माय फर्स्ट सेक्स विद हॉट कज़िन की कहानी मेरी बुआ की जवान बेटी की चूत चुदाई की है. वह हमारे घर आई हुई थी. उसने पहल करके मुझे छेड़ना शुरू किया तो मैंने उसे चोद दिया.
मेरा नाम आज़म है और मैं बरेली के एक बड़े कस्बे में रहता हूँ.
मुझे फ्री हिन्दी सेक्स स्टोरी को पढ़ने शौक था तो इधर की सेक्स कहानियों को पढ़ कर मैंने भी सोचा कि मैं भी अपना पहला अनुभव आप सबको लिख कर बताते हैं.
इससे पहले कभी मैंने सेक्स स्टोरी नहीं लिखी है तो यदि मुझे कोई ग़लती हो जाए तो माफ़ कर दीजिएगा.
मेरी हाइट 5 फीट 4 इंच है. मैं दिखने में कोई खास नहीं हूँ.
हां, मेरा लंड काफ़ी बड़ा है.
माय फर्स्ट सेक्स विद हॉट कज़िन की कहानी एकदम असली है और मेरी व मेरी फुफ्फो की लड़की की लिखी गई है.
उसकी उम्र 22 साल की है और उसका नाम गुल है.
गुल की हाइट 5 फुट 2 इंच की है, वह दिखने में एकदम करिश्मा कपूर की तरह लगती है.
वह एक गवर्नमेंट स्कूल में बच्चों को पढ़ाती है.
उसके बूब्स 36 इंच के हैं और कमर 30 की है, जबकि गांड 38 की होगी.
वह दिखने में एकदम सेक्सी और हॉट माल है.
लॉकडाउन में वह हमारे घर रहने के लिए आई हुई थी.
घर पर वह मुझसे कुछ ज़्यादा ही बोलती थी, पर उस टाइम मेरे मन में उसके लिए ऐसी कोई फीलिंग नहीं थी.
उन दिनों रात को हम एक साथ अलग अलग बेड पर लेटकर फिल्म देखते थे … पर हमारे बेड आपस में चिपके हुए रहते थे.
एक दिन जब मैं फिल्म देखते हुए सो गया तो उसने मुझको जगाने के लिए मेरे गाल पर बहुत ज़ोर से नोचा.
मैं एकदम से हड़बड़ा कर उठ गया और उसे देख कर हंसने लगा.
वह बोली- इतनी जल्दी सो जाते हो यार!
मैंने कहा- सॉरी यार, नींद आ गई थी.
फिर मैंने उसके साथ पूरी फिल्म देखी.
वह मेरी तरफ मुँह करके लेटी थी.
उसी दिन रात में जब मेरी आंख खुली, तो मैंने देखा कि वह मेरी तरफ़ ही देख रही थी … पर उसने मुझे जागते हुए देखा तो एकदम से आंखें बंद कर लीं.
फिर मैंने उसको बहुत ध्यान से देखा तो मेरे मन में उसका हाथ छूने की इच्छा हुई.
मैंने धीरे से उसके हाथ की उंगली पर अपना हाथ रख दिया.
उस वक्त मुझे डर भी बहुत लग रहा था कि कहीं ये गुस्सा ना हो जाए.
सच कह रहा हूँ उस वक्त डर के मारे मेरा जिस्म काँप रहा था.
पर उसने मेरी हरकत का कोई रेस्पॉन्स ही नहीं दिया.
अब मुझे जरा साहस आया तो मैंने उसकी उंगलियों में अपनी उंगलियां डाल दीं.
तभी मुझे अहसास हुआ कि वह भी मेरी उंगलियों को दबा रही थी.
यह समझते ही मेरा डर एकदम से खत्म हो गया और मैं अगले ही पल उसके हाथ को चूमने लगा.
उसने भी अपनी आंखें खोल दीं और मुस्कुरा दी.
उस रात बस मैं और वह एक दूसरे के हाथ अपने हाथों में लेकर सुबह तक जागते रहे … इसके अलावा कुछ किया ही नहीं.
दिन में पूरा दिन वह मुझसे ही बातें करती रही.
