पड़ोस वाली लड़की को प्रोपोज करके चोदा

हॉट वर्जिन सेक्स विद नेक्स्ट डोर गर्ल का अवसर मुझे तब मिला जब एक कामुक लड़की मुझे अपने पड़ोस में दिखाई पड़ी. अपने जन्मदिन पर मैंने कुछ दोस्तों के साथ उसे भी आमंत्रित किया.

चूत की रानियों और लंड के बेताज बादशाहों को रिडॉक्स का प्रणाम.
कैसे हैं आप सब?
आशा करता हूँ, आप सभी चूत की मलिकाएँ अपनी अपनी प्यास बुझाने में … और सभी फौलादी लंडधारी अपना लंड को छेद में जलवा जमाने में व्यस्त होंगे.

मैं अपनी पहली सेक्स कहानी लिख रहा हूँ.
आशा करता हूँ कि हॉट वर्जिन सेक्स विद नेक्स्ट डोर गर्ल कहानी पर आप सभी मुझे बहुत प्यार देंगे.

पहले मैं अपनी और अपनी गर्लफ्रेंड के बारे में बता दूं.
मेरा नाम रिडॉक्स है.
मैं पुणे में स्टडी करता हूँ.

घर मेरा दिल्ली में है और वहां मेरे माता पिता रहते हैं.
पुणे में मैं अकेला रहता हूँ.

मैं अभी 20 साल का हूँ.
वैसे तो मैं थोड़ा सांवला हूँ पर दिखने में मैं बहुत हॉट लगता हूँ.
इसी वजह से मेरी 6 गर्लफ्रेंड भी रह चुकी हैं.

आज मैं अपनी पहली गर्लफ्रेंड की चुदाई की बात करने वाला हूँ.

मेरे लंड का साइज़ मस्त है. यह लंबा और किसी हसीना की कलाई जितना मोटा है.
मेरा लंड बड़ा ही ताकतवर है क्योंकि मैंने कभी मुट्ठी नहीं मारी.
मैंने हमेशा अपनी गर्लफ्रेंड की चुदाई ही की है तो मेरा लंड एकदम सख़्त और सीधा है.

मैं जिम जाता हूँ और इसी वजह से मेरे सिक्स पॅक एब्स बिल्कुल साफ साफ दिखते हैं.

मेरी गर्लफ्रेंड का नाम अनिषा है जो मेरी पड़ोसन है. उसका फिगर एकदम कसा हुआ है.
उसके बूब्स बहुत बड़े हैं और उसकी कमर भी एकदम पतली और लचीली है.

अनिषा के चूतड़ ऐसे हैं कि कभी चूत चोदने का मन ही नहीं करता है. बस हमेशा उसकी गांड में लंड डाले रहूँ, ऐसा लगता है.

उसकी उठी हुई गांड दिखने में किसी पोर्न एक्ट्रेस की तरह लगती थी.

यह बात अक्टूबर 2021 में शुरू हुई थी.
उस दिन मैं अपने घर के बाहर की गैलरी में बैठा हुआ बाहर का नजारा देख रहा था और आती जाती लौंडियों के खूबसूरत हुस्न के मजे ले रहा था.

तभी एक कार हमारी कॉलोनी के अन्दर दाखिल हुई और उसमें से मेरी होने वाली सैटिंग अनिषा बाहर निकली.

मैं उसे देख कर पागल हो गया था.
तब उसने वर्काउट वाले टाइट कपड़े पहने हुए थे और वह अभी-अभी जिम से आई थी.

मन कर रहा था कि उसके मम्मों को अभी जाकर दबोच कर चूस लूँ.
उसकी गांड किसी नर्म गद्दे जैसी थिरक रही थी.

मेरा मन उसे चोदने का हो गया था और मैंने सोच लिया था कि अब इसे पटा कर चोदना ही है.

तभी मैंने देखा कि वह मेरी बिल्डिंग के अन्दर ही आ रही थी.
वह लिफ्ट से ऊपर आने लगी.

