप गया.

एक घंटा बाद दीदी पूरी नंगी बाहर आई, उसे नंगी देख कर मेरे तो होश उड़ गए.
क्या चीज लग रही थी. वह पेशाब करके वापिस चली गई.

अब मैं अपने लंड की मुठ मारने लगा था.
सुबह मोहित चला गया.

मैंने आज फैसला कर लिया था कि दीदी को चोद कर रहूँगा.

मैंने दीदी से कहा- मोहित सारी रात कमरे में क्या करता है!
दीदी हंस कर बोली- मेरी सवारी करता है!

मैंने कहा- मैं जीजा से बता दूँ क्या?
वह हंसी और बोली- तुझे भी लेनी है क्या मेरी!

मैं सकपका गया.

दीदी हंस कर बोली- मुझे मालूम है कि तुझे मैं पसंद हूँ. चल कमरे में आ जा!

मैं चुपचाप दीदी के साथ कमरे में चला गया.
उधर दीदी ने अपने कपड़े उतार दिए और मेरी बहन नंगी हो गई.

उसके बाद उसी ने मेरे कपड़े भी खोले और मेरे लंड को मुँह में लेकर चूसने लगी.
सच में मेरी बहन एक मस्त रंडी निकली.

कुछ ही देर में मैं उसकी चुत में अपना लंड पेल कर उसकी चुदाई कर रहा था.

जब मैं अपनी बहन चोद रहा था तब वह बोली- आज मोहित तेरे सामने मेरी लेगा और तुझे उसका लंड चूस कर खड़ा करना पड़ेगा.

मैं चुप हो गया और मैंने मना करने की सोची ही थी कि तभी दीदी ने कहा- रवि तू चूतिया है … मोहित को खुश करना सीख, तभी जीवन में कुछ कमा पाएगा!
मैंने हामी भर दी.

अब अगली बार की सेक्स कहानी में मैं आपको बताऊंगा कि मोहित का लंड चूसने के बाद मुझे उससे गांड भी मरवानी पड़ी.
वह सब कैसे हुआ, आप जरूर पढ़ें और प्लीज इस Xxx खुला सेक्स कहानी पर अपने कमेंट्स भी जरूर भेजें.
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