पोर्न मामी सेक्स कहानी में मैं मामा के घर रहने गया. रात को मैं सो रहा था कि मामी मेरा लंड सहलाने लगी, निकाल कर चूसने लगी. उसके बाद मैंने मामी को कैसे चोदा?
मेरा नाम राहुल है और मैं गुजरात से हूँ.
मेरी उम्र 19 साल की है.
मैं देखने में गोरा हूँ और काफी अच्छा दिखता हूँ.
मेरे लंड का साइज 6 इंच है लेकिन मैं किसी को भी शान्त कर सकता हूँ.
फिलहाल मैं एक स्टूडेंट हूँ.
मैं आपको आज अपनी पोर्न मामी सेक्स कहानी सुनाने वाला हूँ.
मेरी मामी का नाम रीमा (बदला हुआ) है.
उनकी उम्र 34 साल है.
वे बहुत ही सेक्सी माल और एकदम गोरी हैं.
वे पोर्न वीडियो में MILF के जैसी दिखती हैं.
उनकी फिगर 32-28-34 की है.
मुझे उनकी गांड और बूब्स बहुत पसंद हैं.
मेरी मामी की शादी 7 साल पहले हुई थी और उनको अभी दो बच्चे हैं.
दोनों बच्चे जुड़वां हैं.
आपको पता होगा कि गर्मियों में छुट्टियां होने की वजह से सब अपनी नानी के घर जाते हैं, वैसे ही मैं हर साल गर्मियों की छुट्टी में अपनी नानी के घर जाता हूँ.
इस साल भी मैं छुट्टियों में नानी के घर गया था.
नानी का गांव मेरे गांव के पास में ही है.
मेरे मामा स्कूल में पढ़ाते हैं, तो उनको भी गर्मियों में छुट्टी मिलती है.
घर में मैं सबसे छोटा हूँ तो मुझे मामा के घर में सब प्यार करते हैं.
गर्मियों की वजह से मामा मामी और उनके बच्चे छत पर सोते थे तो मैं भी उनके साथ ऊपर ही सो जाता था.
इस घटना से पहले मैंने कभी भी अपनी मामी को गंदी नजर से नहीं देखा था.
लेकिन एक दिन की बात है, मैं छत पर ऐसे ही फोन यूज कर रहा था तो मामी आईं और अपने बच्चों को सुलाने लगीं.
साथ ही वे भी सोने लगीं.
उस वक्त उन्होंने साड़ी पहन रखी थी.
मैंने मामा के बारे में पूछा.
तो उन्होंने बताया कि वे किसी गांव में गए हैं.
मुझे नींद आ रही थी, तो फोन को बाजू में रखकर मैं सोने लगा.
थोड़ी देर के बाद मुझे ऐसा लगने लगा कि कोई मेरे शॉर्ट को छू रहा है, तो मैंने आंख खोल कर देखा.
मेरी मामी मेरे शॉर्ट को निकालने की कोशिश कर रही थीं.
यह नजारा देखकर मैं हक्का-बक्का रह गया.
मेरा लंड अकड़कर खड़ा हो गया और शॉर्ट में से दिखने लगा.
यह देखकर मामी ने मेरे शॉर्ट को उतार दिया और वे मेरे लंड को देखने लगीं.
कुछ ही पल बाद उन्होंने मेरे छह इंच के मोटे लंड को अपने मुँह में ले लिया.
मुझे तो कुछ समझ ही नहीं आ रहा था कि यह हो क्या रहा है … लेकिन मामी लंड चूस रही थीं तो धीरे धीरे मुझे भी मजा आने लगा.
मैं उठ कर बैठ गया और मामी को देखने लगा.
वे मेरे सामने देख कर मुस्कुरा रही थीं.
मैं भी उनको देख कर मुस्कुरा दिया.
मैंने आज तक किसी की चुदाई नहीं की थी, आज यह मेरी पहली चुदाई होने वाली थी.
थोड़ी देर बाद मामी मेरे पास आकर मुझे चूमने लगीं, तो मैं भी उन्हें चूमने लगा.
मुझे बहुत मज़ा आ रहा था.
मैं मामी का मुँह पकड़ कर उनके होंठों को चूमे जा रहा था.
वे बहुत गर्म हो गई थीं.