मैं जल्दी से रूम से बाहर निकला और उसे देखने लगा कि वह इस बिल्डिंग में कहाँ रहती है.
मैं सोच ही रहा था कि वह मेरे रूम के सामने से निकली और मेरे साइड वाले कमरे के अन्दर चली गई.

उसने मुझे भागकर उसकी तरफ आते हुए देख लिया था.
मैं भी उसको देखते ही रुक गया था.

वह मुझे देख कर मुस्कुराई और रूम में चली गई.

अब मेरी अनिषा को चोदने की इच्छा अपने चरम पर पहुंच गई थी.

मैंने काफ़ी दिन तक उसका पीछा किया और उसकी पसंद की चीज़ें करने लगा.
मैं किसी तरह से उससे बातें करने लगा.

शायद वह भी मुझसे बात करने की इच्छा रखती थी तो कुछ ही दिनों में हम दोनों अच्छे दोस्त बन गए.

उस दिन मेरा बर्थडे था.
तब मैंने एक पार्टी रखी थी.
मेरे बर्थडे पर मैंने अपने सभी दोस्तों को बुलाया और अनिषा को भी इन्वाइट किया.

शाम को 8 बजे पार्टी शुरू हुई.
सभी अपनी अपनी गर्लफ्रेंड को लेकर आए थे इसलिए रोमांटिक गानों से रूम गूँज रहा था.

सभी अपनी अपनी गर्लफ्रेंड के साथ रोमांस कर रहे थे.
कोई किस कर रहा था तो कोई चूतड़ों को सहला रहा था, तो कोई अपनी गर्लफ्रेंड के दूध दबा रहा था.

पार्टी में यही कोई 16 लोग थे, जिनमें से सिर्फ़ मैं और अनिषा सिंगल थे.

मैंने मौके का फ़ायदा उठाया और जोर से कहा- गाइस, गाइस लिसन! मैं आप सभी को एक जरूरी बात बताना चाहता हूँ … और स्पेशली अनिषा तुम्हें.

मैं थोड़ा हिचकिचा रहा था.
पर मुझे आज बोलना ही था तो मैंने खुद को हिम्मत दी और अपने घुटनों पर बैठ कर एक गुलाब हाथ में लेकर कहा.

अनिषा मेरे सामने खड़ी थी, वह अपने दोनों हाथों को आपस में रगड़ रही थी और सोच रही थी कि पता नहीं मैं क्या बोलूँगा!

मैं- अनिषा डियर, मैं काफ़ी दिनों से तुम्हें देख रहा हूँ. पता नहीं क्यूँ? पर जब भी तुम्हें देखता हूँ … मुझे ऐसा लगता है कि मुझसे ज्यादा खुशनसीब इस दुनिया में कोई नहीं है. तुम्हें देखकर मैं सब कुछ भूल सा जाता हूँ. मुझे लगता है मुझे तुमसे प्यार हो गया है. इसलिए मैं आज तुम्हें अपने दिल की बात कह रहा हूँ. क्या तुम मेरी गर्लफ्रेंड बनोगी?

अनिषा पहले तो थोड़ी शर्माई, फिर उसने हां कर दी.

उसने ब्लश करते हुए कहा- हां, मैं भी तुम्हें बहुत पहले से पसंद करती हूँ.

यह कह कर उसने गुलाब का फूल लेकर मुझे ज़ोर से गले लगा लिया.

अनिषा के दूध मेरी सीने पर रगड़ खाते ही मुझे ऐसा लगा, जैसे मेरा लंड अभी अनिषा के कपड़े फाड़ कर उसकी चूत में घुस जाएगा.
मैं बहुत खुश हो गया था.
मेरे बर्थडे पर मुझे अपनी पहली गर्लफ्रेंड का प्यार नसीब हो गया था.

पार्टी चलती रही और रात के बारह बज गए.
तब पार्टी ख़त्म हुई और सभी अपने अपने घर चले गए.

अनिषा पड़ोस में ही अपनी सहेली के साथ रहती थी, इसलिए उसने कहा- मैं थोड़ी देर तुम्हारे पास रहूंगी. मेरी सहेली भी अपने घर गई है.
हम दोनों थोड़ी इधर उधर की बातें करने लगे.

