भाभी ने सीक्रेट वाइफ बन कर चूत चुदवाई

अन सैटिसफाइड हॉट पुसी फक कहानी में मेरे पड़ोस में एक कपल रहता था. उनसे मेरी दोस्ती हो गयी. भाभी की सुन्दरता मेरे लंड को गर्म कर देती थी. थोड़े दिन बाद मैंने उसी भाभी को चोदा.

दोस्तो, मेरा नाम ज़ैद है.
आज मैं 26 साल का लड़का हूँ और अभी तक सिंगल हूँ.

मैं आज आपसे अपनी पहली चुदाई की कहानी में इंडियन भाभी सेक्स की कहानी बताने जा रहा हूँ कि किस तरह से मैंने अपनी भाभी को पटा कर चोदा और उन्हें अपनी सीक्रेट वाइफ बनाया.

यह अन सैटिसफाइड हॉट पुसी फक कहानी आज से आठ साल पहले की है जब मैं 18 साल का था.
उस वक्त मैं पढ़ाई के लिए पूना गया था.

वहां पर मैंने रहने के लिए एक फ्लैट भाड़े पर लिया.

वहीं मेरी मुलाकात शहबाज़ नाम के आदमी से हुई जो मेरे फ्लैट के बिल्कुल सामने के फ्लैट में ही रहता था.

शहबाज़ शादीशुदा था. उसकी जोरू निदा और वह अकेले ही वहां रहते थे.
निदा थोड़ी मोटी थी लेकिन शर्मीली थी इसलिए कभी मुझसे बात नहीं करती थी.

उसका शौहर शहबाज़ थोड़े ही दिनों में मेरा बहुत ही अच्छा दोस्त बन गया था जिससे मुझे पता चला कि वह एक मैकेनिकल इंजीनियर था.
वह सुबह नौ बजे जॉब पर चला जाता और शाम को देर से घर आता था.

उसकी पत्नी निदा एक हाउसवाइफ थी.
जबकि मेरे कॉलेज का टाइम सुबह 7 से दोपहर के 12 बजे तक का था तो दोपहर को 12:30 को घर आ जाता था और निदा सुबह 10 से शाम तक घर पर अकेली ही रहती थी.

कुछ ही दिन बाद शहबाज ने मुझे डिनर पर इन्वाइट किया.
उधर उसने मेरा परिचय अपनी बीवी से करवाया.

उसी दिन से मैं निदा को भाभी कहने लगा.

फिर वहां मुझे उन दोनों के साथ एक महीना गुजरा और हम लोग आपस में काफी सहज हो गए थे.

एक दिन मैंने और शहबाज़ ने एक साथ मूवी देखने का और बाहर किसी अच्छे से होटल में डिनर करने का प्लान बनाया.

प्लान के मुताबिक हम लोग यानि मैं शहबाज़ और निदा भाभी तीनों लोग मूवी देखने गए.
मूवी देखते देखते मैं बार बार निदा भाभी को किसी ना किसी तरीके से देख रहा था.

वह उस दिन गुलाबी रंग के ड्रेस में बहुत खूबसूरत लग रही थी और उसके गुलाबी रंग के गाल भी चमक रहे थे.
मूवी पूरी होने के बाद हम लोग डिनर पर गए.
वहां हमने खाना ऑर्डर किया.

शहबाज़ और मैं ऐसे ही बात कर रहे थे पर निदा भाभी चुपचाप बैठी बैठी हमारी बातें सुन रही थी.
वह बार बार मेरी ओर देखती थी.
पर जैसे ही मैं उसको देखता, वह अपनी नज़रें झुका लेती थी.

फिर एक दिन मैंने उस मौके का फ़ायदा उठाते हुए निदा भाभी के घर गया.
तब शायद दोपहर का 2 बजे का समय हुआ होगा.

मैंने घर की घंटी को बजाया और निदा भाभी ने घर का दरवाज़ा खोला.
निदा भाभी को मैंने देखा.
वह पीले रंग की टाइट टी-शर्ट पहने हुई थी, जिसमें उसके बूब्स साफ साफ नज़र आ रहे थे.