रात को 9 बजे जब हम दोनों साथ में फिल्म देखने लगे तो उसने फिर से अपना हाथ मेरे हाथ से मिला दिया.
आज मेरा लंड खड़ा होने लगा और मैंने अपनी उंगलियां उसकी उंगलियों में डाल दीं.
कुछ देर बाद बहुत हिम्मत करके मैंने उससे किस करने के लिए कहा.
तो उसने हां कर दी.
उस रात पहली बार मैंने किसी लड़की के होंठों को चूमा था.
उसके होंठ बहुत सेक्सी और रस भरे थे.
आह … क्या मज़ा था पहली बार चुंबन लेने का!
जब मैंने उसको किस किया, तो उसने ज़ोर से मुझे अपने गले से लगा लिया.
यह हम दोनों के लिए यह पहला अवसर था.
मैंने भी उसको ज़ोर से गले से लगा लिया.
फर्स्ट सेक्स की उम्मीद में धीरे धीरे मेरा लंड टाइट हो रहा था.
उसी के चलते मैं उसके बूब्स को पकड़ने लगा तो वह बोली- आह ज़ोर ज़ोर से करो न जान … आह उहह!
मुझे उसके दूध मसलने में बहुत मज़ा आ रहा था.
मुझसे रहा न गया तो मैंने उसके कपड़ों को ऊपर कर दिया और उसके एक दूध को अपने मुँह में भर लिया.
उसकी आह आह की आवाज़ निकल रही थी.
पहली बार का यह अहसास मुझको पागल कर रहा था.
फिर धीरे धीरे मैं उसके पेट पर हाथ फेरता रहा और हाथ नीचे सरका कर मैंने उसकी सलवार के नाड़े को पकड़ा.
मुझे बड़ा ही आश्चर्य हुआ कि उसने अपनी सलवार पहले से ही खोल रखी थी.
मैंने सलवार को हाथ से नीचे की तो आसानी से नीचे सरक गई.
मैंने देखा कि उसने सलवार के नीचे कुछ भी नहीं पहना था.
उफ्फ़ … साली पूरी तरह से चुदने को ही मचल रही थी.
उस टाइम मेरा हाथ बराबर काँप रहा था.
उसने अपनी बुर की झांटों को साफ कर रखा था.
वाओ … क्या मक्खन सी चिकनी बुर थी.
जैसे ही मैंने अपना हाथ उसकी बुर पर रखा … उसने मेरा हाथ पकड़ लिया और सिसकारी लेने लगी.
वह मुझसे लिपट गई और ज़ोर ज़ोर से किस करने लगी.
उसके मुँह से लगातार मादक सिसकारियां निकल रही थीं- आहह उहह!
उसकी वे आवाजें मुझे भी मदहोश और पागल किए जा रही थीं.
फिर मैं अपना हाथ उसकी बुर के ऊपर फेरने लगा और बुर की फांकों को सहलाने लगा.
उसकी बुर एकदम गीली हो रही थी.
मैंने धीरे से उसकी बुर में अपनी एक उंगली अन्दर डाल दी.
जिससे उसके मुँह से एक ज़ोर से आह की आवाज़ निकली.
मैंने उसको चूमा और उंगली अन्दर बाहर की.
तो वह कहने लगी- ऊं … ज़ोर ज़ोर से करो!
मैं एक हाथ की उंगली से उसकी बुर की रगड़ाई कर रहा था और दूसरे हाथ से उसके एक दूध को दबा रहा था.
उसका दूसरा दूध कभी मेरे मुँह में आ जाता तो कभी उसके होंठ चूसने लगता.
उधर वह अपने हाथ से मेरा हाथ पकड़ कर अपनी बुर में ज़ोर ज़ोर से अन्दर बाहर करवा रही थी.
उस क्रम में उसकी गांड भी आगे पीछे हो रही थी.
अपने दूसरे हाथ से उसने भी मेरे लंड को पकड़ रखा था और उसको हल्के हल्के सहला रही थी.
थोड़ी देर तक हम दोनों यही करते रहे.
अब मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा था.
