जवान नर्स की चूत चाटने का मजा

न्यू चुत चाट कहानी में मैंने एक अस्पताल में जॉब कर ली. वहां की एक नर्स लड़की मुझे पसंद करने लगी. एक दिन उसने मुझे गले लगा लिया. तो मैंने भी उसे चोदने की सोचने लगा.

हेलो दोस्तो, मेरा नाम सोनू है और मैं मुंबई में रहता हूं.
मेरी उम्र 23 साल है।
ये सेक्स कहानी सत्य घटना पर आधारित है।

यह कहानी 2017 की है.
उस समय मैं कक्षा 12 वी का पेपर दे दिया था.

बचपन से ही मेरा सपना था कि मैं डॉक्टर बनूं.
इसलिए 12वीं का पेपर देने के बाद मैंने हॉस्पिटल में काम करने का सोचा.

इसमें घर वाले भी खुश थे कि बेटा आगे बढ़ने के लिए अभी से सोच रहा है.

मेरा एक दोस्त था जिसके घर की परिस्थिति ठीक न होने के कारण वो पहले से क्लिनिक में काम करता था.
तो मैंने सोचा उससे बात की जाए. वह कहीं न कहीं काम दिला ही देगा किसी हॉस्पिटल में.

मैं उस से मिलने के लिए उसके हॉस्पिटल चल दिया.
वहाँ पहुंचा तो कोई डॉक्टर आए नहीं थे.

उसने बताया कि 11 बजे तक सब डॉक्टर आते हैं।

11 बजने के बाद एक डॉक्टर आया तो मेरे दोस्त ने डॉक्टर को बताया कि सोनू को काम की जरूरत है.
तो मुझे डॉक्टर ने एक हॉस्पिटल का एड्रेस दिया और बोला- अभी जाकर बात कर लो।

मेरे घर से वो हॉस्पिटल 1 किलोमीटर की दूरी पर था तो मैं तुरंत उस हॉस्पिटल में पहुंच गया.

वहाँ एक मोटा सा आदमी बैठा था.
उसको मैंने ये सब बात बताई कि उस डॉक्टर ने मुझे भेजा है यहाँ काम करने के लिए.
पर मुझे तो कुछ आता नहीं था.

लेकिन उसको भी काम करने वाले की जरूरत थी और मुझे काम की!
तो उसने मुझे बोला कि 5 हजार सेलरी दूंगा, काम सीख लो तो और बढ़ा दूंगा. और कल से काम पर आ जाओ 9 बजे।

दोस्तो, हमारे घर में सब सुबह जल्दी उठ जाते हैं तो मैं भी 7 बजे उठा और सब काम करके हॉस्पिटल के लिए निकल गया।

9 बजने में अभी 5 मिनट थे, तभी मैं पहुंच गया.
वहाँ देखा तो एक नर्स थी, वो मरीजों को दवाई दे रही थी.

मैं थोड़ी देर बैठा.
उसके बाद उसने पूछा- क्या काम है?
तो मैंने उसके बताया कि काम के लिए डॉक्टर ने बुलाया था.
तो उसने बोला- हाँ बताया था डॉक्टर ने. आओ बैठो।

उसकी नाइट ड्यूटी थी।

तो मैं उसके साथ काउंटर पे बैठ गया.

दोस्तो, ये कहानी इसी नर्स की है.
उसका नाम अल्फिया (बदला हुआ नाम) है।

उसकी उमर करीब 22 साल की थी और मेरी उमर उस टाइम 19 की थी।

मुझे पढ़ना अच्छा लगता था तो मैंने कभी लड़कियों पे ध्यान नहीं दिया।

वो मुझे देख रही थी.
तो मैंने उस से पूछा- क्या क्या काम करना होगा मुझे?
उसने बताया- सब काम हो गया है. आज तुम्हारा पहला दिन है, तुम सिर्फ देखो.

तो मैं उसके पीछे पीछे चल पड़ा।
उसने सब काम खत्म किया और बोली- मैं जा रही हूं।

उसके बाद वो चले गई और डॉक्टर भी आ गए थे।

उस टाइम मुझे फिगर या कुछ पता नहीं था.

