चचरे भाई की बीवी मेरे लंड की दीवानी हुई

Xxx प्ले विद हॉट भाभी कहानी में मेरे चाचा के लड़के की नई-नई शादी हुई थी। उसकी सेक्सी बीवी मुझे अच्छी लगी। उसने खुद ही मुझे छेड़ना शुरू करके चुदने की इच्छा जता दी!

दोस्तो, मेरा नाम समीर है और मैं उत्तराखंड के काशीपुर का रहने वाला हूँ।
मैं 25 साल का नौजवान लड़का हूँ।
मेरी हाइट 6 फीट है और देखने में स्मार्ट लगता हूं।

मेरे घर में मेरे साथ मेरे मम्मी-पापा, मेरी बहन रहते हैं।

दोस्तो, मैं आपको एक बात कहना चाहता हूं कि मुझे अपनी किस्मत पर गर्व है जो भगवान ने मुझे इतना बड़ा और मोटा लण्ड दिया।

आज मैं आपको अपनी जिंदगी की यह Xxx प्ले विद हॉट भाभी कहानी सुनाने जा रहा हूं जो मेरे मोटे लम्बे-मोटे लंड के कारण ही सच हो पाई।

बात आज से 2 साल पहले की है जब मैं बी.ए. में पढ़ता था।
मेरे चाचा के लड़के की शादी हुई थी जिसका नाम राहुल है।

राहुल मुझसे 2 साल छोटा है।
लेकिन उसकी शादी मुझसे पहले हो गई थी।

शादी के घर में लगातार मेरा आना-जाना लगा हुआ था।

जब मैंने उसकी बीवी को देखा तो देखता रह गया।
उसकी वाइफ बला की खूबसूरत थी।
उसका नाम सानिया था।

देखते ही देखते शादी को 6 महीने बीत गए।
मैं जब भी उनके घर जाता था तो सानिया मुझे देख कर हल्की सी स्माइल जरूर दे दिया करती थी।

शुरू में मैं उसकी इस मुस्कान को नॉर्मल ही समझता रहा।
मेरे मन में सानिया के लिए अभी तक कुछ भी गलत नहीं था।
मैं नॉर्मल ही उससे मिलता था।

उसके बाद राहुल 2 महीने के लिए काम से बाहर चला गया।

उसी दौरान एक बार मुझे राहुल की मम्मी से कुछ सामान लेना था तो मैं उनके घर गया।
आंटी ने सानिया को ही वो सामान देने के लिए कह दिया।

जब वह सामान देने लगी तो उसने मेरे हाथ को हल्के से दबा दिया।
मैंने उसकी तरफ देखा तो वह मुस्कराकर चली गई।

उस दिन मुझे पहली बार कुछ अजीब सा लगा।
मेरा तो दिमाग ही हिल गया कि सानिया ने ऐसा क्यों किया, क्या चाहती है वो!

अब मेरे मन में यही बात घूमती रहती थी।
मैं सोच रहा था कि कहीं वह मुझे पसंद तो नहीं करती?
मैं अब अक्सर इन्हीं ख्यालों में खोया रहता था।

कई बार मन करता था कि राहुल के घर जाऊं और सानिया की प्रतिक्रिया देखूं।
फिर जब मैं दोबारा से एक दिन गिया तो सानिया फिर से मुझे देखकर मुस्कराई।

इस बार तो उसने मुझे देखकर अपने सीना से दुपट्टा भी हल्का सा नीचे सरका दिया।
मैं समझ गया कि उसने यह जानबूझकर किया है।

मेरा तो दिमाग खराब हो गया; मेरे मन में हवस जागने लगी।

फिर जब मैं आने लगा तो उसने मुझसे मेरा फोन नम्बर मांग लिया यह कहकर कि हो सकता है शायद उसको कभी काम पड़े तो फोन करके बता देगी।
मैंने तो खुशी-खुशी अपना नम्बर उसे दे दिया।

असल में मैं चाहता ही था कि उसको मुझसे काम पड़े और वह मुझे कॉल करे।
फिर मैं अपने घर आ गया।

उसी रात मेरे पास उसका व्हाट्सऐप मैसेज आया।

सानिया- हैलो!
मैं- हैलो, कौन?
सानिया- मैं सानिया बोल रही हूँ!

