गे बॉय फक गर्ल स्टोरी में 2 गे लड़कों की दोस्ती 2 लेस्बियन लड़कियों से हो गई. चारों ने होटल में जाकर एक साथ अपना अपना सेक्स करने का सोचा. लेकिन वहां क्या हुआ?
फ्रेंड्स, मैं शाबीना आपको लेस्बियन सेक्स और गे सेक्स से जुड़ी हुई एक मस्त सेक्स कहानी सुना रही थी.
कहानी के दूसरे भाग
हॉस्टल में बनी नई लेस्बियन GF
में अब तक आपने पढ़ लिया था कि हम दोनों लेस्बियन सहेलियों को दो गे लड़के मिल गए थे और हम सब एक साथ मस्ती के मूड में आ गए थे.
अब आगे गे बॉय फक गर्ल स्टोरी:
जब हम दोनों ने शिवम के मुँह से सलीम की अम्मी और बहन की चुदाई की कहानी सुनी तो मैं शिवम से बोली- क्या तुम अपना लंड निकाल कर सलीम को अभी चुसवा सकते हो?
वह झट से राजी हो गया और उसने अपना लंड निकाल कर अपने साथी सलीम के हाथ पर रख दिया.
सलीम भी कहां मौका छोड़ने वाला था, उसने वहीं पर झुक कर पूरा लंड अपने मुँह में उतार लिया और जोर जोर से चूसने लगा.
उन्हें कामक्रिया करते देखकर हम दोनों बेकाबू होने लगे और हमने भी एक दूसरे को लिप किस करना शुरू कर दिया.
सलीम मस्ती से लंड चूसे जा रहा था और हम दोनों लड़कियां लिप किस कर रही थीं.
फिर उस लड़के ने कहा- यहां पर ज्यादा सेफ नहीं है. इससे अच्छा है कि हम लोग कहीं दूसरी जगह चलते हैं और वहीं पर यह सब कर लेते हैं.
हम दोनों लड़कियां भी उसकी बात सुनकर खुश हो गईं और हम सब प्लान करने लगे कि कहां जाएंगे.
क्योंकि हम तो हॉस्टल में रहती थीं.
शिवम ने कहा- हम होटल में जा सकते हैं, उधर हम दो कपल बनकर दो रूम बुक करेंगे. तुम दोनों में से एक मेरे साथ चलना और एक सलीम के साथ.
हम दोनों लड़कियां मान गईं और यह तय हो गया कि किसी होटल में कमरे बुक करने के बाद हम चारों एक ही कमरे में आ जाएंगे.
अमेजिंग आइडिया था तो सबको अच्छा लगा.
हम सब वहां से चल दिए.
शिवम ने पूछा- तुम्हारे नाम क्या हैं?
तो हम दोनों ने अपने अपने नाम बताए.
शिवम बोला- मैं राबिका के साथ जाऊंगा और तुम दोनों एक साथ चले जाना. हम सब अपना आधार कार्ड जमा करके अन्दर जाएंगे और कोई कुछ नहीं बोलेगा. बस अपने अलग अलग कमरे में चले जाएंगे. उधर जाकर कॉल करके तुम दोनों हमारे कमरे में आ जाना, या हम दोनों तुम्हारे कमरे में आ जाएंगे.
हम सब होटल गए और हमने ऐसे ही दो रूम बुक किए.
फिर रूम बुक करने के बाद शिवम का कॉल आया और शिवम ने मेरे पास कॉल किया कि तुम दोनों हमारे पास आ जाओगे या हम दोनों तुम्हारे पास आएं?
मैं बोली- हम दोनों तुम्हारे रूम में आ रहे हैं. तुम दरवाजा ओपन कर दो.
उसने ओके बोला.
मैं और सलीम जैसे ही कमरे के बाहर गए, तो वहां पर राबिका ने गेट खोल कर छोड़ा था.
हम दोनों जैसे ही अन्दर गए, सलीम ने दरवाजा बंद कर दिया.
मैंने देखा कि शिवम बाथरूम में नंगा खड़ा होकर नहा रहा था.
उसकी पीठ हमारी तरफ थी.
मुझे उसकी सेक्सी टांगें, उसके चूतड़ और उसकी कमर दिख रही थी.
उसके लंबे लंबे बाल उसके कंधों तक आ रहे थे.
वह मस्ती से नहा रहा था.
मुझे देखने में भी अच्छा लगा.
शायद राबिका को उसको देखने में इतना मजा नहीं आया पर मुझे उसका नंगा जिस्म देखकर बहुत अच्छा लगा.
मैं यह सब कल्पना ही कर रही थी कि सलीम भाग कर बाथरूम की तरफ गया और वहां जाकर उसने शिवम की बॉडी को पीछे से पकड़ लिया.
