Xxx नेपाली गर्ल सेक्स कहानी में मेरे ऑफिस में एक नई लड़की आई. वह बहुत सेक्सी एकदम चिकना माल थी. मैंने उससे दोस्ती की और एक दिन मैंने उसके घर जाकर उसकी सील तोड़ी.
यह सेक्स कहानी मेरी और मेरे साथ में काम करने वाली एक सेक्सी लड़की के बीच हुई चुदाई की कहानी है.
वह लड़की सच में बहुत ही ज्यादा सेक्सी थी और एकदम चिकना माल थी.
यह Xxx नेपाली गर्ल सेक्स कहानी उस समय की है, जब मैं एक ऑफिस में जॉब कर रहा था.
एक दिन मेरे ऑफिस में एक हॉट लड़की जॉब के लिए आयी.
उसको ऑफिस में रख लिया गया.
वह देखने में बहुत ही सुंदर और हॉट थी.
उसे देखते ही मेरा लंड खड़ा हो गया था.
साथ ही लंड उसकी चूत पाने के लिए बेताब हो गया था.
उसकी फिगर एकदम मस्त था.
दिल में आया कि काश यह अभी चूत चोदने दे दे, तो मजा आ जाए.
आखिरकार उस लड़की ने ऑफिस में काम करना शुरू कर दिया.
मेरी उससे किसी ना किसी बहाने से बात होने लगी और हमने एक दूसरे का नंबर ले लिया.
हमारी बातें शुरू हुईं और हम दोनों नजदीक आने लगे.
उसका नाम अनुराधा था.
उसकी चाल इतनी गजब की सेक्सी थी कि उसकी मटकती हुई गांड देख कर मेरा मन करता था कि बस उसे यहीं पटक कर चोद दूं.
मेरी उसके साथ ऐसे ही बात होती रहीं.
एक दिन वह अपने घर पर थी.
मैं लोकल ट्रेन से अपने घर की तरफ जा रहा था.
उस वक्त मेरी उससे फोन पर बात चल रही थी.
बातों ही बातों में हमारे बीच कुछ ऐसी बात होने लगी, जिसमें दम दिखाने की बात होने लगी.
मैंने उससे कहा कि तुम आ सकती हो मुझसे मिलने?
उसने कहा- मैं नहीं आ सकती, पर क्या तुम आ सकते हो मिलने?
मैंने कहा- हां मैं आ सकता हूं, यदि तुम बुलाने के लिए रेडी हो तो!
उसने कहा- मैं रेडी हूं, आ जाओ मेरे घर पर!
मैंने कहा- मैं अपने घर जाने वाली ट्रेन में बैठने वाला हूं, सच बोलो तो मैं आ जाऊं!
उसने कहा- हां हां तुम्हारे अन्दर दम है, तो आकर दिखाओ!
बस फिर क्या था, जिस ट्रेन में बैठा था उसके सामने वाले प्लेटफ़ॉर्म पर दूसरी ट्रेन थी जो उसके घर की तरफ जाती थी.
मैंने दूसरी ट्रेन पकड़ी और फोन पर बात करते हुए उसके घर जाने के लिए निकल पड़ा.
एक घंटा में मैं उसके घर के नजदीक वाले उपनगर में पहुंच गया.
उसने कहा कि आप घर आइए, मैं रास्ता बताती रहूंगी कि कहां आना है!
मैंने कहा- ठीक है.
मैं घूमते घूमते चलने लगा, जैसे उसने एड्रेस बताया, उसके मोहल्ले में पहुंच गया.
वह मुझे लेने आयी.
उसके घर के बाहर बहुत बड़ा गेट लगा हुआ था.
फिर मैं उसके घर में पहुंचा.
मेरे उसके घर में पहुंचते ही एक आंटी जी मुझे देखने लगीं.
उसके घर में ऊपर जो किराएदार रहते थे, उनमें से ही वे आंटी थीं.
आंटी नीचे आकर अनुराधा से पूछने लगीं- कौन है?
तो उसने बताया- हम लोग साथ में काम करते हैं … और इनको कहीं जाना था तो यहां पर आए हैं … अभी यहीं रुकेंगे!
उस समय घर में कोई और नहीं था, केवल अनुराधा अकेली थी.
इसलिए आंटी ने उससे कहा- यदि कोई दिक्कत हो तो इन्हें ऊपर रूम में भेज दो सोने के लिए!
