हॉट मुस्लिम सेक्स कहानी में मेरे पड़ोस के परिवार की लड़की से मेरी दोस्ती हो गयी लॉकडाउन के दौरान. हमने सेक्स भी कर लिया. वो गर्भवती हो गयी तो हमने शादी भी कर ली.
मेरा नाम विशाल है, मेरी उम्र 28 साल है और मैं वाराणसी का हूँ।
मैं दिखने में लम्बा, साफ रंग का लड़का हूँ, मेरा लौड़ा 7 इंच का है और काफी मोटा भी है, कोई भी लड़की लेगी तो खुश हो जायेगी।
दोस्तो, यह तब की हॉट मुस्लिम सेक्स कहानी है जब देश में लॉकडाउन लगने वाला था.
उसी के कुछ पहले होली थी, तो मेरे घर पर सभी लोग होली मनाने के लिए गांव चले गए थे.
वे सभी लॉकडाउन लगने से वापस न आ सके और मैं घर में अकेला रह गया था.
मेरे पड़ोस में एक परिवार रहता है, वे सभी भी किसी शादी में चले गए थे, सिर्फ उनकी लड़की ही उनके घर में अकेली रह गई थी.
उस लड़की का नाम फातिमा है, उसकी उम्र 26 साल की है.
वह दिखने में बहुत सेक्सी है, उसका फिगर 34-30-36 का है.
जो भी उसे एक नजर भर कर देख लेगा, तो समझो वह पागल हो जाएगा. साली दिखने में एक नंबर की माल है.
मेरी और फातिमा की बचपन से दोस्ती है और हमारे घर वालों की भी आपस में खूब बनती है.
लॉकडाउन लगने से हम सभी ने फैसला किया कि ऐसे वक्त में हम दोनों साथ ही रहेंगे.
फातिमा और मैं खुले विचार के थे आपस में सब कुछ शेयर करते थे.
लॉकडाउन लगने से हम दोनों और करीब आ गए थे.
फातिमा को छोटे कपड़े पहनने का बहुत शौक है तो वह मेरे सामने क्रॉप टॉप और शॉर्ट्स में रहती थी और अपनी जवानी की आग को अपने खूबसूरत जिस्म के माध्यम से खुल कर दिखाती थी.
जवानी की आग दोनों तरफ लगी थी.
ऐसे में मैंने एक आइडिया निकाला कि इसको हॉट मूवीज दिखाई जाएं, क्या पता काम बन जाए.
तब मैंने रागिनी एमएमएस-2 डाउनलोड कर ली और टीवी पर लगा दी.
वह भी मेरे साथ चिपक कर बैठ गई.
जब सनी लियॉनि का किस सीन आया तब वह गर्म हो गई.
मैंने उसकी कमर में हाथ डाल दिया और बड़े मजे से बैठ गया.
जब उसने कुछ भी प्रतिरोध नहीं किया तो मैं उसकी कमर सहलाने लगा.
उसने एक बार के लिए मेरी तरफ देखा लेकिन स्माइल करके फिर से मूवी देखने लगी.
मुझे तो बस ग्रीन सिग्नल मिल गया.
अब मैं अपना हाथ उसके 34 के चूचों पर रख कर उसके दोनों दूधों को बारी बारी से सहला रहा था.
उसकी कामुक सांसें तेज़ तेज़ चलने लगी थीं और वह धीरे धीरे मेरी बांहों में पिघलने लगी.
अब मैं अपना हाथ उसकी क्रॉप टॉप कर अन्दर हाथ डाल कर ब्रा के ऊपर से ही उसकी एक चूची को सहलाने लगा.
वह और ज्यादा गर्म हो गई और उसने अपना चेहरा मेरी तरफ कर लिया.
अब मैं भी उसकी नज़र से नज़र मिला कर उसकी गुलाबी होंठों को चूमने व चूसने लगा.
वह भी अपने होंठों को मानो मुझसे कुचलवाने में अपनी तकदीर खोज रही थी.
