स्कूल मेट को मसाज पार्लर में चोदा

स्पा सेक्स इन मसाज़ पार्लर का मजा लेने गया तो वहां मुझे मेरे ही गांव वह लड़की मिली जो मेरे साथ पढ़ती थी और उसे मैं बहुत पहले से चोदना चाहता था.

दोस्तो, मेरा नाम सिड है.
मैं पुणे के पास के एक गांव का रहने वाला हूँ.
फिलहाल पुणे में एक कॉलेज में पढ़ रहा हूँ.

मैं आपके लिए नयी सेक्स स्टोरी स्पा सेक्स इन मसाज़ पार्लर की लाया हूँ.
इसमें मैंने बताया है कि कैसे मैंने एक स्कूल वाली लड़की को मसाज पार्लर में रगड़ कर चोदा.

जिस वक्त मैं गांव के स्कूल में पढ़ता था, तब वहां मेरी क्लास में एक बहुत ही सुंदर लड़की पढ़ती थी.
उस पर पूरा स्कूल मरता था.
मैं उसके बूब्स पर स्कूल टाइम से ही फिदा था.

उसका नाम काजल था.
उसके चूचे और फिगर बहुत ही सेक्सी था लेकिन वह किसी को भाव नहीं देती थी.

उसको बहुत ही ज्यादा घमंड था.
पता नहीं बहन की लौड़ी अपने छेद में कौन सी महारानी विक्टोरिया की झांट के बाल लगवाए हुई थी कि किसी को देने को राजी ही नहीं होती थी.

स्कूल के बाद काजल कॉलेज के लिए पुणे आई.
तब मेरा भी कॉलेज पुणे में ही था.

यह कुछ दिनों पहले की बात है.
मेरा एक फ्रेंड है, वह मेरे पीछे पड़ा था कि चल बे अपन लोग स्पा में मसाज लेने जाते हैं!
पर मैंने उसे हर बार ना कह दिया था.

उसके बार बार कहने पर एक बार मैंने हाँ बोल ही दिया और अगले दिन हम दोनों के जाने का प्लान बन गया.

अगले दिन हम दोनों एक चर्चित मसाज पार्लर के लिए निकले.
मेरा फ्रेंड अक्सर उस पार्लर में जाता था.

जल्द ही हम दोनों वहां पहुंच गए.

वहां रिसेप्शनिस्ट से फ्रेंड ने बात की.
वैसे हमने उसे पहले फोन पर सब बता दिया था.

रिसेप्शनिस्ट ने हामी भरी और चार्ज जमा करने का कहा.
हमने पैसे पे किए और अन्दर आ गए.

अन्दर जाकर रिसेप्शनिस्ट ने मसाज देने वाली लड़कियों को बुलाया तो 4-5 लड़कियां आईं.
रिसेप्शनिस्ट ने पूछा- आपको कौन सी लड़की चाहिए सर?

हम दोनों उन लड़कियों को देखने लगे.

उनमें से एक लड़की को देखते ही मैं सोचने लगा था कि मैंने इसे कहीं देखा है.
फिर याद आया कि यह तो काजल है!

मेरा फ्रेंड बोला- मुझे यह माल चाहिए!
उसने काजल की तरफ इशारा किया.

तभी मेरे दिमाग़ में ख्याल आया कि आज अच्छा मौका है, काजल का घमंड उतारने का!

मैंने फ्रेंड को इशारे से समझाते हुए कहा- यह लड़की मुझे चाहिए!
मेरे फ्रेंड ने मेरा इशारा समझ लिया और उसने दूसरी लड़की ले ली.

फिर रिसेप्शनिस्ट ने कहा कि आप अन्दर जाकर चेंज करें, गर्ल्स उधर ही आएंगी.
हम दोनों अन्दर गए और चेंज करने लगे.

