लंड की चाह में भाई से चुद गयी

न्यू चूत न्यू चुदाई की कहानी में अपनी सहेलियों की चुदाई कहानी सुन सुन कर मेरी बुर भी लंड मांगने लगी थी. एक दिन मेरे चाचा का लड़का घर आया. उसने मुझे कैसे चोदा?

मेरे प्यारे दोस्तो,
मैं रेहाना खान हूँ.
मेरी सेक्स कहानियाँ अन्तर्वासना और फ्री सेक्स कहानी दोनों साईट पर आती हैं.

इस साईट पर मेरी पिछली कहानी थी: मैंने दो अनजाने लण्ड का लिया मज़ा

आज मैं अपनी सहेली राबिया की सच्ची कहानी आपके लिए लाई हूँ.
न्यू चूत न्यू चुदाई की कहानी उसी के शब्दों में पढ़ें.

मेरा नाम राबिया है, मैं 26 साल की हूँ. मेरा रंग गोरा है, कद 5′ 3″ है और बाल बॉब कट हैं।
मैं पढ़ी लिखी हूँ और फर्राटेदार इंग्लिश बोलती हूँ।

मेरा चेहरा बड़ा सेक्सी और आकर्षक है।
मैं बहुत मीठा बोलती हूँ और अपनी बोली से सबका मन मोह लेती हूँ।

यह मेरी सच्ची कहानी है, इसमें काल्पनिक कुछ भी नहीं है।

आपको मैं उस समय की बात बता रही हूँ जब मैं 19 साल की थी और कॉलेज में पढ़ती थी।
मैं पढ़ने में बहुत तेज थी और खुल्लम खुल्ला गन्दी गन्दी बातें करने में भी बहुत तेज थी.

एक दिन एक लड़की बोली- यार, कल मैंने अपनी भाई का लण्ड पकड़ा. क्या मस्त लौड़ा है उसका यार … मज़ा आ गया।
दूसरी बोली- यार मैं पिछले 6 महीने से अपने जीजू का लण्ड पकड़ रही हूँ और पेलवा भी रही हूँ.
तीसरी बोली- अरे यार ये तो कुछ नहीं, मुझे देखो मैं तो दो साल से अपने अब्बू का लण्ड ले रही हूँ. मुझे तो लग गई लण्ड की लत! अब तो मैं पापा के दोस्तों के भी लण्ड लेती हूँ।

उनकी बातें सुनकर मैं अंदर ही अंदर बहुत उत्तेजित हो जाती थी।

एक दिन वही लड़की मुझे अपने घर ले गयी और मुझे पोर्न दिखा दिया।
पोर्न में बड़े बड़े लण्ड देख कर मैं पागल हो गयी और बोली- लण्ड क्या इतने बड़े बड़े होते हैं?
उसने कहा- हां यार, सच में इतने बड़े बड़े होते हैं. मेरे अब्बू का लण्ड भी इतना ही बड़ा है।

मेरे तो होश उड़ गए यह सब सुनकर!
उस दिन मैंने ठान लिया कि अब मैं भी लण्ड पकड़ूँगी।

उस दिन से मैं लण्ड पकड़ने के फ़िराक में घूमने लगी।

एक दिन मेरे चाचा का लड़का अमान मेरे घर आया।
घर में मैं अकेली थी।

वह मुझसे बातें करने लगा और मैं भी खुल कर बोलने लगी।
एकाएक मेरे मन में आया क्यों न मैं अमान का लण्ड पकड़ कर देखूं? अमान मुझसे सिर्फ दो महीने बड़ा है।
मैं उसे अमान ही कहती हूँ भाई नहीं।

तब मैं बाथरूम गई और लौट कर जब आई तो देखा कि वह अपना मोबाइल बड़े ध्यान से देख रहा है।

मैं चुपचाप उसके पीछे गई तो देखा कि वह पोर्न देख रहा है।
पोर्न में एक लड़की नंगी नंगी दो दो लण्ड चाट रही थी।

