मसाज करते हुए सेक्सी क्लाइंट ने लंड पकड़ा

Xxx मसाज़ सेक्स कहानी में मुझे एक भाभी ने अपने घर मालिश के लिए बुलाया. वह मेरी पुरानी क्लाइंट की सहेली थी, पहली बार मुझे बुल रही थी. मसाज़ करते हुए वह उत्तेजित हो गयी.

मेरा नाम रॉनी है. मैं पिछले 6 सालों से अन्तर्वासना के पटल पर सेक्स स्टोरी पढ़ रहा हूँ.

मेरी उम्र 33 साल है और मेरे लंड का साइज़ 7 इंच है. दिखने में मैं बिल्कुल साधारण हूँ.

पेशे से मैं एक मसाज बॉय हूँ और एक स्पा में काम करता हूँ.
मैं होटल व व्यक्तिगत रूप से मिले ऑर्डर पर घरों में जाकर मसाज का काम करता हूँ.

यह Xxx मसाज़ सेक्स कहानी एक नई मिली क्लाइंट की है.

एक दिन सुबह ग्यारह बजे मैं होटल के गार्डन में घूम रहा था.
तभी मुझे एक महिला की कॉल आई.
वह कहने लगी कि उसको फुल बॉडी मसाज चाहिए.

उसने मुझे अपना नाम मेहर बताया.
यह नाम बदला हुआ है.

मैंने उससे अपने बारे में पूछा कि मेरे बारे में आपको कैसे पता चला?
तो वह कहने लगी कि उसको मेरा नंबर अपनी एक फ्रेंड से मिला है.
जब उसने मुझे अपनी सहेली का नाम बताया तो मैं आश्वस्त हो गया.
मैं उसकी फ्रेंड को जानता था और वह मेरी नियमित क्लाइंट थी.

फिर मैंने मेहर से पूछा कि मुझे कहां आना है, एड्रेस बताओ … या आप होटल आ जाओ!
उसने कहा कि परिवार के कारण मैं घर से बाहर नहीं आ सकती. हां दोपहर में 2 से 5 मेरे घर पर कोई नहीं रहता है, तो आप उस टाइम पर मेरे घर आ जाना.

मेहर ने अपना पता बताते हुए कहा- आप दोपहर में दो बजे तक मेरे घर जरूर पहुंच जाना!

मैं थोड़ा हिचक रहा था क्योंकि इससे पहले सीधे तौर पर बुलावा आने से मैं किसी के घर नहीं जाता था.
ऐसी स्थिति में मैं कस्टमर को ज्यादातर होटल बुला कर ही सर्विस देता था.
या होटल की तरफ से मुझे आदेशित किया जाता, तब मैं घर जाकर मसाज की सेवा देता था.

उसने मुझे जो पता बताया था, वह मेरे घर से 23 किलोमीटर दूर था.

फिर किसी तरह से हामी भरने के बाद मैं दोपहर में अपनी मसाज किट लेकर मेहर के घर निकल गया.
उसके घर के लिए निकलने से पहले मैंने मेहर को मैसेज छोड़ दिया.

करीब आधा घंटा का सफर तय करके मैं मेहर के घर पहुंच गया.

वैसे मेरा मन उसके घर जाने का नहीं था पर न जाने क्यों उसकी आवाज में एक मस्त कशिश महसूस करके मैं फिसल गया और साथ ही ऐसा लगा कि मेहर की आस को तोड़ना अनुचित रहेगा.
दोपहर दो बजे के करीब में उसके दिए हुए पते पर पहुंच गया.

उसके घर पहुंच कर मैंने डोरबेल बजाई.
अन्दर से एक महिला ने दरवाजा खोला.

दरवाजा खोलते ही उसने मुझसे कहा- आप रॉनी हो?
मैंने कहा- जी, मैं ही रॉनी हूँ.

वह बोली- मैं ही मेहर हूँ.
फिर उसने मुझसे हाथ मिलाया और मेरा स्वागत किया.

इसके बाद वह मुझे अन्दर ले गई.
अन्दर जाकर मैंने उसको देखा.

आप लोगों की जानकारी के लिए उसके फिगर के बारे में बता देता हूँ.
मेहर की उम्र 32 साल के करीब की थी.
उसने अपने आपको काफी मेंटेन किया हुआ था.
उसका रंग सांवला था और चेहरे बड़ा ही क्यूट था.

उसकी चूचियां एकदम से गोल एवं तनी हुई थीं.
कुल मिला कर वह किसी अप्सरा से कम नहीं लग रही थी.

वह पानी लेकर आई.
उसने मुझसे कुछ देर बातचीत की.

फिर मैंने उससे मसाज शुरू करवाने के लिए कहा.

वह हां में सर हिलाती हुई उठी और हम दोनों उसके बेडरूम में आ गए.
मैंने उससे टॉप उतारने के लिए कहा.

