न्यूड मॅाम पोर्न चुदाई कहानी में मैं अपनी स्टेप मॅाम के साथ पार्टी से आ रहा था कि रास्ते में बारिश होने से हम भीग गए और एक बन्द घर के बरामदे में खड़े हो गए. वहां क्या हुआ?
मेरे प्यारे दोस्तो, मेरा नाम मुकेश है. मैं अहमदाबाद का रहने वाला हूँ.
मेरी उम्र 26 साल है.
मैं आज आपको अपनी न्यूड मॅाम पोर्न चुदाई कहानी आपको सुनाने जा रहा है जो एकदम सच्ची घटना है.
मेरे पापा पहले इंडिया में ही जॉब करते थे.
मैं अपने माता पिता का एकलौता पुत्र था.
आज से 10 साल पहले मेरी मॉम गुजर गई थीं.
उस वक्त पापा के एक दोस्त ने उनको दूसरी शादी करने की सलाह दी.
पापा ने मुझसे पूछा- क्या मुझे सेकंड मैरिज कर लेनी चाहिए?
मैंने कहा- हां पापा … मुझे मॉम की बहुत याद आती है.
अब पापा ने एक मैट्रीमोनियल साइट पर अपने लिए एक लड़की के लिए ऐड दे दिया.
कुछ ही दिनों में मेरी नई मॉम आ गईं और उनके साथ हम दोनों बड़े मजे से रहने लगे.
दो साल बाद मेरे पापा की जॉब अमेरिका में लग गई.
वे उधर चले गए और मेरी पढ़ाई के चलते मेरी मॉम को इंडिया में ही रह जाना पड़ा.
पापा की जॉब उधर सैट हो गई और उन्होंने मुझे अपनी मॉम के साथ अमेरिका बुलाने का सोचा.
पर जैसा कि आप सब जानते हैं कि अमेरिका में जब तक उधर की नागरिकता नहीं मिल जाती है, तब तक या तो वर्क परमिट पर जाया जा सकता है या घूमने के लिए जाया जा सकता है.
यह आम व्यवस्था है और बाकी की मुझे मालूम नहीं कि किस तरह से अमेरिका जाया जा सकता है.
दूसरी बात यह भी थी कि उधर मेरी पढ़ाई का खर्च बहुत ज्यादा था, तो वह सब एक बड़ी दिक्कत थी.
मॉम डैड में आपस में बात हुई तो उनमें इस बात पर रजामंदी हो गई कि पापा अमेरिका में ही रहेंगे और मॉम व मैं इंडिया में ही रहूँगा. पापा उधर से पैसे भेजते रहेंगे, जिससे हम लोग अपना घर आराम से चला सकें.
अब पापा साल या दो साल में कभी-कभी ही घर आ पाते हैं.
घर में मैं और मॉम ही रहते हैं.
पापा के अधिकतर समय बाहर रहने के कारण मेरी मॉम की जिस्मानी प्यास नहीं बुझ पा रही थी.
यह एक ऐसी समस्या थी, जिसे मेरी सौतेली मॉम मुझसे बता नहीं सकती थीं.
मेरी मॉम गोरी लंबी हाइट वाली एक सुंदर महिला हैं.
मुझे इतना मालूम है कि मेरी मॉम को देखकर किसी का भी लंड खड़ा हो जाएगा और वह अपनी चड्डी में ही पानी निकाल देगा.
पहले पहल मैं अपनी मॉम के बारे में ग़लत नहीं सोचता था.
फिर अन्तर्वासना पर मॉम सन सेक्स कहानी पढ़ कर मुझे अपनी मॉम के बारे में ग़लत ख्याल आने लगे.
अब मैं अपनी मॉम को चोदने की सोचने लगा.
लेकिन मौका नहीं मिल रहा था.
एक दिन की बात है. उस दिन अहमदाबाद में मॉम की सहेली के यहां न्यौता था.
हम दोनों न्यौता खाने बाइक पर बैठकर गए थे.
वहां से हम दोनों दावत खाकर लौट ही रहे थे कि तभी खूब तेज बारिश होने लगी.
इधर उधर देखने के बाद एक खाली मकान दिखा, तो हम दोनों वहीं पर रुक गए.
शाम का धुंधलका छा गया था और बारिश अपने पूरे वेग पर बरस रही थी.
जिस तरह से पानी गिर रहा था, उससे यह कदापि नहीं लग रहा था कि यह बारिश अभी दो घंटा से पहले रुकेगी.
मैंने एक बार मॉम से कहा- चलो ऐसे बरसते पानी में ही चलते हैं. भीग तो गए ही हैं.
मॉम बोलीं- बेटा देखो न बारिश कितनी तेज हो रही है और सड़क पर कितना ज्यादा पानी भर गया है. यदि ऐसे में किसी गटर का ढक्कन खुला हुआ रह गया हो और तुम्हें दिखाई न दिया तो बड़ी दुर्घटना हो सकती है. अपने को जल्दी क्या है! खाना तो खा ही लिया है, अब बस घर जा कर सोना ही तो है. बारिश थमने तक इंतजार करना ही ठीक है!
