पोर्न फॅमिली चुदाई कहानी में मेरी विधवा बहन की एक जवान बेटी है. मैं बहन के पास अक्सर उसकी मदद के लिए जाता हूँ. एक दिन बहन ने मुझसे सेक्स की मांग कर दी.
नमस्कार दोस्तो, आशा है कि आप सब लोग ठीक होंगे.
आज मैं आपके लिए अपनी पहली सेक्स कहानी लेकर हाजिर हुआ हूं.
कुछ मजबूरियां ऐसे मोड़ पर खड़ी कर देती हैं जिसमें रिश्ते नाते सब भूलने पड़ते हैं.
मेरी ऐसी ही सेक्स कहानी है, जिसमें मजबूरी में आकर मेरी बहन ने अपनी बेटी को मुझसे चुदवाने के लिए मुझे मजबूर किया.
पोर्न फॅमिली चुदाई कहानी में सबसे पहले मैं अपना परिचय दे देता हूं. मेरा नाम संजय सैनी है और मैं ननौता उत्तर प्रदेश का रहने वाला हूं.
मेरे परिवार में मेरी बहन है, उनकी उम्र 38 वर्ष है और उनका नाम मेघा है.
मेरी बहन की शादी 19 वर्ष की उम्र में सहारनपुर में कर दी गई थी.
उस समय मेरी उम्र कम थी, अब मैं 27 साल का गबरू जवान हूं.
मेरी बहन की शादी के 6 वर्ष बाद मेरे जीजाजी का एक्सीडेंट हो गया और वे भगवान को प्यारे हो गए थे.
जीजा जी स्कूल टीचर थे और स्कूल से वापस आते समय उनके साथ यह हादसा घट गया था.
उस समय दीदी जीजा जी की एक बेटी थी, जिसका नाम कीर्तिका है.
मेरी बहन मुझे बहुत प्यार करती हैं.
मैं जीजाजी की मृत्यु के बाद समय-समय पर उनकी मदद के लिए उनके घर चला जाया करता हूँ.
होली का त्योहार आया तो मुझे मेरी बहन ने अपने पास बुला लिया था.
उस त्योहार पर मैंने लगभग पूरे दिन होली खेली और शाम को अच्छा नाश्ता किया.
दीदी ने काफी पकवान बनाए थे तो हम सबने खाए.
रात के करीब 9:00 बज रहे थे.
मेरी बहन अपने कमरे में सोने के लिए चली गई थीं.
मैं बाहर बरामदे में सोता था और दूसरे कमरे में मेरी भानजी कीर्तिका सोती थी.
उसकी उम्र 19 वर्ष की हो गई थी.
रात के लगभग 11:00 बजे का समय हो रहा था कि मुझे किसी के रोने की आवाज आने लगी थी.
जब मैंने उठकर देखा तो मेरी दीदी अपने कमरे में रो रही थीं.
मैंने पूछा- दीदी आप क्यों रो रही हो?
तो उन्होंने कुछ नहीं बताया, बस चुपचाप रोती रहीं.
मैंने ज्यादा पूछा, तब उन्होंने बताया- मुझे तेरे जीजा जी की बहुत याद आ रही है.
मैंने उनसे कहा- दीदी जो भगवान को मंजूर था, वह हो गया. अब रोकर अपनी हालत क्यों खराब कर रही हो! अधिक रोने से तबीयत खराब हो जाएगी.
वे मेरे कंधे पर सर रखकर बोलीं- मेरी उम्र कैसे कटेगी?
मैं बोला- दीदी मैं हूं ना, आपको चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है. मैं आपके साथ हूं. आपकी हर समय मदद करूंगा.
दीदी बोलीं- भाई, तू कब तक मेरी मदद करेगा … और कुछ काम ऐसे भी होते हैं, जिसमें भाई मदद नहीं कर सकता.
मैं बोला- नहीं दीदी, काम चाहे कोई भी हो … मैं आपकी हर संभव मदद करूंगा!
इस पर दीदी बोलीं- तू मेरे काम की मदद कर सकता है … लेकिन संजय, औरत के लिए सेक्स से बढ़कर कुछ नहीं होता है. क्या तू मेरी उसमें भी मदद कर सकता है?
यह सुनकर मैं कुछ समय चुप रहा.
फिर दीदी दोबारा पूछने लगीं- बोल ना संजय, क्या तू मेरी मदद करेगा? बता मेरे भाई, क्या तू अपनी बहन की मदद करेगा!
मैंने धीमे स्वर में कहा- दीदी, ऐसा कैसे हो सकता है. आप मेरी सगी बहन हो!
दीदी बोलीं- संजय, सेक्स के बिना अब मुझसे नहीं रहा जाता, मैं मर जाऊंगी.