मैं उसके बूब्स ही देखता रहा, तभी उतने में भाभी ने पूछा- कुछ काम है आपको?
मुझे लगा अभी शहबाज़ भी ऑफिस गया है. मैं भी अकेला हूँ और भाभी भी अकेली है … तो अकेले में बात करने का यह बहुत अच्छा मौका है.

उस दिन इसी एकांत का मौका उठाते हुए मैंने निदा भाभी से कहा- आज टीवी पर इंडिया का क्रिकेट मैच आना है. मेरे घर पर टीवी नहीं है, तो क्या मैं थोड़ी देर आपके घर पर टीवी देख सकता हूँ … अगर आपको कोई प्राब्लम ना हो तो?
भाभी ने थोड़ी देर सोचा और जवाब दिया कि मैं घर पर अकेली हूँ, शहबाज़ ऑफिस गया है. मुझे अजीब लगेगा कि आप और मैं घर में अकेले हों … और ऐसे में अगर शहबाज़ आ गया तो उसे बहुत बुरा लगेगा!

मैंने कहा- कोई बात नहीं भाभी, अगर आपको ठीक नहीं लग रहा है तो मुझे नहीं देखना टीवी!
ऐसे बोल कर मैं सीधा अपने घर आ गया और भाभी भी अपने घर का दरवाजा बंद कर अन्दर चली गई.

इस घटना के दो दिन बाद मैं अपने घर में लंच बना रहा था, तब शायद एक बजने को था.

उसी वक्त मेरे घर की घंटी बजी और मैंने दरवाज़ा खोला तो देखा कि निदा भाभी सामने थी.

उसे देखते ही फिर से वही नशा मेरे दिल में चढ़ने लगा कि जी भर के निदा भाभी को देखूँ.
उस दिन भी वह बहुत खूबसूरत लग रही थी. उसने पीले रंग का चूड़ीदार ड्रेस पहना हुआ था जिसका गला बड़ा होने की वजह से उसके कड़क बूब्स मेरी निगाहों से हट ही नहीं रहे थे.

उसकी चूचियों की क्लीवेज मेरे सामने साफ नुमाया हो रही थी.
तभी भाभी मुझे होश दिलाती हुई बोली- मेरे घर की लाइट चली गई है, क्या आपके घर में लाइट है?

मैंने चैक किया तो पता चला मेरे घर में तो लाइट थी!
तो मैंने उसे बताया- मेरे घर की बिजली तो आ रही है भाभी … शायद आपके यहां की बिजली में कुछ दिक्कत आ रही है!

भाभी बोलीं- आप देख लेंगे क्या?
मैं उसके घर में गया और लाइट को चैक करने लगा तो पता चला कि किसी बिजली के झटके के कारण घर की लाइट का मेन स्विच ही ऑफ हो गया था.

उसके घर की लाइट क्यों गई थी, उसका पता मुझे चल गया था.
लेकिन मुझे लगा जब भाभी घर पर अकेली ही है, तो ऐसे ही थोड़ा टाइमपास करके उसके घर में बने रहना चाहिए.

बस अब मैंने ड्रामा करना शुरू कर दिया और थोड़ी देर तक ऐसे ही मैं लाइट को चैक करता रहा.
निदा भाभी किचन में जाकर अपना काम करने लगी.

मैं अपना झूठा अभिनय करते करते उसको उधर से किचन में काम करते हुए देख रहा था.
वह किचन में बार बार अपने बालों को संभाल रही थी और काम भी कर रही थी.

वह बहुत ही खूबसूरत लग रही थी.
पर जब भी मैं उसको देखता था, तब वह पता नहीं क्यों कुछ परेशान सी दिख रही थी.

थोड़ी देर बात मैंने मेन स्विच ऑन कर दिया और कहा- लो भाभी आपकी लाइट सही हो गई है.
उसने मुझे थैंक्यू कहा.

मैंने कहा- इसमें थैंक्यू क्या बोलना भाभी … आपका घर, मेरा भी तो घर है भाभी … नो प्राब्लम आगे से कुछ भी प्राब्लम हो, आप मुझे बेहिचक बुला लेना.

फिर क्या था, थोड़े थोड़े दिनों में मैं कुछ भी बहाना करके निदा भाभी के साथ बातें किया करता.
वह भी अब मेरी बहुत अच्छी दोस्त बन गई थी.

हमारी दोस्ती इसी तरह से लगभग एक साल तक चली.