मैंने ओके कहा और पानी बरसते देखने लगा.
अब अंधेरा छाने लगा था … पानी के कारण बादल भी गहराए हुए थे तो कुछ ज्यादा ही अंधेरा हो गया था.
वहां पर पास में ही एक स्ट्रीट लाइट जल रही थी, जिससे वहां कुछ उजाला सा था.
वह जगह एकदम सुनसान थी.
जिस मकान के बाहर हम दोनों खड़े थे, उसमें ताला लगा था.
मैंने ध्यान से देखा तो मकान में एक तरफ से कुछ खुला सा था, जिसके जरिए अन्दर जाया जा सकता था.
हम दोनों को ठंड लग रही थी क्योंकि हम दोनों के कपड़े पूरी तरह से भीग गए था और हवा भी तेज चल रही थी.
इसी कारण से ठंड ज्यादा लग रही थी.
मैंने अपनी मॉम से कहा- मॉम, आप अन्दर चली जाओ और वहां अपने कपड़े उतार दो.
वे बोलीं- तुम भी अन्दर चलो, मुझे अकेले डर लग रहा है.
मैं मॉम को अन्दर ले गया.
अब मॉम को मेरे सामने कपड़े उतारने में शर्म आ रही थी.
लेकिन ठंड भी लग रही थी, तो आखिर मॉम ने अपनी साड़ी उतार दी.
उन्होंने अपनी साड़ी उतारने के बाद मुझसे कहा- शायद इस मकान में कोई कपड़ा पड़ा मिल जाए, तो देखो.
फिर मैंने मकान के और अन्दर घुसने का निश्चय किया और भाग कर अन्दर गया.
अन्दर एक अंगोछा पड़ा मिल गया, उसे मैं ले आया.
मैंने मॉम को अंगोछा दे दिया और कहा कि मॉम अब आप अपने सब कपड़े उतार कर इससे बदन को पौंछ लो, जिससे आपको ठंडी ना लगे!
मॉम बोलीं- हां ठीक है, तुम उधर मुँह कर लो!
मैं बोला- ठीक है.
मॉम पूरी नंगी हो गयी थीं, फिर मॉम ने अपने सारे कपड़े उतारे और बदन पौंछ कर उसी अंगोछा को अपने बदन पर लपेट लिया.
कमरे में अंधेरा था तो कुछ दिखाई नहीं दे रहा था.
कुछ देर बाद हमारी आंखें अंधेरे में देखने की अभ्यस्त हो गईं और हल्का हल्का सा दिखने लगा.
अब वे बोलीं- तुम भी अपने कपड़े उतार दो और पानी पौंछ लो.
मैंने पैंट शर्ट उतार दिया.
तभी मॉम बोलीं- अंडरवियर भी उतार दो, मुझसे शर्माओ मत!
मैं बोला- ठीक है मॉम.
मैंने अपनी अंडरवियर भी उतार दी.
मेरा लंड खड़ा था.
मॉम की नजर मेरे लंड पर ही टिकी थी.
हम दोनों वहीं जमीन पर बैठ गए.
थोड़ी देर बाद मॉम ने मुझसे कहा- देखो तो बेटा, मुझे कुछ काट रहा है.
मैंने मोबाइल की टार्च जलाई तो मॉम को एकदम नंगी देख कर मैं उन्हें देखता ही रह गया.
फिर मॉम बोलीं- देखो न यहां क्या है?
मैंने नीचे देखा तो वहां पर लाल चींटी थी.
मैं मम्मी को लेकर बगल वाले कमरे में चल गया.
उस कमरे में एक पुराना तखत रखा था और एक मोमबत्ती भी रखी थी.
हम दोनों एकदम नंगे थे.
हम दोनों के मन में अंतर्वासना जागने लगी थी लेकिन हम दोनों ही अपने ऊपर कंट्रोल किए हुए थे.
मॉम ने तख्त को साफ किया और बोलीं- चलो इधर लेट जाते हैं.
हम दोनों साथ में लेट गए.
मॉम उधर मुँह करके लेट गईं और मैं उनके पीछे से चिपक कर लेट गया.
हम दोनों की बॉडी बिल्कुल एकदम टच हो रही थी.
मेरा लंड मॉम की गांड में घुसा जा रहा था.
शायद मॉम को अच्छा लग रहा था इसलिए मॉम भी कुछ नहीं बोलीं.
फिर मैं भी थोड़ा आगे पीछे होकर मॉम के गांड में लंड रगड़ने लगा.
मॉम को और अच्छा लगने लगा था.
उनकी सर्दी खत्म होने लगी थी.
मॉम को शायद चुदवाने का मन हो गया था इसलिए उनकी चूत गीली हो गयी थी.
मेरे लंड को उनकी चूत का गर्म गर्म पानी लग रहा था, जिससे मुझको पता चल गया था कि मॉम भी गर्म हो गई हैं.
फिर अचानक से मॉम उठ कर बैठ गईं और बोलीं- बेटा, ये क्या कर रहे हो! ये सब ठीक नहीं है.
