बीवी की सेक्स गुलामी करने में मजा आया- 3

Xxx कपल BDSM कहानी में शांत स्वभाव के पति को गांड में उंगली करवाने में मजा आया तो बीवी समझ गयी. उसने अपने पति को गुलाम की तरह बनाकर सेक्स का मजा लिया.

कहानी के पिछले भाग
पति की गांड में उंगली की
में आपने पढ़ा कि सुनील शांत स्वभाव कोमल शरीर और मन का है, उसकी शादी दबंग पुलिस ऑफिसर अनुष्का से हुई।
दो बार अनुष्का ने अपने साहस और शारीरिक ताकत से सुनील की मदद की।
सुनील अनुष्का की गुलामी करने की सोचने लगा.

अनुष्का रात दस बजे घर आयी.
सोफे पर बैठकर उसने अपने पांव टेबल पर रखकर कहा- बहुत थक गयी हूँ।

सुनील ने उसे चाय पानी दिया।
उसी ने अनुष्का के जूते मोज़े उतारे, उसके पाँव के पंजों की मालिश की।

सुनील- अनुष्का, मैं तुम्हारी मालिश कर दूँ, थकान दूर हो जाएगी.

अनुष्का- मालिश के बाद मुझे गर्म पानी से नहला देना, अनुष्का खड़ी हुई.

अब आगे Xxx कपल BDSM कहानी:

सुनील ने अनुष्का की वर्दी उतारकर वाशिंग मशीन में डाली, उसकी मालिश की, उसे नहलाया।

उसने खाना तैयार कर रखा था, दोनों ने साथ में खाना खाया।

अनुष्का- मुझे देर हो जाती है, तुम खाना खा लिया करो।
सुनील- तुम्हें बिना खिलाए मैं नहीं खा सकता।

अगली सुबह सुनील ने सुबह चाय नाश्ता बनाया, अनुष्का को जगाया.

अब सुनील रोज BDSM गुलाम वीडियो देखता, जो अच्छा लगता, उसे डाउनलोड करता।

दूसरी रात से सुनील जब अनुष्का के जूते उतारकर जब शू रैक में रखने जाता, वह जूते के अंदर नाक डालकर सूँघता, जूते चूमता, वह मन से गुलाम हो गया था।

सुनील रोज अनुष्का की मालिश करता नहलाता।
वह रोज अपनी गांड में आस प्लग लगाता.

छठे दिन शाम अनुष्का ठीक समय घर आयी।

डिनर के बाद दोनों सेक्स वीडियो देखने बैठे.

सुनील- अनुष्का, तुमने कहा था अपने सेक्स के पसन्द के बारे में बिना झिझक बताना। मुझे कुछ सेक्स वीडियो पसंद आये. मैं दिखाता हूँ। तुम्हें भी मजा आये तो हम वैसा करेंगे.
कहकर सुनील ने गुलाम लड़के के कई सेक्स वीडियो दिखाए.

अनुष्का- कुछ नया है, तुम मेरे गुलाम बनकर खेल खेलने को तैयार हो तो हम यह करकर देखते हैं। मेरा आज से मासिक धर्म शुरू हो गया है, उसके बाद खेलेंगे। तब तक खेल का सामान ( सेक्स टॉय ) ऑन लाइन मंगवा लूँगी। आशा है तुम्हें मजा आएगा। मैं तुमसे प्यार करती हूँ पर सेक्स के समय मैं आक्रामक हो जाती हूँ, तुम जब झेल ना सको तब कोड सोमवार बोलना, एक बार सोमवार बोलने के बाद करीब एक मिनट बाद फिर सोचकर सोमवार बोलना, तीन बार सोमवार बोलने के बाद हम खेल बंद कर देंगे.

सुनील- तीन बार क्यों?
अनुष्का- दर्द होने पर तुम बिना सोचे एक बार सोमवार कह दोगे.

अनुष्का ने सुनील के शरीर के बाल ट्रिमर से साफ़ कर दिए।

मासिक ख़त्म होने के बाद दोनों ने छुट्टी ली.

अनुष्का- आज हम गुलाम का खेल खेलेंगे. सुनील तुम नहाकर ड्राइंग रूम में रुको, मैं बैडरूम में तैयार होकर तुम्हें बुलाऊंगी.

