सेक्सी फिगर बनाने के लिए खूब चुदी मैं- 3

मैंने Xxx ग्रुप सेक्स कर लिया एक फार्म हाउस में. इसके बदले मुझे बहुत पैसे मिले. मैं एक रंडी बन गयी. मेरी चूत में एक साथ 2 लंड घुसे और साथ में एक लंड मेरी गांड में गया.

यह कहानी सुनें.

फ्रेंड्स, मैं आपकी कोमल एक बार फिर से अपनी रंडी बनकर चुदने वाली सेक्स कहानी में स्वागत करती हूँ।
कहानी के पिछले भाग
मुझे ग्रुप सेक्स का चस्का लग गया
में अब तक आपने पढ़ा था कि मैं एक बड़े से फार्म हाउस में पहुँच गई थी और गाड़ी से नंगी ही अन्दर चल दी थी।

मैं नंगी चलने में शर्मा रही थी लेकिन उधर और कोई नहीं दिखा तो मैं सहज हो गई.

वे सब मुझे ऐसे ही नंगी अन्दर लेकर गए और अन्दर जाते ही मुझ पर टूट पड़े.

पहले मुझे एक ने चोदा.
वह साला 5 मिनट में ही झड़ गया और उसने अपना पानी मेरी चुत में छोड़ दिया.

उसके बाद एक लड़का नीचे लेट गया.
उसने मेरी चुत में लंड डाल दिया और दूसरा मेरी गांड में लंड डाल कर मेरे ऊपर चढ़ गया.

हालांकि मुझे थोड़ा दर्द हुआ लेकिन मैं इस बार ज्यादा नहीं चिल्लाई क्योंकि यह सब मेरे साथ पहले भी हो चुका था तो मैंने झेल लिया.

अब वे दोनों मुझे ज़ोर ज़ोर से चोदने लगे.
करीब 15 मिनट की चुदाई के बाद वे दोनों झड़ गए.

अब जो पहला वाला था उसका लंड फिर से खड़ा हो गया था और अब उसने मेरी गांड मारना चालू कर दी.

उसने भी करीब बीस मिनट तक मुझे चोदा और अपना पानी मेरी गांड में ही छोड़ दिया.

अब बस वह बंदा बचा था जो कार चला रहा था.

कुछ देर के बाद उन्होंने फिर से मेरे साथ सैंडविच चुदाई शुरू की.
इस बार मेरी चुत गांड में एक एक लंड होने के साथ साथ मेरे मुँह में भी लंड घुस गया था.

कुछ देर तक तक तो मुझे कुछ नहीं हुआ, बस Xxx ग्रुप सेक्स का मजा आता रहा.
लेकिन दर्द तो उस वक्त होना शुरू हुआ, जब मुँह में लंड देने वाले ने मेरी चुत में अपना लंड पेलना शुरू किया.

अब मेरी चुत में एक साथ दो लंड घुसे थे और गांड में एक लंड घुसा था.
उसी समय कार ड्राइवर ने मेरे मुँह में अपना लंड पेल दिया था.

टोटल चार लंड मेरे नंगे जिस्म की मां चोद रहे थे.

एक मेरे मुँह में लंड को गले तक डाल रहा था. उससे कोई दिक्कत नहीं थी।
दूसरा मेरी गांड मार रहा था, उससे भी कोई दिक्कत नहीं थी.

सबसे ज़्यादा दर्द मुझे मेरी चुत में हो रहा था क्योंकि एक साथ दो लंड चुत की धज्जियां उड़ा रहे थे.

अब वे सभी झटके देने लगे और मेरा दर्द मेरी चीखों में बदल गया … क्योंकि मैं बहुत चिल्ला रही थी.
उसके बाद मुझे 25-30 मिनट तक ऐसे ही चोदते रहे.

उसके बाद उनका पानी निकलना शुरू हुआ.
अब तक मैं भी मजा लेने लगी थी, लेकिन जैसे ही लंड बाहर निकले, तब मुझे दर्द होने लगा.

वे सब मुझे 2 बजे रात तक चोदते रहे.
Xxx ग्रुप सेक्स में मिले दर्द से निजात दिलाने के लिए मैंने शराब का सहारा लिया हुआ था.