यह देख कर मेरे बदन में आग लग गई और मेरी चूत गीली हो गई।

फिर एक लड़के ने लण्ड उसकी चूत में पेल दिया और दूसरे ने लण्ड मुंह में घुसेड़ दिया।
मेरा चेहरा लाल हो गया।
मेरी आँखें चौंधियाँ गई कि ये सब क्या हो रहा है।

इतने में उसने गर्दन घुमाई और बोला- अरे राबिया, छुप छुप कर क्यों देख रही हो? लो मेरे साथ देखो न!
उसने मुझे मोबाइल पकड़ा दिया।

मैं एकटक पोर्न देखने लगी।
फिर अचानक मेरी नज़र अमान पर पड़ी तो मैं उसे देख कर दंग रह गई।

वह अपना लण्ड बाहर निकाल कर बड़े प्यार से सहला रहा था।
मुझे देख कर बोला- राबिया, लो इसे पकड़ कर देखो तो ज्यादा मज़ा आएगा।

भाईजान का खड़ा लण्ड देख कर मेरे होश उड़ गए।
जो पोर्न में लण्ड था उससे बड़ा लण्ड था अमान का!

मेरा मन लण्ड पकड़ने का तो था ही … मैं बड़ी देर तक उसका लण्ड देखती रही.

तब उसने मेरा हाथ पकड़ अपने लण्ड पर रख कर कहा- राबिया, शर्माओ नहीं। इसे पकड़ो हिलाओ मुठ्ठी में लेकर आगे पीछे करो. देखो तुमको बड़ा मज़ा आएगा।

जैसे ही मैंने लण्ड छुआ तो लण्ड साला हिनहिनाने लगा।
मुझे बहुत ही अच्छा लगा तो मैंने उसे मुठ्ठी में ले लिया मेरे मुंह से निकला- बाप रे … इतना बड़ा होता है लण्ड?

फिर उसने मुझे बड़े प्यार से बदन से चिपका लिया।
मैं भी बड़े मन से चिपक गई।

उसने मेरी चूचियाँ दबायीं, मेरे चूतड़ दबाये, मेरी चुम्मी ली.
तो मैं भी उसका लण्ड बड़े प्यार से हिलाने लगी।

फिर वह न्यू चूत की न्यू चुदाई के लिए मेरे कपड़े उतारने लगा।
पल भर में मैं नंगी हो गई तो वह भी नंगा हो गया और मुझे अपनी बाँहों में भरकर बोला- राबिया, तुम बहुत खूबसूरत हो, सेक्सी हो, हॉट हो यार! तेरी ये बड़ी बड़ी चूचियाँ, तेरी मस्तानी चिकनी चूत और तेरी थिरकती हुई गांड मुझे बहुत अच्छी लग रही हैं।
मैंने कहा- मुझे तेरा ये मरदाना बदन, चौड़ी चौड़ी छाती और तेरा ये मस्त झूमता हुआ मोटा लण्ड पागल कर रहा है।

उसने मुझे बेड पर लिटा दिया और मेरी चूत चाटने लगा.
फिर मैं भी उसका लण्ड चाटने लगी।

आज पहली बार मेरे हाथ में किसी मर्द का लण्ड था और मैं ख़ुशी से फूली नहीं समा रही थी।

मैंने पोर्न में लड़की को लण्ड चूसते हुए देखा था बस मैं उसी तरह लण्ड चूसने लगी।

मैं भी उत्तेजित थी और वह भी! मैं तो लण्ड पर टूट पड़ी।
यह मेरी ज़िन्दगी का पहला लण्ड था।
मैं लण्ड का एक एक इंच चाटना चूसना चाहती थी।

उधर अमान भी मेरी न्यू चूत के साथ साथ मेरी गांड भी चाटने लगा।
मैं सिसकारियां भरती हुई लण्ड चूस रही थी।

लण्ड का नंगा टोपा मुझे बड़ा सुन्दर और सेक्सी लग रहा था।
पेल्हड़ भी चाटने में कोई कसर नहीं छोड़ी मैंने!