मैंने अनुराधा से इशारे में कहा- मैं वहां नहीं जाऊंगा, मुझे अकेले अच्छा नहीं लगेगा!
आराधना ने आंटी जी से कहा- नहीं जी, कोई दिक्कत नहीं है.
उसने किसी तरीके से आंटी जी को वापस भेजा.
मैं बुदबुदाने लगा कि ये आंटी तो आज हमारी चुदाई की प्लानिंग को बर्बाद करने वाली थी.
आंटी के जाते ही हम दोनों की बातें शुरू हुईं.
अनुराधा ने कमरा बंद कर दिया और हमारी बातें कुछ अतिरेक होने लगीं, जो सेक्स की तरफ जाने लगीं.
वह मेरे साथ खाना खाकर एक ही बेड पर लेट गई और साथ ही मेरे लंड में हलचल होने लगी.
हम दोनों ने एक ही कंबल ओढ़ रखा था और कंबल के अन्दर इतनी खूबसूरत लड़की को लेटे देख कर मैं सोच रहा था कि क्या करूं! आज कैसे पूरी रात इसकी चुदाई करूंगा!
उस लड़की के दिमाग में भी पता नहीं क्या-क्या चल रहा था.
वह कंबल में लेटी मोबाइल चला रही थी.
मैंने बोला- मोबाइल रख दो.
वह नहीं मानी तो मैंने कहा नहीं रखोगी, तो मैं तुम्हें परेशान करूंगा!
पर उसने फिर भी ध्यान नहीं दिया.
मैंने उसका मोबाइल छीन लिया.
उसने कोई विरोध नहीं किया तो मुझे थोड़ी हिम्मत मिली.
मैं उससे चिपक गया.
वह अभी भी शांत थी.
मैंने कहा- तुमको परेशान करूं?
उसने इठला कर कहा- रोका किसने है?
तो मैंने उसको किस कर दिया!
उसने कुछ नहीं बोला … फिर मैं धीरे-धीरे उसके ऊपर चढ़ गया और मस्ती करने लगा.
वह भी मस्ती में साथ दे रही थी.
कुछ देर के बाद मैंने पूछा- कैसा लग रहा है? अच्छा लग रहा है न!
उसने कहा- हां अच्छा लग रहा है.
फिर मैंने उसके बूब्स को एक साइड से दबाना चालू कर दिया.
उसके बूब्स बहुत टाइट थे और मखमली से लगे, तो मन कर रहा था कि मैं उसके बूब्स को खा जाऊं.
मैंने कमर के पास उसकी टी-शर्ट के दोनों किनारों को पकड़ा और उसकी टी-शर्ट को ऊपर उठाते हुए बाहर निकाल दिया.
टी-शर्ट निकलते ही हल्की दूधिया लाइट में उसकी बॉडी चमक रही थी. उसने काले रंग की ब्रा पहन रखी थी … जो उसके गोरे मम्मों पर बिल्कुल कातिलना लग रही थी.
गोरी गोरी बॉडी में एक नेपाली लड़की मस्त माल लग रही थी.
हां मैं बताना भूल गया कि वह एक नेपाली लड़की थी.
नेपाली लड़कियां वैसे भी बहुत प्यारी होती हैं.
अनुराधा की बॉडी बिल्कुल संगमरमर सी चमक रही थी और उसकी ब्रा में कसे हुए दूध देख कर मेरे मुँह से लार टपक रही थी.
मैं उसको चोदने के लिए मरा जा रहा था.
उसके होंठों से होते हुए मैं कान को किस करते हुए उसकी गर्दन पर किस करने लगा.
मैं अब उसके दोनों ओर फूले और आकर्षित करने वाले दोनों चूचों को ब्रा के ऊपर से किस करने लगा.
वह हल्की सी आह करके सिसकारने लगी.
मैं उसे किस करते करते पेट पर आ गया.
उसके चिकने पेट पर किस करते करते अब मैं उसकी नाभि पर आ गया और उधर मैंने दांत और होंठ से पकड़ कर रब करना चालू किया.
मैं उसके मक्खन जैसे पेट को चूम रहा था. वह लगातार सिहर रही थी.
मैंने अपने दातों से ब्रा को पकड़ कर नीचे खींचा और उसके मुसम्मी जैसे मम्मों को नग्न कर दिया.
