मासी के साथ पहले सेक्स का मजा

हॉट मौसी सेक्स कहानी में मेरी मासी को कोई बच्चा नहीं था. मैं छुट्टियों में मासी के घर गया। रात को मासी ने मालिश करने को कहा तो मेरा लंड खड़ा हो गया। मालिश के साथ मासी की चुदाई भी हो गई!

हैलो दोस्तो, मेरा नाम रमन है।
मैं 19 साल का हूं।
आज मैं आपको अपनी जिंदगी की एक सेक्स घटना के बारे में बताने जा रहा हूं।

यह हॉट मौसी सेक्स कहानी पिछली सर्दियों की छुट्टियों की है जब मैं अपनी मासी के घर गया था।

जब मैं और मेरी बहन वहाँ पहुंचे तो बहुत रात हो चुकी थी।
मासी हमें देखकर बहुत खुश हुई।
वो हमसे बोली- इतनी देर कहां हो गई?
मैंने कहा- मासी, रास्ते में बहुत जाम था इसलिए लेट हो गए।

वो बोली- बाहर बहुत सर्दी है, तुम दोनों अंदर आ जाओ।
हम दोनों अंदर आ गए।

आगे बढ़ने से पहले मैं आपको बता दूं कि मेरी मासी का नाम चंचल है।

मासी की उम्र 30 के करीब है।
उनकी शादी को चार साल हो चुके थे लेकिन अभी तक कोई बच्चा नहीं था।
इसलिए मासी कई बार मन बहलाने के लिए मुझे और मेरी बहन नित्या को छुट्टियों में बुला लिया करती थी।

मेरे मौसा काम के सिलसिले में अक्सर देश से बाहर ही रहते हैं इसलिए मासी को घर में काफी अकेलापन लगता रहता था इसलिए वो हमें बुला लिया करती थी।

अब कहानी में आगे बढ़ते हैं।
तो मासी ने हम दोनों को पानी दिया, और फिर वो हम दोनों के लिए रसोई में चाए बनाने चली गई।

चाए पीकर हम दोनों ने आराम किया, फिर डिनर करके सब सोने की तैयारी करने लगे।

चूंकि मासी के लिए तो हम दोनों बच्चे ही थे इसलिए मासी हम से बोली- चलो हम तीनों डबल बेड पर ही सो जाएंगे।
हम दोनों भी मान गए।

दूध पीकर जैसे ही हम सोने जाने लगे तो नित्या बोली- मासी आप दोनों सो जाओ, मैं थोड़ी देर टीवी देखूंगी।
मासी बोली- ठीक है।

अभी तक तो सब कुछ ठीक था।
मैंने पजामा और टीशर्ट पहना था जबकि मासी एक खुली मैक्सी और नाईटी में सो रही थी जो उनके घुटनों तक ही आ रही थी।

हम दोनों एक ही रज़ाई में सो रहे थे।
मासी कुछ परेशान सी लग रही थी।

थोड़ी देर बाद वे कराहने लगी. उनकी कमर में दर्द होने लगा।
वो बोली- रमन, क्या तू मेरी कमर में मालिश कर देगा? बहुत दुख रही है।
मैंने बोला- ठीक है।

मैं उनकी मालिश करने लगा।
थोड़ी देर बाद वो बोली- जरा एक काम कर, कमर के साथ-साथ नीचे पैरों और घुटनों पर भी मालिश कर दे।

मैंने बोला- कैसे करुँ मासी?
वो बोली- रुक मैं अपनी ये नाईटी ऊपर कर लेती हूं।
मासी ने नाइटी ऊपर कर ली।

लेकिन अभी भी मैं ठीक ढंग से मासी की मालिश नहीं कर पा रहा था।
मासी को भी लगा कि मालिश के लिए हाथ सही से नहीं चल रहे हैं।
मासी बोली- लगता है नाईटी उतारनी पड़ेगी।