मैं सिर्फ दारू और चखना की दम पर चुदती रही.
अब मेरी हालत बहुत खराब हो चुकी थी.

मैंने उन लोगों से खाना मांगा, तो उन्होंने मुझे खाना दिया.

मैंने नंगी रह कर ही खाया और उसके बाद उन सबने मुझे फिर से एक एक बार और चोदा.

चुदाई के बाद मुझे 30,000 रुपए दिए गए और मुझे वापस मेरी बताई जगह पर छोड़ गए.

ऐसे ही करते करते मैंने 5 लाख रुपए जोड़ लिए थे, जो मेरे घर में किसी को पता नहीं था.

फिर एक बार मंजू दीदी आईं और बोलीं- तू आजकल किधर रहती है, कभी मिलती ही नहीं! तू कल मेरे साथ चलना!
मैं कुछ बोलती, उससे पहले ही वे चली गईं.

अगली सुबह सुबह दीदी ने मुझे कॉल किया कि जल्दी से रेडी हो ज़ा, मैं आ रही हूँ.
तो मैं जल्दी जल्दी रेडी हो गई क्योंकि मुझे पता तो था ही कि दीदी मुझे किधर लेकर जा सकती हैं, लेकिन फिर भी मैं अनजान बनी रही.

फिर जैसे ही दीदी आईं मैं उनके साथ अपने घर से निकल आई.
हम दोनों को पिक करने के लिए घर से थोड़ी दूरी पर एक चौराहा था, उधर एक पिकअप वन आई थी.

उसमें पिकअप वैन में हम दोनों बैठ गए.
उसमें पहले से ही एक लड़की बैठी हुई थी.

जैसे ही हम दोनों अन्दर दाखिल हुए, तो हमको एक लेडी और एक लड़का मिला.
उन्होंने हमारा वेलकम किया.

अब लाइन में सबसे पहले मैं खड़ी थी, तो वह मुझसे बोली कि चलो अपने कपड़े उतारो.

तो मैं मंजू दीदी को देखने लगी. दीदी ने हां का इशारा किया तो मैं अपने कपड़े उतारने लगी.
तभी उस लेडी ने दीदी को व उस लड़की को भी बोल दिया.

अब हम तीनों पूरी नंगी हो गईं.
सबसे पहले मैं कोमल 39 साल और 38-34-42 के फिगर वाली, मेरे बाद मंजू दीदी 40 साल और 38-34-36 के फिगर वाली और उनके बाद वह लड़की खड़ी थी, जिसका नाम तान्या था. उसकी उम्र करीब 36 साल की थी और वह एक तलाकशुदा महिला थी, उसका फिगर 34-30-36 का था.

तभी उस मैडम ने मुझे अन्दर जाने का बोला, तो मैं उसके साथ नंगी ही अन्दर वाले कमरे में आ गई.
वह मैडम बोली- अगर तू आज सिलेक्ट हो गई, तो तेरी किस्मत बदल जाएगी.

मैं चुपचाप खड़ी थी क्योंकि अब तक मैंने बहुत लंड ले लिए थे, जिसकी वजह से मेरी फिगर ऐसी हो गई थी।
दूसरी बात यह कि अब मुझे किसी भी मर्द से चुदवाने में कोई शर्म बाकी नहीं रही थी.

अब वह मैडम मुझे और अन्दर ले गई.
उधर एक और रूम था.
वहां ले जाकर वह बोली- अन्दर चली जाओ.

मैं जैसे ही उस कमरे में गई, तो वहां पर पहले से ही चार मर्द बैठे थे.
वे सब पूरे नंगे थे और उन सभी के लंड 7 से 9 इंच तक लंबे थे और काफ़ी मोटे थे.

मैं जैसे ही कमरे में दाखिल हुई तो सब मेरे आस-पास आकर खड़े हो गए और मुझे चूमने लगे.

एक ने मेरे एक दूध को पकड़ कर चूसना चालू कर दिया.
दूसरे ने दूसरा दूध पकड़ लिया. तीसरे ने मेरी जांघों और चूतड़ों पर हाथ फेरना चालू कर दिया तो चौथा घुटनों पर बैठ कर मेरी चुत को सूंघने लगा.

