क्लासमेट को अपने लंड का दीवानी बनाया- 1

टीन वर्जिन गर्ल हॉट कहानी में मैं अपनी क्लासमेट को पसंद करता था. वह भी मुझे चाहती थी पर कुछ कहती नहीं थी. मैंने कैसे उसे अपने प्यार में लिया?

दोस्तो, मेरा नाम मोहित है, उम्र 25 साल, हाइट 5 फीट 8 इंच है और रंग गोरा है.
मैं बिहार पटना का रहने वाला हूं.

मैं सालों से चुदाई और चुदाई वाली कहानियों का दीवाना हूं.

ये मेरा पहली चुदाई की कहानी है.
इस टीन वर्जिन गर्ल हॉट कहानी में मैं आपको बता रहा हूँ कि कैसे मैंने पुष्पांजलि को अपने लंड का दीवानी बनाया.

पुष्पांजलि को मैं प्यार से पुष्पा बुलाता था.

मैं सेक्स का बहुत बड़ा दीवाना हूं. मुझे जब सेक्स करने मिल जाए, जहां मिल जाए … मैं वहीं लड़की चोद देता हूं.
मेरे अन्दर ऐसा भी नहीं है कि चोदने के लिए सिर्फ लड़कियां ही मिलें तभी चोदूंगा. मैं 18+ की लड़की से लेकर 40 साल तक आंटियों भाभियों की भी चूत का आशिक हूं.

मैं जब स्कूल की बड़ी कक्षा में था, यह उस वक्त की कहानी है.
उस समय मैं और पुष्पा यानि पुष्पांजलि परीक्षा देने के बाद प्रैक्टिकल का एग्जाम देने स्कूल गए थे.

मैं पुष्पा हमेशा एक दूसरे से लड़ते रहते थे क्योंकि मैं बार बार हंसी मजाक के साथ साथ उसे लाइन भी मारता रहता था.
वह भी मुझसे यह सब चाहती थी या यूं कहूँ कि उसे भी यह सब अच्छा लगता था.

पिछले काफी समय से वह मेरे इस व्यवहार को झेल रही थी इसलिए उसे जरा भी गुस्सा नहीं आता था.

उस दिन मैंने उससे मजाक किया कि पुष्पा बायोलॉजी का प्रजनन वाला प्रैक्टिकल मेरे साथ करोगी!
फिर वह मुँह पर हाथ रख कर हंसने लगी.
वह बोली- आज भर और कर लो फ्लर्ट, आज के बाद स्कूल आना ही नहीं है.

यह सुनकर एक को तो मैं भी टेंशन में आ गया कि पुष्पा से बिछुड़ना पड़ेगा.

अब वह जब स्कूल से बाहर निकली, तो मैं उसके पीछे पड़ गया.
मैंने फिर से मजाक किया कि जाते जाते अपना फिगर साइज़ तो बताती जाओ.

वह फिर से मुस्कुरा दी.
शायद उसे मेरा फ्लर्ट करना अच्छा लगने लगा था.

मैं बोला- बताओ ना अपना फिगर!
पुष्पा बोली- ऐसा चीज मांगो कि दे सकूं.
मैं बोला- मोबाइल नंबर ही दे दो!

वह बोली- ठीक है, लेकिन परेशान करोगे तो ब्लॉक कर दूंगी.
मैं बोला- मंजूर है.

फिर उसने नंबर दे दिया.
मैंने मिस कॉल भी कर दिया.

हम दोनों ने स्माइल के साथ एक दूसरे को बाय बोला और घर चले गए.
अब मेरी उससे व्हाट्सएप पर बातचीत होने लगी.

एक दिन वह बोली कि मैं पटना शहर में कमरा खोज रही हूं. अगर तुम्हारी नजर में कोई ठीक-ठाक सा रूम हो, तो बताना.

ये सुनने के बाद मेरे मन में कुछ और ही विचार आने लगा.
मैंने उसको शाम में कॉल किया कि कमरा मिल गया. तुम आकर देख लो.
वह आई और उसे कमरा पसंद आ गया क्योंकि मैंने रूम रेंट आधा ही बताया था और आधा मैंने पहले ही मकान मालिक को देने का कह दिया था.

फिर वह अगले दिन आकर कमरे में शिफ्ट भी हो गई.
उसने अपनी अगली पढ़ाई की तैयारी शुरू कर दी और किसी कोचिंग में जाना शुरू कर दिया.

एक दिन जब वह कोचिंग से वापस आई और उसने अपने कमरे के बगल वाले कमरे में मुझको देखा तो वह शॉक हो गई.

वह बोली- तुम इसमें रहते हो! पहले क्यों नहीं बताया. मैं अब इसमें नहीं रहूंगी.

