शादी में की जवान मौसी की चुदाई- 3

इंडियन होम Xxx कहानी में मौसी मुझसे चुदने मेरे पास आई. उन्होंने मुझसे अपनी चूत चटवाई यह कह कर कि मौसा जी उनकी चूत नहीं चाटते. ना ही वे लंड चुसवाते हैं.

फ्रेंड्स, मैं अमन आपको अपनी कुसुम मौसी की चूत चुदाई की कहानी सुना रहा था.
कहानी के दूसरे भाग
मौसी ने मेरा लंड चूस कर मजा दिया
में अब तक आप पढ़ चुके थे कि मैंने मौसी के साथ मुख मैथुन का आनंद ले लिया था.

अब आगे इंडियन होम Xxx कहानी:

मौसी ने मुझसे कहा- क्यों अपनी मौसी को चोदेगा नहीं क्या?
ये सुनते ही मैं भी बोल पड़ा- नहीं मौसी, ऐसी बात नहीं है. आज तो आपको मैं ज़रूर ही पेलूँगा.

मौसी– अच्छा तो फिर जैसे मैं कहूँगी, ठीक वैसे ही तुझे करना पड़ेगा!
मैं- हां मौसी, आप बताओ तो सही … मैं आपके दिल की हर एक ख्वाहिश को आज पूरा करूँगा.

मौसी- तुम पहले मेरी चूत को चाटोगे.
मैं- हां मौसी ज़रूर, पर क्या मौसा जी नहीं चाटते हैं!

मौसी- वे तो महीने में एक या दो बार ही मुझे चोदते हैं और उनका जल्दी निकल भी जाता है.
“तो मेरी जान आप उनको गोली क्यों नहीं देती हैं?”

कुसुम मौसी बोलीं- आर यार, वे मना करते है कि यह सब मेडिसिन लेने से ये होता है वह होता है! मैंने जबकि यह दवा उनके लिए ही मँगवाई थी, पर वे लेते ही नहीं है. आज मैंने तुम्हें दी है ताकि तुम मेरे अन्दर की आग को पूरी तरह से बुझा सको जो इतने सालों से सुलग रही है … और रही बात लंड चूसने की, तो वह उसमें मुझे हाथ तक नहीं लगाने देते हैं, तो चूत को क्या चाटेंगे.

मैं- अच्छा जी तो ये बात है. पर मौसी अब आपकी हर एक ख्वाहिश पूरी होगी.

मौसी मेरी ये बात सुन कर काफ़ी खुश हो गईं और मेरे लंड को हाथ में लेकर ज़ोर ज़ोर से सहलाने लगीं.

उधर मैंने भी अपनी मौसी की चूत पर अपना चेहरा रख दिया जिसके लगते ही मौसी के मुँह से आहह निकल गई.
मैं ये देख कर समझ गया कि मौसी को कितना मज़ा आ रहा है.

किसी के आने का आहट मिली तो हम दोनों चादर ओढ़ कर सोने का नाटक करने लगे.

उस वक्त सारी लाइट ऑफ थीं और रात के एक बजे का समय हो रहा था.

फिर दस मिनट बाद सन्नाटा छा गया.

तब मैंने मौसी के पैर की तरफ से चादर उठा कर अपनी जीभ से पहले तो उनकी चूत के होंठों को चाटने लगा और उनकी चूत को चाट कर मुझे भी बहुत ज़्यादा मज़ा आ रहा था क्योंकि पहली बार चूत चाटने का मौका मिला था.

अब मैंने उनकी चूत को जीभ से चाटा तो उनके मुँह से आहह आहह की आवाज़ निकलने लगी.
तब मैंने मौसी के ऊपर से चादर हटा दी और 69 की पोजीशन बना ली.

अब मैं फिर से उनकी चूत में जीभ को अन्दर तक डाल डाल कर चूसने लगा.

उधर मेरे लंड को चूसने के साथ-साथ मौसी के मुँह से उनकी आह आह की आवाजें भी निकल रही थीं और वे खूब मज़े ले रही थीं.

फिर मौसी बोलीं- चूत को चूसता ही रहेगा या इसे चोदेगा भी … मेरी चूत तुम्हारे लंड का मज़ा लेना चाहती है!

मौसी के मुँह से ये सब सुन कर मैं पागल हो गया और बिना कोई देर करते हुए मौसी की चूत पर लंड रख दिया.