इतने में हुआ यह कि वह मेरे मुंह में ही झड़ गया।
पहले तो मुझे बड़ा अटपटा लगा फिर मैंने उस लड़की को पोर्न में लण्ड का वीर्य चाटते हुए देखा था, मैं भी उसी तरह चाटने लगी।

अमान बोला- राबिया, तुम बहुत अच्छी हो, मस्त हो और मेरे मन की हो। मुझे तुमसे प्यार हो गया है।

वह मुझे बाथरूम ले गया और फिर बाहर आकर हम दोनों नंगे नंगे बेड पर लेट गए।

कुछ मिनट ही हुए होगें कि लण्ड साला फिर से फुफकार मारने लगा.
उधर मेरी चूत भी कुलबुलाने लगी।

अमान अपना लण्ड मुझे दिखाते हुए बोला- राबिया अब मैं तुम्हें जी भर के चोदूंगा।
मेरे मुंह से निकला- चोद ले न भोसड़ी वाले मुझे! पेल दे न अपना ये मादरचोद लण्ड मेरी चूत में!

अब तक तो मैं बेशर्म हो ही चुकी हूँ. पूरी तरह खुल चुकी थी मैं! अब मुझे किसी की परवाह नहीं थी।

मेरी गालियां सुनकर उसका लण्ड साला और कड़क हो गया।
उसने मुझे बेड के एक कोने में घसीटा और मेरी टांगें फैला दीं।
मेरी नई चूत उसके लण्ड के सामने खुल गयी।

बस उसने लण्ड का टोपा कई बार चूत पर रगड़ा फिर एक ही झटके में पूरा अंदर पेल दिया।
लण्ड घुसते ही मेरे मुंह से चीख निकल पड़ी- साले कुत्ते … फट गई मेरी चूत बहनचोद! आहिस्ते आहिस्ते नहीं पेल सकता तू लण्ड? तेरी माँ का भोसड़ा साले, हाय रे बड़ा दर्द हो रहा है।
वह बोला- दर्द होने दे बुरचोदी राबिया … अभी तुझे ज़न्नत का मज़ा आएगा।

ऐसा कह कर उसने लण्ड 10 / 12 बार अंदर बाहर किया तो सच में मुझे मज़ा आने लगा।
मैं बोली- हाय दईया, बड़ा मज़ा आ रहा है, और चोदो मुझे, खूब चोदो मुझे, फाड़ डालो मेरी चूत। बड़ा मस्त लौड़ा है तेरा बहन चोद!

ऐसा बोल बोल कर मैं अपनी पहली चुदाई का पूरा पूरा मज़ा ले रही थी।
न्यू चुदाई करते हुए लण्ड साला अंदर बड़ी दूर तक चोट कर रहा था।

मैं अपनी गांड उठा उठा के उसका साथ दे रही थी।

वह बोला- राबिया, मुझे सबसे ज्यादा मज़ा तुम्हें चोदने में आ रहा है। तेरी चूत बड़ी टाइट है यार!

मेरा भाई मुझे तूफान मेल की तरह चोदे जा रहा था और मैं भी एक रंडी की तरह चुदवाये चली जा रही थी।

इतने में मेरी चूत ने पानी छोड़ दिया और कुछ देर में वह भी झड़ गया।
मैंने दुबारा झड़ता हुआ लण्ड चाटा।

जैसे ही चुदाई ख़त्म हुई वैसे ही मेरी मम्मी का फोन आ गया।
मेरी अम्मी का नाम है मिसेज वाज़िहा।

वे बोली- राबिया, मैं आज नहीं आऊंगी, कल आऊंगी. तुम अपना ख्याल रखना।
मैंने कहा- ठीक है अम्मी, कोई बात नहीं।

अमान यह सुनकर बहुत खुश हुआ।
तब वह किसी काम से बाहर चला गया।

2 घंटे बाद अमान आया तो उसके साथ एक लड़का और था।
अमान ने बताया- यह समर है मेरा दोस्त!

