वर्जिन सिस Xxx कहानी में मेरी चचेरी बहन एकदम गोरी गुलाबी है. मैं उसे चोदना चाहता था. एक बार हम दोनों घर में अकेले थे. वह नहा कर आई तो उसकी गीली शर्ट उसकी चूचियों पर चिपकी हुई थी.
दोस्तो, मेरा नाम आकाश (बदला हुआ) है और मैं राजस्थान का रहने वाला हूँ.
मैं दिखने में हैंडसम हूँ, मेरा लौड़ा 6 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है.
मेरे चाचा का घर और हमारा घर पास पास है.
मैं उनके घर जाता रहता हूँ.
मेरे चाचा की लड़की का नाम प्रिया (बदला हुआ) है.
वह बहुत ही हॉट है और उसका फिगर 34-28-36 का है.
उसका बदन एकदम गोरा है और होंठ गुलाबी हैं.
जब वह चलती है तो उसकी गांड मटकने लगती है.
मैं अपनी चचेरी बहन प्रिया को बहुत पसंद करता हूँ और हर वक्त उसे चोदने के बारे में सोचता रहता हूँ.
मगर उसे किस तरह से पेलूँ, कुछ समझ में नहीं आ रहा था.
यह वर्जिन सिस Xxx कहानी इसी कजिन सिस्टर की पहली बार चुदाई की है.
एक बार मेरे घर के सभी लोग किसी शादी में शहर के बाहर जा रहे थे.
मैंने उनके साथ जाने से मना कर दिया था क्योंकि मेरे एग्जाम पास आ रहे थे.
मेरे चाचा चाची ने भी प्रिया को घर पर ही छोड़ दिया क्योंकि हम दोनों एक ही क्लास में पढ़ते थे.
उसे भी एग्जाम की तैयारी करनी थी.
अब प्रिया घर में अकेली थी तो उसने मुझे अपने घर बुला लिया.
सारा दिन बीत गया और अब रात होने वाली थी.
प्रिया ने कहा- तुम आज मेरे साथ ही सो जाना, मुझे अकेले डर लगता है.
मेरी तो निकल पड़ी थी, मैं सोचने लगा था- आज मेरा प्रिया को चोदने का सपना पूरा हो सकता है.
रात हो गई थी.
प्रिया अपनी रोजाना की आदत के अनुसार सोने से पहले नहाने जाती थी.
वह नहा कर बाहर आई तो मैं उसे देख कर भौचक्का रह गया.
उसे अपने पूरे बदन पर सिर्फ एक लोंग शर्ट पहनी थी जिसमें से उसके शरीर का हर अंग स्पष्ट हिलता-डुलता दिख रहा था.
सिर्फ शर्ट पहनने से उसकी बड़ी बड़ी चूचियां मुझे उभरी हुई दिखाई दे रही थी.
पानी से गीली उनकी नोकें शर्ट पर अपनी छाप छोड़ती हुई साफ नजर आ रही थीं.
ऐसा लग रहा था कि उसने गर्मी के चलते अपने जिस्म से पानी को ठीक से नहीं पौंछा था.
मैं डाइनिंग टेबल पर बैठ कर उसका इंतजार कर रहा था.
तभी वह भी आकर एक कुर्सी पर बैठ गई.
उसे देखने के बाद तो मेरा लौड़ा लोवर को चीर कर बाहर निकलने को हो रहा था.
हम दोनों ने खाना शुरू किया था, तो अचानक से मेरा चम्मच नीचे गिर गया.
मैं उसे उठाने के लिए नीचे झुका तो मेरे सामने प्रिया की गुलाबी चूत साफ झलक रही थी.
उसने अपने पैर फैलाए हुए थे, जिस वजह से उसने अपनी लॉंग शर्ट को अपने चूतड़ों पर खींच ली थी और नीचे चूत एकदम खुल कर खिली हुई नजर आ रही थी.
मैंने उसकी चिकनी चमेली बनी चूत को देखा तो मुझे लगा मानो मैंने जन्नत ही देख ली है.
उसकी एकदम गुलाबी चूत की फांकें हल्के हल्के से ऐसी खुली हुई थीं जो किसी को भी उसे चोदने पर मजबूर कर दे.
फिर मैं ऊपर उठा और चुपचाप खाना खाने लगा.
कुछ ही देर में खाना खत्म हुआ और अब हम दोनों सोने के लिए चले गए.
मैं बेड पर लेटा हुआ था और अपना फोन चला रहा था.
तभी प्रिया आई और मेरे पास लेट गई.
हम दोनों ने काफी देर तक बातें की, फिर प्रिया सो गई.
पर मुझे नींद नहीं आ रही थी.
मेरे सामने सिर्फ प्रिया की चूत का नजारा आ रहा था.