अनीषा- क्या तुम मूवी देखोगे?
मैं- हां हां, क्यों नहीं?

अनिषा ने एक लव रोमांटिक मूवी लगा दी.
उसमें एक किसिंग सीन आया तो मैंने अनिषा के हाथ पर अपना हाथ रख दिया.
अनिषा समझ गई कि मैं क्या चाहता हूँ.

उसने अपना हाथ उठाकर मेरे बालों में डाल दिया और मुझे अपनी तरफ खींचकर मेरा सर अपने कंधे पर रख लिया.
मूवी थोड़ी रोमांटिक होती जा रही थी और ऊपर से अनिषा जैसी हॉट आइटम गर्ल मेरे बाजू में थी, तो मेरा लंड खड़ा हो गया.

अनिषा ये बात समझ रही थी और वह मेरे लौड़े को देख भी रही थी.
अब वह समझ गयी कि आज उसकी चुदाई पक्का होकर ही रहेगी.

मैं भी अनिषा के टॉप के ऊपर से उसके दूध पर हाथ फेरने लगा.
उसे अच्छा महसूस हो रहा था.
इस वजह से मुझमें आगे बढ़ने की हिम्मत आ गयी.

मैं अब अपना हाथ उसकी जांघों पर ले गया और दूसरा हाथ उसकी गर्दन पर रख कर उसकी आंखों में देखने लगा.
उसकी आंखें बहुत नशीली हो चुकी थीं!
उसकी आंखों में चुदवाने के लिए हवस साफ नज़र आ रही थी.

मैं पहले उसके होंठों के पास अपने होंठ ले गया.
उसने मेरे होंठों को अपने होंठों से पकड़ लिया.

उसके होंठों को स्वाद इतना मीठा था कि मानो किसी ने चीनी घोल दी हो. उसके होंठ बहुत ही रसीले थे.

मेरे होंठ पर होंठ रखते ही मैं उसके होंठों की नमी और गर्मी को महसूस कर पा रहा था.

कुछ ही देर में उसकी सांसें बढ़ने लगीं.
मैं और अनिषा एक दूसरे को चूमने में पूरी तरह से खो गए.

मैं उसके होंठों पर होंठों को रखकर इस तरह से चूस रहा था जैसे सारा आम खाने के बाद आम की गुठली को चूसाते हैं.
कभी मेरे होंठ ऊपर, तो कभी उसके होंठ ऊपर!

फिर उसने एक लंबी साँस ली और मेरी जीभ को अपने मुँह में खींच लिया.
आह … वह मेरी जीभ को बड़े ही चाव से चूसने लगी.
मुझे ऐसा महसूस करते ही और ज़्यादा नशा होने लगा.

मैंने भी उसकी जीभ अपने मुँह में ले ली और ज़ोर ज़ोर से उसकी जीभ चूसने लगा.

अनिषा और मेरी जीभ एक दूसरे के मुँह में ऐसे चल रही थीं जैसे शादी के बाद पहली रात में दूल्हा दुल्हन चुदाई करते हैं.

कभी मेरी जीभ उसका मुँह चोदती तो कभी उसकी जीभ मेरा मुँह चोद रही थी.

हम दोनों स्मूच करते करते अपनी चरम सीमा पर पहुंच चुके थे.
उसके गाल लाल हो गए थे, होंठों की सारी लिपस्टिक मेरे होंठों और गालों पर लग गयी थी.

अब अनिषा की लिपस्टिक पूरी तरह से फैल गई थी और उसके होंठ दूध की तरह गोरे दिख रहे थे.

अनिषा ने अब मुझे अपने से दूर किया और कहा- रूको, मैं अभी आती हूँ. तुम्हारे लिए एक गिफ्ट है!
वह कमरे में गई और एक गिफ्ट लेकर आई.
उस गिफ्ट में एक पेन ड्राइव थी.

अनिषा ने कहा- चलो पहले ये पेन ड्राइव चेक करो!
मैं- ठीक है, दो मुझे … चेक करते हैं.

