X मॅाम सेक्स कहानी में मैं मम्मी पापा के साथ सोता था. एक रात मैं जगा तो पापा मम्मी को चोद रहे थे. मेरी मम्मी अव्वल दर्जे की चुदक्कड़ है, यह मुझे पता था.
नमस्ते दोस्तो, मेरा नाम मोहित, मेरी उम्र 22 साल है और रंग समान्य, हाईट 5 फीट 10 इंच है।
स्टोरी शुरू करने से पहले मैं बताना चाहता हूँ कि य़ह एक सत्य कहानी है जिसमें कल्पना का बिल्कुल सहारा नहीं लिया गया है।
हां, इस X मॅाम सेक्स कहानी में सभी के नाम बदल दिये गए हैं, बाकी सब सच है।
मेरी मम्मी का नाम माया रानी है।
वे मेरी सौतेली मम्मी हैं. उनकी उम्र 34 साल हैं और हाईट 5 फीट है।
वो वहुत गोरी और थोड़ी मोटी है। उनका चिकना जिस्म, बड़े – बड़े दूध और फूली हुई मस्त गांड है।
मम्मी के दूध लगभग 35″ साइज के है।
उनकी चिकनी कमर 36 इंच की और सेक्सी गांड लगभग 40″ की है।
साड़ी में उनकी गांड मटकती नजर आती है।
मेरी मम्मी बहुत ही पूजा पाठ वाली और बहुत बड़ी चुदक्कड़ भी है।
वो अभी तक घर के हर मर्द से चुदवा चुकी है। पापा, दादा, भाई, मुझ से यहां तक कि वो अपने पापा यानि मेरे नाना, मामा और मेरे मौसा और फूफा जी और मेरी बहन के ससुर और मेरे जीजा सब से चुद चुकी है।
लेकिन मेरी मम्मी कभी भी दिन में चूदाई नहीं करवाती है।
वैसे तो वो सब से चुदी है पर मैं आपको अपनी कहानी बताता हूँ कि उन्हें मैंने कैसे चोदा।
हमारे घर में तीन कमरे हैं जिसमें एक में दादा- दादी, दूसरे में भाई- भाभी और तीसरा जो छत एकांत में है।
उसमें मैं, मम्मी और पापा रहते हैं।
सर्दियों का मौसम था हम तीनों एक ही बैड पर सोते थे।
आगे की तरफ मैं, बीच में मम्मी और फिर पापा, मैं और पापा मम्मी से चिपक कर एक ही रजाई में सोते थे।
प्रतिदिन मम्मी मुझे हटा देती और अपना साया ऊपर करके पापा से चुदवाती थी।
वो कभी पेंटी-ब्रा नहीं पहनती और सोते समय वो साया ब्लाउज पहनती हैं।
एक रात मुझे चूड़ियों की आवाज आयी तो मैं जाग गया।
फिर मैंने देखा कि मम्मी का साया पेट पर था और ब्लाउज के ऊपर से दूध निकले हुए थे जिन्हें पापा मुंह में भर कर चूसते हुए धक्के मार रहे थे।
मैंने पहली बार मम्मी की चुदाई देखी।
मम्मी की मोटी फूली गुलाबी चूत देखकर मेरा लंड सलामी देने लगा।
मैं अपना लंड हिलाकर वीर्य बिस्तर पर ही गिराकर सो गया।
अब मैं रोज मम्मी को चोदने के सपने देखने लगा।
कुछ दिन बाद रात को मेरी आंख खुली तो मैंने देखा कि मम्मी मेरी तरफ पीठ कर के लेटी थी।
उनका साया कमर के ऊपर था और ब्लाउज के पूरे बटन खुले हुए थे।
पापा अपनी एक टाँग मम्मी के कमर पर रखे हुए, आगे पीछे होकर हिल रहे थे।
पापा मम्मी एक दूसरे को चूम रहे थे।
यह नजारा देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया।
तो मैंने अपना लंड लोवर से बाहर निकाल लिया और मम्मी के करीब पहुंच कर मैंने अपने लंड पर थूक लगाकर मम्मी की गुदा में डाल दिया।
मैं अपने दोनों पैर नीचे किए हुए धीरे धीरे झटके मारने लगा।
मम्मी को सब पता चल गया था कि मैंने उनकि गांड में लंड डाल दिया है।
लेकिन मम्मी ने कुछ नहीं कहा.
