पड़ोसन भाभी ने सेक्स की पेशकश की

सेक्स की हवस की कहानी में मेरे पड़ोस में एक कपल आया. दोनों की उम्र में काफी अंतर था. उनसे मेल मिलाप हुआ और जल्दी ही भाभी ने मेरे ऊपर डोरे डालने शुरू कर दिए.

नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम रोहण है.
मैं एक पतला, लंबा और गोरा लड़का हूँ. मेरी उम्र 19 वर्ष है.

आज मैं यहां अपनी पड़ोस वाली भाभी की जबरदस्त चुदाई की कहानी के साथ आया हूँ.

यह सेक्स की हवस की कहानी कुछ समय पहले की है, तब मैं बारहवीं क्लास में था.

मैं किराये के मकान में रहता था.

एक दिन मेरे बगल वाले फ्लैट में एक परिवार रहने के लिए आया.

वे पति पत्नी और एक बेटा तीन जन थे.

मैं जैसे ही उन्हें देखने के लिए बाहर निकला, मेरी नज़र उन भाभी पर जा पड़ी.

भाभी के बारे में आपको बता देता हूँ.

वे भाभी देखने में तो पूरी मलाई जैसी थीं.
एकदम गोरी लंबी, उनकी गांड पीछे से इतनी बड़ी दिख रही थी कि मैं क्या बताऊं.
ऊपर से उनकी चूचियां इतनी बड़ी बड़ी थीं कि काटने को मन करने लगा था.

भाभी की उम्र 28-29 वर्ष की लग रही थी.

उनके पति ने मुझे देखा तो मुझसे पूछा- बेटा क्या आप यहीं पर रहते हैं?
मैंने कहा- हां अंकल.

वे बोले- हम नए किरायेदार हैं, आज से रहने के लिए आए हैं.
मैंने कहा- ओके अंकल जी, आप मुझे बताएं कि मैं आपकी क्या मदद कर सकता हूँ?

अंकल ने कहा- हां तुमको यह सब भाभी बता देंगी.
यह कह कर वे अन्दर चले गए.

भाभी के पति की उम्र भाभी की उम्र से कुछ ज्यादा ही लग रही थी, बाद में जानकारी हुई कि उनकी उम्र 45 वर्ष थी.

धीरे धीरे उनके परिवार से हमारी बातचीत बढ़ने लगी.
मैं भी उनके लड़के के साथ घुल-मिल गया था. उसकी उम्र 8 वर्ष की थी.

भाभी से भी मेरी बातचीत होने लगी थी.

एक दिन भाभी मेरे घर पर कुछ बर्तन लेने आई थीं.

जब मैं उनसे अपने घर के बर्तन वापस लेने गया, तो वे मुझे बर्तन देते हुए मुस्कुरा रही थी.
वे बर्तन देती हुई मेरे हाथों को छू रही थीं.

मैं समझ नहीं पाया कि मामला क्या है!

तभी भाभी हंसने लगीं, तो मैं भी हंसने लगा.
कुछ देर बाद मैं वहां से चला गया.

मुझे अब शक होने लगा था कि वे कुछ और सोच रही हैं.

एक दिन भाभी मेरे घर आई थीं, उनके फोन में नेटवर्क नहीं आ रहा था तो वे मुझसे अपना फोन चैक करवाने आई थीं.

मैंने उनके फोन को चैक किया तो कुछ सैटिंग में गड़बड़ी थी.

फ़ोन ठीक करके मैंने सोचा कि इनके फोन की गूगल क्रोम की हिस्ट्री चैक की जाए.

मैंने जैसे ही हिस्ट्री को चैक किया तो उसमें मुझे पोर्न वीडियो के लिंक्स दिखे.

ये सब देख कर मैं हंसने लगा और मैंने उनका फोन उन्हें वापस कर दिया.
भाभी मेरे चेहरे की मुस्कान देख कर शायद कुछ समझ गई थीं, पर उन्होंने कुछ कहा नहीं.

अब मैं उन्हें चोदने की प्लानिंग करने लगा.
मैं पूरी तरह से पक्का हो गया था कि वे चुदने को बेचैन हैं.