जब शहबाज़ ऑफिस में रहता था, तब मैं और निदा भाभी उसके घर पर गप्पें लड़ाते थे और कुछ ना कुछ बातें करते रहते थे.

अब निदा भाभी मेरे साथ बहुत खुश रहती थी इसीलिए हम दोनों एक दूसरे के बहुत करीब आने लगे थे.

कभी कभी तो हम दोनों खूब मस्ती करते कभी.
वह मुझे गुदगुदा देती थी, तो कभी मैं भी उसे गुदगुदी कर देता और गुदगुदाते वक़्त कभी उसके बूब्स के भी मज़े ले लेता, जिसे वह माइंड नहीं करती.

कभी कभी हम दोनों बाइक पर बैठ कर मार्केट भी जाते, शॉपिंग करते तो कभी लंबी ड्राइव पर निकल जाते, जिससे उसको मेरा साथ अच्छा लगने लगा था.

मुझे तो खुद ऐसा लगने लगा था कि वह अब मुझे चाहने लगी थी लेकिन कह नहीं पा रही थी.
जबकि मेरा भी यही हाल था.

मुझे डर था कि अगर मैं उससे अपने दिल की बता दूँ और अगर वह नाराज़ हुई, तो जो थोड़े बहुत मज़े मुझे मिल रहे हैं, वे सब भी बंद हो जाएंगे.

एक दिन जब मेरे कॉलेज की छुट्टी थी, तब मैं भाभी के घर उससे बातें करने गया था.
उस वक़्त भाभी ने हरे रंग की कुरती डाली हुई थी जिसमें वह बहुत प्यारी लग रही थी.

इस झीने कपड़े वाली ग्रीन कलर की इस कुर्ती से उसकी काली ब्रा साफ झलक रही थी.

भाभी के प्यारे प्यारे बूब मुझे उसके साथ मस्ती करने के लिए उकसा रहे थे.
मैं भाभी से बातें करने लगा और धीरे धीरे उसकी गोद में अपना सर रख कर बातें करने लगा था.

जबकि वह मुझे थोड़ी उदास लग रही थी तो मैं उसे हंसाने के लिए गुदगुदा रहा था.

उसने मुझे अपने उदास होने की वजह बताई.
बातों ही बातों में भाभी ने मुझसे कह दिया- शहबाज़ मुझे बहुत कम टाइम देते हैं. मुझे लगता है कि वह मुझसे प्यार ही नहीं करते हैं.

मैंने भाभी से कहा- आपकी ग़लतफहमी होगी यार … शहबाज़ तो मुझे ऐसा नहीं लगता!

यह मुद्दा शुरू हुआ, तो भाभी ने शुरू से सारी बातें बताना शुरू की कि कब उसकी शादी हुई थी और कब उसको यह शक हुआ था.

भाभी बोलते बोलते रो पड़ी थी- मेरे जीवन में मर्द का सुख है ही नहीं! शादी के 3 साल हो गए हैं, लेकिन कभी भी मुझे ठीक से मर्द का सुख नहीं मिला!

जब उसने यह कहा कि उसे ठीक से मर्द का सुख नहीं मिला तो मेरी उम्मीदों को मानो पर मिल गए थे.
मैंने मौका उठाते हुए कहा- भाभी जो भी बात हो, आप मुझसे खुल कर कहिए. मैं आपका बेस्ट फ्रेंड हूँ न … आप मुझसे कुछ भी ना छुपाएं!

तब उसने बताया कि जब भी रात को हम लोग सेक्स करते हैं, तब वह अपना लंड मेरे मुँह में देते हैं, जो बिल्कुल छोटा सा है. मुझे उसका लंड मुँह में लेने में कोई प्राब्लम नहीं है. पर जब सेक्स की बारी आती है, तब वह सिर्फ़ और सिर्फ़ मेरी गांड ही मारते हैं. जब मैं उससे आगे मेरी चूत में भी अपना लंड डालने की कहती हूँ, तो वह बोलते हैं कि मुझे गांड मारना ही अच्छा लगता है. बस इसी बात से ही मैं परेशान हूँ मुझे कभी भी ठीक से चूत चुदवाने का सुख मिला ही नहीं. शहबाज मेरी गांड मार कर सो जाते हैं और मैं अपनी उंगली से अपनी चूत की खुजली बुझा लेती हूँ!

