लव सेक्स वासना कहानी में चालीस पार के आदमी औरत आपस में मिले. दोनों अकेले थे, दोस्ती हुई, वासना उभरी और दोनों ने कहीं बाहर जाकर अच्छा समय बिताया. उन्होंने कैसे मजा किया.
कहानी के पहले भाग
प्यारी पड़ोसन से प्यार हो गया
में आपने पढ़ा कि वरुण और मीनाक्षी पास पास रहते थे, दोनों अकेले थे.
दोनों में दोस्ती हो गयी और साथ समय बिताने लगे.
एक दिन दोनों ने कहीं बाहर घूमने का प्रोग्राम बनाया.
खाना खाते समय वरुण- परसों से बैंक की तीन दिन की छुट्टी है, घूमने चलें?
मीनाक्षी- दो घंटे की दूरी पर हिल स्टेशन के रिसोर्ट में कॉटेज बुक करा लेती हूँ। मैं सहेलियों के साथ कई बार गयी हूँ।तभी मीनाक्षी ने रिसोर्ट में फ़ोन करकर कॉटेज बुक कर लिया.
दोनों को समझ गए कि मिलन की घड़ी आ गयी है।
अब आगे:
मीनाक्षी ने फुल बॉडी वैक्सिंग, फेशियल कराई।
वरुण ने झांट और कांख के बाल साफ़ किये.
दो दिन बाद दोनों मीनाक्षी की कार से रिसोर्ट पहुंचे।
मैनेजर- वेलकम मैडम, पहली बार सर आये हैं. आशा है उनको रिसोर्ट पसंद आएगा।
रिसोर्ट मैनेजर वरुण को मीनाक्षी का पति समझ रहा था.
मीनाक्षी कुछ नहीं बोली.
कॉटेज दूर दूर बने थे।
उनके कॉटेज के सामने घाटी थी, काफी प्रीइवेसी थी।
सामान रखकर दोनों बरामदे में बैठे।
वरुण- मीनाक्षी, तुम ड्राइविंग करके थक गयी होगी!
कहकर मीनाक्षी के पीछे खड़ा होकर उसके कंधे दबाने लगा, उसके गाल चूम लिए!
मीनाक्षी खड़ी हो गयी.
वरुण मीनाक्षी को आलिंगन में लेकर उसके लब नयन चूमने लगा.
तभी मीनाक्षी ने वरुण का खड़ा लंड महसूस किया।
मीनाक्षी- अंदर चलो, यहाँ कोई देख लेगा।
कमरे के अंदर आकर दरवाज़ा बंद कर दोनों के दूसरे को बेतहाशा चूमने लगे, वरुण चूचे दबाने लगा।
दोनों ने एक दूसरे के कपड़े उतार दिए. दोनों पलंग पर नंगे लेटे गए।
वरुण एक चूचे को चूस रहा था दूसरे को दबा रहा था.
मीनाक्षी चित लेटी सिसकारी ले रही थी।
तब मीनाक्षी ने पाँव फैलाकर धीरे से बोली- अब आ जाओ।
वरुण कंडोम पहनने लगा तो मीनाक्षी बोली- इसकी जरूरत नहीं।
वरुण मीनाक्षी के ऊपर आकर लंड चूत में डालने लगा।
लंड डालने के समय वरुण ने महसूस किया कि मीनाक्षी की चूत काफी टाइट थी.
मीनाक्षी दर्द से आ आ कर रही थी, उसकी आँखों में आंसू आ गए.
वरुण ने लंड बाहर निकाला, बाथरूम से तेल लाकर लंड पे लगाया।
तब वह धीरे धीरे लंड चूत में डालने लगा.
इस बार लंड आसानी से अंदर चला गया, मीनाक्षी को ज्यादा दर्द नहीं हुआ।
वरुण धीरे धीरे चोदने लगा, मीनाक्षी कमर उठाकर साथ दे रही थी।
चुदाई की स्पीड बढ़ने लगी, मीनाक्षी की मधुर सिसकारी और थप थप की आवाज़ से कमरा रसमय हो गया।
कुछ देर बाद मीनाक्षी का बदन काम्पने लगा, उसकी चूत से कामरस निकला और वह निढाल हो गयी।
थोड़ी देर में वरुण भी झड़ गया और मीनाक्षी की चूत वीर्य से भर गयी.
वरुण इतना आनंद पहली बार मिला।
मीनाक्षी- मुझे भी इतना मजा पहली बार आया. वरुण तुम मेरे दर्द को महसूस कर तेल ले आये, तुम मेरा बहुत ख्याल रखते हो, इस उम्र में योनि का नेचुरल लुब्रिकेशन कम हो जाता है।
दोनों एक साथ नहाये बाथरूम में जाकर!
