Xxx वाइफ हॉट चुदाई सेक्स स्टोरी मेरी चालू सेक्स की प्यासी बीवी की है जिसे मैंने अपने दोस्त, उसके दोस्त और एक सड़क छाप भिखारी से चुदाई करवाती देखा. और भी चुदवाती होगी.
दोस्तो, मेरा नाम विजय है. मैं पच्चीस साल का हूँ. मेरी शादी एक साल पहले हुई थी.
मेरी पत्नी का नाम जिनल है.
वह भी मेरी ही जितनी उम्र की है और एक बहुत सुंदर औरत है.
उसका फिगर 34-28-36 का है और काफी गर्म माल है.
मेरी बीवी जिनल काफी चुदक्कड़ किस्म की औरत है, यह मुझे शादी से पहले पता नहीं था.
हम दोनों नौकरी के लिए दिल्ली आ गए.
नौकरी मुझे करनी थी और जिनल वर्क फ्रॉम होम करती थी.
हम दोनों पति पत्नी वहां नौकरी के साथ साथ रहने भी लगे.
दिल्ली में मेरा एक दोस्त रहता था, उसका नाम अल्पेश था.
वह एकदम गोरा था और उसका शरीर काफी हृष्ट-पुष्ट पहलवान जैसा लड़का था.
एक दिन मेरे दोस्त ने मुझसे कहा- यार मैंने भाभी को कभी देखा ही नहीं है, एक बार मुलाक़ात तो करवा!
मैंने कहा- ठीक है, तुम घर पर खाने के लिए आओ!
उसने कहा- ठीक है, संडे को आता हूँ!
रविवार को वह खाने पर मेरे घर आने वाला था.
मैंने यह बात जिनल को बताई तो मेरी पत्नी सहर्ष तैयार हो गई.
मेरा दोस्त सुबह 9 बजे आया.
मैंने अपने दोस्त का परिचय जिनल से करवाया तो उसने मेरी बीवी के सामने ही उसकी सुंदरता की बहुत तारीफ की.
अपनी तारीफ सुनकर जिनल को मेरा दोस्त काफी अच्छा लगा और वह उसकी आवभगत में लग गई.
हम तीनों ने एक साथ खाना खाया और जिनल अपने काम के लिए किचन में चली गई.
इधर हम दोनों दोस्त बातें करने लगे.
फिर कुछ देर बाद एक फोन आया, तो मुझे किसी जरूरी काम से अपने कंप्यूटर पर काम करने जाना था, मेरी ऑनलाइन मीटिंग थी, जो दो घंटा चलने वाली थी.
मैंने दोस्त से कहा- मैं बाजू के कमरे में अपने ऑफिस का काम कर रहा हूँ, तुम और जिनल बातें करो.
दोस्त ने कहा- हां ठीक है.
मैं बाजू के कमरे में आ गया और अपना काम करने लगा.
कुछ देर बाद मेरी मीटिंग खत्म हो गई और तभी मेरी इच्छा हुई कि चलो, देखता हूँ कि कहीं मेरा दोस्त बोर तो नहीं हो रहा है.
तो मैं अपने मोबाइल को देखता हुआ कमरे के बाहर गैलरी में आया और किसी पोस्ट को देखने के लिए उधर ही रुक गया.
तभी मुझे बाजू के कमरे से अपनी बीवी और दोस्त के खिलखिलाने की आवाज सुनाई दी.
तो मेरा ध्यान मोबाइल से हट कर उन दोनों की बातों पर लग गया.
मैं उनकी बातें सुनने के लिए कमरे के बाहर लगी खिड़की के पास छुप कर खड़ा हो गया.
वहां से सब दिखाई और सुनाई दे रहा था.
उन दोनों में मस्त बातें चल रही थीं.
जिनल- अल्पेश, आपने अब तक शादी क्यों नहीं की?
अल्पेश- आपके जैसी लड़की मिली ही नहीं भाभी जी!
जिनल- अरे आपको तो मेरे जैसी क्या मुझसे भी सुंदर लड़की मिल जाएगी. पर आपको मेरे जैसी ही क्यों चाहिए?
अल्पेश- आप इतनी सुंदर हो कि आप पर मेरा दिल आ गया!
