भाभी को चोदकर मां बनने की खुशी दी

हॉटसेक्स विद सेक्सी भाबी कहानी में मैं घर-घर जाकर सर्विस करता था। एक बार एक भाभी ने मुझे बुलाया। उसके साथ बात बढ़ी तो पता चला उसको बच्चा नहीं हो रहा था। फिर मैंने कैसे उसकी मदद की, स्टोरी में पढ़ें।

नमस्कार दोस्तो, मैं पुणे से हूं।
मैं दिखने में गोरा चिट्टा हूं, मेरी हाइट 5 फीट 10 इंच है।
मेरा लंड 7 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है।

यह हॉटसेक्स विद सेक्सी भाबी कहानी लगभग 4 साल पुरानी है।
उस वक्त कोविड का प्रकोप चल रहा था।

मेरा काम ऐसा है कि मुझे घर-घर जाकर सर्विस देनी पड़ती है।

एक दिन मैं काम के लिए एक कस्टमर के घर गया हुआ था.
और जिनसे मेरी बात हुई थी वो सर जॉब पर गए हुए थे।

उनके बताए एड्रेस पर मैं चला गया।

जब मैं घर गया तो एक भाभी ने गेट खोला।
वे दिखने में नैन नक्श से ज्यादा सुंदर नहीं थी लेकिन बदन गोरा था और फिगर काफी मेंटेन था।
उनका फिगर 34-28-36 होगा।

उनसे काम पूछने के बाद मैं अपने काम में लग गया।

थोड़ी देर में वे मेरे लिए पानी लेकर आई और चाय का पूछकर वापस चली गई।
फिर थोड़ी देर में वापस आकर मुझे चाय दी।

मैंने चाय ले ली और भाभी वहीं पर खड़ी होकर मेरा काम देखने लगी।

काम के बीच में हम दोनों में कुछ बातें भी हो रही थीं।

पता चला कि उनके हस्बेंड प्राइवेट कंपनी में जॉब करते हैं और घर में वे मियां बीवी ही रहते हैं।

फिर कुछ देर में मेरा काम खत्म हो गया।
उनकी बातों से ऐसा लग रहा था जैसे उनको मुझसे बात करना अच्छा लग रहा है।

काम होने के बाद मैं अपना पेमेंट लेकर निकलने ही वाला था कि तभी उन्होंने मुझे रोक लिया।

वे बोलीं कि उनकी सहेली का भी काम करना है।
मैंने काम पूछा।
फिर वे बोलीं- अपना नम्बर दे दीजिए।

मैं अपना फोन नम्बर देकर वहां से आ गया।
कुछ समय बाद भाभी ने अपनी सहेली का नम्बर मुझे भेज दिया।
कई दिन तक मेरे पास कोई कॉल नहीं आया।

उसी भाभी का एक दिन फिर से कॉल आया।
वे बोली कि जो काम मैं करके गया था उसमें फिर से दिक्कत आ गई है।

इसलिए मुझे दोबारा उस भाभी के यहां जाना पड़ा।

उस दिन भी हमारी काफी बातें हुईं।
फिर मैं वापस आ गया।

अब चैट पर भी हमारी हाय-हैलो होने लगी।
वे रोज मुझे गुड मॉर्निंग का मैसेज भेजने लगी।

मैं भी रोज उसका रिप्लाई मैसेज देता था।
फिर बातों का सिलसिला गहराता गया।

भाभी ने बताया कि शादी को 5-6 साल हो गए हैं लेकिन अभी तक बच्चा नहीं हुआ है।
मैंने डॉक्टर की सलाह लेने के लिए कहा तो बोली कि सब करके देख चुकी है वो!

उस दिन मैंने भाभी को सांत्वना दी कि सब ठीक हो जाएगा।
फिर पर्सनल बातें भी होने लगीं।

उसने एक दिन बताया कि समस्या उसके पति में है जिसकी वजह से वो प्रेग्नेंट नहीं कर पा रहे हैं उसे!

