विधवा मामी को चोद कर बीवी बनाया

Xxx मामी भानजा सेक्स कहानी में मेरे मामा की मृत्यु के बाद मैं मामी को मिलने गया. मामी से मैं काफी खुला हुआ था. मामी को मैंने गले लगाया तो …

हैलो फ्रेंड्स, मेरा नाम अमित है.
मेरी उम्र 23 साल है.
मैंने इस साल अपना कॉलेज किया है।

आज मैं आपको मेरी जिंदगी का सबसे अच्छा वाकया बता रहा हूँ जो मैं शुरू से चाहता था।
वो मेरा फर्स्ट टाइम सेक्स मेरी सगी मामी के साथ है.

Xxx मामी भानजा सेक्स कहानी पढ़ें.

मैं बचपन में अपनी दादा दादी के यहां पला बड़ा था.
अब दादा दादी भी नहीं रहे हैं.
उधर ननिहाल में मेरे नानी नानी भी नहीं हैं.

मैं पढ़ने लिखने में एक होनहार छात्र हूँ इसलिए मुझे स्कूल से और उसके बाद कॉलेज से छात्रवृति मिलती रही है, तो इससे मेरा काम चलता रहता है.
कुछ दिक्कत नहीं होती है और मुझे स्टाईपेंड भी मिलता है, जिससे सब कुछ आराम से हो जाता है.
मैं बायो का स्टूडेंट हूँ.

मेरे मामा की मृत्यु हुए अभी एक महीना ही हुआ है.
मेरी मामी रहन सहन में एकदम साधारण हैं.
मेरी मामी का नाम सारिका है.
उनकी उम्र 35 साल है.

मामी की दो बेटियां हैं और दोनों हॉस्टल में रह कर पढ़ रही हैं.

मैं अपनी पढ़ाई खत्म करके मार्च में अपने ननिहाल गया था.
मामी ने मेरा स्वागत किया.
मेरी मामी बहुत खुश हुईं क्योंकि मेरी मामी मुझे बहुत पसंद करती हैं.

यदि उन्हें सेक्सी कहा जाए, तो वे ऐसी बिल्कुल भी नहीं हैं.
गांव में उनका दूसरे लोगों के साथ बात व्यवहार काफी अच्छा है.

रात को हम दोनों खाना ख़ाकर सोने चले गए.
मैं उनके पास मामा के जाने के बाद पहली बार आया था.

मेरी मामी दूसरे कमरे में साड़ी चेंज कर रही थीं.
मैं उनके पीछे गया और उन्हें हग करने लगा.

मेरी मामी उस समय अपनी चड्डी उतार रही थी.

मेरी मामी को कुछ नहीं लगा क्योंकि मैं उनको हमेशा से ही उनको ऐसे ही हग करता रहा था.
वे भी मेरे साथ लिपटने लगीं और उनके हाव-भाव से साफ लग रहा था कि वे प्यासी हैं.

मैंने उनसे सीधे सीधे कहा- मामी, मुझे आपको चोदना है.
मेरी मामी हंसती हुई बोलीं- हट … तुम और मैं कैसे कर सकते हैं!

मामी को मेरी बात सुनकर जरा सा भी अजीब नहीं लगा क्योंकि मैं उनसे सेक्स के बारे में बहुत खुला हुआ रहा था.
मामा के जाने से पहले ही मेरी मामी से सेक्स को लेकर खुल्लम-खुल्ला बात होती थी और मैंने उन्हें अक्सर कपड़े बदलते हुए भी देखा था.

मैंने उनसे जिद की तो मेरी मामी बोलीं- ठीक है, एक शर्त पर कर सकते हो!
मैंने कहा- क्या शर्त?

मामी बोलीं- देखो मैं विधवा हो गई हूँ और यदि तुम मेरी मांग भर सकते हो, तो मैं तुम्हारी बीवी बन जाऊंगी. फिर पति पत्नी के बीच सेक्स करने से कोई प्राब्लम नहीं होगी. अभी तुम गांव में किसी को बताना मत और मैं भी गांव में सबके सामने अपनी मांग में सिंदूर नहीं लगाऊंगी.
मैंने कहा- ओके ठीक है!