मैंने अपनी स्मार्ट टीवी में पेन ड्राइव को लगाया और उसमें पड़ी वीडियो को प्ले किया.

अनिषा ने मेरे और उसके फोटो को मिलाकर एक बहुत ही प्यारी वीडियो बनाई थी.

दिल दियां गल्लां … सॉंग पर वह वीडियो बहुत प्यारी और क्रियेटिव लग रही थी.

हम दोनों ने साथ में वीडियो देखी और तभी अनिषा वापस उठ कर चली गई.

अबकी बार वह एक बियर की बोतल लेकर आई और एक ही गिलास लाई.
हम दोनों ने एक ही गिलास से बियर पी और एक दूसरे से बातें करने लगे.

मैंने अनिषा से पूछा कि मुझसे पहले तुम्हारा कोई बाय्फ्रेंड रहा है?
अनिषा- नहीं, मुझे कोई पसंद ही नहीं आया … तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड?

मैं- हां … अब तक दस गर्लफ्रेंड थीं मेरी!

इस बात पर हम दोनों हंस पड़े.
वह समझ गई कि मैं मज़ाक कर रहा हूँ.

अनिषा और मैं फिर से रोमांटिक मूड में आ गए.
मैंने फिर से अनिषा की गर्दन पर हाथ रखा और उससे स्मूच करने लगा.

इस बार अनिषा कुछ ज्यादा ही बिंदास लग रही थी.
शायद यह बियर का कमाल था.

मैंने अपना हाथ अनिषा की गर्दन से उसके मोटे गोल चूचों पर रखा और दबाने लगा.

अनिषा अब कामुक होने लगी.
वह मेरे दोनों हाथ पकड़े और अपने चूचों पर रखवा कर दबवाने लगी.

अनिषा- आज इनका सारा दूध निकाल दो मेरी जान. आज से ये तुम्हारे हैं!

यह सुनते ही मेरी आंखों में नशा सा उतर आया.
मैंने अनिषा को ऊपर के कपड़ों से आजाद करते हुए उसे आधी नंगी कर दिया, ब्रा भी हटा दी.

उसकी गोल गोल मोटी चूचियां मेरी आंखों के सामने हिल रही थीं.
अनिषा मेरे सामने सिर्फ़ पैंटी में थी.

मैं अनिषा के एक दूध को चूसने लगा और मैंने उसके निप्पल को काटना चालू कर दिया.
उसने मेरा मुँह पकड़ा और ज़ोर से अपने चूचों में दबा दिया.

उसके चूचे अब सख़्त हो गए थे और बिल्कुल गोल आकार में आ गए थे.

मैंने अनिषा के चूचों को चूस चूस कर बिल्कुल लाल कर दिया.
अनिषा की भी अब सिसकारियां निकलने लगी थीं.

मेरा हाथ उसकी चूत पर आ गया.
मैं इधर अनिषा के चूचों का दूध निकाल रहा था, उधर मेरा एक हाथ अनिषा की चूत सहला रहा था.

वह पूरी तरह से चुदाई के नशे में डूब गयी थी.
उसकी कामुक आवाज़ें मुझे बेकाबू कर रही थीं.

अनिषा ने मुझे एक धक्का दिया और बिस्तर पर लिटा दिया.
फिर उसने धीरे धीरे मेरे सारे कपड़े भी निकल दिए.

मेरे सारे कपड़े उतरने के बाद मेरा लंड उसके सामने आ गया.
अच्छा खासा 8 इंच का लंड देख कर उसके मुँह में पानी आने लगा.

अनिषा 69 पोजीशन में मेरे ऊपर लेट गयी.
मैंने उसकी पैंटी निकाल दी.

जैसे ही उसकी चूत पर मैंने अपनी जीभ रखी, उसकी सिसकारी निकल गयी.

अनिषा ने सीधे होकर कहा- रिडॉक्स मेरी जान ये चूत अब तुम्हारी ही है. प्लीज़ आराम से करो. मुझे गुदगुदी हो रही है. ऐसे करोगे तो कहीं मैं मर ही ना जाऊं?

