जवान चाची की चुदाई खेत में की

विलेज Xxx चुदाई स्टोरी में मेरे चाचा शहर में काम करते थे, मैं गाँव में चाची के काम में मदद करता था. चाची खेत में गयी तो मेरा मन हुआ चाची को चोदने का.

मेरा नाम पीयूष है, मैं उत्तर प्रदेश में सिवली गांव का मैं रहता हूं.
मेरी उमर 19 साल है।

मेरी चाची माधुरी का घर मेरे घर के पास ही है।
देखने मे मेरी चाची कमाल है, उमर 31, पतली कमर, स्तन 32, बहुत सेक्सी सा चेहरा।

जब भी चाची मेरे घर आती तो मेरा लंड चाची को देख कर खड़ा हो जाता था.
क्या करूं … चाची थी इतनी सेक्सी।

यह विलेज Xxx चुदाई स्टोरी मेरी इसी माधुरी चाची की चूत चुदाई की है.

हम गांव में खेती करते हैं और चाचा बाहर शहर में काम करते थे.
चाची और उनका बच्चा दोनों अकेले घर रहते थे।

चाची का बच्चा 10 साल का है वो स्कूल जाता है।
तो चाची घर पर अकेली होती थी.
तो चाची कई बार हमारे घर आ जाती थी और जब चाची बातें करने हमारे घर आती तो मुझे बहुत ख़ुशी होती है।

जैसे कि हम खेती करते हैं तो मेरी चाची का खेत है तो कई बार चाची खेत देखने या काम करने जाती थी।

चाची अपने कपड़े धोकर घर के बाहर सुखाकर खेत में चली जाती थी।

एक दिन चाची के घर गया तो घर बंद था और वे अपने कपड़े बाहर सूखने को फैला गई थी.

बाहर चाची के कपड़े सूखते हुए देखे मैंने तो मैं चाची के कपड़ों के पास में गया.

वहाँ चाची का ब्लाउज, पेंटी, पेटीकोट, साड़ी सूख रही थी.
चाची ब्रा नहीं पहनती थी।

फिर मैं चाची का ब्लाउज लेकर सूँघने लगा.

सच में बहुत अच्छा खुशबू आ रही थी.
और जब मैंने चाची की पेंटी को भी सूंघा … आह ह्ह्ह … मैं तो दीवाना हो गया।

फिर कुछ दिन बाद मैं चाची को खेत ले जाने के लिए बाइक पर बैठा कर ले जा रहा था.

रास्ता थोड़ा मुश्किल और खराब था.
ब्रेक लगाने पर चाची मेरी से चिपक जाती थी, चाची के स्तन मेरे पीछे से चिपक जाते थे.
जब चाची के स्तन मुझ पर दबते थे तो मुझे बहुत अच्छा लगता था.

मैं जानबूझकर बाइक के ब्रेक ज्यादा मारता था.
फिर हम खेत में आ गए.

चाची कपास के खेत में घास काटने लग गई, मैं भी उनकी मदद करने लगा।

मैंने चाची को देखा कि चाची को बहुत पसीना आ रहा था, सेक्सी भी लग रही थी चाची घास काटने में!

चाची बाथरूम करने के लिए आगे चली गई.
थोड़े समय के बाद मैं भी हल्का होने आगे चला गया.
चाची ने जहां सुसु की थी, मैं भी वहीं गया.

फ़िर मैं चाची की सुसु को सूँघने लगा.
वो सूँघ कर मैं पागल सा हो गया और मुझे चाची को चोदने का मन हुआ.

चाची की सुसू पर मैंनेने भी मेरी सुसु कर दी.
फिर मैं चाची के पास आ गया और चाची के पीछे घास निकालने लगा.

पीछे से मैं चाची की गांड और बैकलेस ब्लाउज देखने लगा.
और मेरा लंड खड़ा हो चुका था, पैंट से बाहर आने को कह रहा था.