जिनल- ओह रियली!
अल्पेश- हां भाभी जी.
जिनल- जरा बताओ तो कि मेरे में क्या अच्छा लगा?
अल्पेश- आपकी फिगर बहुत मस्त है भाभी जी.
जिनल- और आपको मेरी फिगर में सबसे ज्यादा क्या पसंद आया?
अल्पेश- भाभी जी, साफ साफ कह दूँ!
जिनल- हां साफ साफ ही कहो, मुझे सब सुनना है!
उसने सब सुनना है पर कुछ खास जोर दिया था, जो मेरे दोस्त को समझ में आ गया था कि जिनल को सेक्स की बातें करनी हैं.
उसने खुल कर कह दिया कि भाभी जी आपको देख कर मेरा मन कर रहा है कि आपको यहीं पकड़ कर चोद दूँ!
जिनल- सच्ची?
मैं यह सुन कर समझ गया कि जिनल की भी मेरे दोस्त के साथ सेक्स करने की इच्छा है.
अल्पेश- हां भाभी जी, बस एक बार आ जाओ!
जिनल- उनको पता चल जाएगा!
अल्पेश- उसको कुछ पता नहीं चलेगा, आप बस मेरे पास आ जाओ ना!
जिनल मुस्कुराने लगी और बोली- हाँ उन्हें तो अभी दो घंटा मीटिंग में लगेगा ही!
यह सुनते ही मेरे दोस्त ने उसे अपनी गोदी में खींच लिया और वह जिनल को किस करने लगा.
जिनल भी मेरे दोस्त के साथ मजे लेने लगी.
वे दोनों होंठ से होंठ मिलाकर चुंबन कर रहे थे तो जिनल अपने होंठों पर काफी कसावट महसूस कर रही थी.
जिनल झटके से अलग होती हुई बोली- आह … धीरे धीरे करो न यार … मेरे होंठ ही खा लोगे क्या?
अल्पेश ने वापस जिनल को अपनी बांहों में खींच लिया और कहा- हां भाभी जान!
जिनल भी उसकी बांहों में मचलती हुई सीत्कार करने लगी ‘ओह्ह अल्पेश … यू आर सो हॉट!’
अल्पेश- भाभी अब कपड़े उतार दो!
जिनल- तुम ही उतार दो न!
अल्पेश- ओके भाभी.
उसने जिनल के कपड़े उतार दिए. वह पूरी नंगी हो गई.
उसकी बेशर्मी देख कर मैं हैरान हो गया.
वह मेरे दोस्त के सामने पूरी नंगी होकर अपनी कमर पर हाथ रख कर उसे अपने खूबसूरत जिस्म के दीदार करवा रही थी और अल्पेश भी अपने लौड़े को सहलाता हुआ उसकी चूत व चूचियां देख रहा था.
तभी अल्पेश ने उठ कर मेरी बीवी पर झपट्टा मारा और उसे नीचे लिटा दिया.
जिनल ने भी अपनी टांगें फैला दीं और वह कामुक आवाज में बोली- आह अल्पेश अब चाटो मेरी चूत को!
अल्पेश- हां भाभी अभी लो आपकी चूत गांड सब चाट लेता हूँ.
यह कर कह अल्पेश ने अपना मुँह मेरी बीवी जिनल की चूत पर लगा दिया और वह चूत चाटने लगा.
जिनल- अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह जान मस्त चाट रहे हो आह.
अल्पेश चूत को उंगली से चोदता हुआ पूछने लगा कि कैसा लग रहा है भाभी!
जिनल अपनी चूत उठाती हुई बोली- बहुत मजा आ रहा है … आह बस करते रहो!
अल्पेश- अब ले लो ना मेरा अन्दर!
जिनल- हां डाल दो जल्दी से अन्दर!
अल्पेश- अपने पैर फैलाओ भाभी!
जिनल- हां लो.
जिनल ने अपनी टांगें किसी चुदक्कड़ रंडी की तरह फैला दीं.
अल्पेश ने अपना लंड चूत पर सैट कर दिया और धक्का देते हुए बोला- लो लंड का मजा लो … अन्दर गया भाभी जी आह!
जिनल- आह्ह्ह साले … तेरा बहुत मोटा है … आह मां मर गई आह!