थोड़ी देर बाद अनुष्का ने सुनील को बुलाया।
अनुष्का स्पोर्ट्स ब्रा और मिनी स्कर्ट पहने थी।

टेबल पर गले का पट्टा, रस्सी, बेल्ट, छड़ी, हथकड़ी, स्ट्रैप ऑन डिलडो अदि रखे थे।

अनुष्का- तुम मेरे गुलाम हो. मैं जैसा बोलूंगी वैसा करना … नहीं तो सजा मिलेगी।
सुनील- जी मालकिन!

अनुष्का- गुलाम, अपने गले में कुत्ते का पट्टा पहनो, नीकैप पहनो, कुत्ते के समान चलकर मेरे पास आओ।

सुनील अपने कपड़े उतारने लगा.
अनुष्का ने बेल्ट से मार कर कहा- मैंने कपड़े उतारने को नहीं कहा।

सुनील पट्टा और नीकैप पहनकर कुत्ते की तरह चलकर अनुष्का के पास गया।

अनुष्का कुर्सी पर बैठकर- अब मेरे जूते उतारो, जूतों को सूंघो, चूमो, चाटो!
सुनील वैसा हो करने लगा।

अनुष्का- अब जूतों को मुँह में लेकर दरवाज़े के पास रखकर वापस आओ।
सुनील जूते रखकर वापस आया.

अनुष्का- अब मेरे पैर सूंघो, चूमो, चाटो.
सुनील कुत्ते की तरह पैर सूंघने के बाद उन्हें चूमने चाटने लगा।

अनुष्का ने सुनील को पैर का अंगूठा चूसने कहा.
सुनील ख़ुशी से चूसने लगा।

अनुष्का- अब नंगे हो जाओ, पूंछ लगा आस प्लग अपनी गांड में डालो!
सुनील ने वही किया.

वह कुत्ते की तरह खड़ा होकर अगले हुक्म का इन्तजार करने लगा.

अनुष्का अपना मोबाइल देखने लगी.

काफी देर इन्तजार के बाद अनुष्का पट्टे में लगी रस्सी हाथ में लेकर सुनील के कूल्हों पर बैल्ट हल्के से मारकर बोली- चलो!
उसने सुनील को कुत्ते की तरह बैडरूम में घुमाया।

अनुष्का- अब टेबल पर रखी छड़ी मुँह में लेकर आओ.

छड़ी एक फुट लम्बी थी, छड़ी के सिरे में चमड़े का टुकड़ा बंधा था।
सुनील छड़ी ले आया.

अनुष्का सुनील के दोनों कंधों पर रस्सी लगाम की तरह बांधकर, उसके पीठ पर लगाम पकड़कर छड़ी लेकर बैठी।

तब अनुष्का ने छड़ी सुनील के कूल्हे पर मारकर कहा- चलो!
छड़ी पर लगा चमड़ा लगने से चटाक की आवाज़ हुई, सुनील को तेज दर्द हुआ, पर वह चलने लगा।

कुछ दूर चलने के बाद सुनील थक कर हाँफने लगा.
अनुष्का ने छड़ी मारकर कहा- रुको!

तब अनुष्का उसके ऊपर से उतरकर बोली- घोड़े कसरत करना, बहुत जल्दी थक जाते हो!

अनुष्का- अब दो कप चाय बनाकर लाओ, बिस्कुट पानी भी लाना।

वह चाय बिस्कुट लाया तो अनुष्का कुर्सी पर बैठकर चाय पीने लगी.
सुनील जमीन पर बैठकर चाय पी रहा था.

चाय के बाद अनुष्का- अब फ्रेश होकर आओ!
सुनील बाथरूम से वापस आया।

अनुष्का चेयर पर पाँव फैलाकर हाथ में बेल्ट लेकर बैठी थी, उसने पैंटी नहीं पहनी थी.

अनुष्का- मेरी चूत सूँघो!
सुनील कुत्ते की तरह चलकर आया और चूत चाटने लगा।

अनुष्का ने बेल्ट से मारकर कहा- मैंने सूँघने कहा था!
सुनील चाटना बंद कर चूत सूँघने लगा.