मैं उसे अंदर ले गई और कहा- इसे क्यों ले आये? अब चुदाई कैसे होगी?
वह मेरे गाल थपथपाते हुए बोला अरे मेरी रानी, समर भी मेरे साथ तुम्हें चोदेगा।

यह सुनकर मेरा चेहरा लाल हो गया।
मैं मन ही मन खुश हुई कि आज मुझे एक और लण्ड मिलेगा।

फिर उसने एक दारू को बोतल निकाली और कहा- राबिया, तुम 3 गिलास लेकर आओ।

उसने 3 पैग बनाये, एक मुझे और एक समर को पकड़ाया।

मैंने कहा- मैं दारू नहीं पीती अमान!
वह बोला- तुम लण्ड भी नहीं लेती थी. पर लिया न? अब दारू नहीं पीती हो तो अब पियो न! दारू पीकर चुदवाने में दूना मज़ा आएगा।

भाई की ऐसी नंगी जुबान सुनकर मैं शर्म से पानी पानी हो गयी.
चाहे मुझे कितनी भी चुदास चढ़ी थी पर हूँ तो मैं एक देसी लड़की. ऐसी गंदी बात पराये मर्द के सामने कह कर भाई ने मुझे और बेशर्म कर दिया.

मैंने उसकी बात मान ली और दारू पीने लगी।
नशा चढ़ने लगा तो मेरे कपड़े अस्त व्यस्त होने लगे।

मैं बीच में बैठी थी।
मेरे दोनों तरफ अमान और समर बैठे थे।

समर ने मेरी चुम्मी ली तो अमान ने भी ले ली।
वे दोनों एक एक चूची दबाने लगे तो मैं भी दोनों के लण्ड पैंट के ऊपर से ही दबाने लगी।

फिर अमान ने मेरे सारे कपड़े उतार कर मुझे नंगी कर दिया और खुद भी नंगा हो गया।
उसका लण्ड मेरे मुंह के सामने आ गया।

तब तक समर भी कपड़े खोल कर नंगा खड़ा हो गया।
उसका टनटनाता हुआ लण्ड देख कर मेरे बदन में करंट लग गया।

लण्ड उसका अमान के लण्ड से बड़ा भी था और मोटा भी!

एकदम गोरा चिट्टा लण्ड देख कर मेरा मन हुआ कि मैं इसे कच्चा चबा जाऊं।

मैंने लण्ड पकड़ा उसकी चुम्मी ली और हिलाने लगी।
मैं अपने दोनों हाथों में लण्ड पाकर मस्त हो गयी।

दोनों ही लण्ड मेरे मुंह के सामने थे।
मैं दोनों लण्ड चाटने लगी और बारी बारी से चूसने भी लगी।

मैंने कहा- क्या मस्त हैं लौड़े हैं तुम दोनों के यार! मज़ा आ गया इन्हें पकड़ कर!

कुछ ही देर में दोनों ने मुझे नंगी नंगी बेड पर लिटा दिया।
अमान ने लण्ड मुंह में पेला तो समर ने लण्ड मेरी चूत में पेल दिया।

समर बेड के नीचे खड़ा था और अमान ऊपर!
समर मेरी दोनों जांघें अपनी तरफ घसीट कर भचा भच्च, भचा भच्च फचा फच्च, फचा फच्च चोदने लगा।

उधर अमान मुंह में लण्ड डाले हुए मेरा मुंह ही चोदने लगा।
मैं दुतरफा चुदने लगी.

