लिफ्ट देकर भाभी की चूत चोदकर तृप्ति की

Xxx पोर्न भाभी स्टोरी में मैं दिल्ली में घूम रहा था तो एक सेक्सी भाभी ने मुझसे लिफ्ट मांगी। उससे मेरी दोस्ती हो गयी. भाभी लंड की प्यासी थी तो एक दिन उसने मुझे सेक्स के लिए कह दिया.

सभी दोस्तों को मेरा नमस्कार!
मेरा नाम विवेक है.
मैं दिल्ली के सरोजनी नगर में रहता हूं।
मेरी उम्र 21 साल है और मेरी हाइट 6 फुट है।
देखने में मैं अच्छा दिखता हूं।
होंठ गुलाबी और रंग काफी गोरा है।
लड़कियां अक्सर मुझे देखती रह जाती हैं।

आज मैं आपको अपनी एक Xxx पोर्न भाभी स्टोरी बताने जा रहा हूं।

दोस्तो, मैं पिछले कुछ सालों से दिल्ली में ही रह रहा हूं।
आपको तो पता ही है कि दिल्ली वाले कितने दिलवाले होते हैं, बस यही मेरी स्टोरी का आधार है।

अब बिना देरी किए मैं आपको अपनी कहानी बताता हूं।
यह घटना अभी कुछ दिन पहले की ही है।

उस दिन मेरे कॉलेज की छुट्टी थी।
मैं अपने रूम पर बैठा हुआ बोर हो रहा था।

मैं बता दूं कि मैं अपना खर्चा चलाने के लिए कॉल ब्वॉय का काम भी साथ में कर लिया करता था।

तो उस दिन मैं बहुत बोर महसूस कर रहा था।
मैंने सोचा कि कहीं घूमकर आ जाता हूं।

दिल्ली वालों के लिए टाइम पास करने की सबसे अच्छी जगह कनॉट प्लेस ही मानी जाती है।
मैं भी अक्सर टाइम पास करने वहीं चला जाता था।

तो मैं घर से निकल गया।
मैं अपनी गाड़ी लेकर निकला था।

बीच रास्ते में एक औरत ने मुझसे लिफ्ट के लिए हाथ दिया।
मैंने गाड़ी रोकी तो उसने आगे तक छोड़ने के लिए बोला।

वह मेरी बगल वाली सीट पर बैठ गई।
फिर उसने बात शुरू की; वह मेरे बारे में पूछने लगी।

देखने में वह लेडी काफी हॉट लग रही थी।
उसकी उम्र ज्यादा नहीं थी, 30 के आसपास की रही होगी।

उसने जींस-टॉप डाला हुआ था।
बूब्स कम से कम 34 के थे जो उसके टॉप से बाहर निकलने को हो रहे थे।
नीचे एकदम से टाइट फिट जींस उसने डाली हुई थी।

वह देखने में पटाखा माल लग रही थी। रंग काफी गोरा था और घने काले रेशमी से बाल थे।

वह बैठे-बैठे मेरे पूरे शरीर को जैसे निहार रही थी।
मैं भी इस बात पर ध्यान दे रहा था कि वो मुझे ऊपर से नीचे तक देख रही है।
फिर उससे बातें होने लगी।

पता चला कि वह अपने सास-ससुर के साथ रह रही है।
उसके पति अमेरिका में काम करते हैं और 3 साल से घर नहीं लौटे हैं।

उसने बताया कि उसको अब बहुत बोरियत महसूस होती रहती है।
मैंने भी सोचा कि ये काफी अकेली महसूस कर रही है तो थोड़ा घुमा फिरा देता हूं, मेरा भी टाइमपास हो जाएगा।

तो हम लोग शॉपिंग करने के लिए निकल गए।
हमने मार्केट में काफी अच्छा टाइम बिताया और कॉफी भी पी।

फिर हम लोग वापस आने लगे।
उसने मुझसे मेरा नम्बर मांग लिया।
मैंने भाभी को अपना नम्बर दे दिया और फिर उसे उसके घर के पास ड्रॉप कर दिया।

