दोस्त की बहन की जगह उसकी बीवी चुद गई

हॉट फ्रेंड वाइफ सेक्स कहानी में मैं दोस्त की शादी में गया तो उसकी बहन मेरे से सेट हो गयी. हम चुदाई शुरू करने वाले थे कि उसकी भाभी आ गयी और हम सो गए. बीच रात में …

दोस्तो, मैं विजय कुमार हिमाचल प्रदेश से … उम्र 31 साल, शुरुआत से ही जिम लवर हूँ।
दोस्त की बहन नीलम और मेरा चक्कर दोस्त की शादी में ही शुरूआत हुई।
आप सब को पता ही है हिमाचल की लड़की कितनी गोरी होती है.

मेरा लंड साढ़े छह इंच लम्बा और तीन इंच मोटा है.
आज तक मैंने 9 चूत चोदी हैं, जिनमें चार लड़कियां और पांच भाभियां चुदी हैं.

एक भाभी को तो मैंने एक बच्चा भी दिया है.

मेरे दोस्त का नाम अरविन्द है, उसने मुझे अपने भाई राहुल की शादी पर खास तौर पर बुलाया था. राहुल भी भी मेरा अच्छा दोस्त है.
अरविन्द की शादी हो चुकी है.

यह हॉट फ्रेंड वाइफ सेक्स कहानी अरविन्द के घर की है.

शादी के दिन मैं उसके गाँव पहुंच गया और मुझे घर ले जाकर उसने अपने सभी घर वालों से मिलवाया.
उसकी बहन को पहली बार देख कर ही मेरा लंड सलामी देने में लग गया था.

मैंने उसको देखा तो उसकी नजरों में भी मुझे प्यास दिखाई दी.
उसका नाम नीलम था.
नीलम के बदन का साइज 34-30-36 का था, उसकी उम्र 22 साल थी.

जल्द ही मैं भी शादी के माहौल में रंग सा गया था.
अब मेरी और नीलम की बात भी होने लगी, हम दोनों में हंसी-मजाक भी होने लगा.

शादी की पहली रात हम दोनों ने बहुत डांस किया.
उस रात को सोने में काफी देर हो गई थी और सुबह जल्दी उठना भी था.

एक तो मैंने उस रात को 4-5 पैग भी लगा लिए थे और दूसरा नीलम की जवानी देख कर लंड ने हाहाकार मचा रखा था.

मैं बस अभी यही सोच रहा था कि तभी नीलम मेरे पास आई और बोली- सभी कमरों में मेहमान सो गए हैं, अब हम दोनों को पुराने घर में जाकर सोना पड़ेगा.
मैंने भी हां कर दी और अपना सामान लेकर आ गया.

मैंने नीलम से कहा- चलो, मुझे घर दिखा दो.
नीलम बोली- ठीक है.

अब नीलम मेरे आगे चल रही थी.
चाँदनी रात में उसकी मटकती हुई गांड क्या मस्त लग रही थी, दिल कर रहा था यहीं पर पकड़ कर इसे चोद डालूं.

कुछ ही मिनट बाद घर आ गया, तो देखा कि घर में लाइट नहीं थी.
मैंने फोन की रोशनी से देखा, वहां पर एक बिस्तर लगा था.

मैं बेड पर लेट गया.
नीलम मुझे ही देख रही थी.

मैं नीलम से बोला- क्या देख रही हो ऐसे?
तो नीलम के मुँह से एकदम निकल गया- जिसके साथ रहने के लिए मैं पागल हो रही हूँ, वह सोने लगा है!

ऐसा सुनते ही मैं एकदम से खड़ा हुआ और नीलम को अपनी तरफ खींच लिया.
वह सकपका गई.

मैंने नीलम के होंठों पर अपने होंठ रख दिए.
अब नीलम भी किस करने में पूरा साथ दे रही थी.

मेरा हाथ कब नीलम की कमीज के ऊपर से उसके एक चूचे पर चला गया, मुझे भी पता नहीं चला.
नीलम मेरे पूरे चेहरे पर किस कर रही थी.

मैंने भी नीलम की कमीज के अन्दर हाथ डाल दिया और उसके चूचे को दबाने लगा था.
मगर हमारी यह खुशी थोड़ी ही देर की मेहमान थी.

अभी मैं चूचे का मजा ले ही रहा था कि तभी दरवाजे पर किसी ने दस्तक दी.
नीलम और मैं एकदम से अलग हुए.

नीलम ने जाकर दरवाजा खोला तो बाहर नीलम की बड़ी भाभी (अरविन्द की पत्नी) थीं.
तो नीलम ने पूछा- भाभी, क्या आपको भी घर में जगह नहीं मिली.

भाभी बोलीं- नहीं नीलम, यहां पर और कौन सोया है?
नीलम- भाभी, भाई के जो दोस्त आए हैं … विजय भाई, वे हैं.

भाभी बोलीं- विजय भी काफी पीता है. देखा था मैंने, कैसे पैग पर पैग पी रहा था!
नीलम चुप रही.