वह उसकी कमर को गर्दन को छू रहा था और जोर-जोर से किस करते हुए मजा ले रहा था.
मेरा भी मन हुआ कि मैं भी जाकर उसके बदन को पकड़ लूँ.
सच में वह बहुत सेक्सी लग रहा था.
फिर राबिका ने गेट की कुंडी लगा दी और मुझे वासना से देखा तो मैंने राबिका को पकड़ लिया.
मैंने राबिका को पकड़कर उसको होंठों को चूसना शुरू कर दिया.
राबिका मेरे साथ किस करने लगी.
थोड़ी देर के बाद हम सब रुक गए.
अब तक हम सबके सामने शॉवर के नीचे बैठकर सलीम शिवम का लंड चूस रहा था.
मुझे इस तरह उन दोनों को देखते हुए राबिका भी मजा ले रही थी.
राबिका ने धीरे से कहा- क्या तुम्हें भी शिवम का लंड पकड़ना है?
मैंने कहा- नहीं, पर मुझे उसके जिस्म को अपनी जीभ से और अपने होंठों से छूने का मन है!
राबिका बोली- तो जाओ ना, वह तो कपड़े उतार कर कब से नंगा खड़ा है!
मैंने कहा- नहीं, मैं अकेली नहीं जा सकती, तुम भी मेरे साथ चलो ना!
राबिका हंस कर बोली- हां चलो ठीक है, साथ में मजा लेते हैं.
राबिका और मैं अपने कपड़े उतार कर ब्रा और पैंटी में बाथरूम के अन्दर चली गईं.
बाथरूम में जाने के बाद मैंने शिवम के पीछे जाकर उसकी कमर पर किस करना शुरू किया, फिर उसके कंधों पर और उसके चूतड़ों को अपने हाथों से दबाने लगी.
तभी राबिका ने मेरी पैंटी उतार दी और मेरे पीछे बैठकर मेरी चूत को चूसने लगी.
अब हम चारों एक रेलगाड़ी की तरह जुड़े हुए थे. पहले सलीम शिवम का लंड चूस रहा था. मैं शिवम की कमर पर किस कर रही थी और मेरी चूत को राबिका चूस रही थी.
इस तरह का सेक्स मैंने एक ब्लू फिल्म में देखा था, सच में बड़ा मजा आ रहा था.
मुझे शिवम के सख्त चूतड़ों को दबाने और मसलने में बेहद मस्ती चढ़ रही थी और बस लग रहा था कि कब इसके लौड़े को पकड़ कर चूस लूँ.
कुछ देर बाद बाथरूम में सलीम के होंठों की चप चप की आवाज आ रही थी क्योंकि वह लंड चूस रहा था और शॉवर से पानी गिरने की आवाज भी उसकी चुसाई से मिल कर गूंज रही थी.
हम चारों के अन्दर जो हवस का तूफान था, वह धीरे धीरे भड़कता जा रहा था.
मैं शिवम के नंगे जिस्म के लिए मदहोश हो रही थी और सलीम तो पहले से ही शिवम के लंड का दीवाना था. उधर शिवम, राबिका के मम्मों का दीवाना था और राबिका तो पहले से ही मेरी चूचियों की दीवानी थी.
मैं अभी यह सब सोच ही रही थी कि शिवम ने सलीम का सिर पकड़ा और जोर जोर से उसके मुँह को चोदना शुरू किया तो वह दूर को हट गया.
सलीम बोला- पानी मुँह में मत देना, गांड में निकालो.
तभी मैं बोली- मेरी चूचियों पर निकाल दो!
शिवम तो जैसे पूरी तैयारी में था, उसने पीछे मुड़कर मेरी तरफ लंड कर दिया और मेरा हाथ पकड़ कर अपने लौड़े पर रख दिया.
मैंने इससे पहले कभी किसी का लंड नहीं पकड़ा था पर शिवम के हाथ से अपने हाथ को लंड पर रखवाने के बाद मुझे जरा सा भी बुरा नहीं लगा.
फिर शिवम ने अपने हाथ से मेरा हाथ पकड़ा और उसे लौड़े पर आगे पीछे करने का इशारा किया.
तो मैं उसके लंड की मुठ मारने लगी.
फिर कुछ ही देर में उसके लंड से तेज धार छूटी और उस पिचकारी ने मेरे पूरे चेहरे पर और बालों को भिगो दिया.
ये तजुर्बा मेरे लिए एकदम नया था पर मुझे बहुत अच्छा लगा.
अब शिवम ने अपना लंड मेरे मुँह में देना चाहा तो मैंने नहीं लिया.