मैं- हाँ बोलो सानिया, क्या बात है?
सानिया- कुछ नहीं, दिल नहीं लग रहा था तो आपको मैसेज कर दिया।

मैं- ओके, कोई बात नहीं। जब मन करे तो मैसेज कर लिया करो, राहुल के नहीं होने से तुम्हें ठीक नहीं लगता होगा। मैं समझ सकता हूं।

वो बोली- हां, ऐसा ही समझ लो। और बताओ क्या कर रहे थे?
मैं- कुछ नहीं, बस लेटा हुआ था।

दोस्तो, इस तरह से पहली बार हमारी चैट पर बात हुई।

उस रात हमने एक घंटे तक चैट किया।
वह जैसे खुलने की कोशिश कर रही थी।

कुछ दिन तक रोज चैट हुई।
फिर फोन पर कॉल से भी बात होने लगी।

एक दिन उसने मुझसे बोल ही दिया कि समीर आप मुझे बहुत अच्छे लगते हो।
मैंने भी उसको कह दिया कि मैं भी उसे बहुत पसंद करता हूं।

फिर एक रात को ऐसे ही फोन पर बात करते हुए उसने उत्तेजना में मुझे ‘आई लव यू’ कह दिया।
मैं जानता तो था कि वह मुझे पसंद करती है लेकिन फिर भी मैंने भोले बनने का नाटक किया।

तो मैं बोला- ये क्या बोल रही हो तुम, तुम्हारा तो पति है पहले से ही!
वो बोली- मुझे राहुल पसंद नहीं है ज्यादा … मुझे तो आप अच्छे लगते हो।

बस दोस्तो, मैं भी यही सुनना चाह रहा था।
मैं कब से उसे चोदने की सोच रहा था।

मैंने भी उसे जवाब में ‘आई लव यू’ कह दिया।
अब तो हम दोनों में वीडियो कॉल भी होने लगी।

एक दिन मैंने हिम्मत करके पूछ ही लिया- तुम्हारा पति तुम्हें खुश नहीं करता है क्या?
सानिया- खुश? खुशी की तो बात ही मत करो, 3 इंच का तो सामान है उसका! ऊपर से 1 मिनट में ही झड़ जाता है। मैं कैसे खुश हो सकती हूं, मेरी भी तो कुछ इच्छाएं हैं।

इसी तरह सेक्स और चुदाई की बातें करते हुए हम आगे बढ़ गए।
मैंने उससे उसके दूध दिखाने के लिए कहा तो उसने ब्रा समेत सूट को ऊपर करके अपने चूचे वीडियो कॉल पर नंगे कर दिए।

मैं नीचे ही नीचे हाथ से अपने लंड को सहला रहा था।
उसके चूचे देखकर लगा कि बस अभी छूट जाएगा!
क्या मस्त चूचे थे उसके, एकदम गोरे और कसे हुए!

36 के साइज के चूचे बड़े ही मोटे और रसीले थे।
देखकर मेरे तो मुंह में पानी आ रहा था।
उनको फोन पर ही चूसने का मन कर गया।

फिर मैंने उससे चूत दिखाने को कहा तो उसने चूत भी दिखा दी।
दोस्तो, उसकी चूत देखते ही मेरा तो लंड फटने को हो गया।
उसकी चूत एकदम से चिकनी थी और काफी छोटी सी थी।

इतने दिनों से मैं उसे चोदने के सपने देख रहा था इसलिए जब चूत का नजारा सामने दिखा तो मैं खुद को कंट्रोल नहीं कर पा रहा था।
मैंने उसे मिलने के लिए कहा.

और इसी बीच मैं तेजी से मुठ मारते हुए झड़ गया।

उसको भी चुदने की पूरी आग लगी हुई थी, बोली- कल ही आ जाना!