कैसे भी करके मैं उनको राजी करना चाहता था कि वे मेरे लंड से चुद जाएं.

उनके पति एक अध्यापक थे.
वे सुबह सुबह अपने बेटे के साथ स्कूल चले जाते थे.

उसके बाद भाभी ही घर में अकेली रह जाती थीं. उसके बाद भाभी सेक्स वीडियो देख कर कुछ न कुछ करती होंगी मेरा मतलब अपनी चुत के साथ कुछ हरकत करती होंगी.

एक दिन ऐसे ही अंकल जब स्कूल चले गए, तब मैं उनके घर मैच देखने के बहाने से चला गया.

मैं बोला- भाभी मेरा टीवी बिगड़ गया है. क्या मैं आपके घर में टीवी पर मैच देख सकता हूँ?
वे बोलीं- क्यों नहीं, जरूर.

उन्होंने टीवी ऑन कर दिया.
मैं मैच कम देख रहा था और उन्हें ज्यादा घूर रहा था.

वे बोलीं- क्या हुआ … ऐसे क्यों घूर रहे हो, खा जाओगे क्या?
मैंने नजरें हटा लीं.

एक मिनट बाद भाभी मेरे बगल में आकर बैठ गईं.
उन्होंने पूछा- तुम्हारी पढ़ाई कैसी चल रही है?
मैंने कहा- ठीक ही चल रही है.

उन्होंने ऐसे ही इधर उधर की बातें की.

मैंने पूछा- अंकल कब आएंगे.
वे उखड़े हुए स्वर में बोलीं- उनके पास तो मेरे लिए टाइम ही नहीं है. बस दिन भर काम काम और काम!
यह कह कर वे उदास हो गईं.

मैंने पूछा- क्यों, अंकल आपके साथ टाइम नहीं बिताते क्या?
वे उदास स्वर में ही बोलीं- नहीं.

मैंने हिम्मत करके कहा- वह आपको इतने अच्छे से तो रखते हैं, फिर आप खुश क्यों नहीं हैं?
इस पर वे बोलीं- यही तो दिक्कत है कि वे मुझे खुश ही तो नहीं कर पाते हैं!

मैंने पूछा- कैसी खुशी?
तो वे बोलीं- वह सब तुम छोड़ो … और मैच देखो.

मैंने कहा- नहीं नहीं प्लीज, आप मुझे बताओ न भाभी कि आपको कैसी खुशी चाहिए?
वे बोलीं- क्यों, तुम मुझे खुश कर दोगे क्या?
मैंने कहा- अगर मैं कर पाऊंगा, तो जरूर करूँगा.

वे बोलीं- नहीं, तुम नहीं कर पाओगे!
मैंने कहा- मैं सब कर पाऊंगा, एक बार बताएं तो कैसी ख़ुशी चाहिए?

मेरे बहुत कहने पर उन्होंने कहा- वही खुशी, जो एक पति अपनी पत्नी को शादी के बाद देता है.
मैंने कहा- मैं कुछ समझा नहीं?
वह बोलीं- छोड़ो … तुम नहीं समझोगे!

मैंने कहा- आप बता कर तो देखिए, मैं आपको वह खुशी जरूर दूंगा.
वे मुझे देखती हुई बोलीं- अच्छा!
मैंने कहा- अब बताइए भी?

तो वे एकदम से खुल कर बोलीं- जब से शादी हुई है, उन्होंने सिर्फ 10-12 बार ही मेरी चुदाई की है.

जैसे ही उन्होंने सीधे मुझसे ऐसा बोला, तो मैं उनकी तरफ हक्का बक्का होकर देखने लगा.
भाभी चुदासी नजरों से मुझे देखती हुई बोलीं- अब बताओ, ऐसे कोई पत्नी कैसे खुश रहेगी?

मैंने कुछ नहीं कहा, मैं बस उन्हें देखे जा रहा था.
तभी भाभी ने मुझसे कहा- बताओ ये खुशी तुम मुझे दे पाओगे, नहीं न … छोड़ो रहने दो.

उनके यह सब बातें कहने से मेरे तो जैसे भाग ही खुल गए थे.

