मेरी मम्मी को पड़ोसी भैया ने चोद दिया- 3

पड़ोसन की चुदाई कहानी में मेरे पड़ोसी भैया ने मेरे माध्यम से मेरी सेक्सी और प्यासी मॅाम को सेट करके मुझे दिखाकर उनकी चूत की चुदाई की. मैं खिड़की से देख रहा था.

दोस्तो, मैं सुजय आपको अपनी मम्मी की प्यासी जवानी की चुदाई की कहानी सुना रहा था.
कहानी के दूसरे भाग
माँ की नंगी वीडियो बनाई
में अब तक आपने जाना था कि पड़ोस वाले राहुल भैया के कहने पर मैं अपनी मम्मी के ऊपर नजर रखने लगा था और आखिर मैंने उनकी चूत में उंगली करने वाली वीडियो बना ही ली.

अब आगे पड़ोसन की चुदाई कहानी:

सुबह उठा तो पापा जा चुके थे.
फिर मैंने मम्मी को बाथरूम में और कपड़े पहनते देखा.

भैया का कहना बिल्कुल ठीक था.
मम्मी को चुदाई की ज़रूरत थी.

शाम होते ही मैं भैया के घर गया और उन्हें सारी बातें बता दीं.

भैया- देखा मैंने कहा था ना … तेरे पापा से तेरी मम्मी की चूत शांत नहीं होती है. इसीलिए वे रात को अपनी चूत को उंगली से शांत करती हैं.
मैं- हां भैया, आपने सही कहा था. मगर पापा मम्मी की चुदाई ठीक से करते क्यों नहीं हैं?

भैया- यार, तेरे पापा थके हुए होते होंगे. या उन्हें अब तेरी मम्मी के साथ मज़ा नहीं आता होगा. मगर सच कहूँ तो तेरी मम्मी का बदन किसी के भी लंड को खड़ा कर सकता है.
मैं- हां भैया, आप सही कह रहे हो. मेरा लंड भी उन्हें देखकर खड़ा ही रहता है.

भैया- यार, अगर मैं तेरा बाप होता, तो रोज तेरी मम्मी की चुदाई करता.
मैं- भैया, आप मम्मी को चोदना चाहते हो?

भैया- यार तू बुरा मत मानना. मगर जब मैंने तेरी मम्मी को पहली बार देखा था. मैं तभी से उन्हें चोदना चाहता हूँ.
मैं- वैसे आग तो उनकी चूत में भी लगी हुई है.

भैया- यार, तेरी मम्मी शायद डर की वजह से किसी को भाव नहीं देती हैं. मगर एक बार अगर मुझसे चुदवा लेंगी, तो मैं उनकी सारी शर्म दूर कर दूँगा.
मैं- भैया तो आप एक बार और कोशिश करके देख लो. हो सकता है वह मान जाएं.

भैया- नहीं यार, वे नहीं मानेंगी. तेरी मम्मी की चुदाई के लिए मुझे कुछ और प्लान करना पड़ेगा. जिससे वह मना नहीं कर पाएं और खुद मुझे अपनी चूत चोदने दे दें.
मैं- भैया ऐसा कुछ प्लान है आपके पास?
भैया- हां यार है, मगर तुझे वह वीडियो मुझे देनी होगी.

मैं- मतलब आप मम्मी को वीडियो दिखा कर सैट करोगे?
भैया- यार, अब इसके अलावा क्या करूँ?
मैं- ठीक है भैया, मैं आपको वीडियो दे देता हूँ और मैं जानता हूँ कि आप उनकी गर्म चूत को शांत कर दोगे. वैसे भी आपके जैसा मोटा लंड उन्हें कहां मिलेगा. लेकिन आप ये वीडियो किसी को दिखाना मत!
भैया- अरे पागल है क्या … मैं क्यों किसी को दिखाऊंगा.

फिर भैया ने मुझे सारा प्लान समझा दिया और मैं घर आ गया.

अगले दिन रविवार था.
मैं नाश्ता करके भैया के घर चला गया.
आज तो मुझे मम्मी की चुदाई देखनी थी.

भैया मुझे छत पर ले गए और वे अब मेरे घर की छत पर आ गए.
भैया ने मुझे वहीं छत पर रुकने के लिए कहा.