‘चल नीलम, अब यहीं नीचे बिस्तर पर सो जाते हैं.’
नीलम और भाभी मेरे बेड के साथ वाली खाली जगह पर नीचे ही दरी बिछाकर सो गईं.

मुझे तो नींद ही नहीं आ रही थी.
मैं काफी देर तक जागता रहा. फिर मैंने सोचा क्यों ना नीलम को अपने पास बुला लूँ.

अब मैंने नींद में होने का नाटक किया और अपने एक हाथ को बेड से नीचे लटका दिया.
मेरा हाथ जैसे ही नीचे गया, सीधा उसके मम्मों पर आ गया.
अब मुझे समझ में यह नहीं आ रहा था कि यह मम्मों वाली कौन होगी!
नीलम या उसकी भाभी?

अंधेरा था तो न मुझे समझ आ रहा था और शायद न मम्मों वाली की समझ में आ रहा होगा.
मैं भी अपने हाथ को बूब्स के ऊपर ही रखे रहा और उंगली से बूब्स के निप्पल को सहलाने लगा.

कुछ देर ऐसा करने के बाद किसी ने मेरा हाथ पकड़ लिया और अपनी कमीज के अन्दर घुसेड़ दिया.
मैं खुश हो गया और समझ गया कि यह नीलम ही है.

अब मैं बिंदास कमीज के अन्दर अपने हाथ से उसके बूब्स को दबाने लगा.

थोड़ी देर ऐसा करने के बाद उसने अपना हाथ मेरी पैंट के ऊपर रख दिया और लंड को पकड़ कर सहलाने लगी.
मैं भी जोश में आ गया और मैंने अपनी पैंट को अंडरवियर के साथ ही नीचे कर दिया.

इससे उसके हाथ में मेरा लंड आ गया और मैंने उसके हाथ को पकड़ कर सही से लौड़े पर रख दिया.
वह लंड को मुठियाने लगी.

अब मेरे से रहा नहीं गया, तो मैंने उसकी कमीज से हाथ बाहर निकाल कर उसको अपने पास खींच लिया.
तो वह आ भी गई.

मैंने उसकी कमीज को उठाते हुए उसके सर के रास्ते से उतार दिया और बूब्स में मुँह लगा कर चूसने लगा.

तभी एक दबी हुई आवाज मेरे कान में पड़ी- आह देवर जी, जरा आराम से करो!
मैं एकदम से कुछ डर सा गया कि यह तो गलत माल हाथ लग गया.
फिर मैंने सोचा कि चूत किसी की भी हो, मुझे तो चुदाई का मजा लेना है.

मैंने कहा- मुझे सही से चूसना नहीं आता है भाभी जी, प्लीज आप सिखा दो न!
भाभी हंस कर बोलीं- जैसे दारू पीना सीखा था, वैसे ही अपने आप सीख लो!

मैंने कहा- अपने आप सीखने की कोशिश कर रहा हूँ तो आपको दर्द हो रहा है!
भाभी बोलीं- बहुत हरामी देवर हो!

मैं हंस दिया और मैंने कहा- जब भाभी नमकीन हो तो देवर को तो हरामी होना ही पड़ता है!
भाभी ने अपने हाथ से अपना दूध पकड़ कर मेरे मुँह में दिया और कहा- लो चूसो राजा!

मैंने उनके थन को अपने मुँह में दबाया और खींच खींच कर चूसने लगा, साथ में मेरी जीभ उनके निप्पल को चुभला रही थी, जिससे भाभी को असीम आनन्द की प्राप्ति हो रही थी.

एक दूध चूसने के बाद भाभी ने उस दूध को मेरे मुँह से निकाला और कहा- अब दूसरे वाले को भी प्यार चाहिए!
मैंने उनके दूसरे दूध को भी उसी तरह से चूसा.
तो भाभी मस्त हो गईं.

वे बोलीं- मेरी चूत तो एकदम से रसीली हो गई.
मैंने कहा- तो चिंता काहे की है भाभी, मैं चूत का रस भी चूस लेता हूँ!

यह कह कर मैंने भाभी की सलवार उतार दी और उनकी पैंटी भी निकाल दी.
चूत पर हाथ फेरा तो झांटें गायब थीं.

मैंने कहा- खेत तो एकदम चिकना है!
भाभी बोलीं- आज ही दीवाली सफाई की है!

मैंने कहा- क्यों शादी में यह काम जरूरी होता है क्या?
वे हंस दीं और बोलीं- आशा से आसमान है.

मैं समझ गया कि भाभी चुदक्कड़ किस्म की माल हैं और शादी में अपने लिए लौड़े की तलाश में थीं.

अब भाभी को नंगी करके मैं खुद भी नंगा हो गया.
इसके बाद मैं भाभी को ऊपर से नीचे तक किस करने लगा.
मुझे नीलम की चिंता थी नहीं सो मस्त होकर चूत चोदने के लिए रेडी होने लगा.

कुछ ही देर बाद मैं भाभी की चूत पर आ गया और उनकी दोनों टांगों को फैला कर चूत को चाटने लगा.
भाभी मेरा सर अपनी चूत पर दबाने लगीं.
वे अपने मुँह से हल्की हल्की सिसकारियां निकल रही थीं.