इसके बाद मामी ने सिंदूर की डिब्बी लाकर मुझे थमा दी और मैंने भगवान के सामने उनकी मांग भर दी.
अब हम दोनों पति पत्नी बन गए.

इसके बाद मैंने मामी को अपनी बांहों में उठाया और किस करते हुए उनको बेडरूम में ले आया.

मेरा शरीर मामी के शरीर से कुछ छोटा जरूर था पर मेरे अन्दर ताकत बहुत है.
मेरी हाइट उनसे एक इंच बड़ी थी.

मेरा लंड एक भरपूर मर्द के जैसे हो गया था. लंड काफी मोटा भी था. मतलब उनकी चुत के लिए मेरा लंड पूरी तरह से फिट है.
मैं बेड पर लेट गया और मैंने अपने कपड़े खोल दिए.

मेरी मामी ने अपनी सामने से खुलने वाली नाइटी की डोरी खोल दी और चड्डी और ब्रा में मुझे उत्तेजित करने लगीं.
मेरी मामी जब ब्रा खोलने लगीं तो उनके मदमस्त रसीले दूध देख कर मेरा लंड खड़ा होकर 90 डिग्री के कोण में खड़ा हो गया.

मैं पहली बार किसी औरत को नंगी देख रहा था.
हालांकि अब मेरी मामी मेरी पत्नी हो गई थीं, तो उनकी सारी शर्म और झिझक खत्म हो गई थी.

शायद उन्हें खुद चुदास चढ़ी हुई थी और मामा जी के जाने के बाद से उन्हें अपनी चुत की चुदाई नहीं मिली थी तो वे खुद से गर्म होकर मेरे सामने नंगी हो रही थीं.

कुछ ही देर में मेरी मामी नंगी होकर बेड पर आ गईं और उन्होंने वासना से मेरी आंखों में देखते हुए मेरे बाक्सर को पकड़ कर मुझे अपनी तरफ को खींचा.
मैं उनके झटके से उनकी तरफ आ गया और उन्होंने मेरे बाक्सर को नीचे कर दिया.

मेरा पूरा लंड तना हुआ था, बाक्सर की इलास्टिक से लंड एकदम से बाहर निकला और मामी मेरे लौड़े को देख कर हतप्रभ रह गईं.
उन्होंने कहा- आह मर गई, तुम्हारा इतना बड़ा है … ये तो मेरी फाड़ देगा!

मैंने कहा- आज तक कभी आपने सुना है कि किसी की चुत बड़े लंड से चुदने से फट गई हो! हां जरा खून वगैरह निकल गया हो तो वह बात अलग है.

वे मेरे लंड को पकड़ कर उसे सहलाने लगीं और कहने लगीं कि है तो सच में लोहा जैसा … बस डर लग रहा है कि कहीं कुछ हो न जाए!

मैंने उन्हें अपनी तरफ झुकाते हुए कहा- आप पहले इसे अपने मुँह में लेकर प्यार करो … आपका सारा डर खत्म हो जाएगा.

इसके बाद मामी ने मेरा लंड चूसना शुरू कर दिया.
मैंने उनके बालों को खोल कर उनको अपने लौड़े पर दबाने लगा और उनके मुँह को अपने लौड़े से चोदने लगा.

मेरी कमर ऊपर को उठ कर उन्हें बार बार लंड अन्दर बाहर करवा कर मजा दे रही थी और मुझे खुद भी मजा आ रहा था.

मेरा लंड इतना मोटा था कि उनके मुँह में पूरा घुस नहीं पा रहा था.
मेरी मामी ने करीब एक मिनट तक लंड चूसा उसके बाद वे लंड मुँह से निकाल कर उसे अपने थूक से चिकना करने लगीं.

वे बोलीं- अब जो होगा, सो देखा जाएगा.
यह कह कर मामी मेरे ऊपर चढ़ गईं.

मैंने भी झट से पोज बनाया और मामी की कमर पकड़ कर उनकी चुत को अपने लंड पर सैट कर लिया.
वे अपनी चुत में लंड के स्पर्श से गनगना उठीं और मेरे होंठों को चूसने लगीं.