हाय क्या मुलायम और रसीले होंठ थे उसके … मैं 15 मिनट तक चूसता रहा.
फ़िर मैंने धीरे से अपनी जीभ उसके मुँह में डाल दी.
तो वह बेहद कामुक हो गई और मेरी लार को मेरी जीभ के माध्यम से चूसने लगी.
फिर उसने अपनी जीभ मेरे मुँह में डाल दी तो मैं उसके मीठे रस को पीने लगा.
कुछ देर बाद जब हम अलग हुए तो हम दोनों की आंखों में वासना का समुद्र हिलोरें मार रहा था.
वह मुझसे कहने लगी- विशाल, मैं तुमसे बहुत समय से प्यार करती हूं लेकिन तुम और मैं अलग अलग समुदाय से हैं हम दोनों में प्यार कैसे हो सकेगा!
मैंने कहा कि तुम इसकी चिंता मत करो. मैं हूं न … और अभी लॉकडाउन है तो हम दोनों अकेले हैं. जी भर कर प्यार तो कर ही सकते हैं न!
वह हंस कर बोली- मतलब तुमको मेरे साथ सिर्फ सेक्स करना है और इसके आगे कुछ नहीं करना है!
मैंने कहा- मैं तुमसे प्यार करता हूँ और तुमसे शादी करना चाहता हूँ. मैं अपनी तरफ से पूरी कोशिश भी करूंगा कि मैं तुमसे शादी करूं … लेकिन भविष्य के गर्त में क्या छिपा है … यह मैं नहीं जानता हूँ बेबी. इसके बाद भी यदि तुम सिर्फ शादी के बाद सेक्स करना चाहती हो तो तुम फ्री हो … बिना तुम्हारी इजाजत के मैं तुम्हें हाथ भी नहीं लगाऊंगा.
वह आंखें नचाती हुई बोली- आए हाय … बड़े ईमानदारी के पुतले बन कर दिखा रहे हो … जब यही कहना था तो आग ही क्यों लगाई?
मैंने हंस कर कहा- सॉरी फातिमा … तुम बाथरूम में जाकर अपनी आग बुझा सकती हो!
वह संजीदा हो गई और बोली- नहीं मैं अब तुम्हारे सामने जलूँगी और तुम्हें भी जलाऊंगी!
मैं हतप्रभ था कि यह कौन से तरीके की बात कह रही है तो मैंने उससे कहा- वह कैसे करोगी!
उसने अपना टॉप उतार दिया और अपने दूध दिखाती हुई बोली- साले, तुझे मैं तड़फा तड़फा कर जला दूँगी!
मैंने अपने लंड को सहला कर कहा- हां ठीक है, मैं भी तड़फ तड़फ कर जल जाने को राजी हूँ.
वह मेरे फूलते हुए लौड़े को देख कर खिलखिला कर हंस पड़ी और बोली- चलो अब प्यार कर ही लेते हैं!
मैं भी हंस दिया.
फिर कुछ देर यूं ही प्यार मुहब्बत की बातों के बाद मैंने उसका प्यार अपना लिया और उसे किस करने लगा.
मैं उसकी जीभ चूस रहा था और उसकी लार भी पी रहा था.
हम दोनों बहुत ज्यादा गर्म हो गए थे.
हमें पता ही नहीं चला कि कब हम दोनों के सारे के सारे कपड़े अलग हो गए.
मैं उसे अपनी बांहों में उठा कर अपने बेडरूम में ले गया और उसे बेड पर लुढ़का दिया.
मैं उसके नंगे जिस्म पर चढ़ गया और उसको खूब किस करने लगा था.
उसकी नंगी चूचियों को अपने दोनों हाथों में भर कर बारी बारी से दोनों को खूब पी रहा था.
उसका पूरा जिस्म चाट रहा था.
मेरे थूक से उसकी जवानी नहा चुकी थी.
मैंने उसे देखते हुए कहा- जान कुछ कहना नहीं चाहोगी?