अनिषा ने जैसे ही मरने वाला शब्द इस्तेमाल किया, मैंने उसके मुँह को बंद कर दिया और कहा- प्लीज़, आज के बाद कभी मरने की बात मत करना. मैं क्या करूँगा तुम्हारे बिना?

मेरे उतरे हुए चेहरे को देख कर वह प्यार से चूमने लगी.
मेरा यह मूव देखकर अनिषा मुझसे बहुत इंप्रेस हो गयी थी.
उसे मेरा ये करना बहुत अच्छा लगा.

अनिषा प्यार भरी आवाज़ में और मेरे चेहरे पर हाथ रखती हुई बोली- हाय मेरी जान, तुम्हारी इस अदा पर तो मैं वारी जाऊं. तुम्हारे लिए तो आज मैं कैसी भी चुद जाऊंगी!

यह कर कर अनिषा ने वापस 69 में आकर मेरा लंड मुँह में भर लिया और ज़ोर ज़ोर से मेरा लंड चूसने लगी.
मैं भी अनिषा की चूत को अपनी जीभ से चोदने लगा.

मैं और अनिषा अपनी इस पहली चुदाई में इतना डूब गए थे कि हमें वक्त का होश ही नहीं रहा.

कुछ मिनट तक हम दोनों एक दूसरे को मुँह से चोदने के बाद चरम पर आगे.
अनिषा तो झड़ ही गयी.

अनिषा- मेरी जान, अब बारी है तुम्हारे लंड पर ड्राइव करने की. मुझे अब और इंतज़ार नहीं हो रहा. अब जल्दी से अपना लंड मेरी चूत में डाल कर मेरी सारी ख्वाहिशों को पूरा कर दो.

मैंने कहा- तुम्हारी जो भी ख्वाहिशें या जो भी सपने हैं, आज से उन्हें पूरा मैं करूँगा.
मेरी इस तरह की फ्लर्टी बातों से अनिषा बहुत ही इंप्रेस हो गई थी.

फिर मैंने चिकनाई के लिए तेल लिया और अनिषा की चूत पर लगा दिया.
मैंने अनिषा से कहा- इस तेल को मेरे लंड पर अच्छे से लगा दो!

अनिषा- जो हुकुम मेरी जान, तुम्हारी बात मैं कैसे टाल सकती हूँ. अभी लगा देती हूँ!

फिर अनिषा ने पहले मेरा लंड को, अपने मुँह में एक दो बार लिया.
उसे चूसकर अच्छे से साफ किया और उस पर तेल लगा दिया.

मैंने अनिषा को घुटनों पर बिठाया और उसके हाथ पीठ पर रखकर उसका मुँह बेड पर रख दिया जिससे अनिषा को दर्द हो, तो वह आगे न हो सके.
क्योंकि अगर अनिषा दर्द की वजह से अगर कहीं हिली और हिलने की वजह से कहीं लंड और ज़्यादा अन्दर घुस गया तो दर्द ज्यादा ना करने लगे.
इसीलिए मैंने इस पोजीशन को चुना था, ताकि अनिषा को ज़्यादा दर्द ना सहना पड़े.

फिर मैंने अनिषा की चूत में एक उंगली घुसेड़नी चाही.
पर उसकी चूत इतनी टाइट थी कि उंगली भी नहीं जा रही थी.

मैंने उंगली को तेल में गीला कर लिया और फिर से चूत में घुसेड़ने लगा.
चूत में उंगली जाते ही अनिषा कराहने लगी.

एक दो मिनट तक चूत में उंगली करने के बाद अनिषा ने दूसरी बार पानी छोड़ दिया.
वह दो बार झड़ने के बाद भी चुदवाने के लिए तैयार थी.

फिर मैंने अपने लंड को अनिषा की चूत पर सैट किया और रगड़ने लगा.
पहली बार अनिषा की चूत पर लंड टच हुआ था, इससे उसे बहुत मज़ा आ रहा था.
अब उससे रहा नहीं जा रहा था.

अनिषा- अब जल्दी लंड से चूत को फाड़ दो मेरी जान … बस तड़फाओ मत!