मैंने उनके मुँह को अपने मुँह से बंद किया और अपनी कमर को उठाते हुए जैसे ही झटका मारा, दर्द से उनकी गांड फट गई.

वे एकदम से मेरी पकड़ से छूटने की कोशिश करने लगीं.
मगर मैंने अपने हाथों से उनकी कमर को पकड़े रखा और अपना लंड उनकी चुत में और अन्दर घुसेड़ दिया.

वह हांफने लगीं और छटपटाने लगीं.
मेरे लिए यह पहली बार का अवसर था कि मैं किसी की चुत में अपना लौड़ा पेल रहा था.

अब मुझे उनकी चुत में ऐसा लगने लगा था मानो मैंने किसी भट्टी में अपने लंड को डाल दिया हो.
मुझे चुदाई के बारे में कुछ ज्यादा पता नहीं था, बस अब तक जितना पॉर्न मूवीज में देखा था, वही सब अमल में ला रहा था.

कुछ ही देर में मेरी मामी खुद मेरे लंड पर सही से सवार हो गईं और अपनी गांड को ऊपर नीचे करती हुई उम्म आह की आवाज करती हुई चुदने लगीं.
चुदाई के बीच में मैं उनकी गांड को चमाट भी मार रहा था.

मुझे उस वक्त इतना ज्यादा अच्छा लग रहा था कि मेरी खुशी का मानो ठिकाना ही नहीं था.
मामी को भी अपनी चुत में मेरे मोटे लंड को लेकर अपार सुख मिलने लगा था और वे मेरे मुँह में अपनी चूची देती हुई मजा लेने लगी थीं.

मैं भी मामी की दोनों चूचियों को बारी बारी से अपने मुँह में लेकर चूस रहा था और नीचे से अपनी कमर उठा उठा कर उन्हें तबीयत से रगड़ रहा था.
करीब 15 मिनट बाद मेरी मलाई झड़ गयी. उसके बाद मैंने मामी की कमर पकड़ी और मैंने उनको छोड़ा.

इसके 5 मिनट बाद मामी भी झड़ गईं.
मैंने उनसे कहा- मामी, ये मेरा फर्स्ट टाइम वाला मामला था इसलिए जल्दी हो गया!

मेरी मामी बोलीं- कोई बात नहीं, जब पति पत्नी दोनों को संतुष्टि होती है, तब अच्छा ही होता है.
यह कह कर मैंने मामी को किस किया और हम दोनों लेट गए. हम दोनों किस करते रहे.

वापस दस मिनट बाद हम दोनों ने फिर चुदाई करना शुरू कर दिया.
अबकी बार मेरी मामी नीचे लेट गईं. मैंने उनकी दोनों टांगों को अपने कंधों पर रखा और उनकी चुत चाटने लगा.

पहले तो मेरी मामी ने मना किया. वे बोलीं- तुम अब मेरे पति हो, मैं तुमको अपनी चुत नहीं चाटने दूँगी.
अपनी मामी के मुँह से पति शब्द सुनकर मैं और ज्यादा मदमस्त हो गया.

इसके बाद मैंने अपना लंड उनकी चुत पर सैट कर दिया. हम दोनों की झांटें बहुत बड़ी बड़ी हो गई थीं.
उससे और भी ज्यादा मजा आ रहा था.

मैंने अपना लंड मामी के छेद में घुसेड़ा और उनको चोदने लगा.
इस बार भी मामी थोड़ी सी कराहीं और लंड अंदर लेने के बाद वे बहुत हंस हंस कर मुझसे चुदने लगीं.

वे मुझे किस करने लगीं और अपनी चूची भी पिलाने लगीं.
मुझे भी मामी की चूचियां चूसते हुए उन्हें चोदने में बड़ा मजा आ रहा था.

मेरा लंड मस्ती से मामी की चुत में आने जाने लगा था और हम दोनों ही चूंकि एक बार स्खलित हो चुके थे तो जल्दी झड़ने का कोई सीन नहीं था.