मैंने उसका हाथ पकड़ कर अपने बेड पर बैठाया और कमरे को बंद कर लिया.

मैंने उसे समझाते हुए पूछा कि मुझसे क्या दिक्कत है. मैं पिछले 2 साल से तुम्हें एक तरफा प्यार करता हूं और तुम मुझसे दूर भागती हो.
वह बोली- तुम प्यार नहीं करते, सिर्फ फ्लर्ट करते हो.

मैंने बेड के नीचे बैठकर उसका हाथ अपने हाथ में लेकर कहा कि मैं तुम्हें अपनी वाइफ मानता हूं, इसलिए तुमसे हंसी मजाक करता हूं .

यह सुनकर वह थोड़ा सीरियस हो गई. उसने पूछा- क्या सच में?
मैं बोला- भगवान कसम.

यह सुनकर वह भावुक हो गई और बोली कि मैंने तुम्हें इतना इग्नोर किया, फिर भी तुम मुझे नहीं भूले और अंत में अपने पास बुला ही लिया!

मैंने उठ कर उसे कसके अपने गले से लगा लिया.
उसने भी मेरी छाती में अपना सर छुपा लिया और मुझे कसके जकड़ लिया.
उसके बूब्स मेरे सीने से एकदम से चिपक गए थे.

दस मिनट तक उसकी आंखों से आंसू आते रहे और मैं उसे पुचकारता रहा.

फिर मैंने उसके माथे पर किस भी कर लिया.
पुष्पा कुछ नहीं बोली.

उसके रुई की तरह मुलायम बूब्स मेरे सीने में टच होने से मेरा लंड टाइट हो गया था.

थोड़ी देर में पुष्पा नॉर्मल हो गई और बोली- बाय, अब मैं अपने रूम में जा रही हूं.

मैं बोला- क्या तुम्हारा … और क्या मेरा! दोनों रूम हम दोनों के हैं. जब मन हो या कोई दिक्कत हो तो मेरे रूम में आ जाना.
इस बार वह कुछ ज्यादा ही मुस्कुरा कर चली गई.

जब वह चली गई, तब मुझे ध्यान आया कि मेरा खड़ा लंड देख कर ही वह ज्यादा मुस्कुराई थी.

अब मेरा खड़ा लंड सोने का नाम ही नहीं ले रहा था.
मैं रूम बंद करके मुठ मारने लगा और रस टपकाने के बाद ही मन हल्का हुआ.

अब मुझे पुष्पा को चोदने का भूत सवार हो गया था.

मैं सबसे आसान तरीका सोच रहा था जिससे वह खुद अपनी चूत में मेरा लंड ले ले.

मैं सोचने लगा, फिर एक आइडिया आया.
शाम में मैं मार्केट गया तब लड़कियों के अन्दर कामोत्तेजना बढ़ाने वाली गोली का एक पैक ले आया ताकि भविष्य में भी कमी ना पड़े.
उस दिन साथ में मैं बर्गर भी लाया.

फिर मैं वापस कमरे पर आया तो उसके कमरे से गाना गुनगुनाने की और खाना बनाने की आवाज आ रही थी.
उसका रूम एकदम बाजू में था इसलिए आवाज साफ सुनाई देती थी.

फिर मैं अपने कमरे में आया और पुष्पा को कॉल करके कहा कि आओ ना मेरे रूम में!
पुष्पा बोली- मैं अभी खाना बना रही हूं. दो मिनट बाद आती हूं.

उसके आने से पहले मैं बर्गर के बीच में आलू और चटनी में टैबलेट को पाउडर बना कर डाल दिया.
जब पुष्पा आई तो बोली- हां बोलो क्यों बुलाया है?

मैं बोला- यार तुम ना अपने पति का ख्याल नहीं रखती हो, पर मैं कैसे अपनी पत्नी को खाने वक्त भूल सकता हूं.
यह सुनकर उसने अपने हाथ से मेरी पीठ पर धौल जमाई और बोली- इमोशनल मत करो, नहीं तो बहुत मारूंगी.

मैं हंस दिया.
पुष्पा बोली- आज से मैं तुम्हारा भी ख्याल रखूंगी और तुम्हारे ताने सुनने के पहले ही मैंने तुम्हारे लिए डिनर रेडी कर दिया है. एक घंटा बाद आ जाना.

मैंने बर्गर की तरफ इशारा किया कि पहले ये स्वीकार करो. फिर मैं आपका निमंत्रण स्वीकार करूंगा.
उसे बर्गर पसंद था तो वह खाने लगी थी.

मैं उसके होंठों की तारीफ करने लगा.
वह शर्मा रही थी और बर्गर भी खा रही थी.

बर्गर खाने के बाद पुष्पा अपने कमरे में चली गई.

फिर नौ बजे उसका कॉल आया कि भूल गए क्या?
मुझसे बात करते वक्त उसकी सांसें तेज थीं.