फिर उसने राबिका से कहा- तुम चूसो!
पर वह भी कुछ नहीं बोली.
शिवम नहाने लगा और हम तीनों बाहर आ गए.
राबिका ने मुझसे कहा- उसका दूध तेरे चेहरे पर गिर गया है, साफ तो कर ले!
राबिका के कहने पर मुझे याद आया कि अरे मैंने उसके वीर्य को साफ ही नहीं किया.
अब मैं वापस बाथरूम में चली गई और शिवम के लौड़े को देखने लगी.
उसने मुझे लंड घूरते हुए देखा तो अपनी तरफ बुलाया.
मैं जैसे उसकी तरफ खिंचती चली गई.
उसने भी मुझे पकड़ लिया और अपने होंठों से मेरे होंठों को चूमने लगा.
मुझे बेहद मस्त अहसास होने लगा था. फिर पता ही नहीं चला कि कब उसने मेरी मदहोशी का फायदा उठा कर अपना लंड खड़ा करके मेरी चूत में दबा दिया.
जब मुझे दर्द हुआ तो मेरा ध्यान अपनी चूत पर गया.
उसका पूरा लंड मेरी चुत के अन्दर घुस चुका था.
मैंने उससे अलग होना चाहा, पर उसने मेरे चूतड़ों को पकड़ रखा था.
मैं हिल भी नहीं सकी.
अब मैंने भी शिवम की कमर को पकड़ लिया और अपना चेहरा उसके सीने पर रख दिया.
वह समझ गया कि मैंने अपने जिस्म को उसके हाथ में सौंप दिया है.
अब तो उसने ताबड़तोड़ धक्कों से मेरी चूत में भूचाल मचा दिया.
गे बॉय फक गर्ल से मेरी तेज तेज चीखें निकलने लगीं मगर वाह रे शिवम … उसने मेरी चुत का मानो भोसड़ा बनाना तय कर लिया था.
तभी मेरी चीख सुनकर सलीम और राबिका दोनों बाथरूम में आए.
राबिका अपनी प्यारी शाहीना की चूत का भोसड़ा बनते हुए देखने लगी.
और मैं भी अब तक मजा लेने लगी थी तो चिल्ला चिल्ला कर लंड से चुदने का मजा लेने लगी.
‘आह शिवम आराम से करो साले फट जाएगी मेरी बुर … आह अम्मी!’
वह मेरी एक नहीं सुन रहा था, बस मेरे दूध मसलता हुआ मेरी चुत में अपने लंड को दनादन अन्दर बाहर अन्दर बाहर करते जा रहा था.
कुछ ही समय में मेरी चुत ने लंड को सहन कर लिया था और अब मैं मस्ती से चुत चुदाई करवाने लगी थी.
कुछ देर बाद शिवम ने मुझे डॉगी स्टाइल में दीवार के सहारे खड़ा कर दिया.
मैं झुक कर अपनी दुकान को उसके सामने खोल कर उसके लंड का मजा लेने लगी.
तभी राबिका ने गुस्से में सलीम का लंड बाहर निकाला, पर वह छोटा सा सोया हुआ टुन्नू सा था.
राबिका उसको हाथ में लेकर हिलाने लगी.
यह बुरा तो मुझे भी लगा पर मैं कुछ बोल नहीं सकती थी.
गलती तो मैंने ही शुरू की थी कि शिवम का लंड लेने लगी थी.
काफी देर तक मेरी चुत चोदने के बाद शिवम ने अपना लंड मेरी चूत की छेद में में अन्दर तक अड़ा कर अपना पूरा पानी भर दिया.
उसके गर्म पानी का अहसास मुझे हुआ तो मैं शिवम के इस कारनामे की फिर से दीवानी हो गई.
राबिका के बहुत देर रगड़ने के बाद भी सलीम का लंड खड़ा नहीं हुआ तो शिवम बोला- मेरे पास आ जा राबिका, वह सिर्फ गांड मरवाता है और मारने का काम मैं करता हूं.
राबिका गुस्से में सलीम का लंड छोड़ कर बेड पर चली गई और मैं भी अपनी चूत के दर्द के साथ धीरे धीरे लंगड़ाती हुई बेड पर आ गई.
दोस्तो, यह लेस्बियन लड़कियों और गे लड़कों की गे बॉय फक गर्ल स्टोरी आपको कैसी लग रही है प्लीज जरूर बताएं.
इसके आगे एक नया ट्विस्ट भी है.
उसके लिए आपका सेक्स कहानी के अगले भाग में आमंत्रण है.
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गे बॉय फक गर्ल स्टोरी का अगला भाग: तीन गांड और दो चूत का मालिक पति- 4