छोटी बहन को चोद कर सील खोली

इरोटिक Xxx सिस्टर सेक्स का मजा मुझे मेरी छोटी बहन ने अपनी कुंवारी जवानी का रस मुझे पिला कर मुझे दिया. उसने खुद से बॉयफ्रेंड गर्लफ्रेंड की बात शुरू करके मुझे उत्तेजित किया था.

दोस्तो, आज आप जानेंगे कि कैसे मैंने अपनी ही बहन को चोदा था.

मेरा नाम साहिल है और मैं 25 साल का हूँ.
अभी मैं बीएड कर रहा हूँ.
मैं अपनी पढ़ाई बाहर जाकर एक शहर में कर रहा हूं.

यह इरोटिक Xxx सिस्टर सेक्स कहानी उस समय की है जब मैं छुट्टियों के दिनों में अपने घर आया था.

मेरे घर वालों ने बहुत दिनों के बाद घर आने पर मुझे बहुत लाड़-प्यार दिया.
सब लोग मुझसे बहुत प्यार से मिले.

मैं भी अपने घर आकर बहुत खुश था और मुझे अपने परिवार वालों से मिलकर बेहद अच्छा लग रहा था.
उस दिन अहसास हुआ था कि अपना घर अपना ही होता है.

मेरी एक छोटी बहन है. उसका बदला हुआ नाम रेखा है.
रेखा की उम्र तब 18 साल हो गई थी और उस वक्त वह बारहवीं कक्षा में पढ़ाई कर रही थी.

वह अपनी जवानी में बहुत ही मस्त बन कर निखरी थी.
मैं उसका सगा भाई था पर मुझे भी वह दिखने में बहुत हॉट लगी थी.

अभी मेरी बहन के बूब्स मध्यम आकार के ही हुए थे क्योंकि अभी तक उसकी चूचियों को किसी ने दबाया नहीं था और जब दूध किसी ने नहीं मसले थे तो इस बात की पूरी गारंटी थी कि उसकी चूत को भी किसी ने अब तक नहीं रगड़ा होगा.

यह सोच कर मेरे अन्दर वासना भड़कने लगी थी.

एक दिन मैं घर में अपनी एक किताब खोज रहा था.
तभी मेरी बहन आ गई और उसने मुझसे पूछा- भईया आप क्या खोज रहे हो?

मैंने कहा- कुछ नहीं बहन, बस मेरी किताब कहीं मिल नहीं रही है तो उसे ही खोज रहा हूं.
उसने कहा- मैं भी खोजने में आपकी मदद करूं भैया?
मैंने कहा- ठीक है छोटी, आ जा!

फिर हम दोनों ने मिलकर किताब खोजी और पढ़ाई करने लगे.

रेखा ने मुझसे पूछा- भैया आप से मैं एक बात पूछूं, आप बुरा तो नहीं मानेंगे?
मैंने कहा- नहीं, रेखा पूछो!

उसने कहा- भैया, आपकी वहां कोई गर्लफ्रेंड है क्या?
मैंने हड़बड़ाते हुए कहा- अरे छोटी, तुम ये क्या पूछ रही हो? इसके बारे में तुम क्या जानती हो?
उसने कहा- भैया, पहले आप बताइए न कि आपकी कोई गर्लफ्रेंड है या नहीं!
मैंने कहा- नहीं, मैं इन सब बातों में अपना समय खराब नहीं करता.

उसने कहा- पर भैया आप तो बहुत हैंडसम हैं, सच सच बताइए न!
जब उसने मुझे हैंडसम कहा तो मैंने उससे इस विषय में खुलने की बात सोची और थोड़ी सी हिम्मत करके कहा- हां एक है तो सही!

फिर रेखा ने पूछा- कैसी लगती है वह … आपने उसके साथ कुछ किया है या नहीं?
मैंने समझ लिया कि मेरी बहन को सेक्स की जानकारी हो गई है और यह मुझसे सेक्स के बारे में खुल कर बात करना चाहती है.

मैंने कहा- नहीं, मैं उसके साथ कुछ नहीं किया है. हम दोनों केवल बातें करते हैं और साथ में घूमते हैं.
वह बोली- आप मुझे बताना नहीं चाहते हैं तो मत बताइए. पर ऐसा होता नहीं है. जब किसी लड़की से दोस्ती हो जाती है तो कम से कम किस तो किया ही होगा?

