देसी आंटी हार्ड Xxx सेक्स कहानी मेरे दोस्त ने मुझे बताई जो उसकी मम्मी की है. आंटी को रेल के खाली डिब्बे में पहले 2 लड़कों ने चोदा, फिर दो सफाई कर्मियों ने चोदा.
मेरा एक दोस्त है राजा.
उसकी मां का नाम उर्वशी है.
उनकी उम्र 41 साल और रंग एकदम गोरा है. उनकी हाइट 5 फुट 6 इंच है.
उनके बाल लंबे हैं और जिस्म दूध की तरह गोरा और मक्खन की नर्म था.
उर्वशी की गांड एकदम गोल और बाहर को निकली हुई थी, उनकी चूचियां दिखने में कसी हुई थीं लेकिन दबाने में एकदम सॉफ्ट थीं.
राजा के पापा बाहर रहते थे.
यह देसी आंटी हार्ड Xxx सेक्स कहानी इसी उर्वशी की चुदाई की है.
एक बार राजा की मां को अपने मायके में किसी की शादी में जाना था.
उस वक्त राजा के एग्जाम चल रहे थे इसलिए उसने अपनी मां के साथ चलने से मना कर दिया.
अब उसकी मां ने अकेले ही जाने को कहा तो राजा ने मना किया, लेकिन उसकी मां नहीं मानी.
उन्होंने राजा के पापा से फोन से अकेले जाने की बात कही तो राजा के पापा ने जाने की इजाज़त दे दी.
अब उसकी मां उर्वशी अकेली ही जाने लगीं.
राजा की मां के मायके जाने के लिए रात में एक ट्रेन चलती थी, जो 2 बजे रात को थी.
उर्वशी रात को एक बजे घर से निकल गईं और रेलवे स्टेशन पर पहुंच गईं.
उधर पहुंच कर उन्हें पता चला कि ट्रेन 2 घंटे लेट है … मतलब ट्रेन अब सुबह 4 बजे आएगी.
चूंकि घर स्टेशन से बहुत दूर था और राजा भी उनके साथ नहीं था तो वे घर वापस नहीं जा सकती थीं.
इसलिए आंटी स्टेशन पर ही रुक कर ट्रेन आने का इंतज़ार करने लगी थीं.
इंतज़ार करते हुए आंटी बेंच पर लेट गईं और उनको नींद आने लगी.
उर्वशी ने आज लहंगा साड़ी पहनी थी.
उस समय मौसम काफी हवादार था तो अचानक से जोर से हवा चलने लगी जिससे उनका लहंगा साड़ी उड़ कर ऊपर को उठ गया और आंटी की मोटी मोटी गोरी जांघें दिखने लगी थीं.
वहां उस वक्त बहुत कम लोग ही निकल रहे थे, उनमें से किसी ने शरारत की और उर्वशी का लहंगा और ऊपर उठाता हुआ आगे बढ़ गया.
उस वजह से आंटी की नंगी जांघों के साथ साथ उनकी ब्लैक पैंटी भी दिखने लगी थी.
इस बात से बेखबर आंटी सुबह सुबह की ठंडी हवा में गहरी नींद में सो गई थीं.
वे बिल्कुल बेसुध थीं.
उस समय प्लेटफार्म पर दो लड़के घूम रहे थे.
उनकी नज़र उर्वशी पर पड़ी तो वे दोनों इतनी गदरायी हुई जांघें और गांड देख कर उत्तेजित होने लगे और उनके लंड टाइट हो गए.
फिर वे दोनों लड़के उर्वशी के पास को आ गए और उन्होंने इधर उधर देखा.
जब उन्हें आस पास कोई नहीं दिखा तो एक लड़के ने आंटी का मुँह दबाया और दूसरा उनके पैर पकड़ कर उन्हें उठाने लगा.
वे दोनों आंटी को उठा कर ले जाने लगे.