अल्पेश- भाभी धीरे बोलो … कोई सुन लेगा!
जिनल- सुनने दो साले को! बहन का लौड़ा चोदना ही नहीं जानता है बस फच्च फच्च करके झड़ जाता है!
अल्पेश- रंडी साली, तेरा पति देखेगा तो तुझे क्या कहेगा!
जिनल- भैनचोद है साला भोसड़ी वाला … देखने दो मादरचोद को … तुम बस मुझे चोदने में ध्यान दो!
अल्पेश- हां तो ले न रंडी साली … तेरे दूध चूस चूस कर तुझे आज सड़क छाप रांड बना दूंगा भैन की लवड़ी!
जिनल- चोद मादरचोद … बता दे तेरे लौड़े में कितनी दम है!
अल्पेश- हां ले न रंडी!
जिनल- अह्ह्ह अल्पेश … जोर जोर से चोद न भोसड़ी के!
अल्पेश- ले न मां की लौड़ी आह और जोर से ले अन्दर आह!
जिनल- अहह … मजा आ रहा है आह चोदो अल्पेश चोदते रहो … मेरी चूत की खुजली मिट रही है आह मस्त लंड है तेरा आह!
ऐसे ही मेरे दोस्त अल्पेश ने मेरी बीवी को बहुत देर तक पेला.
जिनल अब अपनी चरम सीमा पर आ गई थी. उसका शरीर अकड़ने लगा.
जिनल उत्तेजित होकर कहने लगी- आह … मैं झड़ रही हूँ भोसड़ी के … तेज तेज चोदो!
अल्पेश- आह मैं भी आ रहा हूँ जिनल आह!
उन्होंने बहुत तेज तेज चुदाई करना चालू कर दी और वे दोनों झड़ गए.
मेरी बीवी जिनल ने अपनी चूत में ही मेरे दोस्त अल्पेश का माल खा लिया था.
अब अल्पेश रोजाना मेरे घर आ जाता और मेरी बीवी जिनल को चोदता.
जिनल अब मेरे साथ सेक्स नहीं करती थी.
एक दिन मैंने उससे कहा- आज मेरा बहुत मन है, आओ सेक्स करते हैं!
वह बोली- नहीं मेरा मन नहीं है!
मैंने कहा- क्यों मन क्यों नहीं है?
वह साफ बोली- तुम्हारा बहुत छोटा सा है!
मैंने कहा- तो बड़ा किसका है?
वह मेरी तरफ देख कर चुप हो गई.
मैंने कह दिया- अल्पेश का बड़ा है न!
वह भी खुल गई- हां उसका काफी लंबा और मोटा है.
मैं चुप हो गया.
जिनल ने साफ कह दिया कि मुझे उसके साथ सेक्स करने में अच्छा लगता है और मैं उसके साथ ही सेक्स करूंगी.
अब यह बात खुल गई थी, तो जिनल के मन से भय खत्म हो गया था.
अब तो जिनल अल्पेश से रोज चुदने लगी थी.
वह मेरे सामने ही अल्पेश से फोन पर चुदाई की बातें करती रहती.
वह उसे घर बुला लेती और मेरे घर में होते हुए वह दूसरे कमरे में अल्पेश से चुदने चली जाती.
मैं रोज रोज यह देखता था कि अल्पेश कैसे मेरी बीवी की लेता है.
एक दिन शायद अल्पेश और जिनल में थ्रीसम सेक्स की बात हुई होगी,तो उस दिन अल्पेश के साथ उसका दोस्त भी मेरे घर आया.
वे लोग मेरे सोने के बाद घर आए थे.
लेकिन उनके आने से आवाज हुई तो मेरी नींद खुल गई.
मैं खिड़की के पास जाकर देखने लगा.
अल्पेश- कैसी हो डार्लिंग?
जिनल- बहुत बढ़िया, ये कौन है?
अल्पेश- मेरा दोस्त रवि है.
जिनल- इसे क्यों लाए हो?
अल्पेश- आज थ्रीसम करते हैं.
जिनल- क्या सच्ची!
अल्पेश- हां जानू, तुमने उस दिन थ्रीसम सेक्स की कही थी न!