मैं झट से बोला- क्यों नहीं कर पाऊंगा? आप एक बार बस हां तो बोलिए. आप इतनी सुंदर सेक्सी माल हैं फिर भी अंकल आपको नहीं चोदते हैं, ऐसा क्यों है?

उन्होंने बताया कि उनका बहुत छोटा सा है और वे बहुत जल्दी ही झड़ जाते हैं. उनकी बढ़ती उम्र की वजह से वह सेक्स करना नहीं चाहते हैं.

मैंने कहा- मैं आपको खुश कर दूंगा.
वे बोलीं- नहीं, मुझे खुश कर पाना तुम्हारे बस का नहीं है.

मैंने सोचा कि साली क्या बहुत बड़ी वाली रांड है, जो कह रही है कि मैं संतुष्ट नहीं कर पाऊंगा.

तभी उन्होंने मुझसे पूछा- आज से पहले कभी चूत देखी है … या किसी की चुदाई की है?

मैंने कहा- मैंने की तो नहीं है, बस पोर्न वीडियो में देखा है कि चुदाई कैसे करते हैं.
वे बोलीं- इतने बड़े हो गए और आज तक चुत नहीं चोद पाए!
बस वे मुझ पर हंसने लगीं.

मैंने कहा- आप एक बार मौका दो न भाभी … फिर मैं आपको बताता हूँ.
वे बोलीं- अच्छा ठीक है, लेकिन अभी मेरे पति के आने का टाइम हो गया है. तुम बाद में आना.

मैंने उन्हें अपनी तरफ खींचा और उनके होंठों पर किस कर दिया.
वे खुश हो गईं और मैं चला गया.

अब मैंने शाम को बाजार जाकर कंडोम खरीद लिया.

अगले दिन जब अंकल और उनका बेटा स्कूल चले गए, तब मैं उसके घर में आ गया.

इस वक्त भाभी बाथरूम में नहा रही थीं.
मैंने उनको आवाज दी तो वह बोलीं- बेडरूम में बैठो, मैं अभी आई.
मैं बेडरूम में चला गया.

कुछ देर के बाद भाभी काले रंग की झीनी सी मैक्सी में मेरे पास आईं और बोलीं- रेडी हो?
मैंने कहा- मैं तो कल से ही रेडी हूँ!

उन्होंने रूम बंद कर दिया और मेरे पास आकर मुझे धक्का देती हुई मेरे ऊपर चढ़ गईं.
भाभी मेरे ऊपर लेटी थीं.
मैंने उन्हें किस करना शुरू कर दिया.

वे भी मुझे चूमने लगीं.
मैंने धीरे धीरे उनके हर एक अंग पर किस किया.

अब मैंने उनकी मैक्सी उतार दी.
वे मेरे सामने एक सफेद रंग की ब्रा और पैंटी में आ गईं.

मैंने लोवर और टी-शर्ट पहनी हुई थी.
उन्होंने अपने हाथ आगे बढ़ाए और मेरी टी-शर्ट को उतार दिया.

मैंने उनकी बांहों की गर्मी महसूस की तो मैंने उनके पीछे हाथ ले जाकर ब्रा का हुक खोल दिया.
उनके मम्मे खुली हवा में फुदकने लगे.

मैं एक कबूतर को अपने मुँह में लेकर चूसने लगा और दूसरे को मसलने लगा.
भाभी मादक आवाजें निकाल रही थीं ‘आह आह … मजा आ रहा है.’

उनकी सेक्सी आवाज़ें सुन कर मैं और जोश में आ गया.
मैं भाभी के एक निप्पल को दांत से काटने लगा.

फिर उनकी चूत को पैंटी के ऊपर से ही मसलने लगा.
वे पागल होने लगी थीं.

मैंने उनकी पैंटी उतार दी और मैं चूत को गौर से देखने लगा.
वे बोलीं- ऐसे क्या देख रहा है, तेरे लिए ही चमकाई है … टूट पड़!

मैंने पोजीशन बनाई और भाभी की चूत में अपनी जीभ लगा कर उसे चाटने लगा.
वे कामुक सिसकारियां लेने लगीं.

मैंने अपने लोवर को नीचे कर दिया और अपने अंडरवियर को नीचे सरका दिया.
मेरा लंड एकदम खड़ा था.