मैंने उससे पूछा- छुटकी तू तो इस सब्जेक्ट में बड़ी जानकारी रखने लगी है. क्या तूने भी कुछ किया है!
वह मेरे सवाल पर मुस्कुरा दी और बोली- नहीं भैया, मैंने अब तक ऐसा कुछ नहीं किया है.

मैंने कहा- अच्छा, किया नहीं है या करना नहीं चाहती है?
वह हंसने लगी.

मैंने कहा- बता न!
वह बोली- भैया मुझे शर्म आती है!

मैंने उसे अपने पास खींचते हुए कहा- किससे शर्म आती है, मुझसे … या करवाने में शर्म आती है?

वह हंस दी और एक झटके से मुझे चूम कर उधर से उठ कर चली गई.
उसका चुंबन मेरे गाल पर हुआ था तो मैं एकदम से गनगना उठा था.

दोस्तो, अब मैं उसके साथ ऐसे ही बातें करने लगा था.
वह भी मेरे साथ चिपक कर बैठ जाती और अपने दूध मेरे जिस्म से रगड़ने लगती.

एक दिन शाम को हम सबने खाना खाया और सोने जाने लगे.
उस दिन रेखा भी मेरे कमरे में आ गई.

मैंने पूछा- क्या हुआ?
उसने कहा- भैया, मेरे कमरे का फैन खराब हो गया है, आज मैं यहीं आपके पास सोऊंगी. अगर आपको दिक्कत न हो तो!
मैंने भी कहा- ठीक है सो जा!

फिर लाइट ऑफ करके हम दोनों सोने लगे.
रेखा ने मुझसे कहा- भईया क्या आपने सच में अपनी गर्लफ्रेंड को कभी कुछ नहीं किया है!
मैंने कहा- नहीं, यार वह बस मेरे साथ बात करती है.

वह ऐसे ही बातें करते करते मेरे पास आने लगी और मैं भी उसे अपने साथ चिपका कर धीरे धीरे बातें करने लगा.

उसके बदन से चिपकने से मुझे वासना चढ़ने लगी थी.
मैं उसे बूब्स का स्पर्श पाते हुए अन्दर ही अन्दर सुलगने लगा और उसे अपने साथ चिपका कर सो गया.

रात के लगभग दो बजे जब मैं जगा तो मैंने देखा कि रेखा ने मेरा लंड अपने हाथ से पकड़ रखा था और वह सो रही थी.
उस वक्त मुझे बड़ी सनसनी हुई कि मेरे लौड़े को मेरी छोटी बहन ने अपने हाथ में पकड़ रखा है.

उसके हाथ में में लौड़े ने अंगड़ाई लेनी शुरू कर दी.
लंड फूलने लगा था और मेरे बहन ने उसे बदस्तूर अपने हाथ में पकड़ा हुआ था.

अब मैंने अपने लौड़े को उसके हाथ में ही आगे पीछे करने की कोशिश की.
मेरी कमर खुद ब खुद आगे पीछे होने लगी और मेरी बहन के हाथ से मेरे लंड की मुठ मारी जाने लगी.

कुछ ही देर में मेरी बहन के हाथ में मेरे लौड़े ने अपना पूरा आकार ले लिया था और लंड के मुँह से प्रीकम वाला चिकना रस टपकने लगा था.

मैंने अपनी आंखें इस डर से बंद कर लीं कि कहीं मेरी बहन रस के स्पर्श से जाग न जाए.

मैं बस बंद आंखों से धीरे धीरे अपनी कमर को हिलाता रहा और अपनी बहन के हाथ को उसकी बुर समझ कर चोदता रहा.

कुछ ही देर में मेरे लंड ने पानी छोड़ने की सीमा प्राप्त कर ली.
तो मैं एकदम से घबरा गया कि कहीं मेरे लंड के वीर्य की पिचकारी मेरी बहन के ऊपर न जा गिरे.

इसी लिए मैंने अपना लंड उसके हाथ से छुड़ाया और जींस में लंड घुसेड़ कर झड़ गया.
मेरी जींस में ही मेरे लौड़े ने उल्टी कर दी थी, तो मेरी पैंट गीली हो गई थी.

