देसी मामी को चोद कर अपनी बीवी बनाया

गुड सेक्स विद गरम मामी का मजा मुझे मेरी जवान मामी ने दिया. मामा उन्हें छोड़ कर शहर में रहने लगे थे. तो मामी की वासना शांत करने को कोई नहीं था.

दोस्तो, मेरा नाम धीर है, मेरी उम्र 20 साल है, मैं बीएससी कर रहा हूं।

पिछली गरमी की छुट्टियों में और मेरी मामी से मेरे शारीरिक संबंध हो गए।

यह गुड सेक्स विद गरम मामी इन्हीं की है.

मेरी मामी का नाम सारिका है, उनकी उम्र 35 साल है.
वे अकेली रहती हैं, मामा जी से उनका अलगाव हो गया है.

मामा जी शहर में एक अलग मकान में रहते हैं.

मामी के पास धन दौलत की कोई कमी नहीं है, तब भी वे गांव का साधारण जीवन व्यतीत करती हैं.
मेरी मामी घर में हमेशा साड़ी पहनती हैं, बस वे रात को सोते समय नाइटी पहनती हैं.

उनकी दो बेटियां हैं जो अभी छोटी हैं.

एक बार गर्मी की छुट्टियों में मैं मामी जी के पास उनके गांव वाले घर गया था.

मामी मुझे देख कर बहुत खुश हुईं और उन्होंने मुझे बड़े प्यार से अपने गले से लगाया.
हालांकि वे मुझे हमेशा से गले से लगाती आई हैं लेकिन अब मैं जवान हो गया था तो इस बार मामला कुछ अलग सा लगा.

जैसे ही सारिका मामी ने मुझे अपने सीने से चिपकाया, उस वक्त मुझे बड़ी सनसनी हुई थी क्योंकि मामी जी के दूध मुझे मेरे सीने में गड़ते हुए महसूस हुए थे और मेरे लंड ने अंगड़ाई लेना शुरू कर दी थी.

मैं झट से अपनी मामी से अलग हुआ.
तो वे हंसती हुई बोलीं- अरे क्या हुआ, तुम मुझसे अलग क्यों हो गए? क्या तुम्हें मैं अच्छी नहीं लगती हूं?

मैं उनका मतलब नहीं समझ पाया था जबकि मेरे मन में तो आया था कि कह दूं कि मामी जी अच्छी तो आप इतनी ज्यादा लगी हो कि अभी आपको कच्चा ही खा जाऊं!
मगर सामने से मैंने अपने लौड़े को ढकते हुए सिर्फ शर्मा कर दिखा दिया.

शायद मामी जी समझ गई थीं कि मैं गर्म होने लगा था.
वे अर्थपूर्ण अंदाज में मुस्कुरा भी दीं.

सारा दिन हम दोनों कुछ कुछ बात करते रहे.
मैं उनकी छोटी बेटी के साथ खेलता रहा.

उसी दरमियान एक बार जब उनकी छोटी बेटी भूख से रोई, तो उन्होंने उसे मुझसे ले लिया और मेरे सामने ही उसे अपनी गोदी में लिटा कर अपने ब्लाउज के नीचे का एक बटन खोला और पल्लू से ढक कर उसे दूध पिलाने लगीं.

मैंने शर्मवश अपना चेहरा दूसरी तरफ कर लिया.
यह देख कर मामी को अच्छा लगा था.

वे मुझसे अब और भी प्यार से बात करने लगी थीं.

उनकी बातों में ज्यादातर उनके और मामा जी के संबंध की चर्चा थी.

अचानक से मेरे मुँह से निकल गया- मामी जी ऐसा क्या हुआ कि मामा जी अब आपके साथ नहीं रहते हैं?
मामी एक बार को तो चुप हो गईं, फिर लंबी सांस लेकर बोलीं- शायद उन्हें किसी और से प्यार हो गया है!

