कॉलगर्ल की चुदाई करके दोस्त बनाई

हॉट रण्डी सेक्स कहानी में पढ़ाई के बाद मैंने जिगोलो बनकर मजा और पैसा कमाने की सोची. मगर कोई रास्ता नहीं मिला. मैंने एक कॉलगर्ल को बुलाया और उसे चोदने के बाद उससे बात की.

मैं राजवीर, उम्र 26 साल, मेरी हाइट 6 फ़ीट और एक अच्छे हष्ट पुष्ट व्यक्तित्व का मालिक हूँ और मैं दिल्ली में रहता हूँ. (बदला हुआ स्थान)

अन्तर्वासना का मैं नियमित पाठक हूँ।
जब कभी भी मेरा कहानी पढ़ते-पढ़ते पानी निकल जाता था तो सोचता था कि ऐसा कैसे हो सकता है कि एक माँ या एक बहन अपने सगे बेटे या भाई से ही सेक्स करवा ले।

पर यकीन मानो दोस्तो, ये चूत और लंड चीज़ ही कुछ ऐसी है कि रिश्ता याद ही नहीं रहता।

अब वक्त बर्बाद न करते हुए सीधे उन बातों पर आता हूँ जिसका आप भी इतंज़ार कर रहे हैं और मैं भी आपको बताने के लिए बेताब हूँ।

यूं तो मैंने सेक्स इतनी बार किया है कि मुझे खुद याद नहीं है.
मैंने न जाने कितनी भाभियों आंटियों और लड़कियों को सर्विस दी होगी।
क्योंकि मैं पेशे से एक प्लेबॉय (Gigolo) हूँ।

मेरे लंड का साइज 6.7 इंच लंबा और 2.1 इंच मोटा है जो मैंने इंची टेप की मदद से नाप के रखा है।

यह हॉट रण्डी सेक्स कहानी तब की है जब मेरी उम्र 18 वर्ष थी.
मैं कॉलेज के थर्ड ईयर के पेपर देने के बाद बाद मैं गर्मियों में घर में रहता था।

दोस्तों के साथ रात को नाइट आउट में घूमते हुए दिन गुजर रहे थे.

फिर एक दिन ना जाने दिमाग में एक ख्याल आया कि क्यों ना प्लेबॉय बनकर चूत और पैसा दोनों का मजा लिया जाए।

मैंने कई सारे डिजिटल प्लेटफार्म्स पर जिगोलो, प्लेबॉय सर्विस (मेल एस्कॉर्ट) बनने के लिए बहुत सर्च किया.
पर कुछ भी फ़ायदा नहीं हुआ।

तब मैंने अपने दोस्तों से इसके बारे में पूछा कि यह काम कैसे होता है, उनको मीटिंग्स कौन अरेंज करके देता है और इसमें क्या खतरा है. मैं कैसे ज्वाइन कर सकता हूँ।

तब जाकर पता चला कि मेल एस्कॉर्ट बनने में मेरी अगर कोई हेल्प कर सकता था तो वो है कोई कॉल गर्ल या कोई ऐसा व्यक्ति जो पहले से प्लेबॉय या जिगोलो का काम कर चुका हो या कर रहा हो।

मेरी पहचान मैं तो कोई प्लेबॉय था नहीं इसलिए सब कुछ पता करने के बाद मैंने अपने दिमाग में एक प्लान बनाया कि डायरेक्ट कॉल गर्ल तो मेरी हेल्प करेगी नहीं.
तो क्यों ना कॉल गर्ल से एक सर्विस लेकर उससे इस बारे में बात की जाए.
वह शायद मेरी प्लेबॉय बनने में हेल्प कर दे।

उसके बदले में जो वह चाहेगी वह उसे मैं दिलवा दूंगा अगर पैसे चाहेगी तो पैसे और अगर कस्टमर चाहेगी तो कस्टमर।
अगले दिन सुबह ही एक वेबसाइट के माध्यम से मैंने एक कॉल गर्ल को बुक कर लिया।

बुक करने के 15 मिनट बाद उसका मुझे कॉल आया.
उस कॉल गर्ल का नाम अंकिता (बदला हुआ नाम) था।
उसकी उम्र लगभग 27-28 साल रही होगी।

उसने मुझसे एड्रेस पूछा और सर्विस चार्ज के बारे में बताया.
मैंने ओके कर दिया।

मैंने उससे कहा कि पहले सर्विस लूँगा और फिर पैसे दूंगा.