मैंने उससे कहा- जान, क्या तुम्हारी बुर में मैं अपना लंड डाल दूं?
उसने कुछ नहीं कहा तो मैं समझ गया कि यह खुद से कुछ नहीं कहेगी.
अब मैं खुद ही लंड बुर में डालने के लिए आगे बढ़ गया.
मैं उसके ऊपर चढ़ गया और लंड बुर में पेलने की कोशिश करने लगा.
मैं पहली बार किसी लड़की की बुर चोदने जा रहा था तो मुझसे बुर में लंड सही से सैट नहीं हो पा रहा था.
लंड कभी इधर फिसल जाता, तो कभी उधर फिसल जा रहा था.
तभी उसने अपनी बुर को खुद मेरे लंड पर सैट कर दिया और अपनी गांड उठा कर एक ज़ोर से झटका मारा तो मेरा आधा से ज़्यादा लंड उसकी गीली व चिकनी बुर में घुसता चला गया.
मुझे ऐसा लगा मानो कॉर्क को बोतल के मुँह में फंसा दिया हो. मेरे लंड को एकदम से किसी ने जकड़ लिया था.
उसको भी दर्द हुआ था तो उसने भी एकदम से बहुत गुस्से से मेरी तरफ देखा.
लंड बुर में फँसा था और वह बाहर निकालने की कोशिश कर रही थी.
मैंने उसे देखा तो वह कराह कर बोली- दर्द हो रहा है … आह उफ्फ़!
मैंने पहली बार अपने लंड को किसी लड़की की बुर में डाला था तो मुझे खुद भी दर्द होने लगा था.
यह तो बाद में पता चला था कि फर्स्ट सेक्स में लंड का धागा टूटने पर लड़के को भी दर्द होता है,
उस वक्त सच में कैसा लग रहा था, ये मैं आपको बता नहीं सकता.
कुछ देर में सब कुछ सैट हो गया.
अब वह धीरे धीरे सेक्सी आवाजें निकाल रही थी और मुझे किस किए जा रही थी.
मैं भी उसकी बुर में अपना लंड आगे पीछे करने लगा था.
आह सच में उसकी चिकनी बुर चोदने में क्या मस्त मज़ा आ रहा था.
वह एकदम से नशे में हो गयी थी जैसे उसने कुछ खा लिया हो.
मैं ज़ोर ज़ोर से झटके लगाने लगा और उसके दूध चूसने लगा.
कुछ ही देर में ही मुझे लगा कि अब मेरे अन्दर से कुछ निकलने वाला है तो मैंने उससे कहा- शायद मेरा हो गया है!
वह बोली- आह मैं भी बस आने वाली हूँ, तुम अपना गर्म पानी अन्दर ही निकाल दो.
तभी मेरे जिस्म में एकदम करेंट सा लगा और मैंने सारा पानी उसकी बुर में भर दिया.
वह मुझे ज़ोर ज़ोर से अपने जिस्म से चिपका कर और आह उहह करके मेरे साथ ही झड़ गयी.
सच में बड़ा मादक अहसास था पहली बार किसी की बुर चुदाई का.
फिर मैंने कुछ देर तक अपना लंड उसकी चूत में ही रहने दिया.
बाद में हम दोनों अलग हो गए.
उस रात हम दोनों ने दो बार सेक्स किया.
अगले दिन बात होने पर उसने बताया कि उसका एक ब्वॉयफ्रेंड था, उसने बहुत बार बॉयफ्रेंड के साथ सेक्स किया था.
मुझे यह जानकर बहुत गुस्सा आया.
वह बोली- अब तुम ही हो मेरी जान!
मैंने भी सोचा कि चूत चोदने को मिल रही है … गुस्सा से क्या होगा!
उसके बाद जब भी मौका मिलता था, तो हम दोनों सेक्स कर लेते थे.
दोस्तो, मुझे सेक्स स्टोरी लिखना नहीं आता है, इसलिए जो हुआ था उसे ही लिख दिया है.
यह सच्ची माय फर्स्ट सेक्स विद हॉट कज़िन की कहानी है, आपको क्या कहना है!
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