मैं उसे छोड़कर अपने रूम पर चला गया।
फिर धीरे-धीरे हम दोनों में फोन पर बातें होने लगी।

भाभी ने मुझसे मेरे काम के बारे में पूछा तो मैंने उन्हें बता दिया कि मैं कॉल ब्वॉय सर्विस भी देता हूं।
भाभी ने मुझसे इस सर्विस को लेने की इच्छा जताई तो मैंने सारी डिटेल उनको बता दी।

वह पूछने लगी कि किस दिन आ सकते हो तो मैंने उन्हें अगला दिन ही बता दिया।
भाभी ने एक होटल बुक करवा दिया।

फिर मैं सुबह 10 बजे उस होटल में पहुंच गया।
होटल एक फाइव स्टार होटल था।

फिर हम रूम में पहुंचे, हमने कुछ बातें कीं।

भाभी बताने लगी कि वह रोज रात को पोर्न वीडियो देखकर अपनी चूत में उंगली करती है और अपनी सेक्स की आग को शांत करती है।
वह कहने लगी कि पति 3 साल से घर नहीं आए हैं।

आगे भाभी ने बताया- जब भी मैं पति को घर आने के लिए कहती हूं तो वो कुछ न कुछ बहाना करके टाल देते हैं। सास-ससुर अब बच्चे के लिए बोलते रहते हैं लेकिन हमारा कोई बच्चा भी नहीं है।

भाभी आंखों में आंखें डालकर बात करती जा रही थी और मैं भी उनकी बात ध्यान से सुनता जा रहा था।
उनकी आंखें हल्के नीले रंग की थीं। होंठों सुर्ख लाल लिपस्टिक थी जिससे कि भाभी का चेहरा बहुत ही सेक्सी लग रहा था।

अपने बदन को भाभी ने काफी संभाल कर रखा था।
वह किसी फिल्मी हिरोइन से कम नहीं लग रही थी।

उसके बड़े-बड़े बूब्स मेरी आंखों को बार-बार अपनी तरफ आकर्षित कर रहे थे।

तभी उसने धीरे-धीरे मेरे हाथ पर अपना हाथ रखा और धीरे-धीरे मेरी जांघों पर अपने हाथ को फिराने लगी।
भाभी का नर्म हाथ मुझे मेरी जांघों पर बहुत अच्छा लग रहा था।

भाभी के हाथ फिराने से मेरी जांघें खुलने लगीं और लंड खड़ा होना शुरू हो गया।
वह बहुत ही कामुक तरीके से मेरी जांघों को सहला रही थी।

उसने मेरी शर्ट को जीन्स से बाहर निकाल दिया और पेट पर हाथ फिराने लगी।
दोस्तो, मैं बता दूं कि मैं जिम भी करता हूं जिससे कि मेरी बॉडी पर एब्स भी दिखते हैं।

मेरी बॉडी पर हाथ फिराते हुए भाभी काफी कामुक हो रही थी।
वह मेरे पेट को बार-बार सहला रही थी।
मुझे मजा भी आ रहा था और हल्की गुदगुदी भी हो रही थी।

फिर धीरे-धीरे वह अपने हाथ को मेरी जींस के अंदर डालने की कोशिश करने लगी।
लेकिन मैंने बेल्ट लगा रखी थी तो उन्होंने ऊपर से ही मेरे लंड पर हाथ रख दिया।

वह मेरे लंड को सहलाने लगी जिससे मेरा लंड पूरा तन गया।
वो जींस में अलग से ही दिखने लगा था।

भाभी के हाथ में लंड अब पूरी तरह से आ रहा था। भाभी मेरे लंड को दबा दबाकर देख रही थी।
कभी पूरा हाथ उस पर रखते हुए जैसे उसे नापने लगती थी।

लंड में जोर जोर के झटके लगने लगे थे। लंड को छेड़ते हुए भाभी काफी गर्म होने लगी थी।
अब वह मेरे पूरे बदन को सहलाने लगी।
कभी छाती पर हाथ फेरती तो कभी मेरे होंठों पर उंगलियां फिराने लगती।

