पति ने बीवी को घरेलू रंडी बनाया

इस चुदाई पार्टी कहानी में मुझे सेक्स का बहुत शौक था. मेरे पति भी मुझे खूब चोदते थे. वे मुझे घरेलू रंडी कहने लगे थे. एक रात हम चुदाई करके सोये तो मैंने सपने में क्या देखा?

मेरा नाम माया है. मैं कमाल की सेक्सी आइटम हूँ.
मैं सुंदर लड़की हूँ.

मेरी शादी रोहण से हुई है.
शादी होने के बाद मेरा पति मुझसे बहुत प्यार करता था और मैं बहुत खुश थी.

हर रात को रोहण मुझे खूब चोदता भी है. वह मुझे थका देता है.

अब मेरी काल्पनिक चुदाई पार्टी कहानी का मजा लीजिये.

एक रात को उसने चुदाई के दौरान मुझसे पूछा कि तुम मेरी रंडी बनोगी!
तो मैंने मना कर दिया.

दूसरी रात को उसने फिर से पूछा और कहा- अगर तुम मेरी रंडी बन जाती हो, तो मैं तुम्हें बहुत मजा दूंगा!
मैंने कहा- अगर तुम मेरी चूत चाटोगे तो मैं तुम्हारी रंडी बन कर रहूँगी.

मेरे पति ने मेरी चूत चाटना शुरू कर दी.
ऐसे ही मजे में 3 महीने बीत गए और वह मुझे रोज रंडी कह कह कर चोदता, जिसके कारण मुझे भी रंडी सुन कर बहुत मजा आता और मैं उससे रोज रंडी की भाषा बोलती हुई चुदने लगी थी.

एक रात रोहण मुझे चोद रहा था और उसने मुझे चोदते हुए पूछा- मेरी रंडी रानी … तुम कैसी रंडी हो!
मैंने पूछा- रंडी कैसी होती है, तुझे पता नहीं है क्या?
रोहण बोला- रंडी बहुत तरह की होती हैं. जैसे बाजारू रंडी, सड़क छाप रंडी, घरेलू रंडी … बहुत तरह की रंडियां होती हैं … तुम बताओ कि तुम्हें कैसी रंडी बनना है?

मैंने पूछा- घरेलू रंडी कैसी होती है?
रोहण ने कहा- घरेलू रंडी, घर के सब मर्दों की बीवी होती है … और घर में घरेलू रंडी बनने के बाद घर के सारे मर्द उसके पति होते हैं. घर के अन्दर के सदस्य जब चाहें, जितना चाहें, उसे चोद सकते हैं और सारे के सारे जैसा चाहें वैसे ही कपड़े पहने होते हैं.

मैंने पूछा- बाजारू रंडी?
रोहण ने कहा- बाजारू रंडी बाहरी मर्दों से भी चुदाई करती है.

‘और सड़क छाप रंडी?’
रोहण ने कहा- सड़क छाप रंडी राह चलते किसी से भी चुदवा लेती है.

यही सब कहते हुए रोहण का माल निकल गया और मेरा भी … और हम लोग सो गए.

फिर दूसरे दिन रात को मेरे रोहण और मैं फिर से सेक्स करने लगे.
वह मेरी चूत को अपनी जीभ से चाटने लगा जिस वजह से मैं बहुत उत्तेजित हो गई.

रोहण मुझे चोदने लगा और चोदते हुए बात करने लगा- और मेरी रंडी रानी, कल बताया नहीं था कि कैसी रंडी बनोगी!

मुझे बहुत मजा आ रहा था.
अपने पति के मुँह से रंडी शब्द सुनकर और भी मज़ा आ रहा था.

मैंने कहा- मुझे घरेलू रंडी बनना है.

यह सुनते ही रोहण का पानी निकल गया और मेरे ऊपर ऐसे ही सो गया.

सुबह हुई और वह ऑफिस चल गया.

रात को रोहण घर आया और खाना खाकर कमरे में आकर बेड पर लेटा हुआ था.

मैंने अपनी साड़ी उतार दी और पेटीकोट ब्लाउज में ही उसके बगल में जाकर लेट गई.