एक तरह से मैं भाभी का इशारा समझ गया।
वह कहना चाहती रही थी कि उसको अब किसी भी तरीके से बच्चा चाहिए।

धीरे-धीरे हम दोनों एडल्ट जोक्स भी एक दूसरे को भेजने लगे।
मैं भी भाभी के लिए अब हवस महसूस कर रहा था।

वह जब एडल्ट बातें करती थी तो उसको चोदने के लिए मन मचल जाता था।
भाभी की चूत मारने की इच्छा भला किसकी नहीं होती है।

एक दिन मैंने सही मौका देखकर उसे बोल ही दिया कि मैं उसको बहुत पसंद करता हूं।
उसने काफी देर तक रिप्लाई नहीं किया।
मैंने सोचा कि शायद बुरा मान गई है।

फिर 2-3 घंटे के बाद उसका मैसेज आया।
मैसेज देखकर मैं तो खुश हो गया.
उसने लिखा था कि वह भी मुझे पसंद करती है।

होते-होते बात मिलने तक भी आ पहुंची।
हम मिलने का प्लान बनाने लगे।
बस मौके की तलाश में थे कि कब उसका पति बाहर जाए और हमें एक होने का अवसर मिले।

फिर इंतजार खत्म हुआ।
उसके पति को 3 दिन के लिए कंपनी के काम से बाहर जाना पड़ रहा था।

हम तो इसी दिन का इंतजार कर रहे थे।
भाभी ने मैसेज कर दिया कि शाम को आ जाना।

मैंने भी सुबह से ही पूरी तैयारी करनी शुरू कर दी।
दाढ़ी बनाई, बाल कटवाए और झांट वगैरह साफ किए।

अच्छी तरह से बदन को साफ करके मैंने नहा-धोकर बढ़िया सा परफ्यूम लगाया और भाभी से मिलने पहुंच गया।

काम के लिए मैं पहले भी उनके घर दो बार जा चुका था तो किसी को शक होने की कोई गुंजाईश नहीं थी।
उसने दरवाजा खोला तो उसे देखता ही रह गया।

आज वह कमाल की लग रही थी।
उसने बैंगनी कलर की साड़ी पहनी थी जो उसके गोरे बदन पर ऐसी जंच रही थी कि नजर न हटे।
उसके नीचे काले रंग का ब्लाउज जिसमें उसके चूचे एकदम से उठे हुए थे।

गोरी चिकनी कमर और भारी सी गांड जिसकी दोनों गोलाइयों की शेप साड़ी में चमक रही थी।
उसने मुझे अंदर लिया और दरवाजा बंद कर दिया।

हम दोनों ने एक दूसरे को देखा और बांहों में सिमट गए।
फिर हम किस करने लगे।
होंठ मिलते ही जिस्मों में आग सी जलने लगी।
मेरा लौड़ा तनकर उसकी जांघों में घुसने की कोशिश करने लगा और मैं उसकी गांड को भींचते हुए उसकी साड़ी में ही लौड़े को चूत में घुसाने को हो गया।

वह भी नागिन की तरह मुझसे लिपट रही थी।
फिर लगा कि जोश कुछ ज्यादा ही बढ़ रहा है तो उसने मुझे रोक दिया।
वह बोली कि पहले खाना वाना खाकर फ्री हो जाते हैं, फिर आराम से करेंगे।

उसने पहले से ही सब तैयार करके रखा हुआ था।
मैं फ्रेश हुआ और फिर हमने खाना खाया।

खाना खाकर हम फ्री हो गए।
वह किचन में बर्तन साफ करके हटी ही थी कि मैंने पीछे से जाकर उसकी गांड पर लंड लगाते हुए उसे बांहों में भर लिया।

उसने भी गांड मेरे लंड पर सटा दी और जल्दी से कपड़े से अपने हाथ पौंछ लिए।
फिर मैं उसे किस करने लगा और अपनी गोद में उठा कर बेडरूम में ले गया।

बेड पर जाकर हम दोनों एक दूसरे के होंठों को खाने लगे।
जोश ऐसा था कि लग रहा था होंठों से खून बहने लगेगा।

मेरा एक हाथ उसके बूब्स पर था जो कसकर उसके उरोजों को दबा रहा था।

फिर मैं नीचे की तरफ बढ़ने लगा।
मैं उसकी गर्दन पर चूमने लगा, होंठों से चूसने लगा।

उसके बाद मैंने उसकी साड़ी का पल्लू हटा दिया।

उसकी चूचियां कसी हुई थीं जिन्हें देखकर मेरे मुंह में लार बह निकली थी।
जल्दी से मैंने उसे पलटाते हुए उसके ब्लाउज के हुक खोल डाले और फिर उसे उसकी बाजुओं में से निकलवा दिया।

उसकी गोरी चूचियां अब मेरे सामने नंगी हो गईं।
हाय … पर्पल साड़ी में वो ऊपरी से नंगी होकर कितनी सेक्सी लग रही थी।

मैं उसके चूचों पर टूट पड़ा और दोनों हाथों से भींचते हुए उन्हें पीने लगा।
भाभी के बूब्स को चूस-चूसकर मैंने उसके निप्पलों को लाल कर डाला।

अब वे मटर के दाने के जैसे एकदम तन गए थे।
मैंने उनको भींच दिया तो उसकी टीस निकल गई।

अब मैंने उसकी साड़ी खोलनी शुरू की।
फिर पेटीकोट का नाड़ा खोलते हुए उसकी चूत पर सहला दिया।
उसने सफेद रंग की पैंटी पहनी थी।

पेटीकोट उतारते ही उसकी गोरी जांघों के बीच में मखमली सी पैंटी के नीचे उसकी चूत की दरार साफ चमक रही थी।
मैंने उस दरार में जीभ से चाट लिया।
आह्ह … क्या अहसास था वो!