कुछ देर बाद हम दोनों बहुत ज्यादा गर्म हो गए और ज़ोर ज़ोर से चुदाई करने लग़े.
हमारे बीच चुदाई का युद्ध इतना घमासान हो गया कि पूरे कमरे में फट फट की आवाज़ गूंजने लगी.

मेरी मामी भी अपनी गांड उठाती हुई आह … आह … करने लगी थीं.
करीब आधा घंटा तक मस्त चुदाई के बाद हम दोनों झड़ गए.

झड़ने के बाद हम दोनों काफी थक गए थे तो एक दूसरे से चिपक कर लेट गए और हम दोनों लंबी लंबी सांसें लेने लगे.

कुछ देर बाद मामी मेरे नीचे से निकल कर मेरे बगल में लेट गईं.

अब हम दोनों में इतनी ताक़त भी नहीं थी कि कपड़े पहन सकें.
मेरे लंड में कुछ दर्द भी होने लगा था.
हम दोनों वैसे ही नंगे सो गए.

सुबह मेरी मामी उठ कर नहाने चली गईं.
वे गांव के तालाब पर नहाने जाती थीं.

नहा कर आने के बाद मेरी मामी ने मुझे उठाया और दूध पिलाया.

मैंने उनसे कहा- कल आपके साथ बहुत मज़ा आया. आज भी करेंगे.
उन्होंने कहा- मुझे भी पहली बार तुमसे इतना मज़ा आया. तुम पहले नहाकर आ जाओ.

मैं हामी भर कर नहाने चला गया.
मैं नहा कर आया तो मामी किचन में खाना बना रही थीं.

मैंने उनको पीछे से हग कर लिया.
मामी मेरी तरफ घूम गईं और लिप किस करने लगीं.

मैं उनकी साड़ी ऊपर करने लगा, तो मामी बोलीं- अभी नहीं, मैं अभी खाना बना रही हूँ.
मैंने कहा- मुझे आपको खाना है!
तो वे हंस पड़ीं.

मामी ने गैस का चूल्हा बंद कर दिया और रसोई में एक साइड होकर अपनी चड्डी उतार दी.
मैं उन्हें देख रहा था.
उन्होंने अपनी साड़ी ऊपर की और खुद को किचन की पट्टी पर झुका दिया.

उनकी पोजीशन देखते ही मैंने अपना लंड निकाला और उनकी चुत में घुसेड़ कर उनको चोदने लगा.

खड़े होकर चोदने में काफी मज़ा आ रहा था.

मेरी मामी बोलीं- मैं तुमसे बहुत खुश हूँ. तुम्हारा हथियार काफी मस्त है अन्दर तक जाकर खुजली मिटा दे रहा है.

मेरा मोटा लंड मामी को बहुत पसंद आ गया था.
ऐसे ही अब हम दोनों दिन में भी चुदाई करने लगे.

अब हम ऐसे ही रोज एक साथ नहाने जाने लगे.

रास्ते में मूड हुआ तो झाड़ियों में घुस कर चुदाई शुरू हो जाती थी.
हम दोनों को चुदाई करते हुए अब दो हफ्ते हो गए थे.

अब मेरी मामी की बेटियां हॉस्टल से आ गयी थीं तो हमें दिन में चुदाई का समय नहीं मिलता था.

रात को जब मामी अपनी बेटियों को सुला कर मेरे पास आतीं, तभी हम दोनों का मिलन हो पाता था.

रात को करीब 30 मिनट तक चुदाई करके वे वापस अपनी बेटियों के पास चली जाती थीं.

एक दिन मेरी मामी अपनी सहेली के साथ ब्लॉक जाने वाली थीं, तभी मैंने उनके साथ सेक्स करने का सोचा.

मेरी मामी बोलीं- मैं वापस आती हूँ, तब सेक्स करेंगे!
मैंने कहा- नहीं, बहुत दिन हो गए हैं आपको दिन में नहीं चोदा है!

मामी मेरा कहना नहीं टाल सकती थीं तो वे जल्दी से सामने आ गईं और उन्होंने पहले मेरा लंड चूसा.

इसके बाद वे झुक गईं. उन्होंने अपनी साड़ी उठाई और इशारा कर दिया.
मैंने उनकी चड्डी नीचे को सरका दी और देर ना करते हुए उनको जल्दी जल्दी बहुत स्पीड में चोदने लगा.