उन दोनों की इस हरकत से उर्वशी की नींद खुल गई और उर्वशी अपना मुँह बंद पाकर छटपटाने लगीं.
लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ.
वे दोनों उर्वशी को एक सुनसान रेलवे पटरी पर खड़े ट्रेन के डब्बे में ले गए.
उधर एक लड़का उनकी जांघों को चूमने लगा.
आंटी की जांघें इतनी मुलायम थीं कि उसको मज़ा आने लगा.
उसे देख कर दूसरा लड़का उर्वशी के रसीले गुलाबी होंठों का चुंबन लेने लगा.
उर्वशी विरोध कर रही थीं, कह रही थीं- मुझे छोड़ दो प्लीज मुझे जाने दो.
लेकिन उन दोनों ने उर्वशी को जोर से दबा कर रखा था.
फिर दोनों लड़के उर्वशी के कपड़े उतारने लगे.
एक ने पहले उनका लहंगे की डोरी खींची, तो आंटी का लहंगा नीचे आ गया.
उन्होंने उसे जोर से पकड़ कर खींचा और आंटी के जिस्म से उतार कर अलग कर दिया.
फिर दूसरा लड़का आंटी के ब्लाउज के बटन खोलने लगा और उस लड़के ने ब्लाउज को उतार दिया.
अब उर्वशी सिर्फ़ ब्रा और पैंटी में रह गई थीं.
आंटी का कामुक बदन ब्रा पैंटी में देख कर उन दोनों लड़कों से रहा नहीं गया और वे दोनों उर्वशी पर टूट पड़े.
एक उनकी गांड पर अपना लंड रगड़ने लगा और दूसरा उनकी चूचियों को दबाने लगा.
कुछ देर बाद उन दोनों ने मिलकर आंटी की ब्रा और पैंटी को फाड़ दिया और उन्हें पूरी नंगी कर दिया.
अब उर्वशी आदमजात नंगी हो गई थीं और वे दोनों लड़कों ने भी अपने अपने कपड़े उतार दिए और नंगे हो गए.
उर्वशी उन दोनों के लंबे लंबे लंड देख कर एकदम से गर्म हो गईं.
अब उन दोनों में से एक आगे आया और आंटी की गोरी गोरी जांघें चाटने और मसलने लगा.
दूसरे ने उर्वशी के एक दूध को अपने मुँह में भर लिया और मस्ती से चूसने लगा.
उधर पहले वाला लड़का जांघों से धीमे धीमे ऊपर आता गया और वह उर्वशी की चूत को सूंघने लगा.
उसको चूत की महक से मदहोशी चढ़ने लगी और वह आंटी की चूत को अपनी जीभ से चाटने लगा और होंठों से चूत के दाने को चूसने लगा.
इस सबसे उर्वशी सिहर उठीं, लेकिन शायद उन्हें कहीं न कहीं यह सब अच्छा लगने लगा था तो वे शांत पड़ी रहीं.
तभी दूसरे लड़के ने अपना लंड उर्वशी के मुँह में लगा दिया और उनके एक दूध जोर से मसला तो आंटी का मुँह खुल गया और उसने अपना लंड मुँह के अन्दर डाल दिया.
आंटी अपना मुँह नहीं चला रही थीं, तो उस लड़के ने लंड को आंटी के होंठों पर अपना लंड रगड़ना चालू कर दिया.
तभी उर्वशी की चूत चूसे जाने से गीली होने लगी और वे गनगनाने लगी थीं.
वे लंड चूसने लगीं.
यह देख कर वह लड़का खुश हो गया और अपने साथी से बोला- अबे देख, साली रंडी लंड चूसने लगी है.
इस पर दूसरा वाला बोला- हां बे, साली की चूत भी रस छोड़ने लगी है.
पहले वाला बोला- बस मैं अपना लंड चुसवा कर अभी आया … आज साली को मिल कर चोदेंगे!
दूसरा वाला बोला- अबे तू मुँह से ही काम चला ले, बाद में चोद लेना. अभी मैं ही इसकी चूत की ओपनिंग करता हूँ!