पहले तो वह नहीं मान रही थी.
पर से बात करने पर उसने कहा कि ठीक है।

मैंने उसे शाम को 7:00 बजे अपने फ्लैट पर बुला लिया.
उसने मेरी लोकेशन के पास वाले चौराहे पर पहुंचकर मुझे कॉल किया और आने को कहा.

जब मैं उसे लेने उस चौराहे पर पहुंचा और देखा तो वह लाल रंग की ड्रेस में एकदम माल लग रही थी.
उसके बड़े-बड़े संतरे और उसकी बाहर निकली हुई गांड कहर ढा रही थी।

उसे मैंने अपने फ्लैट के पास के चौराहे से पिक कर लिया और अपने फ्लैट ले आया।

उसके आते ही मैंने दरवाजे को लॉक कर दिया और उसे बैठने को कहा.

मैंने पूछा- क्या पीना पसंद करोगी, दारू या बियर?
उसने कहा- बियर!

फिर हम दोनों ने बियर की एक-एक बोतल लुढ़का डाली।

मैंने उससे पूछा- कुछ और लोगी?

तो वो मुझे दुनिया भर का ज्ञान चोदने लगी कि जिस काम के लिए बुलाया है वह करो. फालतू का टाइम खोटी मत करो!

उसने कहा- ये सब फॉर्मेलिटी की कोई जरूरत नहीं. जिस काम के लिए बुलाया है, वह करो।

तो मेरा थोड़ा दिमाग खरा़ब हो गया और जैसे ही उसने ऐसा कहा, मैंने तुरंत ही उसके बाल पकड़े और उसे घुटने के बल नीचे बिठा दिया।
मैंने कहा- अगर ऐसी बात है तो चल फिर चालू हो जा!

उसने भी तुरंत ही मेरी चड्डी छोड़कर मेरे सारे कपड़े उतार दिए और चड्डी के ऊपर से ही मेरा लंड को सहलाने लगी और बोली- औज़ार तो काफी बड़ा है तेरा!
मैंने कहा- अब इंतजार किसका कर रही है? चाट ना कुतिया!

उसने तुरंत मेरी चड्डी उतारी और गप्प से मेरे लंड को मुंह में भर लिया और चूसने लगी जोर-जोर से!

मैंने उसके बाल पकड़ लिये और लंड को उसके गले तक घुसेड़ दिया।
उसकी आंखों से आंसू निकल आये, वह मुझसे छूटने की नाकाम कोशिश करने लगी।

उससे अच्छी तरह लंड चटवाने के बाद उसे पूरी तरह नंगी कर दिया और बेड पर धक्का देकर गिरा दिया।

वही पास रखे टेबल से एक कंडोम का पैकेट निकाला और उसके हाथ में दिया.
उसने तुरंत ही कंडोम को मेरे खड़े लंड पर चढ़ा दिया।

मैंने उसको सीधा लिटाया और उसके ऊपर चढ़ गया और उसकी दोनों टांगों को चौड़ा करके अपने लंड को उसकी चूत के ऊपर रगड़ने लगा।
उस रंडी के चेहरे को देखकर साफ पता चल रहा था कि उसकी चूत मेरे लंड के लिए तैयार है।

उसने कहा- ऊपर ऊपर रगड़-रगड़ के क्या मजा आ रहा है तुमको, अंदर डाल कर चोद डालो ना राजा!

मैंने भी देर करना ठीक नहीं समझा और उसकी दोनों टांगों को अपने हाथों से पकड़कर उसके सिर के बगल में दबाया.
फिर अपने लंड को उसकी चूत के छेद में टिकाया और उसकी गांड के नीचे तकिया रख दिया जिससे उसकी चूत गांड सहित ऊपर उठ गई.
और फिर मैंने एक जोरदार धक्का लगाया और मेरा पूरा लौड़ा उसकी चूत में समा गया।

वह बहुत तेज़ चिल्लाई और मुझे पीछे धकेलने लगी.
वह चिल्लाने लगी- मार डालेगा क्या साले … आराम से चोद ना! फाड़ेगा क्या मेरी चूत को? आआ आआआ आहह हहह हह … उईहह हहह … आराम से चोद साले!

