पहली बार सगे पति का लंड लिया

हॉट सुहागरात सेक्स कहानी में एक कॉल गर्ल की शादी हुई. सुहागरात को उसका पति शरमा रहा था. तो लड़की ने खुद से कैसे पहल की और अपने पति को सेक्स का मजा दिया.

यह कहानी सुनें.

नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम दीपा है, मैं अपनी पहली कहानी लिख रही हूं।
ये मेरी सच्ची हॉट सुहागरात सेक्स कहानी है.

दोस्तो, बात कुछ ऐसी है कि मैं एक कोठे पर काम किया करती थी.
वहीं पर लोगों से चुदवाया करती थी.

फिर एक दिन एक बाबा ने सामूहिक विवाह करवाया, जिसमें सभी कोठों पर काम करने वाली लड़कियों को लाया गया था और उनकी शादी करवाई जा रही थी.
उन लड़कियों में से एक मैं भी थी.

वैसे तो मैं कोठे पर काम करना नहीं चाहती थी, पर तरह तरह के लंड खाने की आदत पड़ गई थी तो जरा अजीब सा लग रहा था कि एक लंड से कैसे बंध कर रहूँगी.

पर देखो भगवान की दया से सब अच्छा हो गया.
मुझे एक अच्छा पति मिल गया और सबसे बड़ी बात यह थी कि वह अभी जवान था.

वैसे तो मैं भी कोई कम नहीं थी, उस वक्त मेरी उम्र केवल 22 साल की रही होगी.
मेरा फिगर लोगों से चुद चुद कर और नुच नुच कर बहुत भर गया था. मेरा फिगर 34-30-36 का था.

फिर जब रात हुई तो मैं बेड पर शादी के जोड़े में बैठी थी.

थोड़ी देर बाद मेरे पति कमरे में आए.
पास में रखी टेबल पर कुछ किताबें रखी थीं.

ये सब किताबें उन्हीं बाबा जी की थीं, जिन्होंने हमारी शादी कराई थी.

मेरे पति उस टाइम बहुत भोले और शर्मीले थे.
वे कुर्सी पर बैठ कर किताब पढ़ने लगे और मुझसे बोले- तुम सो जाओ. मैं भी अभी सो जाऊंगा, थोड़ी देर किताब पढ़ूँगा.

पर उस दिन हमारी सुहागरात थी तो बिना लंड लिए मुझे कहां नींद आने वाली थी.
मैं वहीं बेड पर अपनी साड़ी को उतारने लगी जिससे मेरे पति थोड़ा शर्माने लगे.

मैं समझ गई कि ये इनका पहली बार वाला मामला है.
अब मैं ब्लाउज और पेटीकोट में थी.

मैं उठी और उनके पास जाकर उन्हें छेड़ने लगी और उनसे कहने लगी कि ए जी सुनिए ना, आज हमारी सुहागरात है. इस दिन पति पत्नी एक दूसरे को अच्छी तरह से जानते हैं. ये रात फिर कभी नहीं आएगी और आप इस रात को भी किताब पढ़ोगे!

इतना कह कर मैं उनकी गोद में बैठ गई और उनकी गर्दन पर होंठ फिराती हुई उन्हें उत्तेजित करने की कोशिश करने लगी.
साथ ही मेरे हाथ उनके बाकी के शरीर पर घूम घूम कर उन्हें गर्म करने का प्रयास करने लगे.

उनकी सांसें तेज होने लगी थीं, तो मैंने तुरंत उनके होंठों पर अपने होंठ रख दिए और उनके होंठों को चूसने लगी.
थोड़ी ही देर में वे भी गर्म हो गए और हॉट सुहागरात सेक्स में मेरा साथ देने लगे.

मैंने उन्हें किस करते करते उनकी शर्ट को उतार दिया.
ये सब करते हुए देख उन्होंने भी मेरा ब्लाउज उतार दिया.

मैंने ब्लाउज के अन्दर ब्रा नहीं पहनी थी तो मेरे गोल मटोल बूब्स आजाद हो गए.

वे मेरी चूचियों को दोनों हाथों से जोर जोर से मसलने लगे.
उनके होंठों को चूसने में मुझे एक अलग सा ही मजा आ रहा था.