मौसी ने भी मज़े में मुझे अपनी बांहों में जकड़ लिया और जैसे ही मैंने एक हल्का सा धक्का दिया, उनकी चूत का मुँह चिर सा गया.
मेरा सुपारा अभी जरा सा ही अन्दर गया था कि मौसी की चीख निकल गई.

मैं थोड़ी देर रुक गया और उनको किस करने लग गया.

मैंने अब फिर से लंड को धीरे-धीरे से हल्का से अन्दर बाहर किया और करता ही चला गया.

मौसी के मुँह से आहह आहह की आवाजें निकलने लगीं और वे कोशिश करने लगीं कि उनकी आवाजें न निकलें क्योंकि मौसी को यह डर भी था कि कोई आ न जाए.

हालांकि कमरे का दरवाजा बंद था लेकिन वह खराब था. उसको कोई ज़ोर से धक्का देता तो वह खुल जाता था और आने वाला बिना अन्दर आए सीधे हम दोनों को देख लेता और हम दोनों उसे नंगे दिखाई दे जाते.

कुसुम मौसी मुझे धक्का देकर पीछे को हटाने लगी थीं पर मैंने भी हिम्मत करके उनकी चूत में अपने लंड को घुसा ही दिया.

वह दर्द के कारण अपने मुँह को दबा कर बहुत कोशिश कर रही थीं कि आवाज न निकले पर तब भी उनके मुँह से ज़ोर ज़ोर से आवाजें निकल ही रही थीं.
यह देख कर मैंने अपना एक हाथ उनके मुँह पर रख दिया और हल्के हल्के धक्के देते हुए चुदाई करने लगा.

कुछ ही देर में मौसी को कुछ मज़ा आने लगा.
अब मौसी भी होम Xxx में मेरा साथ देने लगीं.

मैं लंड पेलने के साथ ही उनके बूब्स भी दबाने लगा और उनकी चूत को पूरी ताकत से धकापेल चोदता चला गया.

अब चुदाई की मस्ती में हम दोनों आवाजें निकालने लगे थे और बगल वाले हॉल में सोये हुए लोगों को भूल गए थे.

जब हम दोनों की कामुक आवाजें उधर पहुंची तो नानी लोगों को लगा कि बगल वाले कमरे में मामा मामी सेक्स कर रहे हैं. एक बार वे हल्के से खँखार कर मामा जी को इशारा देते हुए वापस सो गईं.

अब हम दोनों को समझ में आ गया था कि नानी की तरफ से कोई दखल नहीं होगा, तो हमें एक तरह से पूरी आज़ादी मिल चुकी थी.

करीब 30 मिनट की चुदाई के बाद मेरा माल निकालने वाला हो गया था तो मैं ज़ोर ज़ोर के धक्के लगाने लगा था.

उसी वक्त मुझे ख्याल आया कि मुझे मौसी से पूछ लेना चाहिए, तो मैंने उनसे कहा- माल किधर निकाल दूँ?
तो मौसी बोलीं- मेरा भी निकलने वाला है, इसलिए तुम अपना सारा पानी अन्दर ही निकाल दो.

ये सुनते ही मैंने लंड का सारा पानी मौसी की चूत के अन्दर ही निकाल दिया और उसी वक्त उनका भी पानी निकल गया.

फिर हम दोनों ने संतुष्ट होकर एक दूसरे को किस किया और मुस्कुरा कर लेट गए.

इस चुदाई में हम दोनों पसीने में भीग गए थे इसलिए मैं मौसी के ऊपर से हट कर उनके बाजू में हो कर लेट गया और एक दूसरे की बांहों में लिपट कर सो गए.

मौसी बोलीं- मजा आया या नहीं?
मैंने कहा- आपने मेरी आग बुझा दी, लव यू मौसी … एक बात और है मौसी कि अब आप पहले से बहुत ज्यादा मस्त हो चुकी हो!
मौसी भी हंस दीं और ‘लव टू बेटा’ बोल कर मुझे चूमने लगीं.

फिर वे बोलीं- तू खुश है तो मैं भी खुश हूँ.

दोस्तो, इस तरह से मैंने अपना पहला सेक्स अपनी नानी की छोटी बहन की इकलौती बेटी कुसुम मौसी के साथ किया था.

उसके बाद हम दोनों 5 साल बाद रितिका मौसी की बहन दीपिका मौसी की शादी में ही मिले.

उस समय मैं एक पूर्ण पुरुष हो गया था और तीन अन्य चूत चोद भी चुका था.

कुसुम मौसी मेरे साथ सेक्स करने से मां भी बन चुकी थीं.
उनका एक बेटा चार साल का हो गया था.