मैंने उनकी साड़ी निकाल दी और उनको लेटा कर चूमने लगा.
थोड़ी देर के बाद मैंने उनका ब्लाउज हटा दिया और अब वे ऊपर सिर्फ ब्रा में रह गई थीं.
मैं ऊपर से ही उन पर टूट पड़ा और उनके दूध चूसने लगा.
वे कामुक सिसकारियां लेने लगी थीं- आह … ऊहह …
मैं भी जोश में आ गया था.
मैंने उनके पेटीकोट को नीचे से निकाल दिया और वे अब सिर्फ ब्रा पैंटी में रह गई थीं.
मुझे उनको ऐसे देखकर रहा नहीं गया और मैं फिर से उनके होंठों पर टूट पड़ा.
वे भी भूखी कुतिया की तरह मेरे होंठों को चूस रही थीं.
मामी को चूमते चूमते ही मैंने अपनी टी-शर्ट निकाल दी.
वे मेरे पीठ पर अपने हाथ फेरने लगीं और मुझे अपने सीने में भींचने लगीं.
मैंने उनको खड़ा कर दिया और उनकी ब्रा का हुक खोल दिया.
मेरे सामने उनके रसीले बूब्स थे.
मैंने उनके एक दूध को पकड़ कर मुँह में ले लिया और चूसने लगा, साथ ही दूसरे आम को अपनी मुट्ठी में भर कर भींचने लगा.
वे अपने हाथों से मेरे मुँह को अपने बूब्स पर दबा रही थीं.
करीब दस मिनट तक मैंने उनके दोनों बूब्स को चूस कर सुर्ख लाल कर दिए थे.
अब मामी की चूत की बारी थी.
मैं नीचे की तरफ गया और उनकी पैंटी की इलास्टिक में अपनी दोनों उंगलियां फंसा कर उसे बाहर निकाल दी.
मामी की चूत एकदम रसीली हो चुकी थी.
मैं उनके पैरों को अपने कंधों पर लेकर चूत चाटने लगा.
वे अपनी चूत पर मेरी जीभ के स्पर्श को पाकर एकदम से कराह उठीं.
मैंने अपनी उंगली उनके मुँह में डाल दी ताकि उनके बच्चे उठ न जाएं.
इसी बीच वे झड़ गईं और मैं सारा माल पी गया.
फिर मैंने खड़े होकर अपना लंड मामी के मुँह में दे दिया और वे लंड को प्यार से चूसने लगीं.
मैंने मामी का मुँह पकड़ कर लंड पूरा अन्दर दबा दिया तो उनके मुँह से लार टपकने लगी और उनको सांस लेने में दिक्कत होने लगी.
उनकी छटपटाहट देख कर मैंने लंड को निकाल दिया.
लंड बाहर आते ही उनके मुँह से ‘उहह …’ की तेज आवाज निकल गई.
उनका मुँह लाल हो चुका था.
मैं फिर से मुँह में लंड डाल कर मुँह चोदने लगा और अब उनके मुँह से ‘गच … गच … की आवाज़ आने लगी.
मुझसे भी रहा नहीं गया और मैंने मामी के मुँह में ही पिचकारी मार दी.
मामी भी सारा रस मजे से पी गईं.
मैं ढीला हो गया था तो मामी के बाजू में लेट गया और उनके बूब्स को सहलाते हुए उनसे बात करने लगा.
मैंने उनसे पूछा- क्या मामा आपको खुश नहीं कर पाते हैं?
मामी- तुम्हारे मामा महीने में 2 से 3 बार ही सेक्स करते हैं और जल्दी से झड़ जाते हैं. उनका लंड भी बहुत छोटा सा है.
मैं- अच्छा तो आपने मुझे पकड़ लिया!
मामी- हां, मैंने तुम्हें नहाते हुए देख लिया था, उसी वक़्त तुम्हारे लंड देखकर तुमसे चुदने का ही सोच रही थी.
यह कह कर उन्होंने मुझे होंठों पर किस कर दिया.
अभी भी मामा को आने में वक़्त था तो कोई टेंशन नहीं था.
धीरे धीरे मेरा लंड फिर से टाइट हो गया.
तो मैं खड़ा होकर मामी के मुँह को फिर से चोदने लगा.