शायद मुझे काजल ठीक से पहचान नहीं पाई थी क्योंकि मैं मुँह पर एक रूमाल बांधे हुए था.

अन्दर आकर कपड़े चेंज करके मैं बेड पर उल्टा होकर लेट गया.

तभी काजल आई, उसने दरवाजा बंद किया और मुझसे मुखातिब हुई.

काजल- सर आपको कैसी सर्विस चाहिए! मतलब किस चीज़ के पैसे पे किए हैं आपने?

मैंने कहा- बी टू बी मसाज और सेक्स. मुझे बस आज तू खुश कर देना!

काजल- ठीक है सर. आज मैं आपको सबसे बेस्ट सर्विस दूँगी. आप मेरे दीवाने हो जाओगे और मेरे रेग्युलर कस्टमर भी हो जाओगे.
मैं- हाँ देखते हैं.

तभी मैं घूम गया और उसने मुझे पहचान लिया.
काजल- सिड तुम?
मैं- हां, मैं ही हूँ..

काजल थोड़ी उदास होती हुई बोली- सॉरी … मैं तुमसे सेक्स नहीं कर सकती.
मैंने कहा- क्यूँ?
काजल- तुम मेरे गांव वाले हो और अब सबको पता चल जाएगा, तो मैं तो बेमौत के ही मर जाऊंगी.
मैंने कहा- आज तो मैं तुम्हें ही चोदूंगा … मैंने इसी लिए तो पेमेंट किया है. मैनेजर को बताऊं क्या?

काजल- नहीं यार, ऐसा मत करो प्लीज!
मैं- आज तो मैं तुम्हें ही चोदूंगा, स्कूल में तो बहुत अकड़ दिखाती थी न तुम … आज बताता हूँ. साली फाड़ कर रख दूंगा तेरी बुर को!

काजल- प्लीज़ सिड … ऐसा मत करो.
मैंने एकदम से अपना सुर बदलते हुए कहा- अरे यार डरो मत, मैं किसी को कुछ नहीं बताऊंगा. तू खुद सोचो न कि यदि मैंने यह बात किसी को बताई तो क्या मेरी बदनामी भी नहीं होगी?

काजल खुश हो गई और बोली- क्या सच में सिड … तुम किसी को कुछ नहीं बताओगे?
मैंने कहा- नहीं बताऊंगा, पर मेरी एक शर्त है!

काजल- कैसी शर्त?
मैंने कहा- आज के बाद मेरा जब भी मन होगा, तुम मुझे चोदने दोगी. जब मैं बुलाऊंगा, तब तुम्हें चुदने के लिए आना होगा, वह भी फ्री में!

काजल- नहीं यार, मेरे पास इतना टाइम नहीं रहता है. कॉलेज भी जाना होता है और यहाँ जॉब भी है!
मैंने कहा- तू नहीं आएगी तो मैं सबको बताऊंगा.

काजल उदास होती हुई बोली- ठीक है, मैं आ जाऊंगी तुम्हारे पास, बस तुम किसी को बताना मत!
मैं- ओके, चलो अब शुरू करते हैं.

काजल ने अपनी टी-शर्ट और जीन्स निकाली और वह ब्रा भी निकालने लगी.

मैंने कहा- रूको जरा, अब मैं निकालूँगा … इधर आओ!
मैं मसाज टेबल पर बैठा था.
वह मेरे पास आई और मैं उसकी ब्रा के ऊपर से उसके बूब्स दबाने लगा.

उस वक्त हम दोनों एक दूसरे की आंखों में देखने लगे.
तभी काजल ने मुझे किस करना शुरू कर दिया.
मैं भी उसका साथ देने लगा और उसके चूचे मसलने लगा.

मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहा कि जिस लड़की को याद करके मैं अपना लंड हिलाता था, आज उसकी चूत चोदने को मिल रही थी.
मेरा लंड तो सातवें आसामान पर था.