मैं भी पूरी तरह से तैयार था।

अगला दिन मुझे काटना मुश्किल हो रहा था।
सानिया की चूत चोदने की प्यास मुझे परेशान किए जा रहा था।
पूरा दिन लंड में बार-बार तनाव आता रहा।

फिर किसी तरह सायं हुई और फिर रात आई जिसका मैं बेसब्री से इंतजार कर रहा था।

मैं रात को 11 बजे के करीब सानिया के घर पहुंच गया।
उसने पहले से ही दरवाजा खोलकर रखा हुआ था।

वह नाईटी में आई।
हम जल्दी से रूम में गये और दरवाजा अन्दर से बंद कर लिया।
फिर हम दोनों एक दूसरे से ऐसे लिपटे जैसे सालों के प्यासे हों।

मैं उसके रसीले होंठों को चूसने लगा और वह भी मेरे मुँह में अपनी जीभ डालने लगी।
फिर हम दोनों बेड पर लेट गये और एक दूसरे से लिपट कर बातें करने लगे।

मैंने कहा- अपनी नाइटी निकाल दे न!
वो बोली- तुम खुद उतार दो!

जब मैंने उसकी नाइटी उतारी और उसको देखा तो देखता ही रह गया।
नंगी होकर वह कमाल लग रही थी।

उसकी चूची इतनी प्यारी थी जैसे कि 18 साल की किसी लड़की की हों।

चूचियां देखकर मेरे तो मुंह में पानी आ गया।
वो बोली- तुम भी नंगे हो जाओ ना अब!
मैं बोला- तुम ही कर दो नंगा मुझे।

फिर उसने पहले मेरी शर्ट उतारी और फिर मेरा लोअर भी उतार दिया।
मैं अंडरवियर में था।
मेरा लौड़ा तना हुआ था। मेरा लंड बार-बार उफान मार रहा था जिसे देखकर सानिया के मुंह में जैसे पानी आ रहा था।

अब हम दोनों एक बार फिर से एक दूसरे से लिपटने लगे।
अबकी बार और ज्यादा मजा आ रहा था क्योंकि दोनों के नंगे बदन एक दूसरे से रगड़ रहे थे।

मैं उसके दूध पी रहा था और फिर उसके पेट को चाट रहा था।
फिर धीरे धीरे उसकी चूत पर आ गया।

उसकी चूत एकदम क्लीन थी जिसे देखकर मैं पागल हो गया।
जब मैंने उसकी चूत पर अपनी जीभ रखी तो वो तड़प गयी और मेरा सिर पकड़ कर अपनी चूत में दबाने लगी।

अब मुझसे और उससे भी बर्दाश्त करना मुश्किल हो रहा था।
वह उठी और एक ही झटके में मेरा अंडरवियर खींच कर निकाल दिया।

तब मेरा लण्ड आजाद होकर और भी ज्यादा फनफनाने लगा।

मेरा लण्ड देख कर उसके मुँह से निकला- हाए रब्बा! इतना बड़ा लण्ड!
वो अगले ही पल मेरे लण्ड को पकड़कर हिलाने लगी।

मैंने कहा- इसे अपने मुँह में लो!
तो वो लेट कर मेरा लण्ड मुँह में भर कर चूसने लगी।
उधर मैं उसकी चूत चूस रहा था।

उसकी चूत से कामरस निकलने लगा जिसका स्वाद पाकर मैं पागल हुआ जा रहा था।
मन कर रहा था उसकी चूत को काट-काटकर खा लूं।
मैं अंदर तक जीभ घुसाकर कामरस को बाहर निकाल कर चाट जाता था।

सानिया की चूत अब बेकाबू हो चुकी थी।
वह अब बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी।

मैं भी उसे चोदने के लिए और ज्यादा इंतजार नहीं कर सकता था।
अब एक दूसरे की प्यास बुझाने का समय आ गया था।

मैंने कहा- टांगें खोल लो!
उसने अपनी टांगें फैला दीं।
मैंने लंड को चूत के मुंह पर रगड़ना शुरू कर दिया।

वह पागल हो रही थी, बार-बार अंदर डालने को कहने लगी।

तो मैंने उसकी चूत पर अपना लण्ड रखा और एक झटका मारा जिससे वह दर्द के मारे तड़प गयी।
उसकी आंखों में आंसू आ गए।

मैं थोड़ा रूका और पूछा- जब तेरा पति तेरी चूत लेता है तो तब भी ऐसे ही करती है क्या?
वो कराहते हुए बोली- नहीं … आह्ह … उसका तो तुम्हारे से आधा है, अंदर जाते ही फुस हो जाता है।