मुझे मजा आने लगा और मैं भी खुल कर चुदवाने लगी.

कुछ ही पलों में मुझे लिटा दिया गया और मेरी चुदाई शुरू हो गई.
दो मर्दों ने मुझे सैंडविच बना कर चोदना चालू कर दिया.

मुझे इस तरह के सेक्स में कोई आपत्ति नहीं थी, यह सब तो मैं अब तक कई बार कर चुकी थी.
मैं बिंदास होकर चुदवाती रही.

सबने मुझे बहुत मस्त तरीके से चोदा. बाद में सब झड़ने लगे तो मैंने सबका लंड अच्छे से चूसा और उनके लंड का पानी भी पिया.

एक बार की चुदाई के दौर के बाद दूसरा दौर चालू हो गया.
इस तरह हमारी चुदाई का खेल एक घंटा से ज्यादा समय तक चला.

फिर उन मर्दों ने मुझे बाहर जाकर इंतजार करने का बोला, तो मैं वापिस उस कमरे में आकर बैठ गई, जिधर वह मैडम मुझे छोड़ गई थी.

तभी वह मैडम फिर से मेरे पास आई और बोली- बहुत अच्छा परफ़ॉर्म किया. मुझे पता था कि तुम यह सब आराम से कर पाओगी. अब तक कितने मर्दों से चुदवा चुकी हो?
मैंने हंस कर कहा- अब तक बस हब्बी ने ही चोदा था.

वह बोली- उसका लंड कितना बड़ा है?
मैं झूठ बोली- उसका 9 इंच लंबा है.

वह बोली- तभी चुत में 2-2 लंड ले ली तू … जब मैं आई थी यहाँ तो मैं 3 दिन तक सही से चल नहीं पाई थी. तू तो सच में सेक्स में बहुत आगे है.
मैंने कहा- वह सब छोड़, मुझे बहुत भूख लग रही है.

उसने झट से मेरे लिए खाना ऑर्डर कर दिया.
मैंने उस मैडम से मंजू दीदी के बारे में पूछा तो वह बोली- तेरी फ्रेंड बस बोलने लायक है, देख उसका वीडियो दिखाती हूँ!

उसने अपने फोन पर मंजू दीदी का वीडियो चालू कर दिया.
मैं मंजू दीदी की चुदाई देखने लगी।

उस वीडियो में मंजू दीदी शुरुआत से ही काफी नर्वस दिख रही थी, उसको भी 4 मर्द चोदने वाले थे.

यह सब इनका स्टाफ ही होगा.

पहले तो मंजू दीदी लंड अच्छे से चूस नहीं पा रही थीं.

फिर दूसरा सीन आया.
उसमें उनकी चुदाई चालू हो गई थी. जब एक ने अपना लंड नीचे से दीदी की गांड में डाला तो वे कराह उठीं, फिर उसी वक्त सामने से दूसरा लंड उनकी चुत में डाला गया, तो मंजू दीदी चिल्ला उठीं कि मैं एक साथ दो लंड नहीं लूँगी!

वे मर्द उनके साथ जबरदस्ती करने लगे तो वे उठ कर खड़ी हो गईं और बोलीं- नहीं, मैं नहीं चुदवाऊंगी.
यह कह कर दीदी बाहर आ गईं।

वह मैडम बोली- अब तेरी सहेली से तो चार मर्द नहीं झेले गए!
मैंने कहा- तान्या का क्या हुआ?

मैडम बोली- हां अब देख उसका भी वीडियो देख!
मैंने देखा कि जब तान्या की बारी आई तो उसने चुत में तो लंड डलवा लिया, फिर जब एक लंड उसकी गांड में डलने लगा तो वह एकदम से भड़क उठी और बिना कुछ कहे भागने लगी.

वह तो मंजू दीदी से भी तेज भाग कर बाहर आ गई.

उस वक्त मुझे अपने आप पर बहुत प्राउड फील हुआ कि मंजू बातें तो बहुत करती थीं, पर जब सामने से दो लंड एक साथ लेने की बारी आई तो वह ले ही नहीं पाईं.