तभी मैंने उसकी ब्रा निकाली और एक दूध चूसने लगा.
काजल भी कामुक सिसकारियां लेने लगी.

मैं एक हाथ से उसका एक दूध मसलने लगा और दूसरे को चूसने लगा.
फिर मैं नीचे उतरा और झट से उसकी काली पैंटी निकाल दी.

वाह क्या नज़ारा था … उसकी दूध जैसी बॉडी और गुलाबी चूत देख कर मेरा लंड फड़फड़ाने लगा.

मैंने उसको बेड (टेबल) पर लेटा दिया और उसकी चूत में उंगली डाल दी.
काजल एकदम से हिली, मैंने उंगली अन्दर बाहर करना शुरू कर दिया.

उसके बाद मैं दो उंगलियां डालने लगा.
तो उसके मुँह से बहुत मस्त आवाजें आने लगीं और मैं और उत्तेजित हो गया और तीन उंगलियां चूत में डालने लगा.

उसकी चूत लंड खा खा कर भोसड़ा बन गई थी.
आज वह अपने पुराने परिचित से चुदवा रही थी तो वह अब तक गर्म हो चुकी थी.

काजल कहने लगी- अरे यार, अब और मत तड़फाओ मुझे, जल्दी से चोद दो!
मैंने कहा- इतनी जल्दी नहीं मेरी प्यारी रंडी … अभी पहले तुम मुझे मज़ा दो!

काजल जल्दी से उठी और मेरी मसाज वाली पैंट निकाल कर मेरे लंड को देखने लगी.
मेरा लंड देखते ही उसके होश उड़ गए क्योंकि मेरा लंड 8 इंच लंबा और 3.5 इंच मोटा है.

काजल- इतना बड़ा लंड … मैंने तो इतना बड़ा लंड आज तक नहीं लिया यार … मुझे बहुत दर्द होगा!
मैंने कहा- तुम्हें कुछ नहीं होगा साली रंडी … अब जल्दी से मुँह में लेकर इसे चूस ले!

काजल ने मेरे लंड को हाथ से पकड़ा और सुपारे पर एक किस किया और मुझे देखती हुई लंड चूसने लगी.
क्या चूस रही थी साली … किसी सड़क छाप रांड की तरह … एकदम प्रोफेशनल छिनाल साली.

मेरे मुँह से मादक सिसकारियां निकलने लगीं- आहह आहह … ऊहह!

मैं गर्म हो गया और उसका सर पकड़ कर मुँह चोदने लगा.
उसके गले तक मेरा लंड जा रहा था.

वह मुझसे छूटने की कोशिश कर रही थी.
पर कुछ फ़ायदा नहीं हुआ.

मैंने उसका सिर पकड़ लिया था.
वह गुऊ ग्ग्गू करने लगी थी.

मेरे झटके तेज़ होने लगे और वह भी ज़ोर ज़ोर से चूसने लगी.

अचानक से मैं उसके मुँह में ही झड़ गया.
वह भी साली मेरा सारा पानी पी गयी और उसने मेरा लंड जीभ से चाट कर साफ कर दिया.

अब मैंने उसको लिटाया और उसकी चूत चाटने लगा.
साथ ही उंगलियां भी अन्दर बाहर करने लगा.

थोड़ी देर में काजल गर्म हो गई और मेरे मुँह में झड़ गयी.
मैंने सारा पानी पी लिया.

क्या स्वाद था रंडी की चूत का … मैं बता नहीं सकता आपको!

फिर वह मेरे लंड से खेलने लगी.

थोड़ी देर में मेरा लंड खड़ा हो गया.
मैंने उसको नीचे लिटाया और उसके पैर अपने दोनों कंधों पर रख कर लंड को चूत के ऊपर फेरने लगा.

फिर उसकी चूत को थूक लगाया और लंड काजल के मुँह में देकर गीला कर दिया. फिर लंड उसकी छूट पर सैट करने लगा.