ऐसा लग रहा था मुझे कि मैं चाची के पीछे से नंगी पीठ पर मेरा लंड रगड़ दूँ और चाची को डॉगी स्टाइल में बाल पकड़ कर चोद डालूँ.

हमारा घास काटना हो गया.
फिर हम हमारी बैलगाड़ी के पास गये.

तब चाची बोली- मुझे इक बार बैलगाड़ी चलाना है.
उसके बाद हम बैलगाड़ी पर बैठ गए.

चाची मेरे आगे चिपक कर बैठ गई, मेरे दोनों हाथों और पैरों के बीच में चाची बैठ गई.

मैं चाची का हाथ पकड़ कर बैलगाड़ी चलाना सिखा रहा था.

हमारे खेत के अंदर रास्ता बहुत खराब होने से चाची मेरे लोडे पर उछल रही थी.
मेरा लोडा खड़ा होने लगा और चाची के गांड पर चुभने लगा.

मेरे लंड को बहुत सकून मिल रहा था.

फ़िर मैंने मोके का फ़ायदा उठाकर मेरा लंड चाची के नीचे सेट कर दिया.
बैलगाड़ी की उछल कूद में चाची को पता नहीं होगा.
शायद चाची बैलगाड़ी चलाने में खो गई थी.

फिर जैसे चाची मेरे लंड पर उछलती थी, मेरा लंड पैंट में से चाची की गांड में जाने को कर रहा था.
तब मैंने चाची की कमर पर हाथ लगाना चालू किया.

बैलगाड़ी के उछाल में चाची को पता नहीं था और बैलगाड़ी के उछलने से चाची के गोरे गोरे स्तन ब्लाउज में से बाउंसिंग बॉल जैसे उछल रहे थे.

मैंने कई बार ब्लाउज के ऊपर से स्तन भी दबाए.
बहुत प्यारे रसीले स्तन थे मेरी चाची के.

इस तरह चाची की गांड मेरे लोडे पर उछाल उछाल कर मेरा पानी निकल गया.

फिर चाची बैलगाड़ी पर बहुत थक चुकी थी, चाची को बहुत पसीना आने लगा था.

तब हम बैलगाड़ी से उतरे.
क्योंकि धूप से गर्मी बहुत लग रही थी और खेत में झोपड़ी थी उसकी छांव में बैठने चले गये.

चाची और मैं झोपड़ी में जाकर बैठ गये।

चाची बहुत थक चुकी थी, चाची ने मुझसे बोला- बेटा आज मेरे हाथ पैर बहुत दर्द कर रहे हैं.
फिर मैंने बोला- चाची क्या मैं आपके हाथ पाँव दबा दूँ? आपको अच्छा लगेगा।

चाची ने हां कर दी। चाची मेरे सामने लेट गई.

फिर मैं चाची के पाँव दबाने लगा।

चाची पाँव फैला कर लेटी थी.

चाची के गोरे गोरे पाँव दबाने में मुझे बहुत अच्छा लग रहा था, मेरा लंड खड़ा हो चुका था।

चाची सिसकारियाँ ले रही थी.
मैं समझ गया था कि चाची को मजा आ रहा है.

कुछ देर बाद मैं उनके हाथ दबाने लगा.
हाथ दबाते दबाते मैं चाची के बगल से धीरे से चाची के स्तन तक पहुंच गया.

धीरे धीरे में चाची के स्तन भी ब्लाउज के ऊपर से दबाने लगा.
और चाची को बहुत अच्छा लग रहा था.

चाची मेरे से बोली- बेटा, बहुत अच्छा लग रहा है … आह्ह्ह हह!
चाची को पसीने में देख मैं पागल हो गया.

तभी चाची ने ब्लाउज पर से पल्लू हटा दिया, चाची के पसीने से तर हुए स्तनों को देख कर मैं रुक नहीं पाया.
मैं जल्दी से अपने कपड़े उतार कर नंगा हो गया और चाची के ब्लाउज के हुक खोलने लगा.