मैं समझ गया कि दवा का असर हो रहा है. लोहा गर्म था, बस मुझे जाकर अपना हथौड़ा चलाना था.

मैं गया तो पुष्पा ने हॉट पैंट और मिनी टॉप पहनी थी.
वह बहुत सेक्सी लग रही थी.

उसे देखते ही मेरा लंड 2 सेकेंड में हथौड़ा बन गया.

मैं अकेले ही कमरे में रहता था इसलिए सिर्फ हाफ पैंट पहनता था, अंडरवियर नहीं पहनता था.
उसे देख कर मेरा फिर से खड़ा हो गया और खड़े लौड़े को हाफ पैंट में उठा हुआ देख कर वह मुस्कुराने लगी और उसने दूसरी तरफ घूम कर अपनी शर्म को छुपा लिया.

वह बोली कि तुम बहुत बेशर्म हो!
मैं बोला- इसमें मेरी क्या गलती है? तुम इतनी हॉट हो और ऊपर से इतनी हॉट ड्रेस पहनी हो, तो मेरी क्या गलती है.

पुष्पा- तुम्हारी गलती ये है कि तुम हॉट लड़की के सामने बिना अंडरवियर के आए हो!
मैं- आगे से ध्यान रखूंगा. मैं अकेला रहता हूं तो कभी कभी बिना कपड़ों के भी पड़ा रहता हूं.

पुष्पा- तुम इतना फ्रैंकली कैसे बात कर लेते हो, शर्म नहीं आती है तुमको?
मैं- मैं तुम्हें अपनी पत्नी मानता हूं और पत्नी से कैसी शर्म!

पुष्पा- यानि तुम ये सोच चुके हो कि एक दिन हमारी शादी होगी!
मैं बोला- शादी के बारे में बाद में बात करेंगे. पहले डिनर कराओ.

फिर हम दोनों बेड पर ही बैठ गए और एक ही थाली में एक साथ डिनर किया.

डिनर करते समय मैं बेड पर पालथी मार के यानि अपने दोनों पैरों को मोड़ कर बैठा था, जिससे मेरा लंड सलामी दे रहा था.
वह बार बार नोटिस कर रही थी और मन ही मन मुस्कुरा रही थी.

फिर मैं उसके बेड पर लेट गया.

मैंने पूछा- तुमने कभी पोर्न वीडियो देखा है क्या?
वह बोली कि नहीं, लेकिन मेरी सहेलियां देखती हैं.

फिर मैंने पूछा कि सेक्स के बारे में तुम्हारा क्या ख्याल है?
वह बोली कि क्या मतलब कि क्या ख्याल है!

मैं- मतलब ये कि तुम सेक्स के बारे में क्या सोचती हो?
पुष्पा- अच्छा ही सोचती हूं लेकिन कोई लड़का किसी लड़की को सेक्स करके छोड़ दे, इस बात से मुझे बहुत गुस्सा आता है.

ऐसी बातों से उसकी सांसों की रफ्तार धीरे धीरे बढ़ रही थी क्योंकि मैंने डिनर के वक्त फिर से एक और टैबलेट का पाउडर पानी में मिला दिया था.
वह बेड पर आ गई और बैठ गई.

मैंने देखा कि उसकी चुत के सामने हॉट पैंट गीला था. चूत का आकार साफ साफ नजर आने लगा था.
ये देख कर एकाएक मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया.

मेरा खड़ा लंड देखकर पुष्पा बोली- जाओ पहले तुम अंडरवियर पहन कर आओ और सेक्सी बातें मत करो.

मैं बोला- तो तुम भी बाथरूम में जाओ और अन्दर पैंटी पहन कर आओ. तुम्हारे सामान का भी उभार दिख रहा है.
वह शर्मा कर जाने लगी.

मैंने उसका हाथ पकड़ लिया और उसको एक झटके से बेड पर लिटा दिया.
उसके बाद मैंने कैसे उसकी सील पैक चुत को फाड़ा और कैसे अनोखे तरीके से चोदा.

पुष्पा की ब्रा और पैंटी खोलने के बाद मुझे क्या दिखा, यह सब मैं सेक्स कहानी के अगले भाग में बताऊंगा.

उसने अपनी चुदाई की कहानी अपनी सहेलियों को बताई, तो क्या हुआ … वह सब मैं आपको अगली कहानी में सुनाऊंगा.
क्योंकि यहां लिखूँगा, तो टीन वर्जिन गर्ल हॉट कहानी बहुत लंबी हो जाएगी. प्लीज आप अपने कमेंट्स जरूर करें.
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टीन वर्जिन गर्ल हॉट कहानी का अगला भाग: क्लासमेट को अपने लंड का दीवानी बनाया- 2