मैंने भी चूत में उंगली डाल दी और चूत को चाटता भी रहा.
थोड़ी ही देर में ही भाभी की चूत ने पानी छोड़ दिया और मैं सारा पानी चाट कर पी गया.

मैंने भाभी की चूत भी अच्छे से चाट कर साफ कर दी.

अब मैं फिर भाभी को किस करते हुए उनके मुँह के पास आ गया.

मैं भाभी के कान में बोला- भाभी, मुझे भी खुश कर दो!
भाभी ने लंड चूसने से मना कर दिया.

वे बोलीं- मुझे लंड चूसना अच्छा नहीं लगता है!
मैंने भी जोर नहीं दिया.

खुद अपने मुँह से थूक निकाल कर लंड में लगाया और भाभी की टांगों के बीच में आ गया.

पोजीशन सैट करते हुए मैंने लंड का मुँह भाभी की चूत पर रखा और थोड़ा सा झटका मारा, तो लंड फिसलकर नीचे सरक गया.
मैं समझ गया कि भाभी चुद कर भी अनचुदी जैसी थीं यानि छोटे लंड की चुदाइश थी.

अब मैंने भाभी की गांड के नीचे एक तकिया रख दिया.
इससे भाभी की चूत पूरी ऊपर उठ गई.

मैंने लंड को चूत में फिट किया और अपने होंठ भाभी के होंठों से लॉक कर दिए.
सारी पोजीशन सही हो गई, तो मैंने एक तीव्र झटका मारा.
मेरा लंड चूत को चीरता हुआ अन्दर चला गया.

भाभी की चीख तो निकली, पर मेरे मुँह में ही दबी रह गई.
उनकी आंखों से आंसू निकल रहे थे.

मैं थोड़ी देर यूं ही लंड को चूत में ठाँसे हुए उनके ऊपर लेटा रहा.

कुछ देर बाद जब भाभी थोड़ी सामान्य हुईं, तो मैंने लंड को अन्दर बाहर करना शुरू कर दिया.
फिर मैंने लंड को धीरे धीरे भाभी की चूत के अन्दर पूरा डाल दिया और उन्हें धकापेल चोदने लगा.

अब भाभी भी गांड उठाकर लंड अन्दर तक लेने लगीं.
मैंने भी अपने झटकों की स्पीड बढ़ा दी. कुछ ही देर बाद भाभी का शरीर अकड़ने लगा और उनकी चूत ने पानी छोड़ दिया.

चूत में चिकनाई बढ़ गई थी तो लंड बड़ी आसानी से सटासट चलने लगा था.
मैं भाभी को और तेजी से चोदने लगा था.

अब मेरे लंड के चूत में आने जाने की फच फच फच की आवाज सुनाई दे रही थी.

इस आवाज से मुझे बड़ा मजा आ रहा था. यह आवाज शायद नीलम की नींद भी खोल सकती थी.
तो भाभी बोलीं- आवाज मत होने दो देवर जी!

मैंने उन्हें कुछ नहीं कहा, बस उनकी चूत चुदाई में लगा रहा.

काफी देर के बाद मैं भी झड़ने वाला हो गया था तो मैंने भाभी से कहा- कहां पर निकालूँ?
भाभी बोलीं- मेरी चूत में ही निकाल दो!

मैं भी थोड़ी देर में भाभी की चूत में झड़ गया.
थोड़ी देर तक मैं वैसे ही भाभी पर लेटा रहा.

फिर भाभी ने उठ कर अपनी पैंटी से मेरा लंड साफ किया और अपनी चूत को भी साफ कर लिया.

अब हम दोनों ने अपने अपने कपड़े पहन लिए.
हम दोनों ने फिर एक लम्बा किस किया.

हॉट फ्रेंड वाइफ सेक्स के बाद वापस नीचे जाकर सो गईं.

मुझे अब नींद नहीं आ रही थी तो मैं अपना हाथ नीचे करके भाभी के बूब्स दबा रहा था.

मैंने देखा कि भाभी को नींद आ गई है, तो मैं बेड से उठा और नीलम के पास आकर लेट गया.
नीलम के चेहरे पर हाथ फेरने लगा.
पर नीलम भी गहरी नींद में थी.
मैंने नीलम को किस किया और बेड पर आकर सो गया.

करीब एक घंटा बाद मेरे बाजू में कोई आ गया था और उसका हाथ मेरे लंड को सहला रहा था.
यह कौन थी, इसका खुलासा मैं आपको अपनी अगली सेक्स कहानी में करूंगा.

आपको मेरी हॉट फ्रेंड वाइफ सेक्स कहानी कैसी लगी, जरूर बताना. मैंने पहली बार कहानी लिखी है, तो कोई गलती हो गई हो, तो माफ कर दीजिएगा.
मुझे मेल करके जरूर बताएं.
अगली सेक्स कहानी में मैं आपको बताऊंगा कि मैंने नीलम की चुदाई कैसे की!
[email protected]