रात के लगभग 11 बज गए थे, अब मुझसे रहा नहीं जा रहा था.
मैंने धीरे से अपना एक हाथ उसकी चूची पर रख दिया.
वह जरा सी भी नहीं हिली.
तो मैंने चूची दबाना चालू कर दिया.
धीरे धीरे मैंने प्रिया की शर्ट के बटन खोलने चालू किए तो वह नींद से जाग गई.
पर वह जरा सी भी नहीं हिली तो मेरी हिम्मत बढ़ गई.
मैंने उसकी शर्ट के अन्दर हाथ डाल कर उसकी चूचियां दबानी शुरू कर दीं.
उसने एक बार अपनी आंखों को खोल कर मेरे हाथ की हरकत को देखा और वापस अपनी आंखों को ऐसे बंद कर लिया मानो वह मेरे हाथों से अपने जिस्म को सहलवाने की खुद ही इच्छुक हो.
यह आभास होते ही मैंने और मस्ती से उसकी चूचियों को दाबना और मसलना चालू कर दिया.
फिर मैं अपने एक हाथ धीरे धीरे नीचे ले जाने लगा और टांगों के बीच में ले गया.
मैंने जैसे ही प्रिया की चूत को छुआ, वह हल्की सी कसमसाई और कामुक आवाज में सिसकारियां लेने लगी.
Xxx सिस ने खुद ब खुद अपनी टांगें फैला दी थीं.
मैं मस्ती से उसकी वर्जिन Xxx चूत को सहला रहा था, वह बह रही थी और काफी चिकनी हो गई थी.
कुछ देर बाद उसने भी हिम्मत की और वह भी अपने एक हाथ से मेरे लंड को सहलाने लगी.
मैंने समझ लिया था कि मेरी बहन भी आज चुदने के फुल मूड में है.
मैं भी अपने लौड़े को उसके हाथ से सहलवाने का आनन्द लेने लगा.
कुछ ही देर में मेरा लंड एकदम से कड़क हो गया.
उसने अपने हाथ से मुझे टहोका और ऊपर चढ़ने का इशारा किया तो मैं प्रिया के ऊपर चढ़ गया.
अब मैं उसकी चूचियों को जोर जोर से दबाने लगा और उसके होंठों से अपने होंठ लगा कर उसे किस करने लगा.
वह भी मेरा पूरा साथ दे रही थी.
मैं उसकी चूचियां चूसने लगा.
तो वह मादक सिसकारियां भरने लगी.
फिर मैं उसके पेट को चाटते हुए उसकी चूत चाटने लगा तो वह जोर जोर से ‘आह यस यस … ओह … आंह …’ करने लगी.
अब प्रिया ने कहा- आकाश, प्लीज मेरी चूत में लंड डाल दो!
तो मैंने बिना देरी किए उसकी चूत पर लंड सैट किया और जोर से झटका दे मारा.
मेरे लंड का सुपारा अन्दर चला गया.
इतने में ही वह कराहने लगी.
वह मुझसे भीख मांगने लगी कि लंड बाहर निकाल लो!
मैंने भी उस पर दया कर ली और लंड बाहर निकाल लिया.
प्रिया की चूत से खून निकल रहा था क्योंकि ये उसका फर्स्ट टाइम सेक्स था.
थोड़ी देर रुकने के बाद मैंने वापस लंड अन्दर पेला और एक कड़क झटका मारा तो इस बार मेरा आधा लंड अन्दर चला गया.
प्रिया जोर जोर से रोने लगी.
अब मैंने कुछ देर इंतजार करना सही समझा, उसे सहलाने व चूमने लगा.
कुछ देर में उसका दर्द थोड़ा कम हुआ तो मैंने फिर से झटका मारा.
इस बार मेरा पूरा लंड अन्दर चला गया और प्रिया मुझे धक्का देने लगी.
थोड़ी देर बाद उसका दर्द कम हुआ तो मैं उसे धीरे धीरे चोदने लगा.
अब उसे चुदवाने में मजा आने लगा.
मैंने काफी देर तक उसे चोदा.
कुछ देर के बाद वह खुद ही डॉगी पोजीशन में आ गई.
मैंने भी प्रिया को जम कर चोदा.
अब मैं झड़ने वाला था तो मैंने प्रिया से पूछा- माल कहां डालूँ?
तो प्रिया ने मुँह में डालने को कहा.
मैं उसकी चूत से लंड निकाल कर खड़ा हुआ और प्रिया को लंड चुसवाने लगा.
कुछ ही पल बाद मेरा माल प्रिया के मुँह में छूट गया.
उसने मेरे लंड से निकला सारा माल निगल लिया और लंड को भी चाट कर साफ कर दिया.