मुझे नहीं मालूम था कि 2 लण्ड से चुदने में इतना मज़ा आएगा।

मैं सारी दुनिया भूल गयी और बोली- मादरचोदो, भोसड़ी वालो, चोद डालो मेरी बुर, फाड़ डालो मेरी चूत! मुझे अपनी बीवी की तरह चोदो … पूरा लण्ड मेरी चूत में! अब तो मैं तुम दोनों की जोरू बन चुकी हूँ। हाय रे … बड़ा मज़ा आ रहा है।

इस तरह वो दोनों लण्ड कभी चूत में कभी मुंह में पेल पेल कर चोदते रहे।
दोनों ने मुझे 3 बार खूब धकाधक चोदा।

रात को 10 बजे अमान फिर आ गया और अबकी बार उसके साथ 2 लड़के थे।
दोनों नए लड़के थे, मतलब समर नहीं था।

मुझे देखते ही बोला- इनसे मिलो, यह है अमर मेरा दोस्त, और यह है साहिर इसका दोस्त!
मैं दोनों से मुस्कराकर मिली।

अंदर जाकर अमान ने मुझसे कहा- राबिया, आज रात भर हम तीनों मिलकर तुम्हारी लेंगे।

मैंने कहा- अरे यार, तुम पागल हो गए हो क्या? तीन तीन लौड़े तो मेरा भरता बना देगें, बहनचोद?
वह बोला- तेरा भरता नहीं, तेरी चूत का भरता बना देंगे। तब देखना कितना मज़ा आएगा जब जब तीन तीन लण्ड तेरे सामने नंगे नंगे हिनहिनायेंगे। तब तुम्हें तीनों लण्ड एक साथ देखने में, पकड़ने में और चूसने में बड़ा मज़ा आएगा।

मैं उसकी बात सुनकर मुस्कराने लगी।
उधर मेरी चूत साली चुलबुला उठी।

इतने में ड्रिंक शुरू हो गई और हम चारों नशे में डूब गए।

साहिर बोला- यार अमान, तेरी बहन राबिया तो बड़ी मस्त गदराई हुई लड़की है।
अमान ने कहा- हां यार, ये बिल्कुल तेरी बीवी की तरह है और चुदवाती भी उसी की तरह है।

मैंने पूछा- अमान, क्या तुम साहिर की बीवी चोदते हो?
वह बोला- हां यार, बिल्कुल चोदता हूँ।

यह सुनकर मैं तो और ज्यादा बेशर्म हो गयी।

इतने में साहिर ने मुझे नंगी किया और अमर ने मुझे अपना लण्ड पकड़ा दिया।
फिर पीछे से साहिर ने लण्ड मेरे कंधे पर रख दिया।

अमान नंगा मेरे नंगे बदन से खेलने लगा।

इस बार साहिर ने मुझे बेड के एक कोने में खींच कर मेरी गांड में पहले तो उंगली की फिर एकाएक लण्ड पेल दिया।
मेरा गांड फट गयी.
पर मुझमें चुदाई का जोश था तो मैं सह गयी.

गांड में लंड घुसने से मेरी चूत ऊपर उठी थी तो अमर अपने लण्ड उसमें घुसेड़ दिया।

अमान ने मेरे मुंह में लण्ड दे दिया।

मैं इस तरह तीनों लण्ड से चुदवाने लगी।

इस बार मुझे पहले से ज्यादा मज़ा आने लगा था।

तीनों मादर चोदों ने मुझे रात भर चोदा।
मेरे तीनों छेद में बारी बारी से लण्ड पेला।

मैं सुबह 6 बजे तक खूब धकापेल चुदी और फिर सबके साथ नंगी सो गयी।

सवेरे 10 बजे उठी और 11 बजे मेरी मम्मी आ गई।
उस समय मैं घर में अकेली ही थी।

मम्मी को कुछ नहीं मालूम हुआ कि मेरे साथ क्या हुआ, मैंने उनके पीछे क्या क्या गुल खिलाये.

न्यू चूत न्यू चुदाई की कहानी पर आप अपने विचार मुझे जरूर बताएं.
इस घटना के बाद क्या क्या हुआ, मैं बताती रहूंगी.
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