भाभी की इस बात का फ़ायदा उठाते हुए मैंने कहा- कोई बात नहीं भाभी, अगर तुम चाहो तो आज से सीक्रेट पति पत्नी बन जाते हैं … क्योंकि मुझे भी बहुत मन होता है किसी की चूत चोदने का … पर मुझे कभी भी कोई लड़की मिली ही नहीं. मेरा लंड तो लंबा है, पर मैं भी आप ही की तरह अपने हाथ से ही अपने लंड को हिला लेता हूँ. मुझे कोई चूत मिलती ही नहीं है और मेरा लंड प्यासा ही रह जाता है!

जब मैंने अपने लंड की लंबाई का जिक्र भाभी के सामने किया तो वह मेरे लंड से चुदवाने को आतुर सी दिखने लगी.

मैं अपने लंड को भाभी के सामने ही सहलाने लगा और कामोत्तेजना भरी बातों से लंड में उभार आना शुरू हो गया.

मेरे हाथ लौड़े पर चलते ही भाभी मेरे लंड की ओर देखने लगी और बोली- क्या सचमुच तुम्हारा लंड ज्यादा लंबा है?
मैंने कहा- हां निदा भाभी सच में!

निदा भाभी मेरे लंड की ओर देखने लगी.
मैं धीरे से उसके पास को हो गया और उसके गाल और बालों को सहलाने लगा.

मैंने देखा कि निदा भाभी बहुत ही गर्म हो गई थी.
दोस्तो, जब भी किसी लड़की को चुदाई करने का मन होता तो वह ऐसे ही रिएक्ट करने लगती है, जैसा उस वक्त निदा कर रही थी.
उसकी आंखों में वासना की खुमारी साफ दिख रही थी और नजरें सिर्फ मेरे लौड़े को फूलता हुआ देख रही थीं.

मैं- भाभी, क्या मैं आपको मर्द का सुख दे सकता हूँ?
निदा भाभी ने थोड़ा शर्माते हुए कहा- पर मैं एक शादीशुदा औरत हूँ, अगर मेरे शौहर को यह सब पता चल गया तो वह मुझे घर से बाहर निकाल देंगे!

मैं- नहीं भाभी, मैं आपको विश्वास दिलाता हूँ कि यह बात आपके शौहर शहबाज़ को कभी पता नहीं चलेगी!
निदा भाभी- पर मैं अपने शौहर को बहुत प्यार करती हूँ, भले ही वह किसी और को पसंद करते हों, फिर भी में उसको बहुत प्यार करती हूँ!

मैं- हां मैं जानता हूँ भाभी, आप उसको पत्नी का सुख दो और प्यार करो … पर जब वह घर पर ना हो, तब मैं आपको एक सच्चे मर्द का सुख दूँगा, जिससे ना ही आप अपने शौहर से दूर हो सकेंगी … और आप उसको वैसे ही प्यार करते रहना, जैसा आप अभी करती हैं. मैं बस आपको सच्चे मर्द के बड़े लौड़े से चूत चुदाई का वह सुख दूँगा, जिस सुख से आप महरूम हैं! आज से हम दोनों सीक्रेट शौहर पत्नी की तरह रहेंगे और हमारे बीच की यह बात किसी को पता भी नहीं चलेगी … आई प्रॉमिस भाभी!

निदा भाभी ने बड़े लौड़े से चूत चुदाई की बात सुनकर ‘ठीक है’ कह दिया.

मैं- क्या मैं आपको अभी मर्द का सुख दे सकता हूँ?
निदा भाभी- अभी? इस वक्त?

उसकी आंखों में लंड मिलने की चमक साफ दिख रही थी लेकिन वह नखरे कर रही थी.

मैं- हां भाभी, अभी इसी वक्त … शहबाज़ ऑफिस में है, तो यह सही मौका है. हम दोनों को इसका फ़ायदा उठाना चाहिए!
निदा भाभी- मुझे बहुत शर्म आ रही है!
मैं- कोई बात नहीं भाभी, आप बस मुझे अपना शरीर छूने की इजाजत दे दीजिए, उतने से ही मैं आपको बड़े लंड वाले मर्द का चरम सुख दे दूँगा. आपको कुछ भी करने की ज़रूरत नहीं है!