थोड़ी देर बाद अनुष्का बोली- अब मेरी चूत चूसो.
सुनील चूत चूस रहा था.
अनुष्का उसका सर हाथ से चूत की तरफ दबा रही थी.

चूत से रस निकलने लगा.

फिर अनुष्का ने सुनील को पलंग पर चित लेटा दिया उसके हाथ फैलाकर पलंग के सिरहाने बांध दिए, उसकी आँखों पर पट्टी बांध दी, आस प्लग निकाल दिया।

अनुष्का ने नंगी होकर सुनील का लंड चूसकर खड़ा किया और लंड की सवारी करने लगी।

सुनील को अनुष्का के उछलते चूचे नहीं दिख रहे थे.
हाथ बंधे होने के कारण वह चूचे दबा नहीं पा रहा था, जिसकी उसे आदत थी।

काफी देर अनुष्का ने सुनील के लंड की सवारी कर उसे चोदा.
अनुष्का और सुनील झड़ गए।

तब अनुष्का ने सुनील के हाथ और आंखों की पट्टी खोल दी.

अनुष्का- अब मेरी चूत चाटकर साफ़ करो.

चूत से अनुष्का का कामरस और सुनील का वीर्य निकल रहा था.
सुनील ने चाटकर साफ़ किया।

थोड़ी देर आराम के बाद अनुष्का ने स्ट्रैप ऑन डिलडो पहना.
नकली लंड सुनील के लंड के समान लम्बा, मोटा, गोरा था.

अनुष्का- गुलाम देखो नकली लंड तुम्हारे लंड जैसा ही है।

सुनील ने नकली लंड देखकर कल्पना की कि उसका लंड उसकी ही गांड मारेगा.
उसके बदन में सिहरन हुई, उसकी गांड कुलबुलाने लगी।

उसने वीडियो देखा था जिसमें लड़की डिलडो पहनकर लड़के की गांड मारती है.
वह वीडियो उसने अनुष्का को भी दिखाया था.

अनुष्का- अब लंड चूसो।
सुनील घुटनों पर खड़ा होकर लंड चूसने लगा।

अनुष्का ने बेल्ट से मारकर कहा- गले तक लेकर चूसो!

सुनील गले तक लेने लगा तो साँस लेने में थोड़ी मुश्किल हुई.

तब अनुष्का ने नारियल तेल की बोतल सुनील को देकर कहा- लंड में तेल लगाओ!
सुनील ने तेल लगाया.

अनुष्का ने सुनील को पलंग के पास पैर फैलाकर खड़ा करके उसे सामने झुकाकर उसका सर पलंग पर रख दिया, उसके हाथ पीठ की तरफ करके हथकड़ी लगा दी।

तब अनुष्का डिलडो सुनील की गांड में डालकर गांड मारने लगी।

पहले सुनील को दर्द हुआ, वह चीखा- आ आ!
फिर उसे मजा आने लगा.
आस प्लग से उसकी गांड थोड़ी ढीली हो गयी थी इसलिए ज्यादा दर्द नहीं हुआ।

अनुष्का सुनील के कूल्हों पर चांटे मारने लगी.
सुनील को दर्द के साथ मजा आया.

अनुष्का करीब 20 मिनट से गांड मार रही थी, सुनील की गांड में जलन और दर्द होने लगा।
सुनील- मालकिन, बहुत जलन, दर्द हो रहा है।

अनुष्का को सुनील को ज्यादा दर्द नहीं देना था, उसने लंड निकाल लिया, हथकड़ी खोल दी।

वह सुनील को बोरोलीन क्रीम देकर बोली- अंदर लगा लेना, रुमाल में बर्फ रखकर सेकना। मैं खाना गर्म करती हूँ।

गुलाम का खेल दो घंटे चला.
दोपहर के दो बजे थे.

खाना खाते समय अनुष्का चेयर पर बैठी, सुनील खुद ही जमीन पर बैठा.
मतलब साफ़ था कि सुनील को गुलाम का खेल चालू रखना था।

खाने के बाद अनुष्का- थोड़ी देर सो लेते हैं।
सुनील जमीन पर बिछी दरी पर लेट गया.