तभी मम्मी ने अपना हाथ पीछे करके प्यार से मेरे सर पर फेरा; फिर अपने हाथ से मेरी गांड को दबाने लगी ताकि मेरा पूरा लंड उनकी गांड में चला जाए।
2-3 मिनट बाद मेरी तरफ मुंह करके मम्मी ने पापा से कहा- अब आप मेरी गांड मारिये।
फिर मम्मी मेरा लंड पकड़कर अपनी चूत में डाल दिया।
तभी मम्मी ने एक दूध मेरे मुंह पर रख दिया और एक टाँग मेरे ऊपर रख दी, फिर पापा का लंड अपनी गांड के छेद में डाल लिया।
पापा मम्मी को मेरे ऊपर टिका कर मम्मी की कमर पकड़ कर जोर जोर से झटके मार रहे थे।
मैं पहली बार सेक्स कर रहा था इसलिए मैं जल्दी झड़ गया.
मैं पूरा वीर्य मम्मी की चूत में छोड़कर ऐसे ही सो गया।
लेकिन पापा अभी तक डटे हुए थे और जोर जोर से झटके मार रहे थे।
जिससे मम्मी के दूध मेरे मुंह में रगड़ रहे थे।
कुछ देर बाद पापा झड़ गये तो पापा अपने लंड से कॉन्डम निकाल कर सो गए।
अगले दिन मैं मम्मी से आंखे नहीं मिला पा रहा था।
मम्मी बिल्कुल नोर्मल लग रही थी जैसे रात को कुछ हुआ ही न हो।
लखनऊ के सदर बाजार में हमारा मोबाइल का शोरूम है।
तो पापा मोबाइलस की डीलिंग के लिए 2-3 दिन के लिए बैंगलोर चले गए।
मैं नाश्ता कर के कॉलेज चला गया।
मम्मी घर के काम में लग गई।
मैं शाम को घर लौटकर पढ़ने बैठ गया, फिर मैं खाना खाकर अपने रूम में चला गया।
मैं बैड पर लेटकर फोन चलाने लगा।
करीब 10:30 तक मम्मी दूध का गिलास लेकर आयी।
उन्होंने मुझे गिलास दिया और कहा- दूध पीकर सो जा।
मैं दूध पीकर फोन चलाने लगा.
तभी मम्मी ने अपनी साड़ी उतार कर बैड पर आकर सो गई।
अब मैं भी फोन रख कर सो गया।
करीब आधी रात को मुझे महसूस हुआ की मम्मी ने अपने हाथ से मेरा लोवर चड्डी खिसका कर मेरा लंड बाहर कर दिया।
जब वो मेरा लोवर खिसका रही थी तो उनकी चूड़ियों की खनक से मैं जाग गया।
मम्मी मेरे लंड पर हाथ रखकर उसे आगे पीछे करने लगी।
फिर मम्मी मेरे लंड पर अपना मुंह ले जाकर खेलने लगी।
कभी वो मेरे लंड को मुंह में गले तक भर लेती, कभी वो मेंरे लंड पर चूमती, कभी वो मेरे लंड पर थप्पड़ मारती।
कभी वो मेरे लंड को तेजी से हिलाने लगती। कभी वो मेरे लंड पकड़कर अपने मुंह पर मारती।
ऐसे ही वो लगभग 15 मिनट तक खेलती रही।
अब मेरा लंड उफान मारने लगा लेकिन मैंने कुछ भी प्रतिक्रिया नहीं दिखाई।
फिर मम्मी ने अपना ब्लाउज को ऊपर खिसका कर अपने दूधो को आजाद कर दिया।
मम्मी अपने दूध मेरे मुंह पर रगड़ती रही और फिर उन्होंने मेरा हाथ पकड़कर अपने वक्ष पर रख दिया और दबवाती रही।
मैंने तब भी कोई प्रतिक्रिया नहीं दिखाई और शांत लेटा रहा।
फिर मम्मी ने अपने हाथ से अपने साया को उठाकर अपने पेट पर कर लिया।
वो मेरे मुंह पर आकर बैठ गई और अपनी गुदा और चूत रगड़ने लगी।
फिर वो 69 की पोजीशन में आकर मेरा लंड मुंह में लेने लगी।
2 मिनट बाद मम्मी मेरा लंड चूत और गांड में डाल कर 5 मिनट तक कूदती रही।
मैं अभी भी शांत लेटा था तो मम्मी मेरे बगल में लेट गयी।
उन्होंने मेरे गाल पर हाथ रखकर कहा- देख, मुझे पता है कि तू जाग रहा है। कल तो तेरे अन्दर बहुत इच्छा थी मुझे चोदने की! आज क्या हो गया है तुझे?