मेरे लंड को देखते ही भाभी की आंखें खुली की खुली रह गईं.

वे बोलीं- इतना बड़ा लंड … बाप रे तेरा लंड इतना बड़ा कैसे है?
मैंने लंड हिलाते हुए कहा- अंकल का कितना बड़ा है?
वे बोलीं- उनका तो तेरे लंड के आधा भी नहीं है.

यह सुनकर मैं हंसने लगा.

मैंने भाभी से अपना लंड चूसने को बोला.
वे झट से मेरा लंड चूसने लगीं.

भाभी सेक्स की हवस में मेरा लंड ऐसे चूस रही थीं जैसे वे कोई रंडी हों.

मुझे कितना मजा आ रहा था मैं आपको शब्दों में नहीं बता सकता.

कुछ देर बाद हम दोनों 69 की पोजीशन में आ गए.
मैं उनकी चूत के अन्दर तक जीभ डाल रहा था.

कुछ मिनट तक ऐसे ही चला.

वे बोल रही थीं- आह … अब मुझसे रहा नहीं जा रहा. पर तेरा यह मूसल जैसा लंड मैं अपनी चूत में कैसे लूँगी? ये मेरी चूत में गया, तो चूत का भोसड़ा बना देगा!
मैं उनकी इस तरह की भाषा सुनकर हैरान था.

मैंने कहा- कुछ नहीं होगा, चुत लंड को ले ही लेती है.

मैं अपने लंड पर कंडोम लगाने के लिए उसे रैपर से निकालने लगा.

वे बोलीं- नहीं, मुझ बिना कंडोम के चुदना है.
मैंने कहा- ठीक है.

मैंने अपना लंड उनकी चूत पर सैट कर दिया और एक जोर का धक्का लगा दिया.
मेरा आधा लंड अन्दर चला गया.

उनकी चीख निकल गयी और वे चिल्लाने लगीं.
मैं उन्हें किस करके धक्का लगाने लगा. अब मेरा पूरा लंड अन्दर चला गया था.

थोड़ी देर की चुदाई के बाद अब उन्हें मजा आने लगा था.
अब भाभी अपनी गांड उठा उठा कर मेरा साथ देने लगी थीं.

वे अपनी ही धुन में बोलती गईं- साले, तेरा लंड तो मुझे मार ही देगा … आह … कितना मजा दे रहा है! साले भोसड़ी के … आह पेल और अन्दर तक घुसेड़ मादरचोद … सीईई मेरी चूत की खुजली मिटा दे साले!

कुछ देर बाद भाभी झड़ गईं लेकिन मेरा अभी नहीं निकला था.
मैं उन्हें धकाधक चोदे जा रहा था.

वे फिर से चार्ज हो गईं.

अब मैं चरम पर आ गया था.
मैंने रफ्तार पकड़ ली और चिल्लाते हुए भाभी की चुत चुदाई करने लगा.

भाभी भी समझ गई थीं कि मेरे लंड से लावा निकलने वाला है.
वे भी अपनी चुत सिकोड़ कर मेरे धक्कों का जवाब अपनी गांड उठा कर देने लगीं.

लगातार करीब 20 धक्कों के बाद हम दोनों एक साथ में झड़ गए.

भाभी आह आह करती हुई शिथिल पड़ गईं.

कुछ देर बाद मैं भाभी के ऊपर से उतर आया.
भाभी मुझे चूमने लगीं और मेरे लंड को सहलाने लगीं.

कुछ देर के बाद मैंने भाभी को एक राउंड और चोदा.

मैं तो तीसरी बार भी चोदने के मूड में था मगर दो बार चुदने के बाद भाभी की हालत पतली हो गई थी.
वे मुझे मना करने लगीं.

मैंने उनकी चूत पर किस किया और कहा- कल फिर से मिल कर चोदूंगा.

भाभी हंस दीं और मैं अपने कपड़े पहन कर बाहर निकल गया.

दोस्तो, यह मेरी पहली सेक्स कहानी है.
सेक्स की हवस की कहानी आपको कैसी लगी, मेल से जरूर बताएं.
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