अनुष्का ने सुनील के गले के पट्टे की रस्सी पलंग से बांध दी.
सुनील उस समय मन से गुलाम था, उसे अच्छा लगा.
वह थक गया था तुरंत सो गया।

अनुष्का पलंग पर लेटी.

शाम 4 बजे अनुष्का जाग गयी, उसने सुनील को नहीं जगाया।

अनुष्का चाय पीकर टी वी देखने लगी।

7 बजे सुनील उठा, अनुष्का ने उसकी रस्सी खोलकर चाय दी।

चाय के बाद अनुष्का बोली- खेल शुरू करते हैं.
सुनील मुस्कुराया.
उसकी गांड का दर्द कम हो गया था और गांड खाली खाली लग रही थी.

अनुष्का नंगी होकर स्ट्रैप ऑन डिलडो पहनकर नीचे स्टूल पर बैठकर बोली- लंड चूसो!
सुनील कुत्ते की तरह चलकर आया, लंड चूसने लगा.

अनुष्का ने अपने चूचे भी सुनील से चुसवाये.

उसके बाद उसने नकली लंड पर सुनील से तेल लगवाया.

अनुष्का- गुलाम पलंग पर पेट के बल लेटो, अपने कूल्हे हाथों से फैलाकर कहो कि ‘मालकिन, मैं आपकी सेवा में तैयार हूँ!’
सुनील ने वैसा किया।

अनुष्का सुनील के ऊपर चढ़कर गांड मारने लगी.
सुनील पांव फैलाकर मजा ले रहा था।

अनुष्का थोड़ी देर गांड मारती, लंड बिना गांड से निकाले सुनील के ऊपर लेट जाती, फिर से गांड मारती।

सुनील की पीठ पर अनुष्का की चूची दब जाती, इससे सुनील को मजा आ रहा था।

काफी देर गांड मरवाने के बाद सुनील अपना लंड छुए बिना झड़ गया.

अनुष्का- आज के लिए गुलाम का खेल ख़त्म।

दोनों ने एक दूसरे को कहा- मजा आ गया।

Xxx कपल BDSM करने के बाद सुनील पाँव फैलाकर चल रहा था।

दोनों नहाकर कपड़े पहने डिनर लेकर सो गए।

अगले दिन अनुष्का काम पर चली गयी.

सुनील की छुट्टी थी, वह थका था, उसने दिन भर आराम किया, गांड में बोरोलीन लगाया, बर्फ की सेक की।

शाम तक सुनील ठीक हो गया.

सुनील अनुष्का की देख रेख में कसरत करने लगा.
दोनों महीने में तीन चार बार गुलाम का खेल खेलते.

सुनील अब जल्दी नहीं थकता, मार खाते समय उसे मजा आता वह कहता- और जोर से!

बाकी रात दोनों सम्भोग के नए आसन आजमाते.

दो महीने बाद अनुष्का- आज गुलाम के साथ कुछ नया करती हूँ, तुम्हें अच्छा न लगे तो मना कर देना!

सुबह 10 बजे खेल शुरू हुआ।
दोनों नंगे हुए, अनुष्का सोफे पर बैठी, सुनील गले में पट्टा, पूंछ लगा आस प्लग लगाकर कुत्ते की तरह चलकर आया, अनुष्का के पैर सूंघने, चाटने, अंगूठा चूसने लगा।

अनुष्का ने सुनील की पीठ पर बैठकर बेंत मारकर पूरे घर में चलाया।

जब वे आइने के सामने थे तो दोनों ने आइने में देखा, मजा आया.
अनुष्का के चूचे और निप्पल उत्तेजना से तने थे.

घोड़े की सवारी के बाद अनुष्का पानी पीने लगी।

सुनील ने पानी की बोतल की तरफ हाथ बढ़ाया।

अनुष्का- आज पानी नहीं, मेरा मूत पीना है।

सुनील बाथरूम के नीचे स्टूल पर बैठा.
अनुष्का पैर फैलाकर अपनी चूत सुनील के मुँह पर लगाकर मूतने लगी, सुनील पीने लगा.