मैं चुपचाप लेटा था।
मम्मी प्यार से- बेटा, मुझे खुश नहीं करेगा। देख मेरी चूत में चीटियां काट रही हैं और आज तेरे पापा भी नहीं हैं।
फिर वो मेरा मुंह पकड़कर हिलाती हुयी बोली- आजा मेरा राजा बाबू, जल्दी डाल दे ये मूसल अपनी मम्मी की चूत में!
अब मुझसे भी नहीं रहा जा रहा था।
मैंने तुरंत अपने कपड़े उतार फेंके और मम्मी के ऊपर चढ़कर मैंने उन के मुंह में थूक दिया।
अब मैं मम्मी की जीभ को अपने होठों से पकड़कर चूसने लगा।
मैं मम्मी को 10 मिनट तक चूसता और चाटता रहा।
फिर मैंने मम्मी से कहा- ये पेटिकोट और ब्लाउज उतार कर पूरी नंगी हो जाओ।
तो मम्मी ने कहा- मैं इस साया को ऊपर कर लेती हूँ, तू चोद मुझे।
फिर उन्होंने अपना साया पेट पर कर लिया और अपनी तकिया के नीचे हाथ डालकर कॉन्डम का पैकेट निकाल लिया।
उन्होंने अपने दांतो से पैकेट फाड़कर कॉन्डम निकाल लिया और मेरे लंड पर चढ़ाकर कहा- अब जल्दी डालो और फाड़ दो मेरी चूत!
मैंने जोर दार झटका मार कर लंड मम्मी की फूली चूत में डाल दिया।
मम्मी की इतनी मोटी चूत है कि मेरा पूरा लंड समा गया।
अब मैं पूरी ताकत से मम्मी की चूत मारने लगा।
मम्मी पूरा मजा ले रही थी, वो अपनी चूत उठा-उठा कर मरवा रही थी।
मम्मी मेरा मुंह दोनों हाथों से पकड़कर चाटने लगी और मेरे होठों को चूमने लगी।
फिर उन्होंने मेरी गांड पर अपना हाथों को रख कर मेरी गांड को अपने हाथों से दबाती रही।
कुछ देर बाद मैंने कहा- मम्मी, अब हम पोज बदलते हैं।
मम्मी- बेटा मैंने बहुत लोगों से अपनी चूत चुदवाई है, मेरी चूत मोटी होने के कारण सब का लंड मेरी चूत में समा जाता था जिससे मुझे मजा नहीं आता है। लेकिन तेरा लंड लम्बा और नुकीला है, जिससे मुझे मजा आ रहा है।
फिर मैं मम्मी की चूत मारता रहा और करीब 10 मिनट में मम्मी झड़ गयी।
मम्मी की चूत से पानी निकाल रहा था और मैं धक्के मारे जा रहा था।
पूरा कमरा फच … फच्च … फच की आवाजों से गूंज रहा था।
तभी मम्मी ने मेरे सर पर हाथ फेरते हुए कहा- अब निकाल ले अपने लंड को!