मैं अचकचा गया और सोचने लगा कि मामी में क्या कमी है जो मामा जी किसी और को चाहने लगे हैं!
मैंने उनकी तरफ देखा और धीरे से कहा- ऐसा क्यों?

वे बोलीं- यही तो समझ में नहीं आ रहा है कि मुझमें क्या कमी रह गई थी जो उन्हें मैं पसंद नहीं आई!
यह कह कर वे रोने लगीं.

मैंने उन्हें चुप करवाने का प्रयास किया और कहा- अरे मामी जी, इसमें रोने की क्या बात है … एक न एक दिन उन्हें आपके पास आना ही पड़ेगा!
वे सुबकती रहीं और धीरे से बोलीं- कब? क्या जब मेरी आग शांत हो जाएगी!

मैंने सुन लिया और सोचने लगा कि क्या जबाव दूं!
मैंने कुछ नहीं कहा तो वे खुद ब खुद चुप हो गईं और हम दोनों अलग हो गए.

फिर रात को खाना आदि के बाद मैं और मेरी मामी एक साथ में सोने लगे थे.
उन्होंने मुझे अपने बिस्तर पर ही सोने का कहा था तो मैं बिना किसी हील हुज्जत के उनके बाजू में सो गया.

मेरे एक तरफ उनकी बड़ी बेटी सोई थी और दूसरी तरफ मामी जी नाइटी में लेटी थीं.

वे बड़ी हॉट लग रही थीं.

उन्होंने सामने से खुलने वाली नाइटी पहनी थी ताकि वे रात को अपनी छोटी बेटी को दूध पिला सकें.
मामी ने अपने बाजू में एक पालना लगाया हुआ था, उन्होंने उसी झूले में अपनी छोटी बेटी को सुला दिया था.

काफी देर तक हम दोनों बात करते रहे.
मामी मुझसे मेरी पढ़ाई को लेकर बात करती रहीं.

फिर हम दोनों को नींद आ गई.

रात को मैं सुसू करने के लिए उठा, तो मैंने ध्यान नहीं दिया कि उसी वक्त मामी भी सुसू करने गई थीं.

मैं टॉयलेट करने गया, तो मामी मेरे सामने बाथरूम का दरवाजा खुला छोड़ कर सुसू करने बैठ ही रही थीं.
उन्होंने अपनी चड्डी नीचे सरकाई और नाइटी ऊपर करके मूतने लगीं.

मैंने पहली बार अपनी मामी की झांटों में छिपी चुत से मूत की धार निकलती देख ली थी.

मैं चुपचाप एक ओर को हो गया और मामी जी सुसू करने के बाद वापस बेडरूम में चली गईं.

उनके जाने के बाद मैं टॉयलेट यूज किया और मैं भी वापस आ गया.

मुझे आया देख कर मामी बोलीं- तुम किधर गए थे?
मैंने कहा- मैं सुसू करने गया था.

उन्होंने एक हल्की सी मुस्कान बिखेरी और धीरे से बोलीं- मैं तुम्हें देख ही नहीं पाई.
मेरे मुँह से निकल गया- हां पर मैंने सब देख लिया था.

वे हंसने लगीं और बोलीं- अब खड़े क्यों हो, आ जाओ!
मुझे लगा जैसे मामी ने कहा हो कि उनके ऊपर चढ़ जाओ.

मैं कुछ नहीं बोला और उनके बाजू में लेट कर सोने की कोशिश करने लगा.

वे भी मेरे बगल में सोने लगी थीं.
मेरा मन कर रहा था कि आज खुद को बेकाबू छोड़ दूं और चढ़ जाऊं मामी के ऊपर और उनको चोद दूं.
लेकिन मैं वैसा नहीं कर सका.

दूसरी रात हम दोनों खाना ख़ाकर सोने जा रहे थे, मामी अपना काम खत्म करके रूम में आईं.