धीरे-धीरे वो मेरे करीब आने की कोशिश कर रही थी।

उसके बदन की खुशबू मुझे मदहोश कर रही थी।
मुझसे भी अब रुका नहीं जा रहा था लेकिन मैं अपनी सीमा में बंधा था।

जब मुझसे रहा न गया तो मैं भी उनके बदन पर हाथ चलाने लगा।
मेरे हाथ लगते ही भाभी और भी ज्यादा गर्म होने लगी।

उनसे जब रुका न गया तो उन्होंने मुझे अपनी तरफ खींचा और मेरे होंठों से होंठ चिपका दिए।

हम दोनों के होंठ एक दूसरे के होंठों के चूसने लगे; जीभ एक दूसरे के मुंह में से लार खींचने लगीं।
भाभी के होंठ चूसने में बड़ा ही आनंद आ रहा था।

अब वह मेरी शर्ट के बटन खोलने लगी।
उसने मेरी शर्ट को खोलकर दोनों तरफ से हटा दिया।
मेरी छाती बीच में से नंगी हो गई।

भाभी बहुत ललचाई नजरों से मेरी छाती को देखने लगी जो काफी गोरी थी।
वह मेरी छाती पर हाथ फिराने लगी, उसे सहलाने लगी।

वह एकदम से मेरी चेस्ट पर किस करने लगी।
मुझे बहुत मजा आ रहा था।
भाभी के चूमने से शरीर में करंट सा दौड़ रहा था।

मैं भी उनके टॉप के ऊपर से उनके बूब्स दबा रहा था।
फिर मैंने धीरे-धीरे उनका टॉप उतार दिया।
अब वह ब्रा में मेरे सामने थी।

लाल ब्रा में भाभी के चूचे क्या कमाल लग रहे थे।
एकदम से गोरे चूचे थे उनके जो कसावट के कारण एकदम से तने हुए थे।
ऐसे सेक्सी बूब्स मैंने बहुत दिनों के बाद देखे थे।

फिर मैंने ब्रा को भी खोल दिया और भाभी के चूचों को आजाद कर दिया।
अब भाभी ने भी मेरी शर्ट को हाथों से निकलवा कर मुझे ऊपर से पूरा नंगा कर लिया।
हम दोनों फिर से एक दूसरे को किस करने लगे।

अब उसकी चूचियां मेरी छाती पर सट रही थीं।
नंगी चूचियों का अहसास छाती पर होने से मेरे अंदर उत्तेजना बहुत बढ़ रही थी।

फिर वह Xxx पोर्न भाभी मेरी काया पर जहां-तहां किस करने लगी।
मैंने भी भाभी को नीचे करते हुए उसकी चूचियों में मुंह लगा दिया।
मैं उसने बूब्स को पीने लगा और दोनों हाथों से दबाने लगा।

धीरे धीरे वह नीचे लेटती चली गई।

फिर मैं किस करते हुए उसकी जींस तक पहुंचा और बटन खोल दिया; मैंने जींस को खींचकर निकाल दिया।

पैंटी में भाभी की चूत कसी हुई दिख रही थी।
मैंने उनकी पैंटी को भी खींच दिया।

उस लेडी की चूत नंगी हो गई।
चूत काफी गीली हो चुकी थी और उसका रस चूत के होंठों पर चमक रहा था।

भाभी की चूत पर मैंने एकदम से हमला कर दिया।
मैं भाभी के बूब्स को हाथों से दबाते हुए चूत को चाटने लगा।
उसने भी मेरे सिर को जांघों के बीच में कस लिया।

धीरे धीरे भाभी अब पागल सी होती जा रही थी।
उसका बदन नागिन के जैसे लहराने लगा था।
वह मेरे सिर को अपनी चूत में दबा रही थी।

भाभी की चूत को मैं भी बड़े मजे से चूस और चाट रहा था।
फिर भाभी ने एकदम से मुझे नीचे गिरा लिया और मेरे पूरे बदन को चूमने लगी।

