मैथ वाली मैडम की चुदाई उनके घर में

हॉट टीचर फक स्टोरी में मेरी मैथ टीचर ने मुझे ट्यूशन देने अपने घर बुलाया. बिना ब्रा के टॉप में उनकी चूचियां मेरा लंड खड़ा कर देती थी. तो मैंने क्या किया?

दोस्तो, मेरा नाम चार्ली है।
मैं दिल्ली से हूँ और 22 साल का लड़का हूँ।

आज मैं आप लोगों के लिए अपना पहला सेक्स एक्सपीरियंस लेकर आया हूँ।

ये कहानी तब की है जब मैं 12वीं कक्षा में था।
ये हॉट टीचर फक स्टोरी फरवरी महीने की है, बोर्ड एग्जाम से ठीक पहले की।

मैं आप लोगों को बता दूँ कि मैं शुरू से ही पढ़ाई में अच्छा था।
मैं एक अच्छे प्राइवेट स्कूल में पढ़ता था और दिखने में भी ठीक-ठाक हूँ।

मेरे स्कूल के टीचर्स बहुत अच्छे थे; वो बच्चों का रिजल्ट बेहतर लाने के लिए खूब मेहनत करते थे।

तो ऐसे ही एक दिन स्कूल में मेरी मैथमेटिक्स वाली मैडम ने मुझे स्टाफ रूम में बुलाया।
उन्होंने कहा, “चार्ली, बोर्ड एग्जाम को अब बस दो महीने बचे हैं। मैं चाहती हूँ कि तुम्हारे मैथ्स में 100 में से 100 मार्क्स आएँ। इसके लिए मुझे तुम पर थोड़ा ज्यादा ध्यान देना होगा।”
फिर उन्होंने आगे कहा, “मैंने सोचा है कि स्कूल के अलावा तुम्हें अलग से पढ़ाऊँगी।”

ये सुनकर मैं बहुत खुश हो गया, क्योंकि वो मैडम सचमुच बहुत अच्छा पढ़ाती थीं।
उन्होंने कहा, “शाम को डेली मेरे घर आ जाया करो। मैं तुम्हें इम्पोर्टेन्ट क्वेश्चन्स करवाऊँगी।”
मैंने तुरंत हाँ कर दी।

अरे, मैंने तो आपको मैडम के बारे में बताया ही नहीं!
मैडम का नाम नीलिमा था।
उनका चेहरा बहुत खूबसूरत था, फेस कट एकदम परफेक्ट।
उनका फिगर लगभग 34-30-36 होगा और उम्र उस वक्त 30 साल की थी।

वो देखने में इतनी आकर्षक थीं कि कोई भी उन्हें देखकर थोड़ा-सा तो प्रभावित हो ही जाए।
उनकी स्माइल में एक अलग ही चार्म था, और उनकी आवाज़ इतनी मीठी थी कि पढ़ाते वक्त बोरियत कभी नहीं होती थी।

तो उस दिन से मैं शाम को उनके घर ट्यूशन के लिए जाने लगा।

नीलिमा मैडम बहुत अच्छी थीं। उनमें बिल्कुल भी एटीट्यूड नहीं था।

पहली बार जब मैं उनके घर गया, तो उन्होंने मुझे सोफे पर बैठाया और पानी पिलाया।

उस वक्त तक मेरे मन में उनके लिए कोई गलत ख्याल नहीं था, और न ही ऐसा लगता था कि उनके मन में कुछ ऐसा हो।
वो मुझे डेली पढ़ाने लगीं।

चूँकि मैं पढ़ाई में अच्छा था, वो मेरे प्रोग्रेस से खुश रहती थीं।

जब मैं शाम को उनके घर जाता था, तो वो अकेली होती थीं।
उनके हसबैंड जॉब पर होते थे और उनके बच्चे उस वक्त ट्यूशन के लिए बाहर गए होते थे।

ऐसे ही एक महीना बीत गया।

धीरे-धीरे वो मेरे साथ काफी कंफर्टेबल हो गई थीं।
घर पर वो आमतौर पर टी-शर्ट और लोअर पहनती थीं।
उनकी सादगी और कंफर्ट में भी एक अजीब-सी खूबसूरती थी।

लेकिन एक दिन कुछ ऐसा हुआ कि मेरे मन में हलचल शुरू हो गई।
उस दिन उन्होंने अंदर ब्रा नहीं पहनी थी। उनकी टी-शर्ट थोड़ी टाइट थी, और मुझे उनके बूब्स साफ दिखाई देने लगे थे।

शायद उन्हें इस बात का ध्यान नहीं था लेकिन मेरा तो हाल-बेहाल हो गया।
मेरा लौड़ा पैंट में पूरी तरह खड़ा हो गया था।

मुझे लगा कि वो शायद मेरी हालत भाँप गई थीं क्योंकि उन्होंने अचानक पूछा, “क्या हुआ, चार्ली? तुम ठीक तो हो?”
मैंने जल्दी से कहा, “कुछ नहीं, मैडम.”
और बात को टाल दिया।