भाभी की चूत बड़ी ही प्यारी लग रही थी ऊपर से!
फिर मैंने एक बार फिर से उसके होंठों को चूसना शुरू कर दिया।
उसके बूब्स को दबाते हुए दूसरे हाथ से उसकी पैंटी के ऊपर से चूत पर सहलाने लगे।

वह भी अपनी गांड को हिला हिलाकर मेरे हाथ पर अपनी चूत को रगड़वाने की कोशिश सी करती दिखाई दी।

बूब्स के बाद मैं पेट से होते हुए उसकी नाभि पर पहुंचा।
नाभि को मैंने चूम लिया तो वो सिहर गई और अपने दोनों हाथों से मेरे सिर को वहां से हटाने लगी।

मैंने उसके दोनों हाथों को अपने हाथों से दबा लिया।
अब मैं जान बूझकर लगातार उसकी नाभि पर गर्म गर्म चुम्बन जड़ने लगा।

मेरे हर चुम्बन के साथ वो तड़प कर रह जाती थी।
उसको ऐसे तड़पते हुए देखकर मेरे लंड में लगातार दोगुना जोश भरता जा रहा था।

उसको कई मिनट तक तड़पाने के बाद मैं नीचे चूमते हुए उसकी झांटों के एरिया में पहुंचा।
उसने चूत के बाल साफ किए हुए थे लेकिन क्लीन शेव नहीं की थी; हल्के से बाल पैंटी के नीचे से निकलते दिख रहे थे।

फिर मैंने उसके चेहरे की ओर देखा।
वह आंखें बंद करके लेटी थी और शायद इंतजार कर रही थी कि कब मैं उसकी पैंटी को नीचे खींचना शुरू करूंगा।

मैंने धीरे से उसकी सफेद पैंटी को नीचे खींचा और उसकी जांघों से निकालते हुए उसके पैरों से अलग कर दिया।
उसकी पैंटी पर चूत की दरार के ठीक ऊपर हल्का सा पानी लग गया था।

उस एरिया को मैंने नाक लगाकर सूंघा तो मेरी उत्तेजना चौगुनी हो गई।
भाभी की चूत की क्या मादक खुशबू भर गई थी उसकी पैंटी में!
मैंने और जोर से उस पर नाक रगड़ते हुए उसकी सारी खुशबू को अंदर लेने की कोशिश की।

फिर मैंने चूत से निकले पानी के उस धब्बे को जीभ से चाट लिया।
मन तो उसकी पैंटी को खाने का ही कर रहा था।
फिर मैंने पैंटी को एक तरफ डाल दिया।

उसकी चूत को मैंने ध्यान से देखा।
बहुत ज्यादा खुली नहीं थी।
लग रहा था कि उसके पति का लंड ज्यादा मोटा नहीं होगा।

उसकी चूत का मुंह गीला हो गया था।
मैंने अपने होंठ उस पर रख दिए और भाभी सिहर गई; उसकी चूचियां उसकी छाती पर और ज्यादा कस गईं।

मैंने उसकी चूत पर और तेज हमला बोल दिया, अंदर तक जबान डालकर चूत चाटने लगा।
वह मेरा सिर जांघों में पकड़कर चूत पर दबाने लगी।

मैं उसकी चूत के दाने को लगातार जीभ की नोक से छेड़ रहा था।
5-6 मिनट उसकी चूत को मैंने खूब चूसा-चाटा और काटा।

अगले 2 मिनट में ही चूत ने पानी छोड़ दिया और मैंने उसके पानी को चाट कर साफ कर दिया।

अब उसकी बारी थी मुझे खुश करने की।
उसने अब मुझे नंगा करना शुरू किया और अपने हाथों से मेरे सारे कपड़े उतार दिए।
मैं सिर्फ अंडरवियर में लेटा था अब।

वह मुझे किस करते-करते नीचे मेरे लौड़े तक पहुंच गई।
मेरा लंड अंडरवियर को फाड़ने पर उतारू था।

उसने अंडरवियर को नुकीला तंबू बना रखा और जिसके टोपे पर कामरस ने धब्बा कर दिया।

भाभी ने अंडरवियर को नीचे खींचा और चेहरे पर एक मुस्काराहट तैर गई।
वह खुश हो गई थी मेरा लंड देखकर!