तब मैंने अपने लंड को उनकी चूत से निकाल लिया।
तब मैंने मम्मी को करवट दिलाई और उनकी एक टांग मोड़कर गांड मारने की पोजीशन बना ली।
फिर मैं उनकी गांड को चाटने लगा और उनकी गांड पर थप्पड़ मारने लगा।
मैंने उनके पोन्दों को पकड़कर उनकी गांड के छेद में अपनी जीभ डाल कर चोदने लगा।
अब मैं उनके कूल्हों को दबाने लगा।
मैंने उनकी गांड के छेद पर थूक लगाया और अपना लंड टिका दिया।
उनकी गांड काफी ढीली थी तो मेरा लंड आसानी से उनकी गुदा में चला गया।
अब मैं मम्मी की गांड मारने लगा तो वे चिल्लाने लगी और कामुक आवाजें निकालने लगी- आह … आह … उम्म … मजा आ गया! आह … चोद साले चोद डाल! पूरे खानदान की रांड हूँ मैं! आज से तेरी भी बन गई। आह!
मैंने मम्मी के गाल पर पीछे से कस करके दो चांटे मार कर कहा- आह! साली कुतिया … मां की लोड़ी साली … आज मैं तेरी गांड फाड़कर ही रहूंगा।
मैं अब और जोर जोर से धक्के मारने लगा।
फिर मैंने मम्मी को कुतिया बनाया।
मैंने एक कुत्ते की तरह अपना लंड मॅाम की गांड में फंसाकर चोदने लगा।
मैं पूरा उनके ऊपर चढ़कर अपने हाथों से उनके लटकते हुए स्तनों को दबाने लगा।
फिर मैंने मम्मी के कान में कहा- मजा आ रहा है मम्मी!
तो मम्मी ने कहा- जल्दी चोद ले चूत के भड़वे! मुझे सुबह जल्दी उठकर मंदिर जाना है। मादरचोद जल्दी अपना वीर्य गिरा!
मैं पूरी ताकत से मम्मी की गांड मारने लगा लेकिन मेरा वीर्य नहीं गिरा।
फिर मम्मी ने मुझे लिटाया और अपना पेटिकोट नीचे से उठाकर अपने दांतों से दबाकर मेरा लंड अपनी गांड पर सेट करके बैठ गई।
और मेरे लंड पर जोर जोर से कूदने लगी।
कुछ समय बाद मम्मी मेरे लंड पर से उठी और कहने लगी- कैसा लंड है रे तेरा? शांत होने का नाम ही नहीं ले रहा मादरचोद!
मम्मी मेरे पास में आकर लेट गयी।
तो मैंने मम्मी से कहा- मम्मी थोड़ी देर और चोदने दो ना!
मम्मी ने कहा- नहीं अब मैं थक गयी हूँ।
मैं- मम्मी बस दो मिनट के लिए!
मम्मी- नहीं अब और नहीं।
मैं- बस थोड़ी देर प्लीज मम्मी!
मम्मी- ठीक है लेकिन अंतिम बार।
मैं तुरंत बैड के नीचे उतर कर खड़ा हो गया।
फिर मैंने मम्मी को खींच कर उनके पैर बैड के नीचे कर दिया।
मैं मम्मी के ऊपर झुका और उनके होंठ पर चूमकर, उनके साया को ऊपर कर दिया।
मम्मी के दोनों पैरों को अपने कंधे पर रख कर, अपनी उंगली मम्मी के मुंह में डाल दी।
मम्मी के मुंह से थूक लेकर अपने लंड पर लगा लिया।
फिर मैं अपना लंड मॅाम की चूत में डाल कर उनके दूध पकड़कर जोर जोर से चोदने लगा।
करीब तीन मिनट के बाद मैं झड़ गया और सारा वीर्य मम्मी की चूत में छोड़ दिया।
तभी मम्मी बोली- चल अब तो तेरा लंड शांत तो हुआ।
X मॅाम सेक्स करके हम दोनों सो गए।
सुबह मम्मी और मैं उठकर अपने रोज के कामों में लग गये।
दोपहर को मैं कालेज से लौटकर खाना खाकर कमरे में गया।
तो वहां पर मम्मी लेटी हुयी थी।
मैं हाफ लोवर और बनियान में था।
मैं बैड पर जाकर मम्मी से सट कर लेट गया।
तो मम्मी ने मुझे अलग कर दिया।
मैंने मम्मी से कहा- क्या हुआ? रात को तो मुझ से चुदवा रही थी?
मम्मी- जो करेंगे रात को करेंगे, अभी नहीं. चल दूर हो।
मैं अलग होकर सो गया।
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