वे अपने कपड़े रखने वाली अल्मारी में थोड़ा काम कर रही थीं.
उनकी घुटनों से थोड़ी नीची नाइटी को देख कर मेरे लंड ने हाहाकार मचा रखा था.

उनकी झीने कपड़े वाली फ्रंट ओपनेबल नाइटी कुछ ज्यादा ही सेक्सी थी और मामी के झुके होने की वजह से उनकी गांड एकदम से उठी हुई थी.

मैं उनकी नाइटी में से दिखती उनकी पैंटी को देखने की कोशिश कर रहा था.
मैंने महसूस किया कि शायद मामी मुझे अपनी गांड दिखा कर गर्म कर रही हैं.

यह विचार आते ही मेरा मूड बदलने लगा.

उनकी गांड को देखते हुए अब मुझसे रहा न गया और तभी मैंने अचानक से उठ कर उनको पीछे से हग कर लिया.

मामी कुछ नहीं बोलीं क्योंकि हम दोनों एक दूसरे को जब तब अपनी बांहों में भर लेते रहे थे.
अब मैंने उनकी गांड को अपने हाथ से पकड़ कर सहला दिया.

यह देख कर अचानक से मामी घूम गईं और बोलीं- ये क्या कर रहे हो?
मैंने कहा- अब मुझसे रहा नहीं जाता मामी … आज मुझे आपको चोदना है.

मामी धीमी सी आवाज में बोलीं- ये सब गलत होगा!
मैंने कहा- क्या गलत है मामी? जब मामा जी आप जैसी खूबसूरत महिला को छोड़ कर किसी दूसरी महिला को चोद रहे हैं तो आपको किस बात का इंतजार है? आपको भी तो अपनी आग शांत करने का पूरा अधिकार है.

वे मेरी बात सुनकर चुप रहीं.

मैंने आगे कहा- मामी मैंने बहुत सोचा, तब जाकर यह कदम उठाया है कि आप आज नहीं तो कल किसी गैर मर्द के साथ अपना रिश्ता जोड़ेंगी और यदि उस गैर मर्द ने आपके जीवन में आग लगा दी तो क्या होगा! इससे अच्छा तो ये है कि मैं आपकी प्यास बुझा दूं और अपनी भी. साथ ही यह मेरा वायदा है कि यह बात सिर्फ़ हम दोनों के बीच रहेगी … और यह बात किसी तीसरे को पता नहीं चलेगी.

मामी मेरे सीने से लग गईं और रोने लगीं.
मैंने उन्हें अपने अंक में भर लिया और उन्हें शांत करने लगा.

वे कहने लगीं- तुमने मेरे मन की बात को समझा इसके लिए थैंक्स … सच में मैं बहुत प्यासी हूँ. प्लीज मुझे चोद दो … आज मेरी प्यास बुझा दो.

बस इसके बाद हम दोनों ने जमीन पर बिस्तर लगाया और मैंने उनको पीछे से पकड़ लिया. मैं उनको चूमने लगा.
मामी भी मेरी तरफ मुड़ीं और मुझे चूमने लगीं.

किसी महिला के साथ ये मेरा फर्स्ट टाइम वाला किस था इसलिए मुझे उनके होंठ बहुत गर्म लग रहे थे.
कुछ देर किस करने के बाद मैंने मामी को बिस्तर पर लिटाया और उनकी नाइटी को खोलने लगा.

मैंने उनको ब्रा पैंटी में कर दिया और उनके मदमस्त हुस्न को देखते हुए मैंने भी अपने पूरे कपड़े उतार दिए.
मेरे नंगे बदन को देख कर मामी की आंखें फटी की फटी रह गईं.

वे मेरे खड़े लंड को देख कर हैरान थीं. मैंने उनके हाथ को पकड़ कर अपने लौड़े पर रख दिया और वे उसे सहलाने लगीं.