अब मैं उससे अलग होकर करवट लेकर सो गया.
रात बीत गई.

अगले दिन रेखा उठ कर चली गई.

मैंने उसके जाने के बाद आंखें खोलीं और रात की घटना को सोचने लगा कि यह सब क्या हुआ था.

उस दिन मैंने उसके चेहरे को गौर से देखा तो वह मुझे खिली हुई कली सी लगी और मुझे उसके साथ अपना भाई बहन वाला रिश्ता टूटता सा नजर आया.

मैं भूल गया कि रेखा मेरी छोटी बहन है … मैं बस उसके हुस्न के दीदार में खो गया और उसे अपने लंड से चोदने के सपने देखने लगा.

उस दिन फिर से रात हुई तो वह फिर से मेरे कमरे में मेरे साथ सोने आ गई.

हम दोनों ने फिर से सेक्स को लेकर गर्लफ्रेंड ब्वॉयफ्रेंड की चर्चा की.
उस रात उसने अपनी एक सहेली की बात मुझसे कही कि उसकी सहेली सुप्रिया ने अपने भाई को ही अपना ब्वॉयफ्रेंड बनाया हुआ है.

जब उसने यह बात कही तो मैं समझ गया कि इसके मन में भी शायद यही बात है कि यह मुझे अपना ब्वॉयफ्रेंड बनाना चाहती है.

यही सब सोचते हुए मेरे लंड ने हरकत की और मुझे मजबूरी में अपने लंड की मुठ मारनी पड़ी, मैं पैंट में ही झड़ गया.

अब हम दोनों सो गए.

रात के बारह बजे उसने मुझसे जगाकर पूछा- भईया ये आपकी जींस में गीला गीला क्या है?
मैंने कहा- कुछ नहीं बस ऐसे ही!

उसने धीरे से मेरी जींस में हाथ डाला और मेरा लंड पकड़ लिया.
मैंने कहा- अरे ये क्या कर रही हो?

उसने कहा- भईया मुझे पता है आप मुझे चोदना चाहते हैं, इसलिए आपके लौड़े से पानी निकल गया है न!
मैंने डरते हुए कहा- नहीं.
उसने कहा- कोई बात नहीं भैया, मैं किसी को नहीं बताऊंगी … आप मेरे साथ सेक्स कर सकते हैं!

उस रात हम दोनों ने एक दूसरे को अपनी बांहों में भरा और चुंबन का मजा लेने लगे.

वह बोली- भैया, मुझे आपके साथ सेक्स करना है!
मैंने कहा- क्या तुमने अभी तक सेक्स किया है?

वह बोली- नहीं मैं अभी कुँवारी कली हूँ.
मैंने कहा- तो तुझे मालूम भी है कि पहली बार सेक्स करने में दर्द होता है?

वह बोली- हां, मैंने सेक्स कहानी में पढ़ा है.
मैंने कहा- कौन सी सेक्स कहानी में?

वह बोली- आपको मोबाइल में बताऊं?
मैंने कहा- हां दिखाओ!

उसने मेरे मोबाइल में अन्तर्वासना का पेज खोला और भाई बहन सेक्स की कहानी खोल कर मुझे पढ़वाने लगी.

उसमें सगे भाई ने अपनी कुंवारी बहन की सील तोड़ चुदाई की थी, जिससे उसकी बहन बहुत चीखी थी.
मैंने कहा- यदि तुम दर्द से चीखीं तो मम्मी पापा को मालूम पड़ जाएगा!

वह बोली- हां यह तो है. पर चौबीस तारीख को मम्मी पापा मामा के घर जा रहे हैं. उधर छोटे मामा की शादी की सालगिरह का कार्यक्रम है. हम दोनों को भी उधर चलना है. पर मैं पेट दर्द का बहाना बना कर जाने से मना कर दूँगी और आप भी पढ़ाई का कह कर रुक जाना.
मैंने उसे चूमा और कहा- ओके.

उस दिन बाईस तारीख थी.
दो दिन बाद मम्मी पापा को दो दिन के लिए जाना था.

पर मम्मी ने पापा से अगले दिन ही चलने की बात कह दी.
शाम को मम्मी ने मुझसे कहा- तुम रेखा को साथ लेकर आ जाना!