वासना के जोश में पहले वरुण ने मीनाक्षी का नग्न शरीर ठीक से नहीं देखा था।
नहाते समय वरुण मीनाक्षी के सुडौल शरीर, भरे चूचे, मांसल जांघों पर साबुन लगा रहा था और अपनी किस्मत पर नाज कर रहा था।
मीनाक्षी वरुण के शरीर पर साबुन लगाते समय उसके फिट शरीर को देखकर खुश थी.
उन्होंने दोपहर का खाना कॉटेज में मंगवा लिया।
खाना खाते समय वरुण बोला- मुझे लग रहा है कि मैं हनीमून पर आया हूँ, शादी के बाद मैं हनीमून पर नहीं गया था। मीनाक्षी, तुमने कंडोम क्यों मना कर दिया?
मीनाक्षी- मैं भी हनीमून पर नहीं गयी थी, हम हनीमून मनाने ही तो आये हैं। 35 की उम्र में इन्फेक्शन के कारण मेरा यूट्रस ऑपरेशन से निकाल दिया था. मुझे मासिक नहीं होता, बच्चा नहीं हो सकता तो कंडोम की जरूरत ही नहीं है!
वरुण- यह अच्छा है कि तुम्हें मासिक नहीं होता. इससे हमें हर महीने 4- 5 दिन ज्यादा मिलेंगे मजा करने के लिए!
वह आगे बोला- मीनाक्षी नाम का मतलब है ‘मछली जैसी आँखों वाली’ वरुण पानी के देवता हैं। हमारा मिलन होना ही था.
मीनाक्षी वरुण की बात पर हंस पड़ी.
शाम को दोनों रिसोर्ट के आस पास घूमे.
रात के लिए ड्रिंक्स के साथ लेने के लिए कुछ खाना पैक करा लिया.
रात को व्हिस्की पार्टी शुरू हुई एक पेग के बाद वरुण बोअल- शादी से पहले मैं सेक्स वीडियो देखकर सोचा करता था कि अपनी पत्नी के साथ नए नए तरीके से सेक्स करूँगा, ओरल सेक्स करूँगा। पर पत्नी कभी मिशनरी आसन से आगे बढ़ने को तैयार नहीं हुई. कुछ साल के बाद तो वह भी बंद हो गया था. लेकिन अब आशा जगी है!
मीनाक्षी- मेरा भी यही हाल है!
उस समय मीनाक्षी ने पतली नाइटी पहनी थी और वरुण ने शार्ट, टीशर्ट।
वरुण मीनाक्षी की चिकनी जांघों पर हाथ फेरने लगा।
उसने लैपटॉप पर सेक्स वीडियो लगाए और पोर्न देखकर दोनों ने तय किया कि क्या क्या करना है।
शुरुआत मुख मैथुन से करनी है।
दूसरे पेग के बाद दोनों हाथ मुँह, चूत लंड साबुन से धोकर बिस्तर पर आ गए।
फोरप्ले के बाद दोनों नंगे हो गए.
वरुण ने मीनाक्षी को चित लिटाकर उसकी जांघों को चूमने के बाद उसकी चूत चूसने लगा.
मीनाक्षी सिसकारी ले वरुण का सर चूत में दबाने लगी.
वह बोली- मुझे भी तुम्हारा चूसकर देखना है।
तब वे दोनों 69 पोजीशन में एक दूसरे के लंड चूत चूसने लगे.
दोनों सिसकारी ले कर कमर हिला रहे थे।
कुछ देर बाद मीनाक्षी का बदन ऐंठने लगा, उअका कामरस निकला, वरुण उसे चाट गया।
वरुण ने मीनाक्षी के मुँह में वीर्य की पिचकारी छोड़ी, मीनाक्षी ने उठकर वीर्य बेसिन में थूक दिया।
दोनों के लिए यह नया सुखद अनुभव था.
इसके बाद दोनों नंगे ही सो गए.
सुबह मीनाक्षी ने कमरे में चाय बनाई, दोनों चाय पीकर फ्रेश होकर साथ नहाये।
नहाते समय फोरप्ले से उन्हें जोश आ गया, बदन पौंछकर मीनाक्षी पलंग के किनारे घोड़ी बनकर खड़ी हुई.
वरुण लंड पे तेल लगाकर फर्श पर खड़ा होकर मीनाक्षी को पीछे से चूत चोदने लगा.
चोदते समय मीनाक्षी के कूल्हों पर हल्के चांटे मारने लगा।
मीनाक्षी जोश में कमर हिलाकर लंड और अंदर लेने की कोशिश कर रही थी।
कुछ देर बाद ही दोनों एक साथ झड़ गए.
दोनों ने रिसोर्ट के बगीचे झूले में बैठकर पहाड़ों के प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लिया।
वे रिसोर्ट के रेस्ट्रॉन्ट में लंच लेकर आये, थोड़ी देर सोये।
रात की पार्टी के लिए चिकन टिक्का पहले ही आर्डर दिया.
पार्टी के समय मीनाक्षी ब्रा पैंटी में थी वरुण फ्रैंची में, दोनों पीने लगे।
पार्टी ख़त्म हुई.
दोनों फ्रेश होकर बिस्तर पर थे.