मैं रोहण को छेड़ने लगी और जल्द ही मैंने उसके लंड को खड़ा कर दिया.
वह मुझसे प्यार करने लगा और उसने बिना रुके पेटीकोट ब्लाउज को उतार दिया.

मुझे पूरी नंगी करके मेरी चूत को किसी आइसक्रीम की तरह चाटने लगा.
मुझे अपनी चूत चटवाने में बहुत मजा आ रहा था.

‘मेरे मादरचोद हस्बैंड … अपनी रंडी को चोद कर वैसी रंडी बना लो, जैसी चाहते हो!’
मेरे पति ने कहा- मेरी रानी, तुम सचमुच की रंडी बना चाहती हो!

मैंने उसके लंड पर झटका देते हुए कहा- हां, मुझे असली की रंडी बनना है!
फिर मेरे पति ने कहा- नहीं, तुम नहीं बन पाओगी!
मैंने कहा- नहीं, मैं बन जाऊंगी, तुम कसम खाओ कि तुम मुझे रंडी बनाओगे!

रोहण ने कहा- मैं कसम खाता हूँ कि मैं तुम्हें रंडी बना दूँगा.

फिर रोहण का पानी निकल गया और हम दोनों सो गए.

एक रात को रोहण मुझे चोद रहा था और उसने कहा- मैंने घर पर बात कर ली है, अब तुम असली रंडी बन कर रहना होगा. कल तुझे रंडी बनाने के लिए कुछ होगा.

उसके मुँह से यह बात सुनकर मैं हतप्रभ रह गई.

तभी रोहण मेरी चूचियों को मुँह में लेकर चूसने लगा और मुझे मजा आने लगा.
वह मेरे बदन के हर हिस्से को चूमने लगा और कहने लगा- अब तुम असली की रंडी बनने जा रही हो! मैं आज तुम्हें असली रंडी की तरह चोदूंगा. मैं तुम्हें पहले ही बता देता हूं कि तुम्हारी कैसी चुदाई होगी.

यह कह कर वह मेरे बदन के हर हिस्से को चूमने चाटने लगा और मेरी चूत पर आ पहुंचा.
वह चूत को किसी आइसक्रीम की तरह चाटने लगा.

मैं सातवें आसामान में पहुंच गई. मुझे बहुत मजा आ रहा था.
फिर रोहण ने अपना लंड चूत पर लगाया और पेल कर तेजी से अन्दर बाहर करने लगा.
वह ताबड़तोड़ चुदाई करता हुआ बोला- ऐसी होगी तेरी चुदाई साली रंडी!

मैं अपने पति से कस कर चिपक गई और बोली- ऐसी चुदाई मिले, तो मैं अभी की अभी तैयार हूँ!

चुदाई के बाद हम दोनों सो गए.

सुबह मेरी सास कमरे में आई.
वे बोली- आज तो तेरा जन्मदिन है, हैप्पी बर्थडे बहू … आज तुझे सरप्राईज गिफ्ट मिलेगा. आज शाम को पार्टी है तू अच्छे से तैयार हो जाना!

मैं तैयार हो गई.

फिर केक काटने का समय आया तो मुझे बुलाया गया.

तभी सास बोली- बहू, तुम्हें पता नहीं है कि तुमने क्या पहन रखा है! रोहण ने तुझे बताया नहीं, चल कपड़े चेंज कर!

सास मुझे अपने कमरे में ले गई और कहा- तुम आज से इस घर की रंडी बन कर रहोगी. कुछ दिनों पहले रोहण ने मुझे बताया था कि तू रंडी बनना चाहती है, इसलिए मैंने सबसे बात की और सब राजी हो गए हैं. इसलिए तू बहू नाम मात्र की रहेगी, असल में तू इस घर की रंडी बन कर रहेगी. अब चल ये कपड़े निकाल दे और ये कपड़े पहन ले रंडी!

मैंने वे कपड़े देखे जो मेरी सास ने लाकर मुझे पहनने के लिए दिए थे, तो मैं उन्हें देखकर बहुत हैरान हुई.

उसमें सिर्फ़ लाल रंग की एक चोली और घाघरा था.
वह चोली भी बहुत छोटी थी और सिर्फ़ पीछे एक डोरी से बंधी हुई रहने वाली थी.