मामी- तुम्हारा बहुत बड़ा है!
मैंने कहा- क्यों मामा जी का इतना बड़ा नहीं है क्या?
वे हंस कर बोलीं- उनका तुमसे आधा ही होगा … और प्लीज अब उनकी कोई बात नहीं करना!

मैंने ओके कहा और मामी को नंगी करके उनकी चूचियों को चूसना शुरू कर दिया.

उनकी चूचियों से दूध निकल रहा था, काफी मीठा दूध था.

तो वे कहने लगीं- छोटी बेबी के लिए बचा देना.
मैंने उनके दूध को चख कर छोड़ दिया.

इसके बाद मामी कुतिया बन गईं और मैं पीछे से उनकी जांघों में घुस गया.
मैं उनकी चुत चाटने लगा. मुझे खट्टी चुत चाटने में बेहद मजा आ रहा था.

कुछ देर तक चुत चाटने के बाद मामी बोलीं- चलो अब चोदो.
इसके बाद मैंने अपना लंड मामी की चुत पर सैट किया और मामी को कमर से पकड़ कर पीछे को खींचा तो मेरा लंड उनकी चूत में घुस गया.

मेरा लंड ज्यादा मोटा था तो जैसे ही मेरा लवड़ा अन्दर घुसा, उनके मुँह से आ निकल गई.
मैंने उनकी आह उह को नजरअंदाज किया और धकापेल चुदाई चालू कर दी.

मामी आह आह करती रहीं.

करीब 20 मिनट बाद मैं झड़ गया.
मामी पहले ही झड़ गयी थीं.
मुझे बहुत मस्त लगा.

इसके बाद मामी मेरे लंड को चूसने लगीं और लंड चूसने के बाद उसे वापस खड़ा करके वे मेरे लौड़े के ऊपर बैठ गईं.

वे बोलीं- इस बार आराम आराम से करो.
मामी खुद अपनी कमर को हिलाती हुई मेरे लौड़े से चुदने लगीं.

कुछ देर में मामी ने अपनी एक चूची नीचे को की और मुझे अपना दूध पिलाने लगीं.
मैं भी चूस कर दूध पीने लगा. दूसरे दूध को दबाने लगा.

मामी बहुत हंस हस कर मुझसे चुद रही थीं. मैंने उनको अलग अलग पोजीशनों में काफी देर तक चोदा.

उस रात हम दोनों ने तीन बार गुड सेक्स का मजा लिया.

मैंने मामी से बोला- मामी लंड में बहुत खुजली हो रही है!
मामी हंस दीं और वे मेरे लंड को फिर से चूसने लगीं.

इसके बाद उन्होंने कहा- इस बार दूसरे छेद में अपने लंड की खुजली शांत कर लो.
उन्होंने मुझे वैसलीन पकड़ा दी और मैंने उनकी गांड में अपना लंड लगा दिया.

हालांकि दर्द काफी हो रहा था तो गांड चुदाई सही से नहीं हो सकी.
अधूरी गांड चुदाई का मजा लेकर हम दोनों ऐसे ही नंगे सो गए.

दूसरे दिन मामी सुबह सुबह जल्दी उठ गईं और नहाकर फ्रेश हो गईं.
उन्होंने मुझे उठा दिया.

मैं उठ कर बैठ गया तो वे मेरे लिए दूध बना लाई थीं.

मैंने मेवा मिक्स वाले दूध को पिया और उनसे पूछा- मामी, कैसा लग रहा है?
मामी- कल मुझे तुम्हारे साथ सेक्स करके बहुत अच्छा लगा.

मैंने उनको लिप किस किया और मामी भी मेरा पूरा साथ देती हुई कामुक हो गईं.

कुछ मिनट बाद मैंने उन्हें चित कर दिया और चुदाई करने लगा.
चोदने के बाद मैं अलग हुआ ही था कि तभी मामी का फोन बज उठाया.
उन्हें पड़ोस से बुलावा आया था.