चूमा चाटी के बाद दोनों ने कपड़े उतार दिए, एक दूसरे के लंड चूत चूसे।
सम्भोग मिशनरी पोजीशन में शुरू हुआ.
वरुण इत्मीनान से मीनाक्षी की चूत चोद रहा था, वह मीनाक्षी के हिलते हुए चूचे देखने का आनंद ले रहा था.
कुछ देर बाद मीनाक्षी बोली- अब मैं ऊपर आती हूँ।
वरुण चित लेट गया, मीनाक्षी लंड की सवारी करने लगी.
उसके चूचे पैंडुलम की तरह डोल रहे थे.
वरुण चूचे दबाने लगा, दोनों एक साथ झड़ कर नंगे सो गए.
सुबह फ्रेश होने के बाद वरुण मीनाक्षी को चूमने लगा.
मीनाक्षी- आज हमें वापस जाना है, ड्राइविंग करनी है, आज सुबह सम्भोग नहीं!
नाश्ता करके दोनों घर के लिए रवाना हुए।
घर पहुंचकर मीनाक्षी बोली- मैं थक गयी हूँ!
कह कर लेट गयी।
वरुण ने झटपट खिचड़ी बनायी, खाना खाकर दोनों सो गए।
शाम को जागने के बाद मीनाक्षी बोली- बदन थोड़ा दुःख रहा है।
वरुण- मैं मालिश कर देता हूँ!
मीनाक्षी अपने पूरी कपड़े उतारकर लेट गयी.
वरुण ने उसके पूरे बदन की अच्छे से तेल मालिश की, चूचों की मालिश के समय वरुण का लंड खड़ा हो गया.
मीनाक्षी भी उत्तेजित हो गयी.
उन्होंने इत्मीनान से बढ़िया सम्भोग किया, उसके बाद दोनों साथ नहाये।
तब वे दोनों दोपहर की बची हुई खिचड़ी खाकर ही सो गए।
सुबह वरुण बैंक चला गया.
वरुण मीनाक्षी की दोस्ती हुए एक साल हो चुका था।
वेव लोग सप्ताह में दो तीन बार ही सम्भोग करते, उम्र का तकाजा था।
जब भी सम्भोग करते, एक दूसरे को पूरी सन्तुष्टि मिले, इस बात का ख्याल रखते।
वे सम्भोग के नए नए तरीके निकालते।
कभी कभी वरुण मीनाक्षी के हाथ पलंग पर बांधकर, उसकी आंख पर पट्टी लगाकर चूत चूसता, सम्भोग करता।
तो कभी कभी मीनाक्षी वरुण को लिटाकर उसके हाथ बांधकर आंख पर पट्टी लगाकर लंड चूसती, लंड की सवारी करती।
अब तक मीनाक्षी ने वीर्य पीना सीख लिया था.
तब उन्होंने आपस में शादी करने की चर्चा की।
चर्चा में दोनों ने पाया कि दोनों का शादी का अनुभव अच्छा नहीं है, दोनों शादी से डरते है।
उन्होंने दोस्त की तरह जिंदगी भर साथ रहने का फैसला किया।
इस बड़े शहर में काफी जोड़े लिव इन में रहते हैं.
एक शाम वरुण बैंक से उदास वापस आया.
उसने मीनाक्षी को बताया- मेरा प्रमोशन और तबादला एक छोटे शहर में हो गया है, जो 300 किलो मीटर दूर है. मैं तुम्हारे बिना नहीं रह सकता, मैं नौकरी छोड़ दूंगा!
मीनाक्षी- नौकरी छोड़ना ठीक नहीं, मैं तुम्हारे साथ जाऊंगी.
वरुण- छोटे शहर में लिव इन नहीं कर सकते।
तब दोनों ने विचार विमर्श कर शादी करने का फैसला किया.
कोर्ट में शादी का एप्लीकेशन देकर, दोनों मीनाक्षी के माता पिता, भाई भाभी से मिले जो पास के शहर में रहते थे.
उनकी सम्मति मिली।
तब वे दोनों वरुण के माता पिता के शहर गए, उनको मीनाक्षी पसन्द आयी.
वरुण ने अपनी माँ को बताया- मीनाक्षी मुझसे 9 साल बड़ी है.
माँ को विश्वास नहीं हुआ, एक साल वरुण के साथ रहते मीनाक्षी का चेहरा खिल उठा था।
तब माँ बोली- वरुण, तेरी मजाक करने की आदत गयी नहीं!
एक महीने बाद दोनों की शादी हो गयी.
दोनों के रिश्तेदार दोस्त शादी में आये।
दोनों नए शहर में 5 साल से रह रहे हैं और बहुत खुश हैं.
आपको कहानी कैसी लगी?
बतायें मुझे मेरे आईडी पर.
मेल में कहानी का नाम जरूर लिखें क्योंकि मैंने बहुत सी सच्ची कहानियां लिखी हैं.
रतन दत्त
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