थोड़ी देर के बाद मामी भी गर्म हो गईं तो मैंने लंड मुँह से निकाल दिया.
अब मैं मामी की चूत पर लंड को घिसने लगा.
इससे मामी मादक सिसकारियां लेने लगीं.
यह मेरा फर्स्ट टाइम था तो मैं पूरा मज़ा लेना चाहता था.
मैंने मामी की चूत पर लंड सैट करके धक्का मारा.
तो मामी दर्दीली आवाज़ करने लगीं.
मैंने झट से उनके होंठों पर अपने होंठ सटा दिए और धीरे से दूसरा धक्का लगा दिया.
इस बार मामी तड़प उठीं और अपने नाखून मेरी पीठ पर दबाने लगीं.
मैं मामी को किस कर रहा था और नीचे से धीरे धीरे धक्का लगा रहा था.
थोड़ी देर के बाद मामी सामान्य हो गईं और मेरा साथ देने लगीं.
मैं अब ऊपर उठ कर मामी के पैर अपने कंधों पर लेकर चोद रहा था और साथ ही मामी की जांघों को चूम भी रहा था जिससे मामी को बेहद मज़ा आ रहा था.
इस पोजीशन को इंग्लिश मैं बटरफ्लाई सेक्स कहते हैं.
कुछ देर बाद मैंने मामी को उल्टा लेटा दिया और पीछे से उनको चोदने लगा.
मामी भी मजे से चुद रही थीं और कामुक सिसकारियां ले रही थीं.
करीब 20 मिनट बाद जब मैं झड़ने वाला था तो मैंने उनसे पूछा- माल कहां निकालूँ?
मामी ने कहा- आह अन्दर ही डाल दे!
तो मैंने कहा- पक्का न … कोई प्रॉब्लम तो नहीं होगी?
उन्होंने कहा- मैं दवा ले लूँगी.
यह सुनते ही मैंने दो-तीन करारे झटके मारे और मैं उनकी चूत में ही झड़ गया.
झड़ने के बाद मैं मामी के ऊपर ही लेट गया.
मामी की चूत से मेरे लौड़े का वीर्य टपक रहा था.
वे हांफ रही थीं और मेरे सामने देखकर मेरे बालों को सहला रही थीं.
मैं भी उनकी कमर को सहला रहा था.
मैंने पूछा- कैसा लगा?
मामी- मजा आ गया … आज पहली बार किसी ने मेरी ऐसी चुदाई की है!
मैं खुश होकर बोला- अब मैं आपका हो गया हूँ, जब आप चाहो, मेरा लंड ले सकती हैं.
वे खुश हो गईं और मुझे किस करके खड़ी हो गईं. मामी अपने कपड़े पहनने लगीं.
मैंने भी कपड़े पहन लिए और लेट गया.
मामी भी कपड़े पहन कर अपनी जगह जाकर लेट गईं.
चुदाई के कारण भारी थकान हो गई थी और उसी की वजह से कब नींद आई, कुछ पता ही नहीं चला.
सुबह मुझे मामा ने उठाया तो मैं उठ कर नीचे चला गया और फ्रेश हो गया.
थोड़ी देर बाद मामी चाय लेकर आईं, तो वे मुझसे नजरें ही नहीं मिला रही थीं.
फिर जैसे ही उन्होंने मुझे चाय दी तो मैंने उनके हाथ को मेरे हाथ से रगड़ दिया.
वे एकदम से मेरे सामने देखने लगीं तो मैंने मुस्कुराते हुए आंख मार दी.
वे मुझे मामा की ओर इशारा करने लगीं.
मामा मेरे सामने ही दूसरी खटिया पर बैठे थे तो किसी इशारे को वे देख ही नहीं पा रहे थे.
फिर जब मामी चाय देने के लिए झुकीं तो उनकी गांड देखकर मेरा लंड सलामी देने लगा.
मेरा मन कर रहा था कि अभी साड़ी को ऊपर करके लंड घुसेड़ दूँ.
लेकिन मामा थे तो मैंने अपने आप पर संयम किया और चाय पीने लगा.
चाय पीने के बाद मैं अपना और मामा का चाय का कप मामी को देने रसोई में गया तो वे खड़ी होकर बर्तन साफ कर रही थीं.