कुसुम मौसी, दीपिका मौसी की शादी के दिन शाम को ही आई थीं जबकि मैं 2 दिन पहले ही आ गया था.

उस दिन मैंने मौसी के पैर स्पर्श किए तो मौसी अपने बेबी के सर पर हाथ फेरती हुई बोलीं- ये तेरा ही बच्चा है और तेरे पर ही गया है!
मैं बोला- अरे नहीं, यह सब कैसे और कब हुआ?

मौसी बोलीं- तूने जो 5 साल पहले किया था, यह उसी की निशानी है. तूने अपना वीर्य मेरे अन्दर ही छोड़ा था, उसी का फल यह मिला था!
मैं उनके बेटे के सर पर अपना हाथ फेरने लगा.

फिर मौसी धीरे से बोलीं- कोई रूम खाली है, तो चल … मजा लेते हैं!
मैं बोला- सब कमरे फुल हैं मौसी, यहाँ कुछ नहीं हो पाएगा!

मौसी हल्की सी मायूस हो गई थीं.
उन्हें मैं बेहद दिलकश लगने लगा था क्योंकि मैं अब काफी हॅंडसम भी दिखने लगा था.

मौसी मेरे ऊपर आकर्षित हो गई थीं.
वे मेरे लौड़े से अपनी चूत चुदवाने के लिए बेचैन हो गई थीं.

मैंने मौसी से कहा- छत पर कोई नहीं है, चलिए ऊपर चलते हैं.
मौसी बोलीं- मैं मौका देख कर आती हूँ, तुम बस रेडी रहना.

मैं अब कुछ कुछ डर भी रहा था क्योंकि बहुत लोग आए हुए थे.

रात के समय सब मंडप में सब बैठ गए तो मौसी ने इशारा किया कि अब चलो!

हम दोनों छिपते हुए छत पर चले गए.
वहां पर एक तख्त रखा हुआ था.
मैं उस पर बैठ गया.

कुसुम मौसी मेरी तरफ होकर मेरे पैर पर बैठ गईं और मुझको अपने गले से लगा लिया.
वे मेरे होंठों को ज़ोर ज़ोर से चूसने लगीं.

मौसी मेकअप की हुई थीं, इसलिए मैंने भी बस मौसी के होंठों को ही चूसा वर्ना मैं उनके गाल भी चूस चाटने के मूड में था.

वे बोलीं- मजे लेकर चूस न!
मैंने कहा- मौसी आपका मेकअप खराब हो जाएगा!

मौसी- हो जाने दे, मैं फिर से कर लूँगी!
मैं बोला- जब सब खराब हो जाएगा और आप नीचे जाएंगी, तो सबको शक होगा!

इस तरह से मेरे समझाने पर मौसी मान गईं.
मैं बोला- वैसे भी आज इतने कम समय में कुछ हो नहीं पाएगा!

वे बोलीं- हां जितना कर सकता है, उतना तो कर दो!
मैं बोला- मौसी, अपने दूध का एक बार दर्शन करवा दो उन्हें देख कर चूस लूँगा तो उतने में ही मुझे मजा आ जाएगा!

मौसी बोलीं- मना किसने किया है, तू खुद खोल कर देख ले न!

मैंने उनके ब्लाउज को खोला और उनकी ब्रा नीचे खींच दी तो उनके दोनों दूध मेरे सामने उछल कर आ गए.

मस्त मम्मे देख कर मुझसे रहा नहीं गया और मैं उनका दूध पीने लगा.
उस वक्त मौसी के मम्मों में से दूध भी आ रहा था, मजा आ गया.

मैं मौसी के दोनों दूध बारी बारी से चूस कर पीने लगा.

फिर मुझे किसी के आने का भय सताने लगा तो मैंने मौसी से कहा- बस अब जल्दी से अपने आपको सही कर लो और नीचे चलो, उधर कोई आपको ढूंढ न रहा हो!

तभी मेरे सग़ी मामी कॉल की कुसुम मौसी को आने लगी.
मौसी चूत चुदवाने के लिए आई थीं, पर उनका सपना अधूरा रह गया.

मौसी बेमन से अपने ब्लाउज के बटन लगाती हुई बोलीं- चलो अब मैं चलती हूँ.

फिर वहीं छत पर बैठ कर मौसी ने पेशाब किया और साड़ी सही करके अपने पर्स से लिपस्टिक लगा कर नीच चली गईं.