जब उसने छूटने की कोशिश करनी बंद की तो मैंने उसके दोनों चूचों को निचोड़ने और मसलने लगा।

मैं उसको बिल्कुल जानवरों की तरह बहुत बुरी तरीके से चोद रहा था.
उसकी चूत में जब मेरा लंड घुसता तो पूरे कमरे में फच्च फच्च फच्च फच्च की और उसके ‘आह उहह हह आअ अअअ अहह हहह उह हहह इह हहहह’ करने की आवाज गूंज रही थी।

वह चुदवाती हुई पता नहीं क्या-क्या बड़बड़ा रही थी।

मैं उसकी किसी भी बात पर ध्यान ना देते हुए उसको जानवरों की तरह चोदता रहा.
फिर मैंने उसकी टांगों को अपनी कमर पर फँसाकर उस को गोद में उठाया और दीवार में टिका दिया।
उसकी चूत में मैंने अपना लौड़ा पेल दिया और जोर जोर से चोदने लगा।

शायद उसे बहुत दर्द हो रहा था इसीलिए जब जब मैं जोर का धक्का लगाता तब तब वह तड़प जाती थी।

मैंने उसके दर्द को समझते हुए तुरंत पूरा लन्ड ही निकाल लिया और थोड़ा पीछे हो गया।

उसने झटके से एक हल्की सांस ली और हथेली से अपनी चूत दबाते हुए दोनों पैर जोड़ कर करवट ले ली।

“सॉरी!” मैंने पीछे से उसे गले लगाते हुए उसके गाल पर किस कर लिया।
उस समय मेरा लन्ड उसकी गांड को छू रहा था पर मुझे ज़्यादा अच्छा उसके गाल पर किस करना लग रहा था।

अभी मेरे दिमाग में ख्याल आया कि इससे प्लेबॉय बनने के लिए हेल्प मांगी जाए।

मैंने उससे पूछा- तुम्हारे पहचान की तो औरतें भी होंगी जो प्लेबॉय की सर्विस लेती होंगी?
उसने कहा- हाँ है तो, पर तुम क्यों पूछ रहे हो?
तो मैंने कहा- मैं भी प्लेबॉय (Gigolo) बनकर आंटियों, भाभियों को चोद कर मजे लेना और पैसा कमाना चाहता हूँ।

पता नहीं … इतना सुनने के बाद वह कुछ देर तक सोचती रही फिर बोली- औजार तो तेरा काफी बड़ा है. पर मैं तेरी हेल्प क्यों करूं? और मान ले कि अगर मैं हेल्प कर भी दूँ, तो इसमें मेरा क्या फायदा होगा?
तो मैं बोला- मेरे ऐसे बहुत सारे दोस्त हैं जिन्हें चुदाई का बहुत शौक है अगर तू मेरा काम करवा देगी तो मैं तेरे लिए उन सबसे बात कर लूंगा। तो तुझे तेरे कस्टमर मिल जाएंगे और तू मेरा काम भी करवा देना, तो मेरा काम भी हो जाएगा। सोच ले!

कुछ देर तक सोचने के बाद उसने कहा- ठीक है!

उसके हां बोलते ही मैं खुश हो गया और उसके बाद मैंने उससे डॉगी पोजिशन में आने को कहा.
वह तुरंत डॉगी पोजिशन में आ गई और मैंने उसकी टांगों को चौड़ा करके अपने एक हाथ से लंड को पकड़ कर उसकी गांड के छेद पर रखा और दूसरे हाथ की बीच वाली उंगली को उसकी चूत में घुसेड़ दिया और अपने लौड़े को उसकी गांड में घुसा दिया।

18-20 धक्के लगते ही उसने पैरों से मुझे बांध लिया।
उसने अपने नाखून मेरी पीठ में गड़ा दिए और अपनी गांड उठा के पूरा लौड़ा अपनी चूत में समाने लगी।

उसके पैर कांप उठे और पानी की हल्की सी धार मेरे लौड़े को भिगोते हुए मेरे पैरों को भिगाने लगी।

उसका बदन काम्प रहा था जो मुझे और भी ज़्यादा उत्तेजित कर रहा था।

वह निढाल होकर गिरी थी पर मेरे धक्के तेज़ हो गए।

और मैं जोर जोर से चोदने लगा.

