घमंडी लड़की को दोस्ती करके चोदा

हॉट अन्तर्वासना 3 चुदाई स्टोरी एक नखरेबाज लड़की की पहली चुदाई की है. मुझे उसका नम्बर मिल गया. बड़ी मुश्किल से उससे दोस्ती की और चुदाई का जुगाड़ हुआ.

दोस्तो नमस्कार, मेरा नाम समीर है और मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ.
मैं ग्रॅजुयेट हूँ और मेरा अपना बिजनेस है.

मेरे एक ग्राहक की लड़की का नाम निशा था.
वह दिखने में ठीक-ठाक थी मगर साली घमंडी बहुत थी.

यह हॉट अन्तर्वासना 3 चुदाई स्टोरी इसी निशा की है.

एक दिन मैं ऐसे ही अपने ऑफिस में उसके पापा के साथ बैठा हुआ था.
उसके पापा मेरे पास आते रहते थे.
वे उसी समय किसी काम से बाहर चले गए और अपना फोन छोड़ गए.

मैंने उसके पापा का फोन उठा लिया और उसका नंबर खोजने लगा.
नंबर हाल में की गई कॉल्स में ही मिल गया.

मैंने निशा का नाम देख कर उसके नंबर पर अपने फोन से हैलो का मैसेज कर दिया.
उसने यह समझा कि कोई जानने वाला मैसेज कर रहा है, तो उसने ढंग से बात नहीं की.

थोड़ी देर बाद मैंने इंग्लिश में बात करनी शुरू की तो उसे लगा कि हां सामने कोई ऐसा बंदा है जो पढ़ा लिखा समझदार है और वही बात कर रहा है.
इसके बाद उसने और ज्यादा भाव खाना शुरू कर दिया.

फिर मैंने उसका नंबर अपने फोन में सेव कर लिया.

उसके बाद काफी दिनों तक मेरी उससे कोई बात नहीं हुई.

अगली बार जिस दिन मैंने उसे फोन किया, वह 31 दिसंबर की रात थी.
उस रात मैंने उसे हैप्पी न्यू ईयर का मैसेज भेजा.

उसने उस मैसेज का रिप्लाइ दिया और हमारी हल्की फुल्की बातें होने लगीं.
अब हमारी बातें होने लगी थीं और धीरे धीरे देखते ही देखते हमारी दोस्ती हो गई.

यह काफी समय तक चला और अंततः हमारी दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदलने लगी.

एक दिन उसने मुझे कॉल किया- समीर आ जाओ, मुझे बैंक जाना है.
तो मैं अपनी बाइक से उसे लेकर तुरंत बैंक पहुंचा और उधर उसका थोड़ा सा काम था तो उसके काम को करवा कर मैं उसे अपने साथ लेकर घूमने के लिए निकल गया.

पहली बार हम दोनों घूमने जा रहे थे, तो मैं उसे रेस्टोरेंट में ले गया.
वहां बैठकर हम दोनों ने खाना खाया, फिर उसे साथ लेकर मैं उसके घर की तरफ चल दिया.

मैंने उसको उसके घर से कुछ दूरी पर छोड़ दिया.
मैं अपने घर आ गया और वह अपने घर चली गई.

फिर हमारी बातों का सिलसिला चल पड़ा और अब रातों में प्यार भरी बातें होने लगीं.

उसका एक चाचा का लड़का मेरे कारखाने में काम करता था.
उसको किसी तरह से इस बात की भनक लग गई कि हम दोनों का अफेयर चल रहा है.

फिर जब हम अगली बार गए, तो उसने मेरे एक दोस्त के साथ निशा की और मेरी घूमते हुए एक वीडियो बना ली ताकि बाद में वह हमें परेशान कर सके.

मुझे मालूम चला तो मैंने किसी तरह से मामले को हैंडल किया और सब कुछ ठीक कर लिया.