फिर जब तक शादी खत्म नहीं हुई वे मुझको पकड़ कर ही बैठी रहीं.
वह ठंड का टाइम था तो मौसी एक शॉल ओढ़ी हुई थीं.

जब वे मेरे साथ बैठी थीं तो शॉल के अन्दर से अपने हाथ से मेरे लौड़े को सहलाती रहीं और उन्होंने उस रात मेरे लंड से 2 बार पानी निकाल दिया.

उनका हाथ मेरे पैंट के अन्दर ही घुसा रहा.

उनकी इस हरकत से मुझे भी कंट्रोल नहीं हो रहा था मगर मैं कुछ कर नहीं सकता था तो बस झड़ कर ही संतुष्ट हुआ जा रहा था.

फिर मौसी बोलीं- तुम मेरे पैर पर सो जाओ, मैं ढक देती हूँ, तुम अपने हाथ से मेरी चूत सहलाओ.

मुझे आइडिया जँच गया और मैं भी उनके पैरों पर अपना मुँह रख कर सोने का नाटक करने लगा.

मौसी ने मुझे अपने शॉल से ढक दिया.
वे साड़ी पहनी थीं, उन्होंने अपनी साड़ी को पेटीकोट से निकाल दिया और मैंने उनके पेटीकोट का नाड़ा ढीला करके नीचे सरका दिया तो मेरे मुँह को सीधे चूत का स्पर्श प्राप्त हो गया.
क्योंकि मौसी ने छत पर ही पैंटी निकाल दी थी.

मैंने अन्दर हाथ डाला और उनकी चूत का गीला अहसास हुआ तो मैंने धीरे से इशारा करते हुए पूछा- पैंटी नहीं पहनी है क्या?
वे धीरे से बोलीं- तू अपना काम कर!
मैं मौसी से बोला- ठीक!

मैं उनकी चूत में उंगली करने लगा.

मौसी तुरंत गीली हो गईं, मैंने चूत का रस चाट लिया और उनके पेटीकोट से ही अपना मुँह पौंछ कर सो गया.

कुछ देर बाद जब मैं जागा, तो मौसी बोलीं- मैं अब जा रही हूँ.
मैं भी बोला- ठीक है मौसी फिर मिलेंगे!

इस तरह से मेरा अपनी मौसी के साथ एक ही बार सेक्स हुआ था, वह भी 5 साल पहले और उस एक बार के ही समागम में मौसी ने मेरे रस से अपनी कोख हरी कर ली थी.

जैसा मैंने ऊपर लिखा था कि इस 5 साल के अंतराल में मैं होम Xxx में ही तीन औरतों को अपने लौड़े का शिकार बना चुका था.

पहले अपनी सग़ी हॉट स्वाति मामी को पेला था.
यह घटना उस वक्त हुई थी, जब मैं दिल्ली पढ़ने गया था.

कॉलेज की छुट्टी होने के कारण मैं तुरंत अपने गांव के लिए रवाना हुआ लेकिन ट्रेन ने रात को एक बजे ही उतार दिया था.
उसी वजह से मुझे स्वाति मामी के फ्लैट पर स्टे करना पड़ा था और उसी रात मैंने मामी को पेल दिया था.

फिर कुछ ही महीने बाद छोटी वाली अंजलि मामी भी मेरे लौड़े का शिकार बन गई थीं.
उनको तो मैंने नानी वाले गांव में जाकर दोपहर को उनके कमरे में जाकर चोदा था.

फिर एक और शादी में रितिका मौसी को पेला था.

वह ऐसा हुआ था कि रितिका मौसी की सिस्टर दीपिका मौसी की शादी के फ़ंक्शन में मैरेज लॉन के कमरे में उनके बेटे के सामने चोदा था.

फिर उसी शादी की रात में मेरी कुसुम मौसी आईं, उन्होंने भी कोशिश की थी लेकिन उस दिन मौसी का बस दूध ही पी सका था.

मौसी चूत भी दे देतीं लेकिन उस रात सब कमरे भरे थे, जिसके कारण खुली छत पर चुदाई की सैटिंग की लेकिन सिर्फ लिप किस हुआ और दूध पिया.

दोस्तो, मौसी की चुदाई की कहानी के बाद अगली बार मैं उन सभी की चुदाई की कहानी को विस्तार से लिखूँगा जिनके बारे में मैंने संक्षिप्त में लिखा है.
इंडियन होम Xxx कहानी पर आप मुझे अपने विचार जरूर भेजें.
[email protected]