अब तक खाना आ गया था तो मैं खाना खाने लगी.
मेरा खाना खत्म हो गया तो मैडम ने मुझे मेरे कपड़े दे दिए.

अब मैडम मुझसे बोली- तुमको अब महीने की तीन लाख रूपए की तनख्वाह मिलेगी और आने जाने के लिए एक कार व उसका ड्राइवर. सुबह 10 से शाम 7 बजे तक तुमको कंपनी के लिए काम करना पड़ेगा.

यह सुनकर तो मैं बेहद खुश हुई और अब हम दोनों वापिस जाने लगे तो हमें वापस छोड़ने के लिए वही वैन जाने वाली थी.

उस समय मुझे उस मैडम ने दस हजार रुपए दिए और बोली- अपने घर के लिए कुछ खाने का लेकर जाना और कल से इस टाइम पर आ जाया करना.

हम दोनों निकल गईं.
मंजू दीदी सारे रास्ते चुप रहीं और वैन से उतरते ही अपने घर भाग गईं.

अगले दिन समय पर लेने के लिए वैन आ गई.

मैंने घर में बता दिया था कि मेरी जॉब लग गई है।
वहां से मुझे महीने के 25,000 मिलेंगे.
यह सुनकर हब्बी भी खुश हो गए.

मैं वैन में बैठी तो वह मुझे कल वाली जगह ले आई.

उधर वही मैडम मिली.
उसका नाम जान्हवी था. वह भी मेरी ही उम्र की थी.

तो उसने मुझसे कहा- आज तुमसे सर मिलेंगे.
मैं ओके बोल दी.

फिर 5 मिनट बाद जान्हवी और मैं, बॉस के कमरे की तरफ जाने लगे.
उस समय मैंने देखा कि उधर तो बहुत सारे लड़के लड़कियां खुले में चुदाई कर रहे थे.

कुछ अलग कमरों में सेक्स कर रहे थे. उनकी चुदाई की मस्त आवाजें आ रही थीं.

मैं जैसे ही बॉस के कमरे में दाखिल हुई तो बॉस ने उस मैडम से कहा- जानू डू नॉट डिस्टर्ब का बोर्ड लगा दो.

उसने लगा दिया.
फिर हम दोनों उनके पास गए.

अब बॉस बोले- कोमल कैसी हो?
मैं बोली- ठीक हूँ सर!
वे बोले- कल से जानू तुम्हारी तारीफ़ कर रही है, चलो आओ तुमको टेस्ट करते हैं!

इतना बोल कर वे नंगा होने लगे और मुझे भी इशारा कर दिया.
उनका इशारा पाते ही जानू मेरे कपड़े उतारने लगी.

जब बॉस ने अपनी पैंट उतारी तो उनका 8 इंच लंबा लंड बाहर आ गया जो कि झांट रहित एकदम साफ था.
मैं तो उनके चिकने लौड़े को देख कर ही पागल होने लगी.

फिर बॉस ने मुझे नीचे बिठाया और मेरे मुँह में अपना लंड दे दिया, जिसको मैं बहुत प्यार से चूसने लगी.
तभी उन्होंने जान्हवी को भी नंगी होने का बोला, तो वह किसी कठपुतली की तरह एकदम से नंगी हो गई.

बॉस उसको अपनी गोद में बिठा कर लिप किस करने लगे और नीचे से मैं उनका पूरा लंड अपने मुँह में गले तक अन्दर लेने लगी.
इससे बॉस के लंड में मानो आग लग गई और वे बहुत जल्दी झड़ गए. उनके लंड का सारा पानी मेरे गले तक चला गया.

मैंने उनके लौड़े के माल को खा लिया और लंड को जीभ से चाट चाट कर फिर से चिकना बना दिया.
बॉस ने अपना लंड मेरे मुँह से बाहर निकाला और बोले- जानू यार ये तो सच में बहुत अच्छी माल है, देख साली ने कैसे दो ही मिनट में मेरा रस निकाल दिया.