मैंने बहुत सोचा कि दीदी अपनी भूख मिटाने के लिए यदि बाहर किसी मर्द से सेक्स करेंगी, तो उनकी बदनामी भी हो सकती है और हो सकता है कि वे किसी गलत आदमी से फंस जाएं तो और भी ज्यादा नुकसान हो सकता है.
इसलिए मैंने अपनी आंखों से दीदी की आंखों में देखा तो मुझे उनकी आंखों में वासना के डोरे दिखाई दिए.
अब मैं भी मर्द ठहरा तो कब तक खुद पर संयम करता.
मैंने अपने होंठ आगे बढ़ाते हुए दीदी के होंठों पर रख दिए और उन्हें किस कर लिया.
दीदी के चेहरे पर मुस्कान आ गई.
मैंने कहा- हां मेरी बहन, मैं तेरी यह जरूरत भी पूरी करूंगा.
पोर्न फॅमिली चुदाई पर दीदी बहुत खुश हो गईं और मुझे किस करने लगीं, मेरे होंठों को पीने लगीं.
मैं भी सेक्स की आग में जल उठा और दीदी के दोनों मम्मों को दबाने लगा.
धीरे-धीरे हम दोनों ने एक दूसरे के सारे कपड़े उतार दिए.
अब दीदी मुझे किस करती जा रही थीं और एक हाथ से मेरा लंड मसल रही थीं.
फिर दीदी ने मेरे लंड को अपने मुँह में ले लिया और उसे चूसने लगीं.
दोस्तो, जब मेरी बहन मेरे लंड को चूस रही थीं, तो मुझे बहुत मजा आ रहा था. मेरे मुँह से सिसकारियां निकलने लगी थीं.
लगभग दस मिनट तक मेरा लंड चूसने के बाद मेरे लंड से पानी छूट गया और मेरी बहन ने पूरा पानी पी लिया.
वे मेरे लंड को चाटती हुई बोलीं- भाई, तेरा लंड तेरे जीजा के लंड से बहुत बड़ा है और मोटा भी है, मुझे आज तृप्त कर दे.
अब हम दोनों 69 की पोजीशन में आ गए.
वे मेरा लंड चूस रही थीं और मैं अपनी बहन की चूत चाट रहा था.
मेरी बहन ने चूत की झांटों की सफाई दो दिन पहले ही की थी, इसलिए उनकी झांटें एकदम मस्त एस्ट्रोटर्फ जैसी लग रही थीं. मानो दीदी की चूत पर बारीक घास बिछी हो.
मेरी बहन की चूत से नमकीन पानी भी निकल रहा था जिसे पीकर मुझे बहुत मजा आ रहा था.
लगभग 10 मिनट तक लंड और चूत की चुसाई के बाद मेरा लंड दोबारा से शैतान हो गया.
अब मैंने अपनी बहन को बेड पर सीधा लेटा दिया और उनकी चूत के छेद पर अपना लौड़ा टिका कर जोर का धक्का लगा दिया.
मेरा लंड मेरी बहन की चूत में आधा ही घुस पाया था कि उसकी चीख निकल गई- आआहह भाई … मैं मर गई … धीरे से करो … मैंने इतने सालों से लंड नहीं लिया है!
इधर मुझे भी अपनी बहन की टाइट चूत देखकर मजा आ रहा था तो मैंने दोबारा से धक्का मार दिया.
इस बार मेरा पूरा लंड चूत फाड़ता हुआ अन्दर घुस गया.
मेरी दीदी रोने लगीं.
मैं उनके दूध चूसता हुआ धीरे-धीरे लंड को आगे पीछे करने लगा, हल्के हल्के धक्के लगाने लगा.
करीब 5 मिनट बाद मेरी बहन को भी मजा आने लगा और वे भी अपनी गांड उठा उठा कर चुदवाने लगीं.
पूरा कमरा हम दोनों की चुदाई की फच फच की आवाज से गूंज उठा.
मेरी बहन जोर-जोर से कह रही थीं- आआआह उउउह उह भाई … और तेज करो … आह और तेज … बुझा दे अपनी बहन की प्यास … आह साली निगोड़ी चूत बहुत दिन से तड़प रही थी आह उहू आह.
दोस्तो, बहन की चूत में भाई का लंड चलता रहा और पूरे 25 मिनट की चुदाई के दौरान मेरी बहन ने दो बार अपना पानी फेंक दिया था.
अब मेरा भी रस निकलने वाला था, तो मैं भी फुल स्पीड में धक्के लगाने लगा.
मैंने दीदी से पूछा- दीदी अपने भाई के लंड का पानी कहां लोगी, मुँह में या चूत में?
बहन बोली- भाई इसे चूत में ही डालो … मेरी चूत बहुत दिन की प्यासी है.
मैंने अपनी बहन की चूत में अपना पूरा पानी डाल दिया और अपनी बहन के ऊपर ही लेट गया.
थोड़ी देर में अर्पिता मेरी भानजी ने आवाज दी.