वह हंस दी और बोली- लड़की से कहलवाना चाहते हो!
मैंने कहा- मैं कहूँगा तो कहोगी कि लड़के गंदा बोलते हैं.
वह हंस दी और बोली- यदि मैं कहूँगी तो तुम कहोगी कि कितनी बेशर्म लड़की है!
मैंने कहा- आज तुम बेशर्म हो ही जाओ मेरी जान! मैं यही चाहता हूँ!
उसने मुझसे कहा- हां विशाल, कहने को तो बहुत कुछ जी कर रहा है … और देखो न … तुमने तो मेरे नंगे जिस्म को अपने थूक से नहला ही दिया है!
मैंने कहा- हां नहला तो दिया है जान पर वह कहो न, जो फिलहाल जरूरी है!
उसने मेरी आंखों में आंखें डालीं और सरगोशी से कहा- विशाल मेरी जान, अब मुझे अपना बना लो और डाल दो अपना लंड मेरी चूत के अन्दर … और बना लो मुझे अपनी रंडी!
मैं उसके मुँह से ऐसे शब्द सुनकर अन्दर तक हिल गया और उसकी कोली भर कर उसे अपने नीचे ले लिया.
वह पलट कर वापस मेरे ऊपर आ गई और बोली- ऊपर से आ जाओ जान!
मैं 69 में उसके नीचे लेट गया और उसकी चूत पर थूक लगा कर चूसने लगा.
वह आह आह करने लगी और मेरे लौड़े को सहलाने लगी.
मैं चाहता तो था कि वह भी मेरे लवड़े को मुँह में लेकर चूसे लेकिन मैंने उससे कुछ कहा नहीं.
मैं उसकी चुत चाटता रहा और वह अपनी टांगों में मेरे सर को दबा कर चुत में घुसेड़ लेगी, ऐसा करने लगी.
जल्दी ही उसकी चुत चुदने के लिए चिकनी हो गई लेकिन एक प्रॉब्लम हो गई.
वह ये कि पूरा मार्केट बंद था, तो कंडोम कहां लाऊं!
मैंने फातिमा से यह बात बताई तो वह कहने लगी कि मुझे तुम्हारे साथ बिना किसी सेफ्टी के साथ सेक्स करना है और तुम अपना सारा माल मेरे अन्दर ही भर देना.
यह सुन कर मैं और ज्यादा जोश में आ गया.
मैंने मिशनरी पोजीशन में अपनी चुदाई की स्थिति बनाई और अपना 7 इंच का लंड उसकी चुत के होंठों पर रख दिया.
फिर चुत पर लंड का टोपा रगड़ते हुए मैंने एक ज़ोरदार धक्के के साथ अपना आधा लंड उसकी चुत के अन्दर डाल दिया.
ये हम दोनों का पहला सेक्स था तो उसकी चुत से र/क्त निकलने लगा और वह रोती हुई चिल्लाने लगी.
मैंने तुरंत उसके होंठों पर अपने होंठों का ढक्कन लगा कर मुँह दबा दिया. ताकि वह हल्ला न कर सके.
वह मेरे चंगुल से निकलने की कोशिश करने लगी और मुझसे छोड़ देने की रिक्वेस्ट करने लगी.
लेकिन मैं उसके जिस्म को सहलाते हुए एक दूध को चूसने लगा.
फातिमा को इससे थोड़ा आराम मिलने लगा.
फिर जैसे ही वह अपनी कमर को कसमसाने लगी, मैंने एक और धक्का लगा दिया.
मेरा लंड उसकी कुंवारी चुत को फाड़ता हुआ पूरा अन्दर घुस गया.
लंड ने अन्दर उसके गर्भाशय को किस कर लिया था.
वह कराह कर छटपटाने लगी थी.
हम दोनों थोड़ी देर ऐसे ही पड़े हुए थे.
फातिमा- तुमने तो मेरी जान ही निकाल दी विशाल, ऐसे भी कोई पेलता है क्या … अब जल्दीबाजी मत करो, थोड़ी देर ऐसे ही मेरे ऊपर पड़े रहो!