मैं काफी थक गया था तो मैं प्रिया के ऊपर ही ढह गया.
थोड़ी देर बाद हम दोनों नहाने चले गए.
नहाने के बाद के बाद हम दोनों को भूख लगी तो हम दोनों नंगे ही रसोई में चले गए.
रसोई में प्रिया मैगी बनाने लगी और मैं फिर से सेक्स की तैयारी करने लगा.
मैं उसके पीछे से गर्दन पर किस करने लगा और साथ ही उसकी चूचियां दबाने लगा.
इतने में ही मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया और प्रिया की जांघों के बीच में घुस गया.
हम दोनों का वापस मूड बनने लगा.
मैंने गैस को बंद कर दिया और प्रिया को उठाकर टेबल पर बिठा कर किस करने लगा.
किस करते करते मैं उसकी चूत को चाटने लगा.
अब प्रिया नीचे उतर कर मेरा लंड चूसने लगी.
थोड़ी देर में झड़ गया और इस बार मैंने प्रिया से नहीं पूछा कि माल कहां डालना है.
मैंने माल उसके मुँह में ही डाल दिया था.
उसने भी लंड की रबड़ी को खा लिया था.
इस बार मैंने प्रिया से उसकी गांड मारने को कहा.
तो वह मना करने लगी.
ज्यादा कहने पर वह जैसे तैसे गांड देने के लिए मान गई.
मैं उसे उठाकर फिर से बेडरूम में ले आया.
मैंने तेल लिया और उसकी गांड में लगाने लगा.
मैं गांड में उंगली डाल डाल कर उसकी गांड को ढीला करने की कोशिश कर रहा था.
पर उसकी गांड तो एकदम टाइट थी.
मैंने उसकी गांड में दो उंगली डाल कर गांड को चौड़ा किया और आधे से ज्यादा तेल उसकी गांड में डाल दिया.
बाकी बचा हुआ तेल मैंने अपने लंड पर मल लिया.
मैंने प्रिया की गांड पर लंड सैट किया और जोर से एक धक्का मारा.
मेरा आधा लंड प्रिया की गांड में चला गया.
प्रिया दर्द के मारे रोने लगी.
पर मैं नहीं रुका.
मैंने पुनः एक और झटका मारा और मेरा पूरा लंड अन्दर चला गया.
प्रिया दर्द से रो रही थी.
तो मुझे भी थोड़ी दया आ गई.
मैंने थोड़ी देर इंतजार किया और धीरे धीरे उसे चोदना शुरू कर दिया.
अब उसे भी मजा आने लगा.
वह मादक आवाजें निकालती हुई नीचे से अपनी गांड उठाने लगी.
मैंने उसे चोदना रोक दिया तो वह खुद अपनी गांड उठाती हुई चुदने की कोशिश करने लगी.
वह कुछ भी बोल नहीं रही थी.
मैं चाहता था कि यह मेरे साथ एकदम से खुल कर चुदाई का मजा ले और दे.
कुछ पल बाद वह बोली- रुक क्यों गए … करो न!
मैंने उसके होंठ चूमे और पूछा- क्या करूं?
वह कसमसाई और मुस्कुरा कर बोली- मुझे चुदना है … चोदो न!
मैंने कहा- चुदना क्या होता है और कैसे होता है … जरा खुल कर बोलो न प्रिया!
वह एकदम से बोली- साले, मेरी चूत अपना लंड फिट कर दिया और अब पूछ रहा है कि चुदाई कैसे होती है!
मैंने हंस कर उसके दूध पर अपने होंठ लगाए और निप्पल को होंठों से पकड़ कर खींचते हुए चूसा और छोड़ दिया.
वह आह करके बोली- सच में आज तो मजा आ गया! आह और चूसो न!
मैंने दूसरे दूध को चूसते हुए कहा- क्या तुम भी मेरे साथ सेक्स करने के लिए मचल रही थीं?
वह बोली- हां, वर्ना तुम हाथ लगाते और मैं चिल्ला न देती?
मैंने कहा- तो तुमने इतने समय से क्यों नहीं कुछ इशारा दिया?
वह- पता नहीं … मुझे अन्दर से डर सा लगता था.
अब हम दोनों ने चुदाई का फुल आनन्द लेना शुरू कर दिया.
उस रात हम दोनों ने 4 राउंड चुदाई की और नंगे ही चिपक कर सो गए.
अब हम दोनों को जब भी मौका मिलता है, हम सेक्स कर लेते हैं.
दोस्तो, यह मेरी पहली सेक्स स्टोरी है.
अगर इसमें कोई गलती हो गई हो तो मुझे माफ कर दीजिएगा.
अपने कमेंट्स से जरूर बताएं कि आपको वर्जिन सिस Xxx कहानी कैसी लगी.