यह सब चलता रहा, हम दोनों की बातें अपनी चरम सीमा यानि सेक्स के मुद्दे पर भी होने लगीं.

अगली बार मेरा मन था कि मैं उसको ओयो ले जाऊं.
इस बारे में मैंने उससे एक दो बार बात की थी.
पर उसने न हां की थी और न ही मना की थी.

इसलिए मैं उसे चुपचाप ओयो ले गया.

शुरुआत में तो उसने मना किया लेकिन मेरी ज़िद करने पर वह मान गई.
मैंने उसकी आईडी पहले ही उससे ले ली थी.

होटल के अन्दर जाने के बाद मैंने काउंटर पर दोनों की आईडी जमा कर दीं.

उधर से चाभी लेकर मैं कमरे में आ गया और अन्दर आते ही मैं उस पर टूट पड़ा.

शुरुआत में तो उसने काफ़ी नखरे दिखाए पर आखिर में वह मान गई.
हमारे बीच चुंबन होने लगा.
वह भी मुझे साथ देने लगी थी.

कुछ देर बाद हमारे बीच गर्मी बढ़ी तो मैंने उसका टॉप हटा दिया.
और जब तक वह कुछ कहती, मैंने उसकी ब्रा भी खोल दी.

ब्रा में कैद उसके दोनों मम्मे एकदम से उछल कर बाहर आए तो मैंने उसके बूब्स को अपने हाथों में भर लिया.

वह मुझसे छूटने की कोशिश करने लगी.
पर चुदास तो उसको भी चढ़ चुकी थी तो वह मेरे साथ मजा लेने लगी.

अब मैंने उसके एक दूध को अपने मुँह में ले लिया और चूसने लगा.

लड़की के दूध को चूसने से उसके अन्दर चुदास की जिस तरह की तरंगें बढ़ती हैं, वे उसके कड़क होते निप्पलों से समझ में आ जाती हैं.
वही हुआ भी, थोड़ी ही देर बाद उसको भी मज़ा आने लगा और वह भी मेरा साथ देने लगी.

अब तो हाल यह था कि वह खुद अपने हाथ से अपने दूध पकड़ कर मुझसे चुसवा रही थी.
हम दोनों बस एक दूसरे की आंखों में देखते हुए इस सेक्स का मजा ले रहे थे.

फिर मैंने उससे पूछा- मजा आ रहा है न?
वह हंस कर बोली- हां बहुत मजा रहा है. यदि मजा न आ रहा होता तो क्या मैं अपने हाथ से पकड़ पकड़ कर तुम्हें अपना दूध पिलाती!

उसकी इस बात से उत्तेजित होकर मैंने कहा- तो अब क्या दूध ही पिलाती रहोगी?
वह हंस कर बोली- तो और क्या पीना है?

मैंने कहा- नीचे की सुरंग भी चखाओ न!
वह शर्मा गई और बोली- हट, वह भी कोई चूसने की चीज होती है?

मैंने कहा- इतनी बार तो तुमने उसको लेकर बात की थी और अब हट्ट कर रही हो!
वह बोली- वह सब तो सिर्फ बात करने के लिए की जाती है!

मैंने कहा- तो चलो आज तुम्हें चूस कर भी बता देता हूँ.

वह मना करती रही पर मैंने उसे बिस्तर पर चित लिटा दिया और उसकी टांगों के बीच में आ गया.

पहले तो मैंने उसकी टांगों के जोड़ पर बहुत देर तक किस किया.
उस वक्त तक उसने अपनी पजामी नहीं उतारी थी.

फिर मैंने अचानक से उसकी इलास्टिक वाली पजामी को उसकी पैंटी समेत नीचे खींच दी.

वह हड़बड़ा उठी और उसने जब तक उठ कर अपनी पजामी को वापस खींचने की कोशिश की, तब तक मैंने सीधा उसकी बुर में उंगली पेल दी.