तभी काजल बोली- मैं किसी को बिना प्रोटेक्शन नहीं करने देती.
मैंने धमकाया- क्या मुझे भी नहीं करने देगी साली रंडी?
काजल बनावटी हंसी हँसती हुई बोली- तुम्हें दूँगी ना मेरे राजा!

फिर मैंने लंड को सैट किया और धक्का लगाया तो लंड का टोपा अन्दर घुस गया.

मैंने उसके मम्मों को सहलाते हुए एक और धक्का दे दिया, मेरा पूरा लंड उसकी चूत में घुस गया.

काजल अचानक हुए इस हमले से छटपटा उठी.
पर मैंने उसे ज़ोर से पकड़ा था, वह हिल भी नहीं सकती थी.

उसकी आंखों से पानी आ रहा था और वह ज़ोर ज़ोर से कसमसाती हुई कराह रही थी.

मैंने उसके होंठों पर अपने होंठ रखे और उसकी आवाज़ बंद कर दी.

थोड़ी देर तक मैं यूं ही पड़ा रहा, फिर उसके शांत होते ही मैंने धक्के लगाना स्टार्ट कर दिया.

अब काजल भी अपनी गांड उछालती हुई मेरे लंड का मजा ले रही थी.

मैंने 15 मिनट तक उसे चोदा होगा, तभी वह अकड़ने लगी और उसने मुझे ज़ोर से पकड़ लिया.
वह अपने मुँह से आह आह की तेज आवाज निकालती हुई झड़ गयी.

मैं अब भी वैसे ही उसे ताबड़तोड़ चोद रहा था.
चूत में पानी की ज्यादती से पच फच की आवाज़ तेज निकल रही थी और पूरे कमरे में गूंज रही थी.

कुछ देर बाद मैंने उसे डॉगी स्टाइल में किया और उसके पीछे से लंड सैट करने लगा.

काजल एकदम कुतिया की तरह मेरी तरफ गांड करके हो गयी थी.
तो मुझे गांड देख कर मन में लालच आ गया.

सच में बड़ी मखमली गांड थी उसकी … मैं अपना लंड उसकी गांड में डालने लगा.

उसने जैसे ही महसूस किया कि गांड में लंड जा रहा है तो उसने मना करते हुए अपनी गांड हटा ली.

काजल- मैंने आज तक किसी से अपनी गांड नहीं मरवाई. मैं अपनी गांड सिर्फ़ स्पेशल पर्सन को ही मारने दूँगी.
मैंने समझ लिया कि इसका स्पेशल पर्सन इसका खसम या कोई यार ही होगा.

फिर मैंने लंड उसकी चूत में ही पेला और धक्के लगाना चालू कर दिया.

काजल को डॉगी स्टाइल में बहुत देर तक चोदने के बाद मैंने उसे अपने लौड़े के ऊपर बिठा लिया.
उसने मेरा लंड पकड़ कर चूत पर सैट किया और अन्दर लेने लगी.

पूरा लंड लेने के बाद वह लंड पर उछलने लगी.
मैंने भी नीचे से धक्के लगाने चालू कर दिए.

मेरे धक्के तेज़ होने लगे तो उसके दूध गजब उछलने लगे.

मैंने उससे कहा- मेरा होने वाला है, कहाँ टपकाऊं?
काजल- अन्दर ही टपका दो मेरे राजा, तुम्हारे लौड़े से चुद कर बहुत मजा आ रहा है!

मैंने धक्के तेज़ किए और उसकी चूत में ही झड़ गया.
तब तक काजल तीन बार झड़ चुकी थी.

वह मेरे ऊपर पड़ी रही और मैं उसकी पीठ सहलाता रहा.
फिर हम दोनों बातें करने लगे.