सुनील को पलंग पर चित लेटाकर उसके हाथ पलंग पर बांधकर अनुष्का लंड की सवारी करने लगी.

सुनील उछलते चूचे देख रहा था पर दबा नहीं पा रहा था।

अनुष्का ने सुनील की गाल पर चांटा मारकर कहा- मुँह खोलो!
तब अनुष्का ने सुनील के मुँह के अंदर थूका, सुनील पी गया।

दोनों झड़ने के बाद अनुष्का ने सुनील से चूत चटवाकर साफ़ कराई.

अनुष्का ने स्ट्रैप ऑन डिलडो पहनकर, सुनील के मुँह में नकली लंड गले तक डालकर उसका मुँह चोदा।

सुनील को घोड़ी बनाकर पलंग के किनारे खड़ा किया, अनुष्का फर्श पर खड़ी होकर धुआँधार गांड मार रही थी, साथ ही छड़ी से मार रही थी।
दर्द से सुनील चीख रहा था।

कुछ देर बाद अनुष्का चित लेट गयी और सुनील को नकली लंड की सवारी कराने लगी.

जब सुनील रुक जाता तो अनुष्का उसे बेल्ट से मारकर कहती- उछलो!
सुनील बहुत थक गया तब अनुष्का ने उसे छोड़ा।

सुनील की प्यास मूत पिलाकर बुझाई.

अनुष्का- मैं खाना गर्म करती हूँ, तुम नहा लो।

खाते समय सुनील को पानी पीने दिया।

खाना खाकर अनुष्का ने सुनील को जमीन पर बैठाकर उसके हाथ पीछे करके हथकड़ी लगा दी, हथकड़ी रस्सी से पलंग के पाये पर बांध दी.

सुनील बैठे बैठे सो गया.
अनुष्का पलंग पर लेट गयी.

शाम 5 बजे अनुष्का जगी, सुनील को खोलकर उसे चाय पिलाई।

दोनों बैठक में टी वी देखने लगे.
अनुष्का सोफे पर, सुनील जमीन पर बैठा.

खेल शुरू होने के बाद से दोनों ने कपड़े नहीं पहने थे.

रात के नौ बजे अनुष्का का फिर से मूड बन गया।
उसने सुनील से चूत चटवाई, सुनील को कुत्ते की तरह चलाकर बैडरूम ले गयी.

सुनील को उसने मिसनरी पोजीशन में लिटाया, उसकी कमर के नीचे तकिया लगाया।
तब सुनील ने अपने पैर छाती की तरफ लेकर पकड़ लिए।

अनुष्का स्ट्रैप ऑन डिलडो लगाकर सुनील की गांड निर्ममता से मारने लगी.
सुनील को अब दर्द नहीं होता था, वह सिसकारी लेकर कह रहा था- और जोर से!

अनुष्का रुक रुक कर गांड मारती, सुनील का मुँह खुलवाती उसमें थूक देती, सुनील पी जाता.
सुनील लंड बिना छुए ही झड़ गया.

अनुष्का- आज के लिए गुलाम का खेल ख़त्म! सुनील, क्या मूत पीने में मजा आता है?
सुनील- बहुत!

दोनों बाथरूम में साथ नहाने गए।

अनुष्का स्टूल पर बैठकर बोली- सुनील, मूतो।
सुनील मूतने लगा.

कुछ मूत अनुष्का ने पीया, कुछ उसके शरीर पर गिरा।

उसके बाद अनुष्का ने सुनील को मूत पिलाया, मूत्र स्नान कराया।

फिर दोनों ने एक दूसरे को नहलाया, कपड़े पहने साथ डिनर किया, सो गए।

दूसरे दिन दोनों काम पर चले गए.

सुनील अनुष्का की शादी को दो साल हो गए हैं।
अब सुनील कसरत के कारण चोदते समय नहीं थकता।

वे दोनों सम्भोग में नए आसन आजमाते हैं।
कभी कभी दोनों गुलाम के खेल खेलते हैं, नए नए तरीके आजमाते हैं।
दोनों खुश हैं.

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मैंने अनेक कहानियां लिखी हैं तो मेल भेजते समय कहानी का नाम लिखें।
आपका रतन दत्त
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