कहते हुए मासी ने उठकर अपनी नाईटी उतार दी और केवल पैंटी में लेट गई।

मैंने मासी को पहली बार पैंटी में देखा था।

फिर मैं उनकी मालिश करने लगा। कुछ देर मैं मासी की कमर और घुटनों तक मालिश करता रहा।
फिर उन्होंने कहा- आगे की तरफ भी मालिश कर दे।

इतना कहकर वो पीठ के बल लेट गई।
मासी ने ब्रा पहनी हुई थी। मासी की चूचियों की आधी झलक ब्रा में से मिल रही थी।

मैं मासी के पेट की मालिश करने लगा और साथ ही नीचे जांघों की भी मालिश करने लगा।

लेकिन मासी को अब भी अच्छा नहीं लग रहा था।

वो बोली- एक काम करते हैं, मैं ब्रा भी उतार देती हूं, तब पूरे बदन पर अच्छे से हो पाएगी।
मैं मासी की बात सुनकर थोड़ा सहम सा गया।

फिर उन्होंने अपनी ब्रा उतार दी।
मैं मासी की चूचियों को देखता रह गया।

मुझे उम्मीद नहीं थी कि कोई औरत मेरे सामने ऐसे नंगे स्तन करके कभी लेटेगी और मैं सामने से देख पाऊंगा।

खैर, मेरी तो हालत पतली होने लगी थी मासी को ऐसे देखकर।

मैं मासी की छाती पर भी मसाज देने लगा।
मैं सेक्स के बारे में ज्यादा कुछ तो नहीं जानता था लेकिन अब मुझे भी मजा आने लगा था।

थोड़ी देर बाद वो बोली- ऊपर तो बहुत कर ली, अब क्या ऊपर ही मालिश करता रहेगा? ज़रा नीचे भी तो कर!
मैं बोला- कहाँ मासी?

वो बोली- जांघों पर। मैं उनकी जांघों से घुटनों के नीचे तक मालिश करने लगा।
तभी वो बोली- थोड़ा और ऊपर तक कर।
मैं बोला- ऊपर कहां, कैसे?

मेरे इतना कहते ही उन्होंने अपनी पैन्टी उतार दी।
अब मासी एकदम नंगी थी।

उन्होंने कहा- चल अब ठीक से मालिश कर दे।
मैं उनकी जांघों पर चूत के पास तक मालिश करने लगा।

लेकिन अब कुछ ही देर बाद मासी सिसकारियां लेने लगी।
वो बोली- मेरी टांगों के बीच में भी मालिश कर दे।

यह कहते ही उन्होंने अपनी टांगें खोल दीं। जैसे ही उन्होंने अपनी टांगें खोलीं, उनकी चूत मेरे सामने खुल गई।
मैं बोला- मम्मअ … मा … मासी ये क्या है?
वो बोली- यह चूत है!

मैं बोला- ये चूत क्या होती है?
वो बोली- इससे ही तुम इस दुनिया में आए हो।
मैं बोला- वो कैसे?

वो बोली- जब तुम्हारे पापा ने अपने बाथरूम करने वाली चीज़ को तुम्हारी मम्मी की चूत में डाला, तो उसी की वजह से तुम इस दुनिया में आए हो।

तभी मैं उनसे बोला- तो मौसाजी और आपका कोई बच्चा क्यों नहीं है?
वो बोली- तुम्हारे मौसाजी को कोई हेल्थ प्रॉबलम है। इसीलिए हमारा बच्चा नहीं हो पा रहा है।

वो मुझसे बोली- तुम चाहो तो हमारी बच्चा पैदा करने में मदद कर सकते हो।
मैं बोला- कैसे?
वो बोली- मैं जैसा कहूँ वैसा ही करते जाओ।

इतना कहकर वो मेरे होंठों को चूमने लगी।
अब मुझे भी मजा आ रहा था इसीलिए अब मैं भी उनका साथ देने लगा।

कुछ देर होंठों को चूसने के बाद उन्होंने मुझे अपनी चूचियों को चूसने के लिए कहा।
मैं उन्हें जोर-जोर से चूसने लगा।
मासी अब जोर-जोर से सिसकारियां ले रही थी।