वे भी सिर्फ मेरे होंठों का रस ही पी रहे थे, उन्हें मुझे चोदने का मन ही नहीं कर रहा था.

मैं भी पहली बार ऐसे मर्द के साथ सेक्स कर रही थी तो मैं भी उनके होंठ चूसती ही रही.

फिर उन्होंने मुझे खड़ा किया और मेरे सारे कपड़े उतार दिए.
उन्होंने अपने भी कपड़े हटा दिए.

अब हम दोनों बिल्कुल नंगे थे.
जैसे ही मेरी नजर उनके लंड पर पड़ी, तो मैं देखती ही रह गई.

मुझे तरह तरह के लंड को देखने का अनुभव था तो मुझे उनका लंड बहुत बड़ा लंड लगा था. भारतीय मर्दों के लंड 5-6 इंच से ज्यादा बड़े नहीं होते हैं जबकि मेरे पति का लंड करीब 8 इंच का रहा होगा और उनका लौड़ा काफी मोटा भी था.

मैंने कोठे पर अभी तक इतना बड़ा लंड नहीं देखा था.
हां अपने साथ काम करने वाली वेश्याओं से सुना जरूर था कि बड़े लौड़े से चुदने में गांड फट जाती है और बहुत मजा आता है.

मुझे आज पहली बार इतना बड़ा लंड देखने को मिला था इसलिए मैंने झट से उनके लंड को हाथ में पकड़ा और आगे पीछे करने लगी.

उनके लंड से हल्का हल्का पानी निकल रहा था, जिसे देख कर मुझसे रहा नहीं गया और मैंने उस लंड को अपने मुँह में ले लिया.

जैसे ही मैंने अपने पति का लंड मुँह में लिया, उन्होंने मुझे अपने से अलग कर दिया.
वे कहने लगे- यह क्या कर रही हो तुम?

मैं उन्हें समझाने लगी कि करने दो न … आपको भी मजा आएगा.

वे मेरी बात मान गए क्योंकि मर्दों को लंड चुसवाने में मजा आता ही है, यह बात मुझे बहुत अच्छे से मालूम थी.

अब मैं अपने एक हाथ से उनके लंड को पकड़ कर मुँह में लेकर चूस रही थी और दूसरे हाथ से उनकी गोटियों से खेल रही थी.

तभी मुझे पता नहीं क्या हुआ कि मैंने अपने दूसरे हाथ की मिडिल फिंगर को थूक से गीला किया और लंड चूसते चूसते उनकी गांड के छेद पर उंगली को घुमाने लगी.

उनको भी इस सबको करवाने में काफी मजा आ रहा था.
शायद अब उनका पानी निकलने वाला था.

उन्होंने मेरे बालों को पकड़ा और मेरे मुँह को चोदने लगे.

उनकी मुँह चोदने की स्पीड धीरे धीरे तेज होती जा रही थी और अचानक से उन्होंने एक तेज झटका मारते हुए अपने लंड को मेरे गले में अन्दर तक ठांस दिया.

सच में उनका आठ इंच का लंड मेरे गले के अंतिम छोर तक घुसता चला गया.
इससे मुझे थोड़ा दर्द सा हुआ.

दर्द के कारण मेरी जो उंगली उनकी गांड के छेद पर थी, वह गांड में अन्दर घुसती चली गई. इससे हुआ यह कि उनके लंड का पानी तुरंत ही निकल गया और मेरे पति ने अपने लौड़े का सारा रस मेरे मुँह में ही निकाल दिया.
मैं भी पुरानी रांड थी तो सारा लंड रस पी गई.

मुझे अपने पति का लंड को चूसने में बहुत मजा आया.
मेरे पति अब शांत हो चुके थे लेकिन मैं अभी शांत नहीं हुई थी.

वे बेड पर लेट गए.
अब मैं ठहरी कोठे वाली रांड, तो मेरे पर्स में कुछ सेक्स की गोलियां पड़ी थीं.

मैंने एक गोली अपने पति को खिला दी और उनके लंड से खेलने लगी.

थोड़ी ही देर में गोली ने असर दिखा दिया और वे फिर से जोश में आने लगे.

इस बार मैं 69 की पोजीशन में आ गई.
मैंने अपनी चूत को उनके मुँह पर रख दिया और उनके लंड को चूसने लगी.

