ओयो रूम में गर्लफ्रेंड की चूत की सील तोड़ी

GF BF सेक्स कहानी हिंदी में मेरी गर को मैंने चोदा नहीं था. वह सीलबंद थी. मैं उसे चोदना कहता था. एक बार मैंने उसे बुलाया और ओयो रूम में ले गया.

मेरे प्यारे अंतर्वासना के पाठकों और पाठिकाओं को प्यार भरा नमस्कार!
मेरी उम्र 23 साल, नाम चोदू राम (बदला हुआ) मैं एक डॉक्टर हूं.

मैं और मेरी गर्लफ्रेंड दोनों ही हम अलीगढ़ के रहने वाले हैं.

मेरी गर्लफ्रेंड का नाम शगुफ्ता (बदला हुआ) जिसकी उम्र 19 साल है.

एक दिन उसका व्हाट्सएप पर मैसेज आया.
उसमें लिखा था- आई लव यू मेरी जान!

उसके बाद मैंने उससे कई दिनों तक सेक्सी बातें की और हमारा डिसाइड हुआ कि हम कहीं घूमने चलते हैं.

तो उसने मुझे बुधवार के दिन चलने को कहा.

मैंने उसे हां कह दिया.

तब GF BF सेक्स कहानी हिंदी बननी शुरू हो गयी.

बुधवार के दिन सुबह 11:30 बजे उसका मुझे कॉल आया कि मैं अलीगढ़ बस स्टैंड पर पहुंचने वाली हूं.
मैंने फट से अपनी गाड़ी उठाई और 10 मिनट में बस स्टैंड पर पहुंच गया.

उसने मुझे कहा- मैं रूबी होटल के सामने खड़ी हूं.

मैं जैसे ही रूबी होटल के पास पहुंचा तो वह मेरा इंतजार कर रही थी.

मैंने उसको अपनी गाड़ी में बिठाया और वहां से निकल लिए.
मैंने उससे पूछा- कहां चलने का इरादा है?
तो बोली- जहां तुम्हारा मन हो!

फिर मैंने गाड़ी सेंटर प्वाइंट की तरफ ली और वहां हम दोनों ने आइसक्रीम ली.

मैंने कहा- अब कहां चलना है?
वो बोली- जहां तुम्हारा मन हो!

मैंने उससे कहा- ओयो चलें?
तो वह तिरछी निगाहों से मेरी तरफ देखने लगी.

मैंने उसको कहा- वहां कोई डिस्टर्ब करने वाला नहीं होगा.
उसने पहले कहा- मुझे तुम्हारा इरादा ठीक नहीं लग रहा?

फिर मैंने उसे प्यार भरी नजरों से देख कर कहा- मेरी जान, तुमको देखता हूं तो प्यार आता है!
उसने कहा- चलो ठीक है, हम ओयो पर चलते हैं.

मैंने फिर ओयो बुक किया और हम वहां पहुंच गए.

हमें होटल के रूम की चाबी मिली और हम रूम में पहुंचे, दरवाजा अंदर से लॉक किया.

जैसे ही मैं बेड पर बैठा, शगुफ्ता ने मुझे बाहों में भर लिया और मेरे कंधे पर सर रखकर मुझसे चिपट गई और कहने लगी- तुम्हारे बिना मर जाऊंगी मैं!

फिर मैंने उसको समझाया- तू जान है मेरी! तुझसे कैसे दूर रह सकता हूं मैं!
तब मैंने उसके माथे पर किस की.

फिर हम बेड पर एक दूसरे को किस करने लगे.
किस करते मैंने उसके बूब्स पर अपना हाथ रखा तो उसने मेरा हाथ हटा दिया और मुझसे अलग हो गई और मुझसे कहने लगी- ऐसा ना करो!

फिर मैंने उसे समझाया.
हम दोनों एक दूसरे को किस करने लगे.

किस करते-करते मैंने उसकी नाभि पर हाथ फेरना चालू किया तो वो सिसकारियां लेने लगी, कहने लगी- जान, मुझे कुछ हो रहा है.
मैंने धीरे धीरे उसकी कमीज में हाथ डाला.
फिर बूब्स की निप्पल को धीरे-धीरे मैं मसलने लगा.

उसके चेहरे का रंग हल्का हल्का लाल होने लगा और वह मुझे अपनी ओर खींचने लगी और मेरे बालों में उंगलियां फेरने लगी.

फिर धीरे-धीरे मैंने उसकी कमीज को उतार दिया और उसकी ब्रा के ऊपर से उसके मम्मे दबाने लगा.
इसी बीच वह मेरे लौड़े को पैंट के ऊपर से मसलने लगी.