उस दिन घर आकर मैंने उनके बारे में सोचते हुए दो बार अपने लन्ड को हिलाया।

अगले दिन जब मैं फिर उनके घर गया, तो उस दिन भी उन्होंने ब्रा नहीं पहनी थी।
उनकी टी-शर्ट से उनके चूचे फिर से नजर आ रहे थे।

मेरी हालत फिर खराब होने लगी।

वो किचन में चाय बनाने गई थीं।
उनका फिगर पीछे से देखकर मुझसे रहा नहीं गया।

मेरा लन्ड फिर खड़ा हो गया था। मैंने लोअर के ऊपर से ही उसे हिलाना शुरू कर दिया।
लेकिन तभी अचानक वो वापस आ गईं और मुझे ऐसा करते हुए देख लिया।

उनकी आँखों में गुस्सा चमक उठा।
वो चिल्लाईं, “ये क्या कर रहे हो तुम?”

मेरी तो गांड फट गई थी …डर के मारे मेरे मुँह से कुछ निकला ही नहीं।

फिर हिम्मत करके मैंने कहा, “मैडम, आपके बूब्स देखकर मुझसे कंट्रोल नहीं हो पाया। इसलिए ऐसा करना पड़ा।”
वो गुस्से में मुझे घूरती रहीं।

मैं उनके पास गया और सॉरी बोलने की कोशिश की।
लेकिन पता नहीं मुझे क्या सूझा, मैंने एकदम से उन्हें लिप किस कर दिया।

वो छटपटाने लगीं और दूर हटने की कोशिश करने लगीं।
मैंने उन्हें कसकर पकड़ रखा था।

किस करते-करते कुछ देर बाद वो शांत हो गईं।

वो अब न तो मेरा साथ दे रही थीं और न ही मुझे दूर धकेल रही थीं।

फिर मेरा हाथ उनके बूब्स पर चला गया।
मैंने उन्हें दबाना शुरू किया।

धीरे-धीरे वो भी गर्म होने लगी थीं।
उनकी साँसें तेज हो रही थीं।

मैंने मौके का फायदा उठाया और धीरे-धीरे उनकी टी-शर्ट उतार दी।
फिर लोअर भी निकाल दिया।
अब वो मेरे सामने पूरी नंगी थीं।

मैंने उन्हें बेडरूम में ले जाकर बेड पर लिटाया और खुद भी अपने सारे कपड़े उतार दिए।

मैंने उनका हाथ अपने लन्ड पर रखा।
वो उसे सहलाने लगीं और फिर हिलाने लगीं।
मैं तो जैसे सातवें आसमान पर था।

मैंने उन्हें बेड पर लिटाया और अपना मुँह उनकी चूत पर ले गया।
मैं उसे चाटने लगा।

उनकी चूत एकदम साफ और मुलायम थी।
वो अपनी गांड उठा-उठाकर मुझे और प्रोत्साहित करने लगीं।

उनके मुँह से सिसकारियाँ निकल रही थीं, जो मुझे और उत्तेजित कर रही थीं।
मैं और तेजी से चाटने लगा। थोड़ी देर में ही वो झड़ गईं।

उनकी सिसकारियाँ रुक गईं और उनका शरीर ढीला पड़ गया।

अब मैंने अपना लन्ड उनके मुँह में दे दिया।
वो उसे चूसने लगीं।

उनकी गर्म साँसें और जीभ का स्पर्श मुझे पागल कर रहा था।
मुझे इतना मजा आ रहा था कि बयान नहीं कर सकता।

फिर मैंने ज्यादा देर न करते हुए अपना लन्ड उनकी चूत पर रखा और एक धक्का मारा।
आधा लन्ड एक बार में ही अंदर चला गया।
मुझे जन्नत जैसा अहसास हुआ।

मैं धक्के मारने लगा।
वो भी अपनी गांड उठा-उठाकर मेरा साथ देने लगीं।

उनकी सिसकारियाँ फिर से शुरू हो गई थीं।

हम दोनों एक लय में थे।

करीब 20 मिनट तक धक्के मारते-मारते हम दोनों एक साथ झड़ गए।
हॉट टीचर फक के बाद मैं उनके ऊपर ही ढेर हो गया।

थोड़ी देर बाद मैं उठा, कपड़े पहने और अपने घर आ गया।

उस रात मुझे नींद नहीं आई। बार-बार वही पल मेरे दिमाग में घूमते रहे।

अगले दिन से ये सब रोज का रूटीन बन गया।
मैं शाम को उनके घर जाता, पहले पढ़ाई करता, फिर हम दोनों अपने जिस्म की भूख मिटाते।

नीलिमा मैडम अब मेरे साथ पूरी तरह खुल गई थीं।
वो मुझे पढ़ाने के साथ-साथ अपनी जवानी का मजा भी देती थीं। मेरे लंड की भूख मिटाती थी.

तो दोस्तो, यही थी मेरी कहानी। ये मेरी पहली कहानी है, तो कुछ गलतियाँ हुई हों तो माफ करना।
मैं ऐसी ही मजेदार कहानियाँ आपके लिए लाता रहूँगा।

मुझे उम्मीद है आपको मेरी ये हॉट टीचर फक स्टोरी पसंद आई होगी।
धन्यवाद!
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curlvector01@gmail.com