उनके मुँह से लंड चुसाई की तारीफ सुनकर जानू उनके लंड को चूसने लगी और उसने बॉस के लंड को चूस चूस कर फिर से खड़ा कर दिया.
अब जानू बोली- लो सर हो गया फिर से रेडी … अब एक बार इसकी गांड भी मार कर देखो. मुझे तो यह काम के साथ साथ देखने में भी बहुत मस्त आइटम लगी है. आप इसका बैक डोर ट्राइ करो.

यह सुनकर बॉस ने फिर से मुझे घोड़ी बना दिया और मेरी गांड का छेद देखने लगे.
बॉस बोले- हम्म यह तो सच में काफ़ी अच्छी गांड है.

वे मेरी गांड पर थप्पड़ मारने लगे, तो मैं भी कामुक हो उठी और अपनी गांड हिलाने लगी.
मेरी मस्ती देख कर बॉस ने मेरी गांड में अपना लंड एक ही झटके से अन्दर डाल दिया, जिससे मुझे हल्का सा दर्द हुआ.

मैं अभी कुछ कहती तब तक बॉस ने फिर से एकदम से अपना लंड बाहर निकाल लिया.
वे अब ऐसे ही बार बार अन्दर बाहर करते रहे.

करीब 10 मिनट के बाद वे मुझे ज़ोर ज़ोर से चोदने लगे. उनकी स्पीड बड़ी कमाल की थी, वे बहुत अच्छे से चोद रहे थे.

मैं उनके झटकों से पूरी हिल रही थी और मेरे बूब्स एक दूसरे से टकरा रहे थे.
जान्हवी मेरे बूब्स दबाने लगी, जिससे मुझे और आग लगने लगी.

मैं अब तक 2 बार झड़ चुकी थी.
फिर बॉस भी मेरे अन्दर ही झड़ गए और वे थक कर मेरे ऊपर ही लेट गए.

कुछ देर बाद वे मेरे बाजू में लेट गए और जान्हवी भी हम दोनों के साथ में लेट गई.
हम तीनों बेड पर नंगे एक दूसरे से चिपक कर लेटे हुए थे.

थोड़ी देर बाद बॉस ने मेरी चुत भी चोदी और जान्हवी ने मुझसे अपनी चुत चुसवााई.
मैंने उसकी नमकीन चुत बहुत अच्छी तरह से चाटी.

इससे सर और जान्हवी दोनों खुश हो गए.
बॉस मुझसे बोले- सच में तू कमाल की रांड है. अब तुम दोनों मेरे पास ही रहोगी.

यह बोल कर बॉस बाथरूम में चले गए.
हम दोनों अपने कपड़े पहन कर बैठ गए.

जान्हवी मुझसे बातें करने लगी.

मैं- इनके पास रह कर मुझे कौन सा काम करना है?
जान्हवी- बस चुदना है … जब भी बॉस का दिल करे उनके सामने नंगी हो जाना ही सबसे बड़ा काम है.

मैं- मतलब अब से पहले तुम बॉस की अकेली रंडी थीं?
जान्हवी- हां मैं सर के साथ ही रहती थी. जब भी इनका मूड होता, तो मैं इनसे चुदवाती थी. मैं बॉस के अलावा किसी और से नहीं चुदती थी.

मैं- मतलब बाकी ये जो सब हैं, वे किसी से भी चुदवा लेती हैं!
जान्हवी- बिल्कुल ये सब शूटिंग में रहती हैं और इसकी इन्हें पेमेंट मिलती है.
मैं- ओके.

फिर बॉस बाहर आ गए और बोले- दोपहर को फिर से आना कोमल, मैं तुमको अभी और चोदना चाहता हूँ.

मैं ओके बोल दिया.
वे जान्हवी से बोले- जानू तुम कोमल को तैयार करो. मैं इसके साथ फर्स्ट नाइट मनाऊंगा.

यह सुनकर जान्हवी ने बेल बजाई, तो एक लड़की आई.
जान्हवी ने उससे कहा- एक रूम रेडी करो फर्स्ट नाइट के लिए!

तो वह ओके बोल कर चली गई.
दोस्तो, अब चुदी हुई चुत के साथ फर्स्ट नाइट कैसे मनी, वह मैं आपको अगली सेक्स कहानी में लिखूँगी.
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धन्यवाद.
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