ऐसे ही 2 से 3 दिन बीते.

तो एक दिन हॉस्पिटल में ऑपरेशन था.
ऑपरेशन थिएटर में उसे अकेले जाने में डर लगता था तो वो मुझे साथ ले गई।

उसके बाद वो काम करते करते मुझे देखे जा रही थी.
तो मैंने उसे बोला- ऐसा न देखो, मुझे नजर लग जायेगी.

इस बात से उसको इतना बुरा लगा कि वो रोने जैसे हो गई.
तो मैंने मेरे रूमाल से उसके आंसू पौंछे और बोला- फिर से ऐसी बात नहीं बोलूंगा.

तो जब मैं उसके आंसू पौंछ रहा था तो उसने अचानक से मुझे अपने गले से लगा लिया.

एक तो ऑपरेशन थियेटर खुला था, किसी के भी आने का डर था और वो मुझे छोड़ ही नहीं रही थी।

और उसके बदन से मस्त सी खुशबू आ रही थी कि मुझे भी कुछ कुछ होने लगा था.

उसके बाद मैंने कैसे कैसे उसे छोड़ने को कहा और बाद में वो घर चली गई।

अभी तक मैंने किसी भी लड़की को छुआ तक नहीं था.
फिर मैं दिन भर उसी के बारे में सोचने लगा।

दूसरे दिन जब वो आई तो हमने नंबर एक्कसचेंज किए.
उस टाइम मेरे पास कीपैड वाला फोन था।

जब सुबह मैं फिर आया तो उसे बोला- आज एक बार और कर लेते हैं. उसके बाद कभी नहीं बोलूंगा.

फिर ये हमारा रोज का होने लगा.
उसके बाद मैं उस से मिलने के बहाने रोज किसी न किसी कारण उसको छू देता, हग कर देता था.
वो भी स्माइल कर देती थी।

फिर मेरा 12वीं का रिजल्ट आया.
उसमें मुझे बहुत कम अंक मिले थे.
जिसके कारण घर वाले बहुत चिल्लाए मुझ पर!
और मैं नर्वस हो गया और काम पर चले गया/

वहाँ जा कर मैं बस मेरे रिजल्ट का ही सोच रहा था.

फिर मेरे पापा ने कहीं से पता लगाया और मेरे एडमिशन फार्मेसी में करा दिया।

फिर मैंने डॉक्टर से बोला- मैं नाइट करूंगा क्योंकि मुझे दिन में पढ़ने जाना है.
तो डॉक्टर ने भी हाँ बोल दिया.

उसके बाद मैं और अल्फिया एक साथ खाना खाते।

एक दिन हॉस्पिटल में कोई पेशेंट नहीं था और मौसी (सफाई कर्मचारी) भी नहीं आई उस दिन!

तो मैंने सोचा कि आज अल्फिया के साथ काम हो जायेगा।

फिर लाइट बंद करके हम सोने लगे.
वो अलग कमरे में और मैं अलग कमरे में।

उसको अकेले में डर लग रहा था क्योंकि वहाँ बहुत सारे डेथ हुए थे.
तो उसने मेरे साथ सोने को बोला.
तो मैंने सोचा कि जब सामने से ऑफर आ रहा तो क्या टेंशन।

लेकिन काउंटर पे कैमरा लगा था.

तो हमने वाईफाई ही बंद कर दिया कि ऑनलाइन कुछ दिखेगा ही नहीं.

फिर वो मेरे कमरे में आ गई और हमने वाईफाई चालू कर दिया.

उसके बाद हम दोनों एक ही बेड पे सोए थे.
मैंने उसके गले से लगाया था तो मेरा लन्ड खड़ा होने लगा.
और शायद उसे भी ये पता लग गया था।

फिर मैंने जल्दी से उठ के डोर को लॉक किया और लाइट बंद कर दिया उसके कहने पे!
और मैं उसके ऊपर आ गया।

पहले मैंने तो उसके गालों पे किस किया तो वो शरमा गई.
फिर मैंने उसके होठों पे किस करना चाहा तो वो अपना मुंह इधर उधर करने लगी.