जब उसने टॉप उतारा, तो मैंने देखा कि उसने ब्लैक कलर की एकदम छोटी सी ब्रा पहनी हुई थी जिसमें से उसके दूध नीचे की तरफ से भी निकलते हुए दिखाई दे रहे थे.

मैंने तारीफ की- नाइस ब्रा!
वह मुस्कुराती हुई थैंक्स कर कर बेड पर पेट के औंधी बल लेट गई.

मैंने उसकी कमर पर तेल गिराया और उसकी पीठ पर मालिश करने लगा.

कुछ ही देर में उसकी सांसें तेज होने लगी थीं.
वह लेटी रही और मैं मसाज करता रहा.

कुछ मिनट तक मैंने उसकी पीठ की मसाज की.
उसके बाद वह सीधी होकर लेट गई.

उसकी ब्रा में कैद उसके मम्मों में से एक निप्पल दिखने लगा था.
जिसको देख कर मेरा सात इंच का लंड खड़ा हो गया.

लंड में तनाव तो पहले भी आ रहा था, लेकिन जैसे ही वह पलटी और उसकी चूची के निप्पल को देख कर मेरा 7 इंच का लंड कड़क होने लगा था.

उसने अपनी एक उंगली से अपने निप्पल को सहलाया और उसे ब्रा में वापस धकेल दिया.
यह इतना कामुक दृश्य था कि मैं भी मुस्कुरा दिया.
वह भी मेरी मुस्कान देख कर मुस्कुरा उठी.

अब मेरा काम है ही ऐसा कि मुझे खुद पर संयम रखने पड़ता है तो लंड को दिलासा देकर मैंने मेहर के पेट पर मसाज देना शुरू कर दिया.

अचानक से पता नहीं उसको क्या हुआ कि उसने मेरा हाथ पकड़ा और अपने लोअर पर रगड़ने लगी.
मैं समझ गया कि मेहर उत्तेजित हो रही है.

ऐसा होने पर मैं कभी Xxx मसाज़ सेक्स के लिए पहल नहीं करता हूँ … बल्कि इंतजार करता हूँ कि लड़की खुद अपने मुँह से अपनी चुदास बताए!

मैंने उसके लोअर को निकाल दिया.
वह अब ब्रा और पैंटी में थी.

मैं उसके पैरों की मालिश करने लगा.
मेरे दोनों हाथ उसकी पिंडलियों से होते हुए उसकी जांघों तक चलने लगे थे.

मैं धीरे धीरे उसकी जांघों को ही मसाज देने लगा और उसने अपनी टांगों को चुदवाने की मुद्रा में फैला लिए थे.

उसकी पैंटी पर पहुंच कर मैं वापस आ जाता था क्योंकि मेरा फर्ज मुझे आगे की इजाजत नहीं दे रहा था.

अगले दस मिनट बाद मेहर की चूत से पानी निकलना शुरू हो गया.
मैंने अपनी मसाज को चुदाई तक ले जाने के लिए कुछ तकनीक सैट कर रखी थी.

मैं अपनी तकनीक के तहत उसके सिर के पास आ गया और सर पर मालिश करने लगा था … साथ ही कंधों पर मालिश करने लगा था.

बामुश्किल एक मिनट ही उसने इंतजार किया और वह गर्मा गई.
उसने अचानक से मेरे खडे लंड को पकड़ लिया.

मैं एकदम से पीछे को हट गया और बोला- नहीं मैडम, ये सब ठीक नहीं है.
वह बोली- जैसा मैं कर रही हूँ, वैसे करो!

मैं उसे देखने लगा.
वह सीधे शब्दों में बोली- मेरी चूत को चाटो. मुझे चुदाई का सुख दो. मुझे अपनी फ्रेंड की बात याद नहीं रही. उसने कहा था कि तुमसे सेक्स करने की बात साफ साफ कहना पड़ेगी तभी तुम चुदाई करोगे अन्यथा नहीं!

मैं मुस्कुरा दिया.

वह बोली- तुम जीते मैं हारी. मैंने पहले सोचा था कि हर मर्द नंगी औरत देख कर खुद ब खुद टूट पड़ेगा. मगर तुम उन सब से अलग निकले. प्लीज मेरी चूत चाट लो और मुझे चोद कर संतुष्ट कर दो.

अब मैंने उसकी चूत की तरफ आकर उसकी चूत को अच्छी तरह से चाटना शुरू कर दिया.
वह मेरे सर को अपनी चूत पर दबाती हुई गांड उठाए जा रही थी.

कुछ ही पलों में मैंने उसकी चूत को चाट कर साफ कर दिया.
अब उसने मेरे सात इंच लंबे लंड को मेरी पैंट से बाहर निकाल लिया और उसे सहलाती हुई मेरी तरफ देखने लगी.

वह बोली- आपका लंड तो बड़ा मस्त है!
मैंने कहा- मस्त है तो इसे और मस्त करो न!

वह मेरे लंड को चूसने लगी.

करीब दस मिनट तक उसने मेरे लंड को बड़े ही शानदार तरीके से चूसा और मुझे चरम पर पहुंचा दिया.