मैंने उनकी बात को काटते हुए कहा- मॉम इसमें कुछ ग़लत नहीं है, बस हम दोनों अपने जिस्म की आग को बुझा रहे हैं. हम दोनों गर्म हैं, मैं जानता हूँ कि पापा कभी कभी आते हैं और इधर आपकी प्यास बुझाने वाला कोई नहीं है. इसलिए आओ मॉम, हम दोनों एक दूसरे की मदद करते हैं. वैसे भी ये बात हम दोनों के बीच ही रहेगी!
मॉम बोलीं- हां ठीक है, मगर ये सब अच्छा नहीं लग रहा है … तुम मेरे अपने बेटे हो, कैसे मैं तुमसे ये सब करूं … मुझे बहुत शर्म आ रही है.
कुछ देर तक हम दोनों फिर से अपने बदन रगड़ते रहे.
तभी मॉम जोर से चीख उठीं.
मैं बोला- क्या हुआ मॉम?
वे बोलीं- देखो मेरी पुस्सी में किसी कीड़े ने कुछ काट लिया है … मुझे बहुत खुजली हो रही है और हल्की जलन भी.
मैंने फिर से मोबाइल की टॉर्च जलाकर देखा तो मॅाम की पुसी में भी और तखत पर एक लाल चींटी थी.
मैं बोला- मॉम तुम रूको, मैं बाइक से डॉक्टर वाली एक दवा लेकर आता हूँ.
मेरी गाड़ी में दवा की एक ट्यूब रखी थी.
मैं उसे लेकर आया और मॉम से बोला कि लो मॉम इसे लगा लो.
वे मुस्कुरा कर बोलीं- तुम ही लगा दो सही से!
मैं मॉम की दोनों टांगें फैलाकर बीच में बैठ गया और दवा को मॉम की चूत पर लगाने लगा.
मॉम की चूत पर दवा रगड़ते रगड़ते मॉम खूब गर्म हो गईं और मॉम की चूत से पानी निकलने लगा.
मैंने मॉम से पूछा- मॉम ये क्या है?
मॉम बोलीं- बेटा, तुमको अभी ये भी नहीं पता कि यह क्या है … क्या तुमने कभी किसी के साथ सेक्स नहीं किया है!
मैं बोला- नहीं मॉम!
वे बोलीं- बेटा जब सेक्स करने के बाद चरमसुख मिलता है न, तब ये पानी निकलता है … ये लंड से भी निकलता है और चूत से भी.
मॉम के मुँह से लंड चूत शब्द सुनकर मैं समझ गया कि अब चुदाई को कोई नहीं रोक सकता.
मैंने अपनी बीच वाली उंगली मॉम की चूत में अन्दर तक डाल दी और आगे पीछे करने लगा.
अब मॉम फिर से गर्म होने लगीं और वे बोलीं- बेटा मेरी प्यास बुझा दो, अपना लंड मेरी चूत में डाल ही दो. मेरी चूत फाड़ डालो बेटा … अब सहन नहीं हो रहा है!
न्यूड मॉम की चूत गीली हो गयी.
फिर पोर्न मॉम ने मेरा लंड अपने मुँह में ले लिया और वे लंड चूसने का मजा लेने लगी.
दस मिनट तक मॉम मेरा लंड चूसती रहीं. अब मैं भी खूब गर्म हो गया था.
फिर मॉम ने मेरा लंड पकड़ कर अपनी चूत में डाल लिया और मैं खूब तेज़ी से आगे पीछे करने लगा.
मॉम की चूत खूब गीली होने की वजह से से न्यूड मॅाम पोर्न चुदाई से फॅक फॅक की आवाज आ रही थी.
मॉम भी आह आह आह करती रहीं और मैं अपनी सौतेली मॉम को पेलता रहा.
आखिर मॉम अपने चरम पर आ गईं और उनके मुँह से एक तेज आवाज निकली- अयाया … मैं गई.
मैं समझ गया कि मॉम का पानी छूट गया.
अब तक मेरा भी पानी निकल गया था.
हम दोनों शांत हो गए थे.
दस मिनट तक हम दोनों ऐसे ही पड़े रहे, फिर हम दोनों के कपड़े हल्के सूख गए थे.
मैंने बाहर देखा तो पानी भी बंद हो गया था.
हम दोनों घर के लिए निकल गए.
मॉम बोलीं- हम दोनों के बीच आज जो कुछ हुआ है, इसे सपना समझ कर भूल जाना!
पर मॉम आज बहुत खुश लग रही थीं.
फिर हम दोनों थोड़ी देर बाद घर पहुंच गए, कपड़े बदले और अपने अपने कमरे में सो गए.
सुबह उठ कर मॉम ने मुझे देखा और मुस्कुरा कर बोलीं- फ्रेश हो जाओ, नाश्ता कर लो.
फिर हम दोनों नॉर्मल ही रहने लगे.
हम दोनों ने उस दिन की बात कभी नहीं की.
आपको मेरी यह सच्ची न्यूड मॅाम पोर्न चुदाई कहानी कैसी लगी, प्लीज जरूर बताएं.
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