एकदम से वह चिल्ला पड़ी क्योंकि वह पहली बार सेक्स कर रही थी और उसकी बुर सील पैक थी.

उसकी बुर में उंगली घुसेड़ने के बाद मैंने अपनी उंगली अन्दर ही डाले रख कर उसकी आंखों में देखा और उसकी जांघ पर किस करने लगा.

कुछ ही देर बाद जब वह गर्म होने लगी तो मैंने अपनी उंगली को बुर के अन्दर बाहर करना चालू कर दिया.

वह तड़फ उठी और बुर में लंड पेलने की कहने लगी.

मैंने एक पल की भी देर न करते हुए झट से हॉट अन्तर्वासना 3 चुदाई का पोज बनाया और अपना लौड़ा उसकी बुर के ऊपर रख दिया.

जैसे ही उसने मुझे चुदाई की पोजीशन में देखा, तो वह ऊपर ही ऊपर मना करने लगी.
लेकिन उसकी गांड नीचे से लंड को खा लेने के लिए उठ रही थी.

मैंने उसको कैसे भी करके मना लिया और उसकी रस छोड़ती हुई बुर में एक ही झटके में अपना आधा लौड़ा अन्दर घुसा दिया.

लंड अन्दर घुसते ही वह एकदम से चिल्ला उठी और मुझसे छूटने की कोशिश करने लगी.

लेकिन मैं अब कहां मानने वाला था, मैंने उसके होंठों को अपने होंठों से दबा लिया और धकापेल चुदाई शुरू कर दी.

थोड़ी ही देर बाद उसे मज़ा आने लगा और उसकी आंखों में से आंसू आने लगे थे.
कुछ ही देर बाद उसे बेहद मज़ा आने लगा और वह नीचे से अपनी गांड उठा कर मेरे लंड से लोहा लेने लगी.

कोई दस मिनट तक उसे यूं ही पेलने के बाद मैंने उससे घोड़ी बनाया और उसे पीछे से चोदना चालू कर दिया.

उसे मैंने कई तरह से चोदा और उसकी बुर से लंड बाहर निकाल कर झड़ गया.

उसके बाद करीब बीस मिनट का रेस्ट करने के बाद हम दोनों ने एक बार फिर से सेक्स किया और होटल से आ गए.

अब तो वह मेरे लौड़े को भूखी नजरों से देखने लगी थी और उसकी पहल पर मैंने उसके साथ बहुत बार सेक्स किया.

फिर उसने यह बात अपनी एक फ्रेंड को बताई और उसकी फ्रेंड ने मुझसे मिलने की इच्छा जताई.

निशा ने मुझे बताया- समीर मेरी फ्रेंड टीना तुमसे मिलना चाहती है.
तो पहले तो मैंने मना किया- तुम ऐसा मत करो … हमारी मुहब्बत को नजर लग जाएगी.

पर जब वह बोली- नहीं यार, समीर टीना मेरी पक्की सहेली है और उसने मुझसे कसम ली है कि मैं तुमको उसके साथ मिलवाऊंगी.
मैंने कहा- मिलवाने का क्या आशय हुआ? क्या वह मेरे साथ अकेले में मिलना चाहती है या तुम्हारे साथ मुझसे मिलेगी?

निशा ने हंस कर कहा- वह तुम्हारे साथ सेक्स करना चाहती है! और मुझे कोई दिक्कत नहीं है कि वह तुम्हारे साथ सेक्स करे.
यह सुनकर मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहा क्योंकि टीना निशा से भी ज़्यादा सेक्सी माल थी.

मैंने कहा- ओके, चलो मिल लेते हैं … पर तुम साथ में रहना!
वह हंसने लगी और बोली- क्यों मुझे साथ में क्यों रखना चाहते हो?

मैंने कहा- ताकि तुम भी हम दोनों के साथ सेक्स का मजा लो!
निशा बोली- अच्छा पहले किसी रेस्तरां में मिलते हैं, उसके बाद सेक्स करेंगे!