निदा भाभी- ठीक है!
फिर मैंने भाभी को अपने गले लगा लिया, धीरे धीरे उसके गुलाबी गाल को चूमने लगा, फिर उसके होंठों को भी किस करने लगा.
वह भी धीरे धीरे मेरे साथ प्यार में साथ देने लगी थी और मुझे बहुत ही अच्छा सहयोग कर रही थी.

फिर मैंने उसका कुर्ता निकाल दिया.
अन्दर भाभी ने ब्लैक कलर की ब्रा पहनी हुई थी और उसके बड़े बड़े बूब्स एकदम तने हुए दिख रहे थे.

मैंने झट से उसके दोनों मम्मों को अपने दोनों हाथों में भर लिया और दबाने लगा.
फिर मैंने उसकी काले रंग की ब्रा को निकाल दी, उसके बूब्स खुली हवा में उछल कर फुदकने लगे.

मैंने एक दूध के निप्पल को अपने मुँह में ले लिया और चुभलाते हुए भाभी के साथ चुदाई की मस्ती करने लगा.
भाभी कामुक होने लगी थी और उसके मुँह से मादक आवाज़ निकल रही थी.

‘अँह अँह आह आहा उम्म्म!’
फिर मैंने उसका पजामा उतार दिया.
भाभी ने अन्दर काले रंग की ही पैंटी पहनी हुई थी.

मैंने भाभी की काले रंग की चड्डी को उतार दिया और देखा कि भाभी की चूत बहुत ही चिकनी हो रही है.
मैंने निदा भाभी को बेड पर लेटा दिया और अपनी पैंट उतार कर उसकी तरफ अपनी फूली हुई चड्डी को दिखाया.

वह कामातुर भूखी कुतिया के जैसे लौड़े को घूरने लगी.

फिर जैसे ही मैंने अपनी चड्डी निकाली, भाभी ने उठ कर झट से मेरा लंबा लंड देखा और खुश हो गई.

मैं- निदा भाभी, क्या आप मेरा लंड मुँह में लेंगी? मुझे बहुत अच्छा लगेगा!
निदा भाभी- ठीक है, लेकिन पहले तुम बेडरूम का दरवाज़ा बंद कर दो!

मैंने बेडरूम का दरवाजा बंद कर दिया और उसके पास आ गया.
भाभी ने मेरा लंड हाथ में ले लिया और सहलाने लगी.

थोड़ी देर तक लंड को हाथ से हिलाने के बाद वह कुछ हिचकती सी दिखी.
तो मैंने भाभी से कहा- आप प्लीज मेरा लंड मुँह में ले लो, अब मुझसे रहा नहीं जाता!

यह सुनकर भाभी ने मेरा लंड मुँह में ले लिया और वह मस्ती से लंड चूसने लगी.
कुछ देर तक लंड भाभी के मुँह में देने के बाद मैंने कहा- अब मुझे आपकी चूत चोदने दो … मुझसे रहा नहीं जा रहा!

भाभी को मेरा लंड इतना ज्यादा पसंद आ गया था कि वह लौड़े को अपने मुँह से बाहर निकालने को तैयार ही नहीं हो रही थी.

मैंने कहा- अब तो मुझे आपकी चुदाई करने दो!
वह बोली- नहीं, मुझे थोड़ी देर और लंड को चूसने दो!

मैंने कहा- यार अब लंड तो तुम्हारा हो ही गया है, कभी भी चूस लेना!

कुछ मिनट तक लंड को और चूसने के बाद मैंने भाभी को बेड पर अच्छे से लेटा दिया और उसकी दोनों टांगों को उठा दिया.
उसकी चूत की फाँकें आपस में चिपकती हुई किसी कुंवारी बुर के जैसा सीन बना रही थीं जबकि गांड खुली हुई दिख रही थी.

मैंने अपना कड़क लंड उसकी चिकनी चूत पर रखा.
तो भाभी बोली- अब मुझसे रहा नहीं जा रहा, प्लीज डाल दो अपना लंड मेरी चूत में … बहुत साल तक इंतजार किया है मैंने इस पल का … अब रहा नहीं जा रहा!