जब मैं झड़ने वाला था तो मैंने मेहर से कहा- मैं झड़ने वाला हूँ!
मेहर मुँह से लंड निकाल कर बोली- मेरे मुँह में ही अपना रस निकाल दो. मैं आपके वीर्य का एक एक कतरा पीना चाहती हूँ.

थोड़ी देर बाद वह दोबारा मेरे लंड को चूसने लगी.
मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया.

उसकी चूत भी दोबारा गीली हो चुकी थी.

उसने बताया कि उसका पति बिजनेस में ही व्यस्त रहता है. वह उसको टाइम नहीं देता है.
इसके अलावा उसने यह भी कहा कि उसके पति का लंड काफी छोटा है, जिस वजह से उसकी चूत की भूख मिट ही नहीं पाती है.

वह बोली- रॉनी डार्लिंग अब रहा नहीं जाता … मेरी चूत में जल्दी से अपना हथियार डाल कर इसे फाड़ डालो.

मैंने लंड चूत पर सैट किया और एक ही शॉट में आधा लंड मेहर की चूत में घुसा डाला.
उसको मामूली सा दर्द हुआ.
वह सिसकारी लेती हुई बोली- धीरे करो … आराम से पेलो … आज काफी दिनों बाद लंड ले रही हूँ.

उसकी चूत महीनों से चुदी नहीं थी.

मैंने उसका एक दूध मुँह में दबाया और लंड अन्दर तक ठांस दिया.
वह कराह कर रह गई और मेरी पीठ को सहलाती हुई मेरे मुँह में अपने दूध देने लगी.

मैं उसके ऊपर किसी घोड़े की तरह सवार था और उसकी चूत को भोसड़ा बना देने की कोशिश कर रहा था.

वह लगातार सीत्कार कर रही थी और कहे जा रही थी- आह आह रॉनी … मस्त कर दिया यार तुमने … आह कितना अन्दर तक पेल रहे हो … मैं निहाल हो गई तुम पर यार!
मैंने कहा- जान, तुमको सेक्स करते समय गाली सुनना पसंद है क्या?

वह मुस्कुराई और गाली देती हुई बोली- मादरचोद हरामी … मेरी मालिश करने आया है या रंडी चोदने आया है?

मैंने उसकी कामुकता को समझ लिया और जबाव देते हुए कहा- बहन की लौड़ी … साली जैसी तू छिनाल, वैसे ही तेरी सहेली छिनाल है. उसको एक साथ दो लंड चाहिए होते हैं. तुझे भी क्या दो लौड़े एक साथ चाहिए?

वह हंस दी और बोली- हां लेने का मन तो है … पर पहले तू मेरी पीछे वाली दुकान सही से खोल दे!
मैंने कहा- हां यही तो जानना चाहता हूँ कि तेरी गांड खुली हुई है या नहीं!

वह हंस कर बोली- बहन के लौड़े … मैं उसी वक्त समझ गई थी जब तूने दो लंड की बात कही थी. अब तेरा एक लंड दो में कैसे तब्दील हो जाएगा!

मैंने कहा- चल, पहले चूत का भोसड़ा बनवा ले. फिर तुझे गांड मरवाने की ट्रेनिंग दूंगा.
वह बोली- गांड मरवाने की भी ट्रेनिंग होती है क्या?

मैंने कहा- और क्या … ऐसे ही किसी की गांड में लंड पेल देना सिर्फ़ सेक्स कहानियों में मिलता है. गांड को चोद पाना इतना आसान नहीं होता. यदि जबरन गांड मारी जाएगी तो गांड फट जाएगी.
वह कहने लगी- ओके अब ज्यादा ज्ञान न पेल … अपना लंड पेल!

फिर मैंने उसके साथ सेक्स चालू किया.
करीबन एक घंटा के सेक्स सेशन में मैंने उसको दो बार चोदा.

जब Xxx मसाज़ सेक्स खत्म हुआ तो वह सही से चल भी नहीं पा रही थी.
मैं भी बहुत ज्यादा थक गया था.

सेक्स करते करते शाम के पांच बज गए थे.
इसके बाद हम दोनों फ्रेश होकर बैठे.

उसने मुझे चाय पिलाई और मैं उसको बाय बोल कर निकल गया.

उसके बाद वह हर हफ्ते मुझे मसाज के लिए अपने घर बुलाने लगी.

मैंने उसकी गांड ढीली करने की तरकीबें भी उसे बतानी शुरू कर दी थीं.
जैसे ही उसकी गांड चोदने लायक हो जाएगी मैं उसकी गांड चुदाई की कहानी लेकर पुन: हाजिर हो जाऊंगा.

दोस्तो, यह एकदम सच्ची सेक्स कहानी है.
आपको मेरी यह रियल Xxx मसाज़ सेक्स कहानी पसंद आई होगी.

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मुझे आपके मेल और मैसेज का इंतजार रहेगा.
रॉनी
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