मैंने उस चोली को पहन लिया. उसमें से मेरे 32 साईज के बूब्स पूरे बाहर दिख रहे थे और घाघरा इतना छोटा था कि मेरी नंगी जांघें स्पष्ट दिख रही थीं.

मैंने वह ड्रेस पहन कर बाहर आई तो सब मुझे देख कर अपने लौड़े मसल रहे थे.

सास हंस कर बोली- बहू केक काटो.
मैंने केक काटा. सास को खिलाया, रोहण को खिलाया.

तभी रोहण ने पूछा- तुम तैयार हो न हमेशा हमेशा के लिए रंडी बनने को?
मैंने कहा- हां मैं तैयार हूँ, हमेशा के लिए रंडी बनने को … मुझे बना दो रंडी!

तभी रोहण ने केक हाथ में लिया और मेरे घाघरा में हाथ डाल कर मेरी चूत पर केक लगा दिया, चोली में भी केक भर दिया.

तभी कुछ लोगों ने मुझको अपनी तरफ खींच लिया और वे सब मुझे चूमने लगे.
वह बहुत ही सेक्सी नज़ारा था. मैं अपने आप पर काबू नहीं रख पाई.

फिर सबने अपने अपने लंड पर क्रीम लगाई और बारी बारी से मेरे मुँह में अपने लंड भर दिए.
सबसे पहले ससुर ने ही मेरे मुँह को चोदना शुरू किया.

फिर तो एक साथ सभी में लंड मेरे मुँह में घुसाने की होड़ मच गई थी.
जेठ देवर सबने मेरे मुँह में अपने लंड घुसेड़ना चालू कर दिया और सबने अपने अपने लंड मुझसे चुसवाए.

वे सब मेरे मुँह को चोदे जा रहे थे.

एक हटता तो दूसरा उसकी जगह लेकर मेरा मुँह चोदने लगता.
सब अपने लौड़े का रस मेरे मुँह में ही छोड़ रहे थे.
मैं सबका माल चाटती जा रही थी.

काफी देर तक लंड चुसाई का कार्यक्रम चला.
फिर सबने मुझे उठाया और मुझे पूरी नंगी कर दिया.

मेरी चूत पर क्रीम लगी हुई थी तो सब बारी-बारी से मेरी चूत से क्रीम खाने लगे.

उसके बाद सब लोग रूम में आ गए.
वहां मुझको बड़े साइज के बेड पर ले जाया गया और अब शुरू हुआ चुदाई का असली मज़ा.

दोस्तो, आप समझ सकते हैं कि 6 देवर और जेठ, एक ससुर और रोहण को मिलाकर 8 मर्दों के साथ एक साथ पूरी रात बिताना कितना कठिन होता है.
पर मैं पूरी रात अपने घर के लौड़ों के मजे लेती रही और सबके लौड़ों को चूसती रही.

फिर मेरे देवर ने मेरी बुर में अपना 9 इंच का लौड़ा घुसा दिया. दूसरे ने मेरी गांड में घुसा दिया. तीसरे ने मेरे मुँह में पेल दिया. चौथे ने फिर से मेरी बुर में पेल दिया.

मतलब यह दोस्तो कि चुदाई पार्टी मेरी बुर में दो दो लौड़े एक साथ घुसे थे.

पांचवें और छठे का लौड़े को मैं अपने हाथों से पकड़ कर मुठ मार रही थी. सातवां और आठवां मर्द मेरी चूचियों को चूस रहा था.
सास देख रही थी और वीडियो बना रही थी.

जिंदगी में पहली बार मैंने 8 मोटे-मोटे लौड़े एक साथ देखे थे.
मैं उन लौड़ों से बहुत खेली.
वे भी मेरी चूत से बहुत खेल रहे थे, मुझे नंगी करके रात भर मेरी चूत चाटते रहे.
कभी मेरे बूब्स दबाने लगते, कभी मेरी गांड चाटने लगते, कभी मेरी बुर में अपनी उंगली को … और लौड़े को चांपने लगते.

उस रात मेरी इस प्यारी सी चूत बहुत बार चुदी.