मैं- कोई बात नहीं, आज मैं तुम्हारी चूत की प्यास को अच्छे से शांत कर दूंगा।

बातें करते हुए मैं सानिया की चूचियों को सहला रहा था।
धीरे-धीरे उसका दर्द कम होने लगा।

अब वह जोश में आने लगी।
मैंने धीरे-धीरे उसकी चूत में लंड घुसाते हुए चोदना शुरू किया।
उसकी चूत काफी टाइट थी तो मुझे काफी जोर लगाना पड़ रहा था।

धीरे-धीरे चूत खुलने लगी।
चूत अब लंड को रास्ता देने लगी।

मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी।
सानिया को भी चुदते हुए अब पूरा मजा आने लगा।
वह मेरा मुंह पकड़ कर अपने मुंह के पास ले गई और मेरे होंठों को चूसने लगी।

मैं उसके दूधों को लगातार दबाता जा रहा था और नीचे लंड चूत में अपना काम कर रहा था।

कुछ ही देर बाद वो गांड को उठाते हुए चुदवाने लगी।
शायद उसकी चूत का पानी छूटने वाला था।
मैंने भी झटके काफी तेज कर दिए।

फिर एकदम से वो मेरे से लिपट गई और उसका बदन कांपने लगा।
उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया।

लेकिन मेरा माल अभी नहीं निकला था।
करते-करते 30 मिनट हो गए चुदाई चलते हुए।
इस दौरान सानिया दो बार झड़ चुकी थी।

अब मैंने उसकी टांगें उठाकर अपने कंधे पर रख लीं और तेज-तेज उसकी चूत की चुदाई करने लगा।

मेरा पानी अब आने वाला था तो मैंने पूछा- कहां निकालूं!
उसने कहा- जहां तुम्हारा मन करे, वहां निकाल दो।

मैं जोश में आ गया और उसके दूध पकड़ कर बहुत तेज दबाते हुए चूत में झटके मारने लगा।

झटके मारते हुए मेरा पानी निकल रहा था और उसकी बच्चेदानी में गिर रहा था।

जब मेरा पानी निकला तो मैंने अपना पूरा लण्ड उसकी चूत में ठूंस दिया जिससे उसको बहुत दर्द हुआ।

अब हम दोनों नंगे एक दूसरे की बांहों में पड़े थे, मेरे लण्ड का पानी उसकी चूत से बहकर बाहर आ रहा था।
उसने मुझसे कहा- आज पहली बार मुझे चुदाई का सुख मिला है, मजा आ गया … मेरी चूत फाड़ दी आज तुमने!

जब मैंने अपना लण्ड देखा तो उस पर खून लगा हुआ था।

अब हम दूसरे-तीसरे दिन मिलने लगे।

वह मेरे लण्ड की इतनी दीवानी हो गयी कि जब भी मैं उससे मिलता तो वो मेरे लण्ड को निकालकर मुंह में लेकर चूसने लगती।

वह मेरे लण्ड को बहुत प्यार करती थी।

हमारे सेक्स संबंध को 2 साल हो चुके हैं और आज भी हम खूब चुदाई करते हैं।

अब वह अपने पति से प्यार नहीं करती बल्कि मुझसे करती है।
हमेशा मेरे लण्ड की बातें करती है।
उसका एक बच्चा भी है जो कि मेरा है।

फिर ऐसे ही हम रोज वीडियो कॉल पर बात करते थे और एक दूसरे की प्‍यास बुझाते थे।

अब मेरा मन उसकी गांड लेने का था तो मैंने उससे कहा कि मुझे उसकी गांड लेनी है।
वह मना करने लगी कि बहुत दर्द होगा।
मैंने कहा- चूत में भी तो पहली बार दर्द हुआ था, ऐसे ही पहली बार गांड में भी दर्द होगा पहली बार, फिर मजा आने लगेगा!