जैसे ही मैंने उसके ब्रा के हुक को खोला तो उसके मम्मे मेरी आंखों सामने थे जिनका साइज 34 या 36 होगा.
मैंने जल्दी से से उसके एक चूचे को मुंह में लिया दूसरे को हाथ से मसलने लगा.

उसकी सिसकारियां और बढ़ने लगीं.
फिर वह मेरे लोड़े को और तेज दबाने लगी और मेरी पैन्ट से मेरे लंड को बाहर निकाल दिया, हाथ में पकड़ कर कहने लगी- यह तो बहुत बड़ा है!

मैं आपको बता दूं कि मेरे लोड़े का साइज 8 इंची लंबाई, 3 इंच मोटाई है.

वह देख कर कहने लगी- मेरी चूत मैं कैसे जाएगा?
फिर मैंने उससे कहा- पहले इसको अपने मुंह मुंह में लो!

और वह मना करने लगी, मेरे कहने पर वह मान गई और मेरे लन्ड को मुंह में लेकर चूसने व आगे पीछे करने लगी.

मेरे लन्ड से थोड़ा-थोड़ा पानी आने लगा तो वह कहने लगी- इसका तो स्वाद नमकीन नमकीन है!
मैंने कहा- और बताओ मेरी जान, तुम्हें कैसा लग रहा है?

कहने लगी- मुझे बहुत अच्छा लग रहा है!
और फिर और जोर जोर से चूसने लगी.

20 मिनट बाद मैंने उससे कहा- यार मैं झड़ने वाला हूं!

तो वह कहने लगी- मेरे मुंह में ही झड़ जाओ, मुझे तुम्हारे लन्ड की मलाई खानी है.
फिर मैंने उसका सर पकड़ा और अपने लन्ड आगे पीछे करने लगा.

थोड़ी देर में तेज झटकों के साथ मैं उसके मुंह में झड़ गया और वह मेरा सारा माल सटक गई.

मैंने उससे कहा- मेरे लन्ड का पानी कैसा लगा?
वह बोली- अच्छा लगा!
फिर मैंने उससे कहा- अभी तो तुम्हारी चूत में भी डालना है!

तो वह कहने लगी- अंदर ना झाड़ना, मैं प्रेग्नेंट हो जाऊंगी!
मैंने उसको कहा- मेरी जान, तुम भूल रही हो कि मैं एक डॉक्टर हूं और तुम्हें प्रेग्नेंट नहीं होने दूंगा.

वह मान गई और फिर मेरे लोड़े को अपने हाथ से हिलाने लगी और कहने लगी- यह तो बहुत दर्द करेगा. और मेरी अभी सील भी नहीं टूटी है. मैं ऐसे बर्दाश्त नहीं कर पाऊंगी.

फिर मैंने उसको समझाया कि मैं बहुत प्यार से धीरे-धीरे करूंगा. मेरी जान पता भी नहीं चलेगा!

वो लेट गई और मैंने उसकी एक चूची को फिर से मुंह में लिया और दूसरी को हाथ से मसलने लगा.

थोड़ी देर बाद मैंने अपना एक हाथ उसकी सलवार में डाल दिया तो देखा कि उसकी पैंटी गीली थी.

मैंने उससे पूछा- यह तुम्हारी कच्छी गीली क्यों है?
तो वह कहने लगी- मेरा एक बार हो गया है!

यह सुनकर मैं बहुत खुश हुआ और उसकी चूची और चूत को मसलने लगा.

तो वह ‘आह … उह…इ … आहह … शी … ऊंई … ओह … आह …’ की आवाज निकालने लगी.

और जैसे ही मैंने उसकी चूत में उंगली की तो वह उछल गई और उठ कर बैठ गई.
वह कहने लगी- बहुत दर्द हो रहा है, मुझसे नहीं होगा!

मैंने फिर उसको मनाया, समझाया- कुछ नहीं होगा, मैं बहुत आराम से करूंगा. तुम्हें दर्द हो तो मुझे हटा देना!

तो वह मान गई.

मैंने उसे किस करते हुए और कमर पर हाथ करते हुए लेटा दिया.
फिर धीरे-धीरे मैं एक हाथ से उसके मम्मे मसलने लगा और अपनी जीभ को उसकी नाभि में फेरने लगा.

तब एक हाथ से मैं उसकी सलवार धीरे-धीरे उतारने लगा.

वह ‘ऊ … आह … अई आह … सी … अह ई’ करने लगी.