तो मैंने उसके जब/दस्ती किस कर दिया.
तब तो उसने अपना जुबान मेरे मुंह में डाल दिया और मेरे चेहरे को जोर से पकड़ लिया और अपने ओर खींचने लगी.

फिर धीरे धीरे मैंने उसके गले पे किस किया और फिर उसके उपर कमीज पहना था उसे निकाल दिया और उसके उपर से ही उसके बूब्स को दबाने लगा.
उसके बूब्स बड़े ही मुलायम थे।

फिर मैंने उसके नीचे पहनी प्लाजो को भी निकाल दिया.
और अब सर्फ वो ब्रा और पैंटी में थी.

फिर मैंने उसे किस करते हुए ही उसके ब्रा को निकाल दिया और उसके बूब्स को जोर से दबा दिया.

तो उसे दर्द हुआ तो उसने मेरी तरफ गुस्से से देखा.
पर फिर वो नॉर्मल हो गई.

उसके बाद मैंने उसके बूब्स को निचोड़ निचोड़ कर लाल कर दिया.
और मैं उसके बूब को काट भी देता था दांत से।

उसके बाद किस करते हुए मैं उसके पेट पे जैसे ही पहुंचा तो वो कांपने लगी.
शायद उसे जोश आ गया था.

वह मेरा सिर पकड़ के हटाने लगी.
पर मैं चूसता और चूमता रहा उसके पेट को!

और जैसे ही मैंने हाथ उसके पैंटी के ऊपर घुमाया तो वो जोर से कूद कर ऊपर खिसक गई।
पर फिर से नीचे आ गई.

लेकिन वह अपने पैंटी को निकालने नहीं दे रही थी.

तो मैंने सोचा कि अब बस मुंह से ही इसको चूसा जाए, जब ये और जोश में आयेगी तो खुद ही निकालने को बोलेगी.

तब मैंने उसके पैंटी पे अपना मुंह रख दिया और वो मेरे मुंह हटाने लगी.
पर मैंने उसकी कमर को जोर से पकड़ा हुआ था।

अब वो ;आह उह … हम्मा आह आंह … ऐसा मत करो. क्या कर रहे हो? गंदी जगह है, चूमते नहीं हैं!’ ये सब बोल रही थी.

पर मेरे सर पे तो सेक्स सवार था.
मैं कहाँ सुनने वाला था … मैं तो चूमता गया.

और मैंने मौका पा कर उसकी पैंटी भी खींच के निकाल दिया.

अब उसकी चिकनी योनि मेरे सामने थी.
मैं तो देख के पागल हो गया.

वो अब बोली- देखोगे या कुछ करोगे भी?
मैंने उसकी योनि को चाटना चालू रखा और वो उम् आह … हांह स्श्ह हाहा कर रही थी.
और उसके पैर कांप रहे थे.

और जब मैंने मेरी जीभ चूत के अंदर की उसके योनि में तो मुझे हल्का सा नमकीन और कसैला टेस्ट आया।

उसके बाद वो अहह उन्ह हम्म आहा सश्ह हाँ आंह ओह’ कर रही थी.
मैं बस चूत को चाटे जा रहा था।

उसके बाद उसका पानी निकलने को हुआ तो उसने मेरा सिर अपने पैरों से पकड़ लिया और झटके देने लगी.
उसने मेरे बाल खींच लिए और मेरे मुंह को अपनी जाँघों में दबा लिया।

वह झड गयी थी. उसके मुख से किलकारियां सी निकली थी.

उसके बाद उसने मुझे कुछ नहीं करने दिया और मैं मुठ मार कर सो गया।

दोस्तो, मेरी ये फर्स्ट कहानी है. कोई गलती हो गई हो तो माफ करना.
और हां, आगे की कहानी बहुत जल्दी ही मिलगी.

मुझे मेरे इमेल आईडी पर और कमेंट करके बताएं कि कैसी है ये कहानी।
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