जब मैं सुबह उठी, तो मैंने देखा कि मेरे चारों ओर सभी 8 नंगे मर्द लेटे थे.
मेरे ऊपर सारे मर्दों ने अपने लौड़ों का सारा माल गिराया हुआ था.
फिर मैं उठी और अपने कमरे में नहाने चली गई.

तभी सास मेरे कमरे में आ गई.
सास बोली- आज से तुझे सब रंडी कह कर बुलाएंगे और मैं जो कपड़े दूँगी, तू उन्हें ही पहनेगी. तू किसी को भी चुदाई के लिए कभी मना नहीं करेगी … समझी!
‘हां मम्मी जी!’

तभी मेरा पति रोहण कमरे में आ गया.
सास ने कहा- रोहण, चल अपनी रंडी बीवी की चूत चाट!

मेरे पति ने पेटीकोट उठाया और चूत चाटने लगा.
मैं बहुत गर्म हो गई.

फिर सास ने सारे कपड़े उतार दिए और मेरी चूत में नकली लंड डाल दिया और बोली- अब तू ऐसे ही रहना … और उसको चूत से मत निकालना.
सारा दिन अपनी चूत में मैं नकली लंड डाले नंगी घूमती रही.

फिर रात हो गई तो रात को ससुर और देवर ने मिल कर चोदा.
मैं अपने पति रोहण के पास गई और सो गई.

सुबह जब नहाने जा रही थी, तभी सास ने मुझे एक बैग दिया और कहा- इसमें तुम्हारे नए कपड़े हैं, आज से तू ऐसे ही कपड़े पहन कर रहेगी.

मैं जब बैग लेकर कमरे में गई और बैग खोल कर देखा तो उसमें सारे मॉडर्न टाइप के कपड़े थे.
मैंने एक शॉर्ट और मिनी टॉप पहना और बाहर निकल आई.

मैं पहले रोहण के पास गई.
रोहण ने देख कर कहा- मेरी रंडी रानी, इन कपड़ों में तो तू बहुत सेक्सी लग रही है … साली रांड ऐसे कपड़े पहन कर बाहर मत निकलना, नहीं तो जिसके हाथ लगोगी, वही चोदना शुरू कर देगा!

तब मैंने कहा- मेरे राजा, मुझे तो अब ऐसे ही कपड़े पहनने हैं. आखिर मैं इस घर की रंडी जो बन गई हूँ. मेरी सास ने ही तो ये कपड़े दिए हैं.

तभी सासु मां वहां आ गईं और उन्होंने मेरी कमर पर हाथ रख कर मुझे अपनी तरफ खींच लिया.
फिर अपनी बांहों में भर कर कहा- बेटा जा, जरा इस रंडी को बाहर घुमा कर तो ला!

तभी मेरी मम्मी भी वहां आ गईं और उन्होंने कहा- हां हां बेटा, जा घुमा ला!
मैंने कहा- इन कपड़ों में ही?

मम्मी ने कहा- हां, तू तो अब रंडी बन गई है न … तुझे शर्म कैसी? कोई पूछे तो सीधे अपने रेट बता देना.

मेरे पति ने मुझे अपने साथ बाइक पर बैठाया और घुमाने निकल गए.
अब रास्ते में जिसने भी मेरे बारे में मेरे पति से पूछा, उसने मुझे रंडी ही बताया.

कुछ लोगों ने तो मुझे बहुत छेड़ा भी … एक दो ने तो मेरे पति के सामने ही मेरे दूध दबा दिए.

मैं इस सबसे बहुत गर्म हो चुकी थी.

जैसे ही घर वापस आई, मैंने पति का लंड पकड़ा और उसे कमरे में ले गई.
उधर मैंने उसके लंड को चूस कर खड़ा कर दिया और वह मुझे चोदने भी लगा.

तभी मुझे कुछ ऐसा महसूस हुआ कि एक कोई और बंदा पीछे से लग रहा है.
मैंने जब तक पलट कर देखा, तब तक एक लौड़ा मेरी गांड में भी घुस गया.