‘अबे साले पहले मुझे आने दे!’
दूसरा वाला बोला- ले आ जा मेरे यार … तू भी क्या याद करेगा.
वह हट गया तो पहला वाला आंटी की चूत पर अपना लंड घिसने लगा.
अब उर्वशी के मुँह से धीमे धीमे आहह … आहह … निकलने लगी थी.
आंटी की कामुक आवाजों से उस लड़के को और जोश आने लगा.
उसने आंटी की चूत पर ढेर सारा थूक लगाया और अपने लंड को चूत में डालने लगा.
एकदम से लंड अन्दर घुसा तो उर्वशी को दर्द हुआ और वे उसे हटाने की कोशिश करने लगीं.
तब पहला लड़का आगे आया, उसने आंटी को पकड़ लिया और दूसरा पिल पड़ा.
उसने अपने पूरे लंड को धीमे धीमे उर्वशी की चूत में अन्दर तक उतार दिया.
अब वह उर्वशी को चोदने लगा.
उर्वशी दर्द से तड़फती रहीं और अपनी चूत चुदवाती रहीं.
कुछ देर बाद आंटी को अच्छा लगने लगा तो वे चुपचाप लंड लेती रहीं और चुदाई का सुख लेने लगीं.
हालांकि आंटी अपनी तरफ से जरा भी प्रतिक्रिया नहीं दे रही थीं पर चुदाई का मजा ले रही थीं.
अब पहले वाला लड़का उर्वशी के हाथ से अपने लंड को हिलवाने लगा था और वह अपने एक हाथ से आंटी के चूचे को दबा भी रहा था.
अब आंटी की चूत में दूसरे वाले लड़के के लंड के धक्के तेज तेज होने लगे थे.
वह उर्वशी के बूब्स को कसके पकड़ कर उनको चोदने लगा और कुछ ही पल बाद उसने अपना सारा वीर्य उर्वशी की चूत में गिरा दिया.
अब वह हट गया और पहले वाला आ गया.
उसने उर्वशी को पलटा दिया और उनकी गांड को मसलने लगा.
आंटी की गांड एकदम रूई जैसी सॉफ्ट थी.
वह आंटी की गांड पर थप्पड़ मारकर उसे मसल रहा था.
आंटी को शायद अच्छा लग रहा था और वे खुद से अपनी गांड मरवाने को राजी हो गई थीं.
पहले वाले ने उनकी गांड को चूमा और चाटने लगा.
उसके बाद वह आंटी की गांड के छेद को चूसने लगा तो उर्वशी के मुँह से मादक आवाजें निकलने लगीं.
वह उनकी गांड में ढेर सारा थूक लगा कर उसे चिकना करने लगा और गांड में लंड डालने लगा.
राज की मां को मोटे लंड से दर्द हुआ तो वे मना करने लगीं- प्लीज … पीछे से मत करो आह बहुत मोटा है … आह आगे से कर लो प्लीज!
उस लड़के ने पूछा कि पीछे से क्या ना करूं?
उर्वशी बोलीं- वही जो तुम कर रहे हो!
लड़का हंस कर बोला- तुम जैसी हसीन और चिकनी माल को कैसे ना चोदूं … ऐसा मौका रोज़ कहां मिलता है.
यह कह कर उसने अपने लंड को एकदम से मां की गांड में पेल दिया.
जिससे उर्वशी की चीख निकल गई- उऊई … अम्मा … मर गई आह निकालो … जल्दी से आह बहुत दर्द हो रहा है!
उनकी इन आवाजों का उस लड़के पर झांट बराबर भी असर नहीं हो रहा था.
उसने आंटी की एक ना सुनी और तेज़ तेज़ गांड चोदने लगा.
उर्वशी के मुँह से ‘..आहहा … आहहा …’ निकलती रही.