वह बोली- मामा यह क्या चल रहा है? आप लोग यह क्या कर रहे हो?
अर्पिता की आवाज सुनकर मैं और मेरी बहन दोनों ही घबरा गए और उठ कर अपने कपड़े संभालने लगे.
इतना कहकर अर्पिता अपने कमरे में चली गई.
मेरी बहन बोलीं- भाई, कहीं यह हमारे पापा को या किसी और को नहीं बता दे!
मैं बोला- दीदी, अब क्या कर सकते हैं? अगर अर्पिता किसी को बता दिया तो हमारी बहुत बदनामी होगी!
इस पर मेरी बहन जी बोलीं- चल अपन अर्पिता के कमरे में चलते हैं और उसे समझाते हैं.
फिर हम दोनों भाई बहन ने अर्पिता को बहुत समझाया लेकिन वह समझ नहीं रही थी.
वह कह रही थी कि मैं नाना जी को सब बता दूंगी.
इस पर मेरी बहन को गुस्सा आया और उसने अर्पिता की मुँह पर दो तमाचे जड़ दिए.
वे अर्पिता को पकड़ कर उसकी छोटी-छोटी नींबू जैसे चूचियों को मसलने लगीं.
अर्पिता रोने लगी और छूटने की कोशिश करने लगी.
दीदी ने अर्पिता की चूत को भी मसलना शुरू कर दिया.
इससे अर्पिता को भी अच्छा लगने लगा.
मेरी बहन अपनी बेटी से बोलीं- बेटी, यह तो सबको करना ही पड़ता है. तू भी करवा ले, तुझे भी मजा आएगा!
अर्पिता चुप हो गई और सिसकारियां भरने लगी.
इतने में मेरी दीदी मुझसे बोलीं- भाई, अपनी भानजी की पजामी उतार!
मैंने भी अपनी भानजी की पजामी उतारी और उसकी कोमल चिकनी चूत को अपनी जीभ से चाटने लगा.
मेरी जीभ अपनी चूत पर पाते ही अर्पिता की सिसकारियां बढ़ने लगीं और वह वासना में मदहोश हो गई.
मेरी बहन ने उतनी देर में उसकी कुर्ती और ब्रा को भी उतार दिया और उसके छोटे-छोटे चूचों को पीने लगीं.
अर्पिता बिन पानी की मछली की तरह तड़पने लगी.
यह देख कर मेरी दीदी बोलीं- भाई, अब और देर न कर … जल्दी से अपनी भानजी की चूत में लंड डाल दे. बस यह ध्यान रहे कि इसकी चूत में एक बार में पूरा लंड घुस जाना चाहिए!
मैंने अर्पिता की चूत पर लंड रखा और पूरी ताकत से चूत में धक्का दे मारा.
मेरे जोरदार धक्का लगने के कारण अर्पिता की चूत फट गई और मेरा पूरा लंड ख़ून से लाल हो गया.
अर्पिता चिल्लाने लगी- मां मैं मर गई … आह मामा … मैं मर गई … मुझे नहीं करना … निकालो मेरी चूत से लंड … मैं मर जाऊंगी … उउउह उउउह मम्मी … मैं मर गई.
मेरी दीदी बोलीं- भाई, अपनी भानजी की चूत को चोदते रह, लंड बाहर मत निकालना.
मैं लंड को आगे पीछे करता रहा.
लगभग 5 मिनट बाद अर्पिता की चूत में दर्द कम हुआ और अब वह भी लंड के मजे लेने लगी.
अब अर्पिता नीचे से अपनी गांड उठा उठा कर चुदने लगी और सिसकारियां भरने लगी- उउउह मम्मी मर गई … उउउह उउउह उउउह उउउह मामा … और तेज और तेज … आह फाड़ दो अपनी भानजी की चूत … उउउह उउउह मम्मी … और तेज चुदवा दो मुझे आह!
अर्पिता मुझे पकड़ कर अपनी तरफ खींचने लगी और एक झटके में उसने अपनी चूत का पानी छोड़ दिया.
मैं लगा रहा. कोई 30-35 मिनट की चुदाई के बाद मेरा भी पानी छूटने वाला था तो मैंने जोर लगाकर अर्पिता की चूत में पानी भर दिया और उसके ऊपर लेट गया.
इसके बाद उन दोनों मां बेटी ने निश्चय किया कि यह चुदाई की बात हम तीनों के बीच ही रहेगी.
दोस्तो, अब हम तीनों साथ में चुदाई करते हैं और चुदाई के नए नए आसन प्रयोग करते हैं.
दोस्तो मुझे उम्मीद है कि आपको यह सच्ची पोर्न फॅमिली चुदाई कहानी पसंद आई होगी.
आप मुझसे कुछ जानना चाहते हैं, तो प्लीज मुझसे संपर्क करें.
धन्यवाद.