मुझे पता ही नहीं चला कि कौन ने पेला. बस मेरी आगे पीछे से एक साथ चुदाई चालू हो गई. मैं चुदती रही, अभी मैं फिर से पीछे वाले को देखने की सोच रही थी कि तभी लाईट चली गई.

मैं देख ही न सकी, धकापेल चुदाई चलती रही और हम तीनों का पानी निकल गया.
मैं बिस्तर पर गिर गई और थक कर सो गई.

सुबह जब उठी तो देखा कि मेरे पति सो रहे थे और मेरी दूसरी तरफ मेरे पापा थे.
ये देखकर मेरे होश उड़ गए.
मैं जल्दी से नहाने चली गई.

नहाने के बाद मैं कपड़े पहनने लगी, तो सामने लाल रंग का स्कर्ट और सफेद टॉप पहन लिया.
मैं करारी लौंडिया बन कर आंगन में गई.

वहां सास ससुर और पापा बैठे हुए थे.

मैंने पूछा- पापा, आप कब आए?
पापा ने कहा- तुझे नहीं पता … मैं कल का आया हूँ … और तूने ये कैसे कपड़े पहने हैं?

सास बोलीं- अरे समधी जी बताया तो था कि अब से यह इस घर की बहू नहीं बल्कि रंडी बन कर रहेगी!
पापा ने कहा- ये सब तू अपनी मर्जी से कर रही है न!

तो मेरे ससुर बोले- क्या समधी जी, रात भर अपनी बेटी को पेला है, फिर भी इस तरह बात करते हो?

तभी देवर ने पीछे से मुझे पकड़ लिया और चूमने लगा.
फिर उसने उधर ही अपना लौड़ा बाहर निकाल लिया.

वह कहने लगा- कहां थीं रंडी भाभी … कब से तुम्हारी चूत चोदने के लिए तड़फ रहा हूं. ले अपने आशिक का लंड चूस ले.
उसने मेरी स्कर्ट उठाई और पैंटी साइड में करके चूत में लंड डाल दिया.

वह मुझे खड़े खड़े ही चोदने लगा.
सब लोग देख रहे थे.

तभी सास बोली- अरे समधी जी, ये अपनी मर्जी से रंडी बनी है. किसी ने इसे रंडी बनाया नहीं है!

इतने में देवर का रस निकल गया और वह अपना लंड हिलाता हुआ चला गया.

तभी पापा बोले- बेटी, तेरी कल चुदाई करके बहुत मजा आ गया था, अब जब तू घर आएगी, तब मैं तुझे तेरी मां के सामने खूब चोदूंगा और सबसे तेरी चुदाई भी करवाऊंगा.
फिर पापा ने हाथ पकड़ कर अपनी तरफ खींचा और अपनी गोद में बिठा कर मेरे दूध दबाने लगे.
मैं गर्म हो गई.

फिर पापा ने मुझे गोदी में बिठा कर ही चोद दिया.
मैं चुदती रही और उनके झड़ जाने के बाद अपने कमरे में चली गई.

शाम को पापा अपने घर चले गए.

अब मैं खुलकर चुदाई करती हूँ. घर में किसी के भी साथ अपनी चूत खोल कर लेट जाती हूँ और धकापेल करवा लेती हूँ.

उस दिन पति ने अपने दोस्त के सामने मुझे नंगी कर दिया और दोस्त से कहा- यह एक रंडी है, चोद दो साली को!

रोहण का दोस्त मुझे बाथरूम में ले जाकर चोदने लगा.

तभी अचानक से मेरे ऊपर पानी का फव्वारा चालू हो गया और मैं हड़बड़ा कर उठ गई.
सामने देखा तो पति महोदय मुझे उठा रहे थे कि चल चुदाई करते हैं!
मैं मंद मंद मुस्कुराने लगी.

पति ने पूछा- क्या हुआ? मुस्कुरा क्यों रही हो?
मैं कुछ नहीं बोली.
मेरी अन्तर्वासना मुझे शर्मिंदा कर रही थी. मेरा सपना टूट गया था और मैं कुछ न कहते हुए अपने पति के साथ सेक्स करने लगी.

तो दोस्तो, आपको मेरी काल्पनिक चुदाई पार्टी कहानी कैसी लगी, प्लीज जरूर बताएं कमेंट्स में!