मुझे भी जोश आ गया और मैं अनिषा की चूत में लंड घुसेड़ने लगा.
तेल लगा होने की वजह से, लंड चूत में उतरता चला जा रहा था.

लंड का टोपा उतरने के बाद जैसे ही लंड और अन्दर को गया, अनिषा की चूत खून टपकाने लगी.

अनिषा की आंखों में आंसू आ गए.
मैंने उसकी तरफ देखा तो उसने अपना हाथ मुँह में दबा लिया था और वह दर्द सह रही थी.

मैं तुरंत ही वहीं रुक गया.

खून निकलता देख अनिषा समझ गई थी कि उसकी वर्जिनिटी टूट गई है.

अनिषा- तुम फ़िक्र मत करो मेरी जान. मैं ठीक हूँ, पर मानना पड़ेगा तुम्हारा लंड बहुत सॉलिड है. मज़ा बहुत आ रहा है. अब रूको मत और पूरी तरह से चोद दो मुझे!

बस मैंने अनिषा की चुदाई चालू की.
धीरे धीरे लंड को पूरा अनिषा की चूत में घुसा दिया.

कुछ ही देर बाद अनिषा को भी मजा आने लगा.
अनिषा भी अब चूत चुदाई का भरपूर मजा ले रही थी, उसकी उत्तेजना अब बढ़ने लगी थी और वह बहुत कामुक आवाजें निकाल रही थी.

उसकी आवाजों से मुझमें जोश भरता जा रहा था और मैं धीरे धीरे चुदाई की स्पीड बढ़ाने लगा.
अनिषा और मैं पूरी तरह से चुदाई के तारतम्य में खो चुके थे. वह अपनी चूत में लोहे की रॉड को अन्दर जाते और बाहर आते महसूस कर रही थी.
उसने यह कहा भी कि जान लंड बहुत अन्दर तक जा रहा है … मुझे साफ महसूस हो रहा है!

फिर मैंने अनिषा को घोड़ी बनाया और उसकी पीछे से चुदाई करने लगा.

कुछ देर घोड़ी बनाकर चुदाई करने के बाद मैंने लंड निकाला और अनिषा के मुँह में घुसेड़ दिया.
अनिषा बड़े चाव से लंड को लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी थी.
अगले कुछ मिनट बाद अनिषा तीसरी बार भी झड़ गई.

मुझे भी चुदाई करते हुए काफी ज्यादा समय हो गया था और अब मैं भी झड़ने वाला था.
इसी लिए मैंने चुदाई तेज़ करना चालू कर दिया और ज़ोर ज़ोर से धक्के लगाने लगा.

अनिषा भी ज़ोर ज़ोर से चीखने लगी और कामुक आवाजें निकालने लगी.

मैं झड़ने को था इसलिए मैंने अपने झटके हद से ज्यादा ज़ोर ज़ोर से देने शुरू कर दिए और अगले ही पल मैंने लंड को चूत से बाहर निकाल कर अनिषा के मुँह में घुसा दिया.
अनिषा मुँह में लंड लेकर हाथ से मेरी मुठ मारने लगी.

कुछ ही सेकेंड बाद मैंने एक लंबी सी साँस के साथ अनिषा के मुँह में धार मारते हुए सारा गाढ़ा माल निकाल दिया.
मेरा माल इतना ज़्यादा निकला था कि अनिषा का मुँह भर गया था.

अनिषा मेरा सारा माल पी गयी और उसने मेरा लंड चूस चूस कर साफ कर दिया.
फिर हम दोनों बिना कपड़ों के ही एक दूसरे से चिपक कर सो गए.

दोस्तो, पहले गर्लफ्रेंड की यह सेक्स कहानी यहीं ख़त्म हो गई थी.
आपके कमेंट्स मिलने के बाद मैं आपको अपनी अगली चुदाई की कहानी से रूबरू करवाऊंगा.

मैं अगली सेक्स स्टोरी लिखूँगा कि मैंने अनिषा की गांड कैसे मारी.
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थैंक्स यू सो मच. लव यू ऑल.
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