अगले ही पल उसके होंठ मेरे लंड पर कस गए और वो आंखें बंद करके ऐसे मजे से लंड को चूसने लगी जैसे बहुत दिनों बाद उसे कोई पसंदीदा चीज मिली हो।

होते-होते उसकी हवस बढ़ने लगी।
वह किसी भूखी शेरनी की तरह मेरा लौड़ा खा रही थी।

उसकी चुसाई से मदमस्त होकर मैं भी सातवें आसमान पर पहुंच गया था क्योंकि वो किसी माहिर खिलाड़ी की तरह मेरा लौड़ा चूस रही थी।

उसके सामने मैं ज्यादा देर नहीं टिक पाया; 5-7 मिनट में मैंने अपना सारा माल उसके मुंह में छोड़ दिया।
वह उसे पी गई।

मैं उसे फिर से किस करने लगा।

कुछ देर में ही मेरा लौड़ा फिर खड़ा हो गया।
अब मैंने उसे बेड पर पीठ के बल लिटाया और उसकी टांगें खोलकर उसकी चूत पर लंड को रगड़ने लगा।

वह भी चुदाई के लिए तैयार थी।
धीरे से मैंने उसकी चूत में मेरा लौड़ा डाल दिया।

उसकी चूत बहुत ज्यादा टाइट नहीं थी तो मुझे भी दिक्कत नहीं हुई डालने में!
लेकिन इतनी तो टाइट थी कि चोदने का मजा आ रहा था।

मैंने पोजीशन जमाते हुए उसकी चूत को पेलना शुरू कर दिया।
बड़ा ही मजा आ रहा था उसकी चूत मारने में!

गोरे बदन की भाभी बड़ी ही सेक्सी फीलिंग दे रही थी।

दोस्तो, लड़की की चुदाई में बहुत मजा है लेकिन भाभी की चुदाई का अपना अलग ही रस है।

चोदते-चोदते उसे किस किए जा रहा था मैं … मैं अपनी फुल स्पीड में चोद रहा था।

लंड लेते हुए वो भी सिसकारियां लेने लगी थी- आह्ह … आआआ … उम्म … ओह्ह … आह्ह।

अगले 5 मिनट में उसकी चूत ने फिर से पानी छोड़ दिया और चूत में पच-पच की ध्वनि पैदा होने लगी।

अब लंड फिसल फिसलकर चूत में भ्रमण करके लौट रहा था।
मेरा जोश और तेज होने लगा।
भाभी की चुदाई चलते हुए 15 मिनट हो चुके थे और मैं अब झड़ने के करीब पहुंच रहा था।

फिर मैंने उसे घोड़ी बनाया और उसे पीछे से पेलने लगा।
कुछ देर में ही मेरे लंड ने जवाब दे दिया और मैं उसकी चूत में खाली हो गया।
वह भी बेड पर पसरने लगी और मैं उसके ऊपर ही लेट गया।

हॉटसेक्स विद सेक्सी भाबी के बाद कुछ देर मैं उसकी चूत में लंड देकर पड़ा रहा।
उस वक्त रात के साढ़े 10 बज चुके थे।

मैंने भी घर फोन करके बता दिया कि मेरा काम चल रहा है, आज नहीं आ पाऊंगा घर वापस!

फिर हमने थोड़ी देर आराम किया और फिर से शुरू हो गए।

दोस्तो, उस रात मैंने भाभी की चुदाई 4-5 बार की; उसे हर पोजीशन में चोदा।

अगले दिन फिर मैं मौका देखकर वहां से निकल आया।
उसके बाद कई बार हम मिलने लगे।
जब भी मौका मिलता मैं उसे चोदकर आ जाता।

अगले महीने ही उसने बताया कि वो पेट से है।
उसने बताया कि उसके प्रेग्नेंट होने की बात पता चलने पर उसके घरवाले भी उससे बहुत खुश हो गए।

भाभी ने मेरा शुक्रिया किया कि मैंने उसे मां बनने की खुशी दी।

तो दोस्तो, यह थी सेक्सी भाभी की चुदाई की कहानी।
आपको यह हॉटसेक्स विद सेक्सी भाबी कहानी कैसी लगी मुझे जरूर बताना।
मैं आपकी प्रतिक्रियाओं का इंतजार करूंगा।
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