मैंने कहा- कैसा लगा मैं … और मेरा लंड जानू?
काजल- मेरे राजा मैं तो आज से तेरे लंड की दीवानी हो गई. पता है मैं तुमको स्कूल टाइम से पसंद करती थी. मैं चाहती थी कि तुम मुझे प्रपोज़ करो लेकिन तुमने नहीं किया … क्यूँ नहीं किया?

मैंने कहा- तुम तो स्कूल में बहुत नखरे दिखाती थीं, तो मुझे लगा तुम मुझे ना बोल दोगी, इसलिए मैंने प्रपोज़ नहीं किया.

काजल- सिड आई रियली लाइक यू यार!
मैंने कहा- आई लाइक यू टू … लेकिन हम अब सिर्फ़ फ्रेंड्स हैं. फ्रेंड्स विद बेनिफिट्स ओन्ली!
काजल- ओके.

मेरा लंड फिर से खड़ा होने लगा.
मैंने काजल से कहा- काजू, अब मुझे तेरी गांड मारनी है.

काजल- गांड में दर्द होगा यार!
मैंने कहा- अब मैं तेरा स्पेशल पर्सन हूँ ना?
काजल- हां वह तो हो तुम … बट!

मैंने कहा- काजू, तुम मुझे किसी चीज़ के लिए मना नहीं कर सकती हा हा.
काजल- ठीक है राजा, मार लो तुम … पर धीरे से करना!
मैंने कहा- ठीक हैं. धीरे ही मारूँगा.

इतना कहते उसने थोड़ा ज्यादा सा मसाज आयल लिया और मेरे लंड पर लगा कर लंड को चिकना कर दिया.

फिर थोड़ा सा मैंने भी उसकी गांड के छेद के मुँह पर और अन्दर तक लगा दिया.

अब मैंने उसको उल्टा लिटा लिया और लंड उसकी गांड के छेद पर सैट करके धक्का लगा दिया.

अभी लंड का टोपा ही अन्दर गया था कि उसको दर्द होने लगा.
वह मना कर रही थी लेकिन मैं मानने वाला नहीं था तो उसने सह लिया.

फिर मैंने एक और धक्का लगा दिया.
इस बार आधा लंड अन्दर घुस गया.
काजल दर्द के मारे चीख पड़ी.

मैंने उसका मुँह हाथ से बंद किया और वापस एक तेज़ धक्का दे मारा.

इस बार पूरा का पूरा 8 इंच का लंड उसकी गांड के अन्दर चला गया.

उसकी आंखों से पानी आने लगा.
वह हिलने की कोशिश करने लगी पर मैंने उसे ज़ोर से पकड़ लिया था.

थोड़ी देर तक मैं यूं ही पड़ा रहा और फिर से उसकी गांड मारना चालू कर दिया.
काजल दर्द सहन नहीं कर पा रही थी.
फिर भी उसकी फिक्र ना करते हुए मैं उसकी गांड चोदता रहा.

अब उसको भी मज़ा आने लगा और वह अपनी गांड उछाल उछाल कर गांड मरवाने लगी.

कोई 20 मिनट तक मैंने उसकी गांड चोदी.
फिर मैं उसकी गांड में ही झड़ गया और उसके ऊपर लेटा रहा.

चुदाई के बाद उसने मुझे बहुत अच्छा मसाज दिया.
फिर हम दोनों शॉवर लेने गए, शॉवर लेते वक्त भी मैंने उसकी चुदाई की … फिर हम दोनों रेडी होकर बाहर आ गए.

दोस्तो, मेरी इस स्पा सेक्स इन मसाज़ पार्लर कहानी में आपको कितना मजा आया, प्लीज मुझे कमेंट्स में जरूर बताएं.

अगली स्टोरी में मैं आपको बताऊंगा कि मैंने कैसे और किस किस तरह से काजल की चुदाई की और कैसे उसे रंडी से अपनी गर्ल फ्रेंड बना कर उसे मसाज पार्लर के धंधे से निजात दिलाई.