उसने 15 मिनट तक गांड मारी और उसके बाद वह लड़का मां की गांड को जोर से भींच कर तेज तेज झटके देने लगा और कुछ ही पलों बाद उसने अपना सारा लावा उर्वशी की गांड में छोड़ दिया.
फिर वे दोनों अपने कपड़े पहन कर वहां से भाग गए.
उर्वशी वैसे ही लेटी रहीं.
वे मन ही मन सोचने लगी थीं कि अचानक से यह क्या हो गया.
हालांकि उन्हें आज दो जवान लौड़े चोद कर मजा दे गए थे तो वे यही सब सोचती हुए वहीं सो गईं.
कुछ देर बाद दो सफाई कर्मचारी आए और उन्होंने उर्वशी को इस हालात में देखा तो वे दोनों चौंक गए और आपस में बात करने लगे कि यह औरत कौन है!
दूसरा बोला- कोई भी हो, हमें इससे क्या लेना देना … तुम तो माल देखो. वाह इतनी चिकनी और गदरायी हुई आइटम है … चलो साली के मज़े लेते हैं.
पहला बोला- हां लगता है किसी ने इसको ज़बरदस्त तरीके से चोदा है, चलो हम दोनों भी मज़े ले ही लेते हैं कौन सा किसी को पता चलेगा.
उन दोनों ने अपने कपड़े उतारे और उर्वशी को उठा कर एक बर्थ पर ले आया.
उसने उर्वशी को लिटा दिया और खुद भी उनके ऊपर चढ़ गया.
उसने उर्वशी की चूत में लंड डाल दिया और उन्हें चोदने लगा.
फिर दूसरा वाला बोला कि इसको एक साथ चोदते हैं.
पहले वाले ने उर्वशी को अपने ऊपर ले लिया और लंड चूत में फंसाए हुए अपने साथी से बोला- पेल अपना इसकी गांड में!
दूसरे ने उर्वशी की गांड में अपना लंड ठोक दिया.
जब तक उर्वशी को होश आया, तब तक उनकी दो तरफ से चुदाई होना शुरू हो गई थी.
वे दोनों मां को एक साथ ताबड़तोड़ चोदने लगे.
देसी आंटी हार्ड Xxx सेक्स का मजा ले रही थी और वे थकी होने के कारण विरोध भी नहीं कर रही थीं.
वे उन दोनों के बीच में दबी हुई चुदने लगी थीं.
उन दोनों ने आधा घंटा तक उर्वशी को चोदा और उनके दोनों छेद अपने रस से भर दिए.
उर्वशी का भी पानी छूट गया था.
फिर उन दोनों ने उर्वशी के पूरे बदन को चूसा और उनके दूध निचोड़े.
एक ने दूसरे से कहा- अबे जल्दी चल अब सुबह हो गई है तो रेलवे पुलिस भी गश्त पर आती ही होगी. हो सकता है कि वे भी इसको चोद कर मजा लें.
उसके बाद जल्दी से वे दोनों वहां से चले गए.
अब उर्वशी ने जल्दी से कपड़े पहने और बाहर आ गईं कि कहीं पुलिस वाले न चोदने लगें.
वे बाहर आईं और जानकारी की तो ट्रेन आकर चली गई थी.
यह जानकर उर्वशी शादी में ना जाकर घर वापस चली गईं और अपने बेटे को सारी कहानी बताई.
उन्होंने अपने बेटे से वादा करवाया कि वह इस बात को किसी से ना कहे.
पर उसने मुझे सब बताया और कहा- बता यार क्या करूं?
मैंने कहा- अब रहने ही दे … पुलिस का चक्कर तो तू जानता ही है. साले बदनामी और करवाएंगे.
तो दोस्तो, प्लीज़ बताएं कि आपको देसी आंटी हार्ड Xxx सेक्स कहानी कैसी लगी और आपकी समझ क्या कहती है कि क्या उर्वशी को अपने साथ हुई इस चुदाई का जिक्र करना चाहिए!
प्लीज कमेंट्स जरूर करें.