मैं बस झड़ने ही वाला था, तभी मेरी मामी की सहेली आ गईं.
मैं उन्हें भी मामी कहता था.

वे जब अन्दर घुस आईं और हम दोनों को चुदाई करते हुए देखने लगीं.
Xxx मामी भानजा सेक्स का मामला समझते ही उन्होंने झट से दरवाजा बंद कर दिया.

वे बोलीं- हाय राम, यह क्या कर रही हो अपने भांजे के साथ!
यह कह कर मामी की सहेली भी हंस पड़ीं.
उनके हंसते ही मैं और मेरी मामी भी हंसने लगीं.

मामी की सहेली ने मेरा लंड भी देख लिया था.
मेरी मामी धीरे से मुझे धकेल रही थीं.

मैं उस वक्त झड़ने वाला था, तो हट ही नहीं रहा था और उनको ज़ोर ज़ोर से चोद रहा था.

जब मामी की सहेली ने यह देखा तो उन्होंने मेरी मामी से कहा- अब उसे पूरा काम तो खत्म कर लेने दे!
यह सुनकर मैंने अपनी शर्म को एक तरफ रखा और सोफे पर बैठ कर अपनी मामी को चोदने लगा.

मामी की सहेली सामने पूरी चुदाई देखती हुई हंस रही थीं.
तभी मेरे लौड़े की स्थिति छूटने की हुई, तो मेरे मुँह से आवाज निकलने लगी.

मामी बोलीं- हो गया?
मैंने कहा- हां बस एक मिनट और!

इसके तुरंत बाद मैं झड़ गया और मामी मेरे ऊपर से उठ गईं.
उन्होंने अपनी साड़ी सही की और अपनी सहेली से बोलीं- चल अब चलते हैं!

उनकी सहेली भी नजारा देख कर हंस रही थीं.
इसके बाद मैं उन दोनों को ब्लॉक छोड़ कर वापस आ गया.

एक महीने के बाद मेरा जॉब के लिए इंटरव्यू था.

उस दिन मेरी बस 9 बजे सुबह थी, तो मैं मामी और दोनों बेटियां सुबह 6:30 बजे जैसे ही तालाब पर नहाने गए, वहां भी हम दोनों तालाब के अन्दर चले गए और उनकी बेटियां घनी झाड़ियों में शौच के लिए चली गईं.

मैं मामी की पीठ रगड़ने के बहाने पानी के अन्दर उनके साथ खेल करने लगा.

मैंने उनके पीछे से लंड पेला और चुदाई करना शुरू कर दी.
उनकी दोनों बेटियां शौच करने गई हुई थीं तो मामी बोलीं कि उन्हें देर लगती है.

फिर मैं उस दिन शहर चला गया और इंटरव्यू में मेरा चयन हो गया.

मुझे एक बाद शहर साल जॉब मिल गई थी.
उधर हमारे कोई दोस्त और रिश्तेदार आदि नहीं रहते थे.

इसके बाद मामी ने मुझे बताया कि वे मुझसे प्रेगनेन्ट हो गई हैं.
मैं उनको शहर ले आया.

समय बीतने के बाद मामी ने हमारे बेटे को जन्म दिया.
हम दोनों बहुत खुश हो गए.

अब हम दोनों मामी भांजा से पति पत्नी और एक सलोने से बालक के पेरेंट्स बन गए थे.
गांव में सबको यही पता था कि मेरी मामी अब शहर में रहने लगी हैं.

अब सच सिर्फ मेरी पत्नी यानि कि मेरी मामी की सहेली को पता था कि असल में मामी मेरी पत्नी बन कर रहने लगी हैं.

अब हम दोनों शहर में खुशी से रहते हैं.
मैंने और मेरी मामी ने कोर्ट पति पत्नी का सर्टिफिकेट बनवा लिया है.
मेरी मामी अब मेरे नाम का सिंदूर लगाने लगी हैं.

तो दोस्तो, ये मेरी Xxx मामी भानजा सेक्स कहानी थी, आपको कैसी लगी, प्लीज बताएं.