मैंने कप को साइड में रख कर धीरे से मामी को पीछे से पकड़ लिया.
वे अचानक से ऐसा होने से डर गईं और मेरे सामने घूम गईं.
मैंने मामी को कमर से पकड़ लिया.
वे मुझे देखकर बोलने लगीं- तुम्हारे मामा आ जाएंगे.
मैं अपने हाथ को उनके मुँह से लेकर उनके पेट तक ले गया और कमर को पकड़कर मैंने उनके होंठों पर किस दे दी.
वे एकदम से चौंक गईं और कहने लगीं- अभी नहीं, कोई आ जाएगा!
इस वजह से मैंने उनको चाय का कप पकड़ा दिया और बाहर आकर मामा के सामने बैठकर बातें करने लगा.
उसी वक्त मामा के फोन पर किसी का फोन आया तो वे उससे बातें करने लगे.
मैं वहीं बैठकर फोन यूज कर रहा था.
मामा ने फोन रखकर मुझे बताया- अपनी मामी से कह देना कि मैं काम से जा रहा हूँ और दो तीन घंटे बाद वापस आ जाऊंगा.
यह मामी ने भी सुन लिया था तो उन्होंने खाना की पूछी.
मामा- अरे बस दो तीन घंटे में वापस आ जाऊंगा और खाना घर आकर ही खाऊंगा.
अब मामा बाईक लेकर चले गए.
मामा के दोनों बच्चे गांव में खेलने गए हुए थे तो अब सिर्फ घर पर मैं और मामी ही थे.
मैं सीधा मामी के पास चला गया.
मैंने अन्दर जाकर देखा, तो मामी नीचे घोड़ी जैसी होकर पौंछा लगा रही थीं.
मैंने पीछे से उनकी कमर में हाथ डालकर उन्हें पकड़ लिया और पीछे से अपने लंड को मामी की गांड के ऊपर घिसने लगा.
मामी मुझे देखकर बोलने लगीं.
मामी- तू फिर से आ गया, तेरे मामा ने देख लिया तो दिक्कत हो जाएगी!
मैंने मामी की गांड को सहलाते हुए कहा- मामा अभी काम से जाने के लिए निकले हैं. सुना नहीं था कि वे दो तीन घंटे में आने की कह कर गए हैं. उतनी देर में तो अपना काम खत्म हो जाएगा.
यह सुनते ही मामी खुश होकर खड़ी हो गईं और मैंने घर का दरवाजा बंद कर दिया.
मामी मेरा हाथ पकड़कर मुझे अपने कमरे में ले गईं.
कमरे में जाते ही वे मेरे होंठों पर टूट पड़ीं.
ऐसा लग रहा था कि वे मेरे होंठों को खा ही जाएंगी.
मैं भी उनके पूरे बदन को हाथों से सहलाने लगा.
मामी की वासना हिलोरें मार रही थी.
पोर्न मामी सेक्स करती हुई मुझे छोड़ ही नहीं रही थीं, चूमे ही जा रही थीं.
मैं भी पोर्न मामी का पूरा साथ दे रहा था.
दस मिनट तक चूमने के बाद बाहर से बाईक रुकने की आवाज आई तो मैं मामी से अलग होने लगा.
लेकिन मामी पूरी तरह से सेक्स में डूब चुकी थीं.
फिर जैसे तैसे मैं मामी से अलग हुआ और खिड़की से बाहर देखा तो मामा बाईक को खड़ा कर रहे थे.
मैंने एकदम से खिड़की बंद करके मामी को बताया कि मामा आ गए हैं.
मामी ने भी अपने आप को संभाला और अपनी साड़ी ठीक करने लगीं.
दोस्तो, मामा जी के अचानक वापस आ जाने से हम दोनों ही घबरा गए थे कि अचानक से मामा जी के वापस आने का सबब कुछ और तो नहीं है.
अगले भाग में आपको बताऊंगा कि मैंने मामी की चुदाई का मजा कैसे लिया और उनकी गांड भी चोद दी.
आपके कमेंट्स मुझे इस पोर्न मामी सेक्स कहानी को और भी अच्छे ढंग से लिखने के लिए प्रेरित करेंगे.
पोर्न मामी सेक्स कहानी का अगला भाग: मामी ने अपनी चूत मुझसे चुदवा ली- 2