फिर उन्होंने मुझे अपनी नाभी चाटने के लिए कहा।

मैं मजे से उसे चाटने लगा।

मेरा मन अब खुद ही मासी की चूत की ओर भाग रहा था।

मन कर रहा था कि मासी की चूत को भी जीभ से चाटकर देखूं कि इसका स्वाद कैसा है।

कुछ देर बाद मासी ने खुद ही मेरा मुंह उठाकर चूत पर लगवा दिया।

मैं जोर-जोर से मासी की चूत को चाटने लगा।

मासी की चूत से नमकीन सा स्वाद आ रहा था।
रह रहकर मासी की चूत से पानी सा रिस रहा था जिसे चाटने में मुझे बहुत मजा आ रहा था।

चूत चटवाते हुए मासी की सिसकारियां तेज होने लगीं।
उन्होंने मेरा सिर पकड़ कर जोर से चूत पर दबाना शुरू कर दिया।
मैं जीभ को चूत के अंदर तक चलाने लगा।

मासी की उत्तेजना और ज्यादा तेज होती जा रही थी।

फिर एकाएक मासी की चूत ने ढेर सारा पानी छोड़ दिया।
मैंने मासी की चूत से फूटे झरने को सारा का सारा पी लिया।

मुझे चूत का पानी पीकर बहुत मजा आया।

मासी ने मेरे पजामे की तरफ देखा।
मेरा लंड तना हुआ था।

मासी ने लंड को हाथ में पकड़ लिया और दबाकर देखने लगी।
मासी बोली- तेरा हथियार तो पूरा गर्म हुआ पड़ा है। बाहर निकाल इसे!
कहते हुए मासी मेरे पजामे का नाड़ा खोलने लगी।

अगले ही पल मेरा पजामा टांगों से अलग होकर एक तरफ पड़ा था।
मासी ने मेरे लंड को हाथ में लिया एक दो बार उसे सहलाया, फिर मुंह आगे करते हुए मासी ने मेरे लंड को मुंह में भर लिया।

वो लंड को मुंह में लेकर मस्ती से चूसने लगी।
ऐसा लग रहा था जैसे मासी को कोई लॉलीपोप दे गया हो।

वो काफी तेजी से मेरे लंड पर मुंह चला रही थी।

देखते ही देखते मेरा बदन पूरा कांपने लगा।

एकदम से मेरे लंड से वीर्य छूटने लगा और मैं मासी के मुंह में ही झड़ने लगा।

मासी ने मेरे लंड से निकले सारे वीर्य को अंदर ही निगल लिया।

अब मैं भी थोड़ा थका सा महसूस कर रहा था।
लेकिन मासी ने कुछ पल बाद लंड को मुंह से निकाल लिया और उसे हिलाना शुरू कर दिया।
मुझे गुदगुदी सी हो रही थी।

मगर कुछ पल बाद मुझे मजा सा आने लगा।
मासी लगातार लंड को हिलाती जा रही थी।

देखते ही देखते मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया।
मासी बोली- चलो अब मैं तुम्हें जन्नत की सैर कराती हूँ।

इतना कहकर वो मेरे लंड को फिर से मुंह में लेकर चूसने लगी।

दोस्तो, मासी के मुंह में अबकी बार लंड गया तो मुझे अलग ही मजा आया।
मेरा लंड हल्का सा दर्द कर रहा था लेकिन मासी ने जब मुंह में लिया तो मुंह की गर्मी से उसको मजा आने लगा।

लंड चुसवाते हुए मुझे मजे के साथ राहत भी मिल रही थी।
मासी ने चूस चूसकर लंड को फिर से पूरा गीला कर दिया।

फिर उसने लंड को मुंह से निकाला और बोली- चल, अब इसको चूत पर रख दे।
मैंने ऐसा ही किया।

वो बोली- अब तुझे इसको धक्का देकर चूत में भीतर घुसाना है।
मासी के कहने पर मैंने जोर से एक धक्का मारा।

मासी की तो चीख निकल गई।
वो बोली- आराम से … क्या कर रहा है … फट जाएगी ऐसे तो!
मैं बोला- कैसे करूं फिर?