उसके एक दूध को मैं अपने मुँह में लेकर चूसने लगा और अपने एक हाथ को उसके लोअर में डाल कर चूत को पैंटी के ऊपर से ही रगड़ने लगा.
अब वह तेजी से साँस लेने लगी और खुद गांड हिला कर मजा देने लगी.
हम दोनों अपने पूरे शवाब पर थे.
मैंने एक उंगली को उसकी चूत में डाल दिया.
उसकी चूत एकदम गीली हो चुकी थी.
गीली चुत ने सब साफ कर दिया था कि उसको लंड की दरकार है.
मैंने एक ही झटके में उसके लोअर को निकाल दिया और नीचे आ गया.
मैं उसके पैरों को किस करने लगा और उसको उल्टा करके उसकी पीठ पर किस किया.
अब वह बोलने लगी- प्लीज फ़क मी!
मैं भी जोश में आ गया और कपड़े निकाल कर हम दोनों नंगे हो गए.
हम दोनों 69 की पोजीशन में आ गए और मैं उसकी चूत को सूंघने लगा.
वह मेरा लंड चूसने लगी.
हम दोनों ही लंड चुत की चुसाई में जुट गए.
कुछ ही देर में वह झड़ गई.
मैंने उसको सीधा किया और लंड उसके चूत के दरवाजे पर सैट करके एक झटका लगाया तो वह तड़पने लगी.
वह कुंवारी थी.
उसे दर्द होने लगा और वह मिन्नतें करने लगी कि छोड़ दो.
पर मैं हाथ आया शिकार कैसे छोड़ सकता था.
मुझे तो चूत चोदने का भूत सवार था.
थोड़ा रुक कर फिर से मैंने झटके देने चालू किए.
मैं धीरे-धीरे लंड को आगे पीछे करते हुए अन्दर बाहर करने लगा.
कुछ ही देर में उसको भी मजा आने लगा.
वह दर्द के साथ मजा भी लेने लगी.
कभी मैं उसके बूब्स को चूमता, तो कभी उसके होंठों को चूसता.
मस्त चुदाई चल रही थी.
वह झड़ गई पर मैं लगा रहा. फिर जब मैं झड़ने को आया तो उसने बाहर झड़ने के लिए कहा.
आह … पूरी रात उसकी धकापेल चुदाई होनी थी.
मैं एक बार चुदाई करके थक गया था.
दूसरी बार जब मैं उसकी टाइट चूत में अपने लंड को पेल रहा था, तब उसकी चूत में लंड फंस रहा था.
मुझे ऐसा लग रहा था, जैसे वह अपनी चुत में मेरे लंड को जकड़ कर रखना चाहती थी कि मेरा लंड उसकी चूत में बस पड़ा ही रहे.
कुछ देर बाद चुदाई चालू हुई.
वह दबाकर चुदाई करा रही थी और मैं उसे पूरी मस्ती से दबाकर चोद रहा था.
Xxx नेपाली गर्ल सेक्स के मजे से चीख रही थी और मैं उसकी चूत में फच फच फच सुनना चाह रहा था.
जब वह झड़ी तो चूत से फच फच की आवाज पूरे कमरे में गूंज रही थी और उसकी चीखें हल्की आ रही थीं.
उसकी तेज सांसें मुझे और सेक्सी बना रही थीं.
दो बार चोदने के बाद अब मैंने उसको पलटा दिया और अपना लंड उसकी चूत में से निकाल कर उसकी गांड में डाल दिया.
मैं उसकी गांड चुदाई के बहुत ही ज्यादा मजा ले रहा था.
उसकी गांड तो टाइट थी, जिस वजह से वह बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी.
लेकिन जब वह सामान्य हो गई तो फिर मैंने सही ढंग से उसकी गांड मारी.
उसने मुझे पूरी रात चुदाई का मजा दिया. उस रात मैं 3 बार उसकी चूत मारी और एक बार गांड मारी.
अगली सेक्स कहानी में मैं लिखूँगा कि उसकी चूत मैंने एक होटल में कैसे मारी, वह भी उसकी एक सहेली के साथ.
उसकी सहेली को चोदा … और सेक्स का सिलसिला यूं ही चलने लगा.
यह Xxx नेपाली गर्ल सेक्स कहानी आपको कैसी लगी, आप मुझे मेल कर सकते हैं.
[email protected]