उसने मेरी पैंट खोल दी और जल्दी से नीचे करते हुए अंडरवियर को भी खींच दिया।
एकदम से भाभी ने मेरे लंड को मुंह में ले लिया।

आह्ह … उसके गर्म मुंह में लंड जाते ही मैं जन्नत की सैर करने लगा।
वह जोर जोर से चूसते हुए ऊं … अम्म … आह्ह की आवाजें कर रही थी।

फिर मैंने उनको लिटा दिया और उनकी टांगों को खोलकर चूत पर अपने लिंग को रगड़ने लगा।

भाभी की चूत पूरी गीली हो चुकी थी।
चूत पर जब मैं लंड रगड़ रहा था तो वह मचल जाती थी।

भाभी बोली- आह्ह … और मत तड़पाओ अब … सेक्स करो मेरे साथ … प्लीज मेरी चूत में लंड दो। प्लीज मुझे लंड दे दो!

मैंने एक जोरदार झटका मारा तो मेरा आधा लंड चूत में चला गया।
वो कराह गई।

फिर मैं धीरे धीरे चुदाई करने लगा।
थोड़ी देर बाद मैंने जोर का झटका दिया तो पूरा लंड चूत में समा गया।
कुछ देर बाद भाभी को चुदाई में मजा आने लगा।

मैंने भाभी को डॉगी स्टाइल में ले लिया, घोड़ी बनाकर मैं उनको चोदने लगा।

वह अब मस्त हो चुकी थी।

फिर मैंने उनको मिशनरी पोजीशन में लेटाया और टांगों के बीच में आकर चूत में लंड दे दिया।
मैं उसके ऊपर लेटकर चुदाई करने लगा।
बीच-बीच में मैं भाभी की चूचियों को भी पी रहा था।

भाभी चुदते हुए मदमस्त होने लगी।
फिर 2 मिनट बाद ही उनकी चूत ने पानी छोड़ दिया।

अब मेरा भी होने वाला था।
मैंने पूछा कि कहां निकालना है!
वह बोली- अंदर ही निकाल दो।

फिर मैंने चोदते हुए कुछ और झटके लगाए और भाभी की चूत में ही माल गिरा दिया।

काफी देर तक हम दोनों एक दूसरे की बांहों में लिपटे रहे।
भाभी को चुदाई के बाद बहुत रिलेक्स महसूस हो रहा था; उसके चेहरे पर एक संतुष्टि आ गई थी।

लेटे हुए ही मैं फिर से उनके बदन पर हाथ फिराने लगा।
करते-करते हम दोनों फिर से गर्म हो गए।
मैंने भाभी की चूत में उंगली करना शुरू कर दिया।

वह भी चुदने के लिए तैयार होने लगी।
फिर उसने मेरे लंड को मुंह में भर लिया और चूस चूसकर एकदम से खड़ा कर दिया।
मेरा पूरा लंड उनके मुंह की लार में भीगा हुआ था।

मैंने भाभी को लिटाया और चूत में जीभ देकर चाटने लगा।
जल्द ही वह चुदने के लिए तड़पने लगी।

मैंने भाभी की टांगों को चौड़ी खोला और लंड चूत में देकर चोदने लगा।
तब मैंने Xxx पोर्न भाभी की चुदाई दो बार और की।

अब हम दोनों थक गए थे।
उसके बाद हमने कुछ देर आराम किया, कपड़े पहने और फिर वहां से निकल आए।

मैं अपने रूम पर आ गया।
लेकिन आने से पहले उसने मुझे एक बड़ा गिफ्ट दिया।
वह गिफ्ट मेरे लिए बहुत कीमती था।

तो दोस्तो, इस तरह से मैंने भाभी की चूत की प्यास बुझाई।
वह मेरे लंड से चुदकर तृप्त हो गई।
भाभी आज भी मुझे याद करती है।

दोस्तो, हमारी कहानी आपको कैसी लगी इसके बारे में अपनी राय जरूर दें।
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Xxx पोर्न भाभी स्टोरी पर मुझे आप सबकी प्रतिक्रियाओं का इंतजार रहेगा।
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