बस उन तीनों में खेल शुरू हो गया.
अल्पेश और उसका दोस्त नंगा हो गया.
जिनल भी कपड़े उतार कर नंगी हो गई और अपने घुटनों के बल बैठ कर उन दोनों के बड़े बड़े लंड चूसने लगी.
थोड़ी देर में ही वे दोनों मेरी बीवी की चुदाई के लिए तैयार हो गए.
अल्पेश- चल रंडी तैयार हो जा लौड़े लेने के लिए!
जिनल- मैं तो कब से तैयार हूँ.
अल्पेश- सच!
जिनल- हां जानू!
अल्पेश- तेरा पति सो गया है ना!
जिनल- हां, उसको मैंने नींद की गोली दे दी है, उसकी तो वैसे भी मुझे कोई चिंता नहीं है. तू कहे तो उसी के सामने नंगी हो जाऊंगी यार!
मैंने अपनी बीवी की यह बात सुनी तो न जाने क्यों मेरे अन्दर गुस्सा आने की जगह एक कामुकता सी आई और मुझे खुद से लगने लगा कि अब मुझे अपनी बीवी को अपने सामने चुदवाते हुए देखना चाहिए.
दोस्तो, बाद में मुझे जानकारी हुई कि यह भी एक तरह का सेक्स होता है कि पति की मौजूदगी में पत्नी अपने यार से चुदवा कर अपने पति को जलील करती हैं और पति को इसमें मजा आता है.
खैर … अभी फिलहाल मैंने पत्नी के द्वारा दी गई नींद की दवा को नहीं खाई थी लेकिन मैं नींद में होने का नाटक कर रहा था.
फिर अल्पेश ने मेरी बीवी जिनल की चूत में झटके से अपना लंड डाल दिया.
जिनल- हाय मर गईई ओह मां के लौड़े धीरे से पेल न!
अल्पेश- भैन की लवड़ी जैसे चोद रहा हूँ न … वैसे ही चुदवा ले कुतिया!
जिनल- ओह मां … बड़ा बेदर्दी है तू … चल अब चोद साले आह तेज तेज पेल दे!
तभी अल्पेश के फ्रेंड रवि ने अपना लौड़ा मेरी बीवी की गांड में डाल दिया.
जिनल- तेरी मां की चूत आह भैन के लवड़े आह मार डाला है कुत्ते ने आह मर गई.
अल्पेश का दोस्त- ले मां की लौड़ी भैनचोदी … आह तेरी मां की चूत साली कुतिया आज तेरी गांड का गड्डा बना दूंगा!
जिनल- आह धीरे धीरे पेल साले गांडू … मुझे दर्द हो रहा है कमीने!
इधर नीचे से अल्पेश अपने लौड़े को चूत में पेलने में लगा था.
‘ले साली तेरी मां को चोदूं!’
यह सब देख कर मेरा भी चुन्नू खड़ा हो गया, पर मैंने अभी हाथ नहीं लगाया क्योंकि मेरा लंड हाथ लगाते ही झड़ जाता इसलिए मैंने खुद पर कंट्रोल किया.
मैंने पहली बार अपनी बीवी को ऐसे चुदते हुए देखा था.
वह किसी बकरी की तरह दो कसाइयों के बीच में फंसी हुई मिमिया रही थी.
जिनल- आह … लंड के साले छोड़ दे तेरी मां की चूत आह साले मार दिया कमीन ने … आह एक एक करके चोद लो न!
वह ऐसे कहकर चिल्लाने लगी.
उसके चिल्लाने से मुझे बड़ा सुकून मिल रहा था कि साली आज फंसी कसाइयों के चंगुल में!
लेकिन मेरी बीवी भी बहुत बड़ी वाली चुदक्कड़ थी.
कुछ ही देर में उसे दो लंड से एक साथ चुदने में मजा आने लगा.
‘आह अल्पेश आह बेबी फक मी हार्डर आह फक मी हार्डर अल्पेश आह चोद मादरचोद!’
अल्पेश- ले मां की लौड़ी ले भोसड़ी की!
जिनल- हां चोद बहन के लौड़े आह!
अब तक मेरा हाथ लौड़े पर आ गया था और कुछ ही देर में मेरे लंड का काम तमाम हो गया.