मैं धीरे धीरे अपने लंड को उसकी टाइट चूत में डालने लगा और जैसे ही लौड़े ने अपनी ग्रिप बनाई, मैंने एक झटके से पूरा लंड उसकी चूत में डाल दिया.

अन सैटिसफाइड हॉट पुसी फक में भाभी दर्द से चिल्लाने लगी- आहह मर गई मेरी फट गई आह निकालो प्लीज!

उसकी चिल्लाने वाली आवाज़ में भी मिठास थी, जिसे सुनते ही मैंने ज़ोर ज़ोर से उसे चोदना शुरू कर दिया.
वह दर्द से तड़फ रही थी और मैंने बिना किसी ब्रेक के उसे पेलना शुरू कर दिया था.

कुछ ही देर बाद भाभी का सुर ‘आह ह्म्म्म् उम्म्म … फक मी ज़ानू प्लीज … और ज़ोर से चोदो मुझे … अहा आहहाअ हम्म्मं!’ निकलने लगा.

थोड़ी देर में मैंने अपना पानी उसकी चूत में ही छोड़ दिया और निदा भाभी को अपनी बांहों में लेकर किस करने लगा.

बस फिर क्या था हम दोनों ऐसे ही 30 मिनट तक एक दूसरे को किस करते रहे.
मैं अपने लंड से उसकी चूत को सहलाता रहा.

निदा भाभी- सच में जैद, आज तो मैं तुमसे बहुत खुश हो गई हूँ!
मैं- हां मुझे भी बहुत मज़ा आया, आप बहुत खूबसूरत हो और आपकी टाइट चिकनी चूत ने तो मेरा दिल ही जीत लिया भाभी!

ऐसे ही एक-दूसरे की बांहों में एक दूसरे को किस करते हुए हमने 3 बार चुदाई की.
पता ही नहीं चला कि कब शाम के 6 बज गए.

अचानक से उसकी नजर घड़ी पर गई, तो वह झटके से उठती हुई बोली- अरे पागल, अब उठ और जल्दी से कपड़े पहन ले … अभी मेरा शौहर आ रहा होगा. तुझे देख लेगा तो बड़ा बवाल हो जाएगा!
मैंने जल्दी जल्दी कपड़े पहन लिए और भाभी के घर से चला गया.

दूसरे दिन शहबाज़ ऑफिस गया तो मैं चुपके से उसके घर में आ गया.

जैसे ही घर में गया तो देखा कि आज भाभी ने आज बहुत ही सेक्सी गाउन पहना था और उसने अन्दर ब्रा या पैंटी कुछ भी नहीं पहनी थी.

निदा भाभी ने मुझे देखा और अपनी बांहों में ले लिया और हमने फिर से चुदाई शुरू कर दी.

भाभी बोली- आई लव यू मेरे राजा, तुम यहां मेरे लिए मेरी लाइफ का बहुत ही प्यारा गिफ्ट हो!

मैंने भी कहा- आई लव यू टू मेरी जान … मैं वचन देता हूँ कि हमारे बीच की यह मुहब्बत सिर्फ़ हमारे बीच ही रहेगी. मैं कभी भी शहबाज़ को नहीं बताऊंगा.

मैंने इसी के साथ में यह भी कहा कि तुम रात को शहबाज़ के साथ गांड मरवा लेना, मैं दिन में आकर तुम्हारी चूत चोद लूँगा!
अब हम दोनों लगभग रोज़ चुदाई करने लगे थे.

निदा भाभी और मैं लगभग 3 साल तक एक दूसरे के साथ सेक्स करते रहे.
फिर मेरी स्टडी पूरी होते ही मैं अपने गांव चला आया.

आज भी मैं और निदा भाभी कभी कभी उसके शौहर की गैर मौजूदगी में अकेले में मिल कर सेक्स कर लेते हैं.
आज लगभग उस बात को दस साल हो गए हैं, हम दोनों आज भी एक दूसरे को बहुत प्यार करते हैं.

दोस्तो, इस चुदाई की कहानी में इंडियन भाभी सेक्स की कहानी को आप किस तरह से देखते हैं, जरूर बताएं.
आपको मेरी यह सच्ची अन सैटिसफाइड हॉट पुसी फक कहानी कैसी लगी, प्लीज मुझे जरूर बताएं.
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