मैंने धीरे-धीरे उसकी सलवार उतार दी और उसकी पैंटी भी उतार दी.

फिर उसने मेरी पैन्ट और मेरा निक्कर निकाल दिया.
और फिर वह मेरे शर्ट के बटन खोलने लगी.

फिर मैंने उसकी दोनों टांगों को फैलाया और उसकी चूत की तरफ देखा.
उसकी चूत पर एक भी बाल नहीं था. बिल्कुल गुलाबी गुलाब सी पत्तियां खिल रही थी.
और चूत बहुत छोटी सी थी.

जब मैंने उसकी चूत अपने लोड़े का सुपारा रखा और धीरे-धीरे रगड़ने लगा तो वह उछलने लगी, कहने लगी- जल्दी अंदर डालो मेरे राजा! मुझे बर्दाश्त नहीं हो रहा. मैं मर जाऊंगी. जल्दी तोड़ दो मेरी इस चूत की सील. हमेशा के लिए अपनी बना लो.

कह आहह … ऊह … ईशश करने लगी.

मैंने अपने लोड़े का सुपारा अंदर करना चाहा तो वह छटपटाने लगी.

फिर मैंने उसके सर पर हाथ फेरा और होठों पर किस करने लगा तो वह ‘ई … कुन्न कुन्न ऊं ह.. करने लगी.
उसके छटपटाने की वजह से मेरा लन्ड चूत से सरक गया.
और फिर मैंने अपने लंड पर थूक लगाया और उसकी चूत के छेद पर भी लगाया और मैं उसके ऊपर लेट गया.

मैंने अपने लंड को उसकी चूत के छेद पर रखकर एक जोर का धक्का मारा मारा.
तो वह बिन पानी के मछली की तरह छटपटाने लगी और मुझसे छूटने की कोशिश करने लगी.

वह चीखने चिल्लाने लगी, कहने लगी- इसे निकालो जल्दी … मैं मर जाऊंगी. मुझसे नहीं होगा. मुझे नहीं कराना!

फिर मैंने उसे समझाया और उसके होंठों पर अपने होंठ रखें और थोड़ी देर के लिए शांति से उसी के ऊपर पड़ा रहा.
कुछ देर बाद जब शांत हो गई तो मैंने पूरे जोर से झटका मारा.
तो मेरा लोड़ा उसकी चूत को चीरता हुआ अंदर तक चला गया और वह चीखने लगी.

फिर मैंने अपने झटकों की स्पीड बढ़ा दी और उसको जोर जोर से चोदने लगा.

कुछ देर बाद उसे भी मजा आने लगा और वह उछल उछल कर मेरा साथ देने लगी और कहने लगी- और जोर से … और जोर से मेरे डॉक्टर राजा! और जोर से … फ़ाड़ दो आज मेरी चूत को … मिटा दो इसकी सारी खुजली और बना लो इसे अपनी! इस लंड की दीवानी!

उसकी बातें सुनकर मुझे और जोश आने लगा और मैं जोर-जोर से उसे चोदने लगा.
फिर मैंने उसकी एक टांग को अपने कंधे पर रखा और फिर झटके मारने लगा.

तो वह रोने लगी और मुझसे लन्ड बाहर निकालने की कहने लगी.

पर मैंने ना तो अपना लोड़ा बाहर निकाला, न स्पीड कम की.

करीब 20-25 मिनट के बाद वह बोली- मेरा होने वाला है, मैं झड़ने वाली हूं!
तो मैंने और स्पीड बढ़ा दी.

तो वह ‘उन्न… उन्नह … आउचच’ करके एकदम मुझे अपनी ओर दबाने लगी और जोर से कहने लगी- मैं आई!
और उसकी चूत ने गरम गरम लावा सा छोड़ दिया.

और फिर मैं भी उसके साथ ही झड़ गया और उसके ऊपर ही लेट गया.

GF BF सेक्स के बाद हम कुछ देर तक वहीं बेड पर पड़े रहे.

और थोड़ी देर बाद वहां से नहा धोकर हम होटल से बाहर आ गए.

फिर मैंने उसको बाजार से सामान दिलाया और कुछ गिफ्ट वगैरह दिलाए, उसको नई नई ब्रा पेंटी डिजाइन पसंद करा कर दिलाये.

मैंने उस एक गर्भनिरोधक गोली खिलाई जिससे वे प्रेग्नेंट ना हो.

फिर हम अपने घर आ गए.

आपको मेरी यह GF BF सेक्स कहानी हिंदी अच्छी लगी होगी.
आप मुझे अपने मेल जरूर करें.
कमेंट्स भी करें.
[email protected]