मैं अपने बिस्तर पर जाकर लेट गया.
उधर पूरी रात मेरी बीवी की चुदाई चलती रही.
सुबह मैंने देखा तो जिनल थकी ही नहीं थी, साली उस वक्त भी किचन में आराम से काम कर रही थी.
जबकि मैं एक बार झड़ने पर ही निढाल हो गया था.
फिर मैंने देखा तो वह एक माँगने वाले भिखारी बाबा को देख रही थी.
वह बाबा बड़ा लंबा चौड़ा हट्टा-कट्टा पहलवान सा था.
जिनल उसे बड़ी वासना से देख रही थी.
मुझे जिनल को देखते ही पता चल गया कि उसका मन हो गया है.
फिर जिनल ने बाबा से कहा- अभी रुको बाबा, कुछ देती हूँ!
मैं समझ गया कि साली कुछ क्या अपनी चूत गांड ही देगी!
मैंने कहा- मैं ऑफिस जा रहा हूँ.
ऐसा कह कर मैं बाहर निकल कर छुप गया.
और मेरे जाने का पता चलते ही उसने बाबा को अन्दर बुलाया- अन्दर आ जाओ बाबा, तुम्हें पानी पिलाती हूँ!
उस बाबा का लंड उसके कपड़ों में से साफ उठता हुआ दिख रहा था.
जिनल- लो बाबा पानी!
बाबा- हां लाओ.
बाबा ने पानी पी लिया.
फिर नजर उठाई तो जिनल ने अपने दूध खोल रखे थे.
बाबा ने जिनल के चूचे देखे तो वह बहक गया.
उसने कहा- क्या चोदने दोगी?
जिनल उसके यही कहने का इंतजार कर रही थी- बाबा आपसे करते बनेगा भी?
बाबा ने अपना लंड दिखाते हुए कहा- साली फाड़ दूंगा … एक बार लेकर देख!
जिनल बाबा के लौड़े को देखती हुई कहने लगी- किसी को बताना नहीं!
बाबा- ठीक है.
जिनल- कमरे में आ जाओ!
वह अन्दर चली गई बाबा भी चला गया तो मौका पाकर मैंने भी रात वाली जगह पर छुप कर देखने की पोजीशन बना ली.
बाबा- मेरी गोदी में आ जा!
जिनल बाबा की गोद में बैठ कर अपने दूध मसलवाने लगी.
फिर वह बाबा का मोटा लंड चूसने लगी, पर उसके मुँह में लंड जा ही नहीं रहा था.
उसने फिर भी जैसे तैसे लंड चूस लिया.
जिनल- बाबा, आपका लौड़ा बहुत मोटा और लंबा है!
बाबा- हाँ तेरा ही है!
जिनल- अब चोद दो बाबा … रहा नहीं जाता!
बाबा ने जिनल को घोड़ी बनाया और आधा लौड़ा चूत में डाल दिया.
जिनल- श बाबा जी मर गई … अह! मां आह … मैं तो मर ही जाऊंगी!
बाबा- कुछ नहीं होगा रंडी तुझे … साली पक्की छिनाल दिख रही है तू … ले रंडी ले!
जिनल- आह बाबा धीरे … मर जाऊंगी!
बाबा- बहुत कसी हुई चूत है तेरी … किसी ने चोदा नहीं क्या?
जिनल- आज रात को ही दो लोगों ने एक साथ पेला था बाबा … पर आपका लंड बहुत मोटा है … इसलिए आपको कसी हुई लग रही है!
फिर उन दोनों ने बहुत देर तक चुदाई की और अलग हो गए.
बाबा फिर से चोदने आने का वादा करके चला गया.
तो दोस्तो, यह मेरी चुदक्कड़ बीवी की चुदाई की कुछ झलकियां थीं.
आपको मेरी सेक्स कहानी पसंद आई होगी.
तो प्लीज मुझे जरूर बताएं.
Xxx वाइफ हॉट चुदाई सेक्स स्टोरी मेरी चालू सेक्स की प्यासी बीवी की है जिसे मैंने अपने दोस्त, उसके दोस्त और एक सड़क छाप भिखारी से चुदाई करवाती देखा. और भी चुदवाती होगी.
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