उसकी चूत में जो उंगली घुसी हुई थी उसे और अंदर घुसा के अंदर गोल गोल घुमाने लगा.
इससे वो बिल्कुल पागल सी हो गई, उसने अपनी चूत टाइट कर ली और उसकी टांगें काँपनें लगी।

फिर भी मैं उस पर कोई दया दिखाए बिना उसको लगातार पेलता रहा, चोदता रहा ‘घचा घच्च घचा-घच्च घचा-घच्च!’
और वह ‘आअ अअअ अहह हहह उह हहह आअ अअह हह उहह आअह हहह उह आअ हह’ कर रही थी।

जैसे ही उसने चूत टाइट की, मुझे यह समझते देर नहीं लगी कि अब वह झड़ने वाली है.
मैंने तुरंत ही लंड को उसकी गांड में से निकाल कर उसकी चूत में घुसा दिया।
और उसकी चूत में जो उंगली घुसी हुई थी उसे और अंदर घुसा के अंदर गोल गोल घुमाने लगा.

इससे वह बिल्कुल पागल सी हो गई.

मैंने दूसरे हाथ से उसके एक चूचे को कस के पकड़ लिया और गचा-गच्च गचा-गच्च चोदने लगा और बहुत तेज झटके मारने लगा।

जिसके कारण वह झड़ गई, उसकी चूत का रस मेरे लंड पर लग गया और मेरा लौड़ा उसकी चूत में सटासट सटासट अंदर – बाहर हो रहा था।

मैंने उसके ऊपर चढ़कर अपनी स्पीड बढ़ा दी और सामने बेड पर लगे शीशे में उसके मोटे चूचो को हिलते हुए देखने लगा कि मेरा पानी निकलने का समय का गया और मैंने अपना लन्ड अचानक निकाल लिया।

करीब 20 मिनट की घमासान चुदाई के इस राउंड में अब मेरा माल भी निकलने वाला था.
तो मैंने उससे पूछा- मेरी रबड़ी खाएगी या तेरी चूचियों के ऊपर निकाल दूँ?
उसने कहा- मेरी चूचियों के ऊपर निकाल दो।

घचा-घच चोदते-चोदते अचानक से मैं और वो तेज़ सीत्कार के साथ एक साथ पानी छोड़ गए.
और मैंने अपना माल उसकी चूचियों के ऊपर निकाल दिया और बेड पर लेट गया।

उसके बाद एक बार और हमने चुदाई का खेल खेला।

उस रात मैंने उसको इतनी बुरी तरीके से चोदा कि वह ठीक से खड़ी तक नहीं हो पा रही थी. हॉट रण्डी सेक्स के बाद शायद उसे बहुत दर्द हो रहा था।

तो मैंने उससे पूछा- पेन किलर जरूरत है क्या?
उसने कहा- अगर तुम्हारे पास हो तो दे दो मुझे!
मैंने कहा- ओके!

और मैंने उसे पेन किलर दे दिया.
कुछ देर बाद उसका दर्द कम हो गया।

जाने के पहले मैंने उसे उसकी निर्धारित सर्विस चार्ज + कुछ एक्स्ट्रा दिया।

तो दोस्तो, कैसे कॉलगर्ल (अंकिता) ने मुझे प्लेबॉय बनने में मदद की और कैसे उसने मेरी पहली क्लाइंट से मीटिंग करवाई।
यह मैं आपको कहानी के अगले भाग में बताऊंगा.
कहानी का अगला भाग मजा देने के लिए रेडी है।

यह थी मेरी पहली मीटिंग से पहले की बिल्कुल सच्ची घटना।

बस आप मेरे साथ अन्तर्वासना से जुड़े रहें और मुझे मेल जरूर लिखें।
हॉट रण्डी सेक्स कहानी आपको पसंद आयी या नहीं यह मेल पर ज़रूर बताना जिससे मैं अगली घटनाओं के बारे में भी आपको बता सकूँ।
धन्यवाद दोस्तो!
राजवीर सिंह
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