वो बोली- अब धीरे-धीरे जोर लगा।
मैंने वैसा ही किया।
मैं धीरे-धीरे जोर लगाने लगा और लंड चूत में और अंदर जाने लगा।

कुछ देर बाद लंड चूत में आराम से अंदर-बाहर होने लगा।
फिर वो बोली- आह्ह … ठीक है … अब जोर-जोर से अंदर-बाहर करना शुरू करो।
मैंने वैसा ही किया।

मैं तेजी से लंड को चूत में भीतर-बाहर करने लगा।
मुझे बहुत मजा आ रहा था।
मासी भी मजे से मेरे लंड को चूत में फील कर रही थी।

मैंने देखा कि लंड लेते हुए मासी के होंठ खुल गए थे और दांत दिख रहे थे।

उनकी आंखें बंद थीं और वो टांगें पसारे चूत में लंड लिये जा रही थी।

हर धक्के के साथ मासी की चूचियां ऊपर नीचे हिल रही थीं।

मुझे चोदते हुए अभी 4-5 मिनट ही हुए थे कि ऐसा लगने लगा जैसे एक बार फिर से मेरा माल छूटने वाला है।
मैंने मासी से कहा- मासी, लग रहा है पानी निकलने वाला है लंड का!

वो बोली- अच्छा! करता रह … तेजी से आह्ह … लेकिन लंड बाहर नहीं निकालना है, पानी अंदर ही गिरा, तभी बच्चा होगा।

मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी और जल्द ही मैं मासी के अंदर ही झड़ गया।
इसी के साथ मासी भी झड़ गयी।

हॉट मौसी सेक्स करके हम दोनों ने अपने कपड़े पहने और सोने लगे।

थोड़ी देर बाद नित्या भी टीवी देख़कर आ गई और हम तीनों सो गए।

इस घटना के लगभग हफ्ते के बाद मौसी ने मुझे बताया कि वो पेट से है।
मासी ने मुझे थैंक्यू बोला।

मैंने कहा- अगर मौसाजी को इस बारे में पता चल गया कि ये बच्चा उनका नहीं है?
वो बोली- ऐसा कभी नहीं होगा। मैंने उनसे पहले ही कह रखा था कि हम शुक्राणु लेकर कृत्रिम तरीके से बच्चा पैदा करवा लेंगे। वो इस बात के लिए राजी भी हो गए थे। इसलिए पता लगने का तो सवाल ही नहीं है कि ये बच्चा तुम्हारा है।

दोस्तो, फिर हुआ भी वैसा ही। जब मौसाजी ने मासी की प्रेग्नेंट होने की खबर सुनी तो वो बहुत खुश हो गए। उन्होंने कुछ पूछा ही नहीं।

उसके बाद हमारी छुट्टियां जल्द ही खत्म हो गईं।
हम दोनों भाई-बहन अपने घर आ गये।

लेकिन उस घटना के बाद से मासी और मेरे बीच सेक्स का संबंध बन गया।

कई बार घर में रहते हुए मेरा मन करता था कि मासी की चूत में लंड देकर चोदूं।
लेकिन रोज-रोज भला कैसे अवसर मिलता।
उधर मासी की भी यही हालत थी।

फिर हम दोनों जैसे तैसे करके मौका देखने लगे और चुदाई के मजे लेने लगे।
हमें जब भी मौका मिलता रहा हम चुदाई करते रहे। और यह सिलसिला आज भी जारी है।

फ्रेंड्स, आपको मेरी मासी की चुदाई की कहानी कैसी लगी मुझे जरूर बताना।

आप सबकी प्रतिक्रियाओं के लिए मैं इंतजार करूंगा। आप हॉट मौसी सेक्स कहानी पर नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट करना न भूलें, या फिर मुझे मेरे ईमेल पर मैसेज कर सकते हैं।
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