चाची बोली- बेटा तुम क्या कर रहे हो? यह मत करो बेटा, रुक जाओ!
चाची मुझे रोकने लगी पर मैंने जल्दी से चाची का ब्लाउज खोल दिया और चाची के स्तन पर टूट पड़ा.

वे जोर जोर से सिसकारियाँ लेने लगी.
मैंने चाची के स्तन को जोर से दबाना चालू किया.
अब चाची को भी मजा आ रहा था.

एक हाथ से मैं चाची के स्तन मसल रहा था दूसरे स्तन चूस रहा था.
चाची के निप्पल में से दूध निकाल रहा था.

मैं चाची के दोनों स्तन को चूसता रहा.

फिर मैंने चाची की साड़ी और पेंटी भी निकाल दी और चाची से चिपक गया.

और मैं चाची को किस करता रहा 10 मिनट तक!

फिर मैं मेरा लंड चाची के मुंह पर रख कर हिलाने लगा.

चाची मेरा लंड पकड़ कर हिलाने लगी.
मेरी चाची मेरी जान बन चुकी थी.

चाची ने लंड को जोर जोर से हिलाना चालू किया और चाची ने मुंह में डाल लिया मेरा लंड को!

मैं फिर चाची का मुँह चोदने लगा.
चाची भी मजे से लंड लेने लगी.

फिर मैं चाची के मुँह में जोर जोर से झटके देने लगा.
चाची का दम घुटने लगा था और चाची की आँखों से आंसू निकल गए.

फिर मैंने चाची के मुँह में मेरा पानी छोड़ दिया. मेरी चाची में मेरा पूरा पानी पी लिया.

चाची बोली- बेटा, जल्दी से मेरी चूत की प्यास बुझा दे. मेरी चूत को तू आज चोद दे.

फिर मैंने चाची को लिटाया और उनकी नंगी चूत पर अपना लंड रख दिया और झटके से चूत में घुसा दिया.

चाची चिल्लाने लगी, सिसकारियां लेने लगी.

फिर मैंने जोर जोर से झटके मारना चालू किये.,
चाची को दर्द हो रहा था पर साथ में मजा भी आ रहा था.

चाची सिसकारियां लेने लगी- आआ आहह … आआहह आआ हुउउ … आआ हह ऊओ बेटा चोद मुझे … अह्ह्ह उउउइइमा मर गई अज्ज … आआ अहह आ आउउच आआ ह … और जोर से चोद बेटा!
मैं भी जोश में आकर जोर से चोदने लगा.

चाची की चीख निकल रही थी, मैं बिना रूके चूत में झटके मार रहा था.

साथ ही मैं चाची के स्तनों को भी जोर जोर से थप्पड़ मारे जा रहा था.
चाची के स्तन से दूध निकल रहा था और जोर जोर से स्तन पर थप्पड़ मारे जा रहा था.

चाची के स्तन लाल हो गए थे मार मार के!
चाची के लाल टमाटर जेसे स्तन उछल रहे थे.

और मैं चाची के स्तन पर थप्पड़ मारते हुए मसलकर दूध पी रहा था।
चाची के स्तन का दूध बहुत मीठा लग रहा था.

विलेज Xxx चुदाई में मैंने चाची की चूत में मेरा पानी छोड़ दिया.

मुझे चाची के स्तन के बीच में मेरा लंड जोर जोर से रगड़ता रहा चाची.

मेरा लंड अपने बड़े स्तन के बीच में दबाकर जोर जोर से रगड़ती रही.

मेरी चाची की भी सिसकारियां तेज हो गई.
फिर मैंने चाची के स्तनों में पानी छोड़ दिया और चाची के स्तन पर ही सो गया.

2 घंटे बाद शाम होते ही घर को लौट गए हम!

उसके बाद मैंने बहुत बार मेरी चाची को कुतिया जैसा चोदा.
आई लव यू चाची.

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