मैंने ओके कह दिया.
निशा भी राजी हो गई.

अब मैं यह चाहता था कि पहले निशा की फ्रेंड को अकेले में पेलूँ, उसके बाद निशा के सामने उसकी लूँ.

तो मैंने प्रोग्राम बनाया और निशा से कहा- अभी तुम अपनी सहेली के साथ सेक्स की बात नहीं कहना. मैं अपने हिसाब से सब सैट कर लूँगा.

फिर हम तीनों मिले और वहां पर मैंने निशा की फ्रेंड को अपना नंबर दे दिया और उसने ले भी लिया.

कुछ दिन बाद मैं और उसकी फ्रेंड मिलने पहुंच गए.

जब मैं उसको चोदने ले गया तो वह पहले से ही चूड़ी चुदाई माल निकली.
साली मुझ पर एकदम से टूट पड़ी थी.

हम दोनों ने तकरीबन आधा घंटा तक तो सिर्फ किस ही किया.
किस करने के बाद मैंने उसे बिस्तर पर पटक दिया और एक-एक करके उसके सारे कपड़े उतार दिए.

अब वह मेरे सामने नंगी पड़ी थी और मेरे मन में चलता जा रहा था कि कब इसे चोद दूँ!

ऊपर वाले ने मेरी यह ख्वाहिश पूरी कर दी और मैंने मौका देख कर उसकी बुर पर अपनी जीभ लगा दी.
जीभ लगते ही वह चालू हो गई और उसने मेरे लौड़े को अपने हाथ से पकड़ लिया.
वह लंड को मसलने लगी.

थोड़ी देर बाद जब वह पूरी गर्म हो गई और लंड पेलने की बात कहने लगी.
तो मैंने अपना लौड़ा निकाल कर उसकी चूत पर रख दिया.

चूत का फटा हुआ मुँह देखते ही मुझे ऐसा महसूस हो गया कि बहन की लौड़ी पहले से ही चुदी हुई है.

पहले ही झटके में मेरा लंड उसकी चूत में घुसता चला गया.
वह थोड़ा सा चिल्लाई, लेकिन फिर मेरा साथ देने लगी.

अब मैंने उसे घोड़ी बना दिया और वह झट से घोड़ी बन गई.
मैंने उसके बालों को पकड़ा और अपना लंड उसकी चूत में पेल दिया.

इस बार वह दबा के चुदाई का मजा ले रही थी और खुद ही अपने आपको आगे पीछे कर रही थी. उसे ज़ोश चढ़ रहा था और मुझे उसकी लेने में मज़ा आ रहा था.

थोड़ी देर तक चुदाई करने के बाद मेरा रस निकलने वाला था.
मैंने लंड बाहर निकाल कर उसकी कमर पर रस झाड़ दिया.

हम दोनों शांत हो गए और एक दूसरे को देखने लगे.

थोड़ी देर बाद मेरा लौड़ा फिर से खड़ा हो गया और इस बार मैंने उसकी दबा कर ली.
इस तरह तीन बार सेक्स करने के बाद हम दोनों बाथरूम में नहाने चले गए.

नहाने के बाद हम दोनों बाहर आ गए.

इतने में उसके घर से फोन आने लगा और वह अपने घर के लिए जाने को तैयार हो गई.

थोड़ी देर बाद हम दोनों होटल से निकले और मैंने उसे अपनी बाइक पर बिठा कर उसके घर के इलाक़े में उसको छोड़ दिया.
मैं वापस अपने ऑफिस चला गया.

इस तरह हम दोनों ने उस दिन तीन बार चुदाई का मजा लिया था.
अब मैं उन दोनों को एक साथ चोदना चाहता हूँ.

आपको मेरी हॉट अन्तर्वासना 3 चुदाई स्टोरी कैसी लगी, प्लीज़ मेरी ईमेल आईडी पर मुझे जरूर बताएं, धन्यवाद.
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