मैं अभी कुछ कह पाता कि रेखा बोल उठी- मम्मी, मुझे पेट में दर्द हो रहा है. यदि कल तक मेरी तबीयत सही हुई, तो ही मैं आ पाऊंगी.

मम्मी ने कहा- क्या हुआ है पेट में?
रेखा बोली- मरोड़ सी उठ रही है.

मम्मी ने मुझसे कहा- तुम अपनी बहन को डॉक्टर के यहां ले जाओ और दवा दिला लाओ.

इसी संबंध में पापा ने भी कुछ निर्देश दिए और कहा- यदि रेखा कि तबीयत ठीक हो जाए, तभी इसे लेकर आना। वर्ना तुम इसकी देखभाल करना.
मैंने ओके पापा कहा और वे दोनों चले गए.

अब घर में हम दोनों ही थे.

रेखा बाथरूम में जाने लगी और उसने मुस्कुराते हुए मुझसे कहा- बस अभी साफ सफाई करके आती हूँ, आप मेरी लेने के लिए तैयार रहना!

उसकी इस खुली बात को लेकर मैंने भी अपने लंड की झांटों को साफ करने की बात कही और मैं अपने कमरे में आ गया.

मैं उसी के चोदने के सपने देखते हुए अपनी झांटों की सफाई करने लगा और झांटें साफ करते करते मैंने एक बार मुठ मार ली ताकि लंड को बहन की बुर के अन्दर देर तक रहने में सुविधा रहे.

कुछ देर बाद रेखा बाहर आई और मैं उसे देखकर बहुत खुश हो गया.

वह बोली- ओपनिंग सेरेमनी के लिए कुछ पार्टी का इंतजाम नहीं करोगे भैया?
मैं समझ गया और मैंने कहा- क्या लोगी?

वह हंस कर बोली- मैं सिर्फ बियर ले लूँगी!
मैंने ओके कहा और अपने व उसके लिए सामान लेने बाजार चला गया.

कुछ ही देर बाद शाम ढल चुकी थी.

मैंने एक बार में जाकर दो पैग लगाए और सिगरेट फूंकते हुए सोचने लगा कि आज की रात को अपनी बहन की कुंवारी बुर की चुदाई का मजा ही मजा आने वाला है.

आप तो जानते ही हैं दोस्तों कि एक मर्द को कुंवारी लड़की की चूत चोदने से ज्यादा मजा और भला किस चीज में आ सकता है!

रात को जब मैं घर आया तो वह मेरे कमरे में थी.
मैं घर के सारे दरवाजे खिड़की बंद करके कमरे में आया तो उसे देखा.

वह किसी मस्त अभिनेत्री जैसी सजी हुई थी और उसने एक वन पीस ड्रेस पहना हुआ था, जो उसकी जांघों तक आ रहा था.
वह बहुत खुश थी और मैं भी.

फिर हम दोनों ने बियर पीते हुए एक दूसरे से बातें की और उसके बाद रेखा मेरे ऊपर आने लगी.
मैं भी उससे चिपकने लगा और उसे किस करने लगा. उसके बूब्स दबाने लगा.

रेखा भी मादक सिसकारियां भरने लगी- ऊह भैया आह … मेरी प्यास बुझा दो!

मैंने उसके एक दूध को मसलते हुए उससे पूछा- तुम मुझसे ही क्यों चुदवाना चाहती हो, मैं तो तुम्हारा भाई हूं!
उसने मुस्कुराते हुए कहा- ये भाई बहन का रिश्ता तो बाहर के लिए है भैया … मैं तुम्हें प्यार करती हूँ. इस अंधेरे कमरे में मैं तुम्हारी रंडी हूँ, मुझे खूब चोदो.

दोस्तो, मुझे यकीन नहीं हो रहा था कि मेरी अपनी सगी बहन इतनी ज्यादा उत्तेजित क्यों थी.
शायद इसलिए क्योंकि उसकी बुर आज तक किसी ने नहीं चोदी थी!

मैंने सोचना छोड़ दिया और उसके दूध चूसने लगा.
जब अंधेरी सुनसान रात में दो जिस्म मिलते हैं तो रिश्ता कुछ और ही हो जाता है.