विशाल- अरे जान, अब तुम्हें दर्द नहीं होगा, बल्कि मज़ा आएगा. एक बार नीचे तो देखो कैसे तुम्हारी कुंवारी चुत में मेरा लंड घुसा पड़ा है … साले ने लाल लाल होली खेल ली है … आह उफ्फ़ …!
फातिमा- वो तो मैं देख ही रही हूं कि मेरी छोटी सी सील पैक चुत ने फट कर तुम्हारा पूरा लंड खा लिया है ऊफ़्फ़ विशाल अब मैं तुम्हारी हो गई हूं, मेरे साथ जो भी करना चाहो, कर लो … बस मुझे तुम खूब प्यार करते रहना!
अब मैं फातिमा की चूत के अन्दर धीमे धीमे धक्के मारने लगा.
वह भी मेरे नीचे से मेरे धक्कों से अपने धक्के मिला कर मेरा पूरा साथ दे रही थी.
मैंने चुदाई के गियर को टॉप में डाला और ज़ोर ज़ोर से धक्के मारता हुआ उसकी चुत का भोसड़ा बनाने लगा था.
साथ ही मैं उसके होंठों को भी खूब चूस रहा था; उसकी चूची काट कर चूस रहा था.
वह भी मेरा खूब साथ दे रही थी.
चुदते समय उसकी 34 इंच की चूचियां खूब उछल कूद कर रही थीं.
हम दोनों को चुदाई करते हुए 25 मिनट हो चुके थे, अब हम दोनों का माल निकलने को हो रहा था.
हम दोनों अब भी मिशनरी पोजीशन में सेक्स कर रहे थे.
उसकी बच्चेदानी का मुँह भी खुल चुका था.
उसका खूब सारा गर्म माल निकल कर मेरे लंड को नहला रहा था.
जब फातिमा की आखिरी बून्द निकली, तो उसने मेरी कमर पर अपने दोनों पैरों को कैंची बना कर फंसा लिया, जिससे मेरे लंड का टोपा उसकी बच्चेदानी के मुँह के अन्दर घुस चुका था.
विशाल- ऐसे में तुम प्रेग्नेंट हो जाओगी फातिमा रानी, मेरा लंड भी माल छोड़ने को है!
फातिमा- बना दो मुझे अब अपनी औलाद की माँ, विशाल अब मैं तुम्हारी हूं और हम दोनों की शादी का यही एक रास्ता है!
मैं भी उसकी बातें सुन कर पिघल गया और अपना सारा स्पर्म उसके गर्भ में भर दिया.
फिर हम दोनों उसी हालत में थक कर सो गए.
जब 3 घंटे बाद मेरी नींद खुली तो फातिमा वैसे ही मेरे नीचे सो रही थी और मेरा लंड अभी भी उसकी चुत के अन्दर था.
मैंने फातिमा को जगाया तो वह उसी हालत में मुझे पकड़ कर किस करने लगी, जिससे मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया और हम दोनों ने फिर से मस्त सेक्स करना चालू कर दिया.
मैंने पुनः अपने लंड का माल उसके गर्भ में भर दिया.
ऐसे ही हम दोनों सेक्स करते रहे और वह 15 दिन बाद प्रेग्नेंट हो गई.
लॉकडाउन खुलते ही हम दोनों ने शादी कर ली और घर वालों की काफी चिल्लपौं के बाद आखिर हम दोनों ने अपनी सुहागरात मनाई.
फातिमा ने शादी के बाद अपनी एक सहेली को मेरे लंड के नीचे सुलाया, सहेली की चूत दिलवाई.
वह सहेली सेक्स कहानी फिर कभी लिखूँगा.
आशा करता हूं कि आप सभी को मेरी हॉट मुस्लिम सेक्स कहानी पसंद आई होगी.
मेल करके मुझे ज़रूर बताएं.
Vishalchaurasia2018@gmail.com