वे मेरी चूत चाटने लगे.
उनका लंड अब पूरा कड़क हो चुका था.

और अब मुझसे भी नहीं रहा जा रहा था, तो मैं तुरंत खड़ी हुई और उनके लंड को पकड़ कर अपनी ढीली चूत पर सैट करके बैठने लगी.

काफी दिन बाद मैं किसी लंड को अपनी चूत में ले रही थी, तो थोड़ा दर्द सा हुआ … पर मैं धीरे धीरे ऊपर नीचे होने लगी.

अभी थोड़ा सा ही लंड चुत में अन्दर गया थी कि उनको पता नहीं क्या हुआ और उन्होंने मुझे पकड़ कर जोर से नीचे खींचते हुए अपनी गांड उठा कर धक्का दे मारा.

इस तगड़े शॉट से उनका पूरा लंड एक ही बार में मेरी चुत की गहराई में अन्दर तक घुसता चला गया.

यह सब अचानक से हुआ था तो मेरी चीख निकल गई ‘उई … मां … मर गई.’

मैं लौड़े से अलग होकर खड़ी होने ही वाली थी कि उन्होंने मुझे घुमा कर अपने नीचे कर दिया और लंड को आगे पीछे करने लगे.

अब मैं भी सामान्य हो गई थी तो मेरे मुँह से सिसकारी निकलने लगी ‘आ … आह … ऊह … उम्म … आह और जोर से … आह और जोर से चोदो मेरे राजा आह … उम्म … फ़ाड़ दो मेरी चूत.’
इतना सुनते ही उनकी स्पीड एकदम से बढ़ गई और अब उनके झटकों से मुझे भरपूर मजा आने लगा.

हर झटके में मेरा पूरा शरीर आगे पीछे हो रहा था.
मैं बस कामुक सिसकारियां लेती रही.

इसी पोजीशन में मुझे अपने पति से चुदते हुए करीब 15 मिनट हो गए थे.

अब मेरा पानी भी निकलने वाला था.
मैं कराहने लगी और अपने पति को उकसाने लगी- आह और जोर से चोद दो.

तभी अचानक से मेरा शरीर अकड़ने लगा और मैं झड़ गई.
मेरी चूत में से पानी निकलने लगा, जिसे वे एकदम से अलग होकर मेरी चुत में मुँह लगा कर पीने लगे.

जैसे ही मेरी चुत से पानी निकलना बंद हुआ, उन्होंने फिर से अपना लंड मेरी चूत में डाल दिया और जोर जोर से धक्के देने लगे.
मेरी चूत में अब जलन होने लगी थी.

मैंने उन्हें बोला कि रुक जाओ, प्लीज मुझे छोड़ दो, थोड़ी देर बाद कर लेना.
लेकिन उन्होंने मेरी एक नहीं सुनी और धक्के लगाते ही रहे.

अब मुझे दर्द होने लगा था.
फिर उन्होंने अचानक से अपना लंड मेरी चुत से बाहर निकाल लिया.
मुझे राहत मिल गई.

अब उन्होंने मुझे घोड़ी बना दिया और पीछे से लंड मेरी चूत में डाल दिया.
पुनः मेरी ताबड़तोड़ चुदाई शुरू हो गई.

चूंकि मैं रंडी रही हूँ तो कभी कभी एक साथ दो तीन ग्राहकों से लगातार चुदती रही हूँ.

मैं अपने उसी अनुभव को याद करती हुई अपने पति के लौड़े को झेलने लगी.

करीब दस मिनट बाद उनका पानी निकल गया. उन्होंने सारा पानी मेरी चूत में निकाल दिया.
इस बीच मैं एक बार और झड़ गई थी.

मुझे आज पहली बार किसी लंड से चुदने में सुकून मिला था क्योंकि यह मेरा अपना लंड था.

फिर हम दोनों नंगे ही चिपक कर सो गए.

दोस्तो, आज के लिए बस इतना ही … बाकी की सेक्स कहानी को अगले भाग में लिखूंगी.
आपको मेरी हॉट सुहागरात सेक्स कहानी अच्छी लगी या नहीं, कमेंट जरूर करें.
मैं सबको रिप्लाई करूंगी.