मैं अपनी बहन के कपड़े उतारने लगा और उसकी चूचियों को दबाते हुए पीने लगा. उसके होंठों को चूसने लगा.
मेरी बहन बहुत हॉट थी.

जब मैंने उसकी चूत देखी तो ‘आह यार … कितनी मासूम और चिकनी थी … एकदम रूई की तरह मुलायम चूत थी!’

उसकी बुर को मैं अपनी जीभ से चाटने लगा और कुछ ही पलों मे उसकी बुर ने पानी छोड़ दिया.
मैंने उसकी बुर चाट कर एकदम साफ कर दी.

उस कमरे में हम दोनों के अलावा और कोई नहीं था.
उसने मेरे लौड़े को जब देखा तो वह बोली- जान, इतना बड़ा लौड़ा … बाप रे … मैं तो मर ही जाऊंगी!
मेरा लौड़ा सामान्य से ज्यादा लंबा और मोटा है.

कुछ पल तक वह मेरे लंड को देखती रही फिर मैंने उसके सर को अपने हाथ दबाते हुए लौड़े पर झुकाया तो मेरी बहन मेरे लौड़े को अपने मुँह में लेकर चूसने लगी.
वह लंड को एकदम आइसक्रीम की तरह चूस रही थी.

अब मैंने उसको बेड पर चित लिटाया और उसकी बुर की दोनों फाँकों को खोल कर अन्दर का गुलाबी नजारा देखने लगा.

वह अपनी गांड उठाती हुई बोली- इस छेद में थूक दो भैया और अपना लंड पेल दो.
मैं अपना गर्म लौड़ा उसकी गर्म चूत में पेल दिया.

वह दर्द के मारे छटपटा उठी और बोली- आह मर गई … बस करो भैया बहुत दर्द हो रहा है … फट गई मेरी बुर आह हरामी साले बहन के लौड़े छोड़ दे आह!

मैंने कहा- साली बहन की लौड़ी छिनाल … आज तू मेरी रंडी है मादरचोद … मैं आज तेरी चूत का भोसड़ा बना दूंगा. कुतिया आज तेरी चूत को फ़ाड़ डालूंगा.

मैं अपने घातक लौड़े से उसकी चूत में जोरदार प्रहार करने लगा.

वह दर्द के मारे चिल्ला रही थी.
पर कुछ देर बाद उसकी चूत ने लंड से दोस्ती कर ली और घपाघप चुदवाने लगी.

दोस्तो उस रात मैंने अपनी बहन को खूब चोदा और उसकी बुर फाड़ डाली.

मैंने अब तक उसके कई बार साथ सेक्स किया है.
जब तक मैं घर पर रहा, अपनी बहन को खूब चोदा.

उसकी चूत मेरे लौड़े की दीवानी हो चुकी थी.
वह भी रोज रात को मेरे कमरे में आ जाती और रोज चुदाई करवाती.
मैं भी उसे मस्ती से चोदता.

एक दिन वह एक मोटी गाजर लाई और उसने मुझसे वह गाजर अपनी गांड में डलवा कर चुत चुदवाई.

उसके बाद मैंने अपना खीरा जैसा लंड उसकी गांड में डाला और उसकी गांड भी मारी.
मेरी बहन अपनी गांड में कुछ कुछ लेती रहती थी तो उसकी गांड खुली हुई थी.

मेरी 18 साल की बहन की गर्म चूत और नर्म गांड को मैंने अपने लौड़े की दीवानी बना दिया था.
इरोटिक Xxx सिस्टर सेक्स से मेरा लौड़ा भी उसके हर छेद का दीवाना हो गया था.

मैंने उसे बहुत बार दारू पिला कर भी चोदा, वह अपने मुँह में सिगरेट दबा कर मेरे लौड़े पर गजब उछलती थी.
सारी सारी रात मैं उसकी बुर में अपना लौड़ा डाले पड़ा रहता था.

मगर दोस्तो, मेरी प्यारी छोटी बहन अब घर में नहीं है. वह एक लड़के के साथ घर छोड़ कर भाग गई है.

दोस्तो, आपको मेरी यह सगे भाई बहन की इरोटिक Xxx सिस्टर सेक्स कहानी कैसी लगी, प्लीज मेल करके जरूर बताएं.
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