उसने कहा- चलो देखते हैं किसी दिन!
एक दिन उसके घर पर कोई नहीं था, सब शादी में गये हुए थे।

तो मैंने कहा- आज सही मौका है.
उसने भी हां कर दी।

मैंने कह दिया था कि आज वह पूरी तैयार होकर दुल्हन बनकर मिले।

जब मैं रात के 10 बजे गया तो उसने एकदम से अन्दर से दरवाजा बन्द कर लिया और दुल्हन की तरह बेड पर बैठ गई।

दोस्तो, मैं क्या बताऊं, वो एकदम कड़क माल लग रही थी।
मेरा लण्ड उसे देखकर सलामी मारने लगा।

मैंने उसका घूँघट उठाया तो देखता ही रह गया।

अब मैंने उसके कपड़े उतारने शुरू कर दिये।
वह सिर्फ ब्रा पैंटी में रह गई तो मैंने भी अपने कपड़े उतार दिए।
मैं भी बस अंडरवीयर में रह गया।

मेरा लण्ड खड़ा होकर अंडरवियर का तम्बू बन गया।
वह तो पहले से ही गर्म हो गयी थी।
अब मुझे नंगा देखकर मुझसे लिपट गई।

काफी देर तक हम दोनों एक दूसरे को खूब प्यार करते रहे।

मैंने उसकी ब्रा उतार दी और उसके मलाई जैसे दूध पीने लगा।
अब उससे कन्ट्रोल करना मुश्किल हो रहा था तो बोलने लगी- अब रहा नहीं जा रहा … जल्दी से मेरी प्यास बुझा दो।

देर न करते हुए मैंने भी उसकी पैंटी उतार दी जो कि गीली हो चुकी थी।
मैं उसकी चूत चाटने लगा।

वह मेरा लंड निकाल कर मुंह में लेकर मस्ती से चूसने लगी।
लंड चुसवाते हुए मैं तो जैसे जन्नत की सैर कर रहा था।

अब मेरा चुदाई का मन कर रहा था।
मैं बोला- तेल कहां है?

वो बोली- तेल का क्या करोगे?
मैंने कहा- तेरी गांड पर लगाऊंगा।

वह बोलने लगी- नहीं मानोगे, जरूर लोगे गांड?
मैंने कहा- हाँ!

उसने मुझे तेल दिया और मैंने उसकी गांड पर तेल लगाया।
मैंने कहा- अब तू मेरे लंड पर तेल लगा।

वो मेरे लंड पर तेल लगाने लगी।

तेल लगते ही मेरा लंड और भी मोटा हो गया।

उसके मुंह से लार निकल रही थी और मेरे लंड पर गिर रही थी।

मैंने उसे घोड़ी बनने को बोला तो वह बन गयी।

अब मैंने उसकी गांड पर लंड की टोपी रखी और उसके दूध पकड़कर हल्का सा धक्का मारा तो उसकी चीख निकल गई- ऊई मां मर गयी … आह आह आह!

मैं थोड़ी देर रूका और फिर एक धक्का जोर से मारा।
बड़ी मुश्किल से मेरा लंड उसकी गांड में आधा गया।

लेकिन उसकी गांड फट चुकी थी।
उसकी गांड से खून निकल रहा था।

अब मैं धीरे-धीरे धक्के मारने लगा और उसे भी मजा आने लगा।
15 मिनट तक गांड की चुदाई करने के बाद मैंने उसे सीधा किया और अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया।

अब उससे सहन करना मुश्किल हो रहा था और वह झड़ गई।
मुझे भी 30 मिनट हो गये थे तो मैं भी अब आने वाला था।

Xxx प्ले विद हॉट भाभी करते हुए मैंने उसकी चूत में अपना सारा पानी निकाल दिया।

फिर थक कर हम दोनों लेट गए।
इस घमासान चुदाई में उसकी चूत और गांड सूज गई थी।

उस रात हमने 3 बार सेक्स किया।

लेकिन मेरा लंड और भी चूत मांग रहा था।
टाइम कम होने की वजह से मैं अपने घर आ गया और घर आकर हाथ से पानी निकाल कर सो गया।
अगले दिन उसने मुझे बताया कि उससे चला भी नहीं जा रहा क्योंकि उसकी गांड फट गई थी और चूत भी सूज गई थी।

इधर मेरा लंड उसकी चुदाई करके और भी मोटा हो गया था।

दोस्तो, आपको मेरी स्टोरी कैसी लगी मुझे जरूर बताना।
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