हम दोनों झट से अलग हो गए.
मामी ने अपने कपड़े सही किए और वे मुझसे बोलीं- चलो, अब तुम नहाने चले जाओ.

इसके बाद मैं नहा कर आया.

उस वक्त मामी किचन में खाना बना रही थीं.
मैंने उनको पीछे से हग किया और वे मुस्कुराने लगीं.

मैंने मामी की साड़ी को उठाया और अपने लंड को मामी की चुत में घुसा दिया.

वे बोलीं- अभी मत करो ना!
मैंने कहा- अभी क्यों नहीं!

वे हंस दीं और किचन की स्लैब पर झुक गईं.
मैं उन्हें पीछे से चोदने लगा. वे भी मस्ती से झुक कर मुझसे पीछे से चुदाई करवाने लगीं.

शायद वे पहले से ही गर्म थीं तो 5 मिनट बाद झड़ गईं. मैं भी झड़ कर उनके ऊपर ढेर हो गया.
मामी ने मुझको अपने ऊपर से हटाया और सब्जी बनाने लगीं.

फिर खाना खाते टाइम मामी ने एक ऐसी बात कही, जिससे मुझे बेहद अच्छा लगा.
वे मुझसे बोलीं- क्या तुम मेरी मांग भरोगे?

मैंने खुश होकर उनको हां बोला.
रात को मैंने मामी की मांग भरी और मामी ने मेरे पैर छुए.

अब से मामी मेरी पत्नी और मैं उनका पति था.
मैंने उनसे कहा- चलो अब सुहागरात की तैयारी करो.

मामी में हंस कर बिस्तर सजाया और इसके बाद शुरू हुआ हमारा सुहागरात का कार्यक्रम.
इस बार मामी खुद नंगी हो गईं और उन्होंने ही मेरे सारे कपड़े उतार दिए.

मैं लेट गया और मामी ने मेरा लंड चूसना शुरू कर दिया.
मैं उनके बालों को सहला रहा था.

मामी ‘उहह उहह’ करती हुई मेरे लंड को चूस रही थीं.
इसके बाद मामी मेरे लंड के ऊपर बैठ गईं और चुदने लगीं.

मैं उनकी गांड को सहला रहा था और बीच बीच में उनकी गांड पर तमाचा भी मार रहा था.
मामी जोर जोर से उहह उहह करती रहीं.

लंड पर कुदवाने के बाद मैंने मामी को कुतिया बनाया और पीछे से लंड पेल कर उन्हें जोर जोर से चोदने लगा.
मामी ‘आह आह …’ करती रहीं.

मैंने कहा- धीरे बोलो कोई पड़ोसी सुन लेगा!
मामी बोलीं- कोई बात नहीं. अब मेरा पति मुझे चोद रहा है.

उस दिन हम दोनों ने साथ जीने मरने की कसमें खाईं और मैंने उन्हें एक औलाद पैदा करने की बात कही.
वे राजी हो गईं.

मैंने उन्हें चोद कर गर्भवती कर दिया और नौ महीने बाद उन्होंने एक बेटे को जन्म दिया.
इस बात को लेकर मामा जी ने उन्हें तलाक दे दिया और मेरे घर में भी काफी बवाल हुआ, पर मैंने उनसे शादी कर ली.

अब मैं मामी को अपने साथ लेकर इंदौर में रहता हूँ.
गांव की सारी संपत्ति मामी ने बेच दी है और उन्होंने शहर में अपने नाम से घर खरीद लिया है. कुछ अन्य जायदाद भी ले ली है, जिससे किराया आता है.

मैं अपनी तीनों संतानों के साथ हंसी खुशी से रहता हूँ.
आपको मेरे यह गुड सेक्स विद गरम मामी कहानी कैसी लगी, प्लीज जरूर बताएं.
ert81585@gmail.com