उस समय बारह बजे का टाइम था.
पापा तो सुबह ही चले गए थे.

मैं भी बाहर का काम बोल कर घर से निकल गया था.

घर में मम्मी अपने काम खत्म करके टीवी देख रही थीं.

तभी भैया मम्मी को आवाज़ देते हुए नीचे चले गए- भाभी ओ भाभी … कहां हो आप?

मम्मी अन्दर से बाहर आईं.
उन्होंने मैक्सी पहनी हुई थी.

वे भैया को देखते ही बोल पड़ीं- राहुल आप यहां क्या कर रहे हैं? आप अन्दर कैसे आए?
भैया- बस भाभी, आपसे ही मिलने आया हूँ. वह भी छत से, गेट से आता तो मोहल्ले वाले पता नहीं आपके और मेरे बारे में क्या सोचते?

मम्मी- मेरे पति अभी घर पर नहीं हैं. जब वे आएं, तभी आप आना … और यह क्या बात हुई कि मोहल्ले वाले क्या सोचेंगे? आप यहां से चले जाओ.
भैया- भाभी, मैं आपसे प्यार से बात कर रहा हूँ और आप मुझे एटिट्यूड दिखा रही हो. मैं आपको कितना प्यार करता हूँ, यह तो आप समझ ही नहीं रही हैं.

मम्मी- आपको शर्म नहीं आती है. मैं शादीशुदा औरत हूँ. मेरा एक बड़ा बेटा भी है.
भैया- क्या करूं, भाभी जबसे आपको देखा है. मुझे तो आपका नशा सा हो गया है.

मम्मी- मैं आपको कितनी बार कह चुकी हूँ कि मुझे ये सब पसंद नहीं है. आप अभी यहां से नहीं गए, तो मैं अपने हज़्बेंड को सब बता दूँगी.
भैया- भाभी, अगर बताना होता तो आप अब तक कभी का बता देतीं. मगर मैं जानता हूँ कि आपका पति आपकी गर्मी नहीं निकाल पाता है.

मम्मी ऐसी बातें सुनते ही भड़क गईं- तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मेरे पति के बारे में ऐसी बात करने की. तुम यहां से जाते हो … या मैं शोर मचाऊं?

भैया आगे बढ़े और उन्होंने मेरी मम्मी का हाथ पकड़ लिया.
मम्मी उनसे अपना हाथ छुड़ाने लगीं.

मम्मी- यह क्या बदतमीज़ी है. छोड़ो मुझे … वरना मैं चिल्ला दूँगी.
भैया- चिल्लाओ भाभी, फिर मैं मोहल्ले वालों को आपकी वीडियो दिखाऊंगा.

मम्मी- यह आप क्या कह रहे है. कौन सी वीडियो दिखाओगे?
भैया ने अपना मोबाइल निकाला और मम्मी की वीडियो उन्हें दिखा दी.

वीडियो देखते ही मम्मी का हलक सूख गया और वे चुप हो गईं.

भैया सोफे पर बैठ गए.
मम्मी अपना सिर पकड़ कर रोने लगीं.

तभी भैया ने उन्हें आवाज़ दी- भाभी रो मत और यहां मेरे पास आ जाओ.
मम्मी- राहुल, प्लीज़ इस वीडियो को डिलीट कर दीजिए. अगर ये वीडियो किसी ने देख ली, तो मैं किसी को मुँह दिखाने लायक नहीं रहूंगी.

भैया- भाभी, मैं जानता हूँ. आपका पति आपकी चुदाई नहीं करता है. इस वीडियो में देखो … आप कैसे अपनी चूत की गर्मी निकाल रही हो. मैं भी आपसे यही चाहता हूँ कि आप अपनी चूत की गर्मी मुझसे शांत करवा लें.
मम्मी- राहुल, मैं ऐसा नहीं कर सकती हूँ. मैंने आज तक आपने पति को धोखा नहीं दिया है.

भैया- भाभी, पति को धोखा तो आप पहले ही दे चुकी हो. अगर एक शादीशुदा औरत को अपनी चूत की गर्मी निकालने के लिए अपनी उंगली का सहारा लेना पड़े, तो वह भी धोखा ही होता है.

तब भैया ने मम्मी का हाथ पकड़ा और उन्हें अपनी गोद में बिठा लिया.
मम्मी उठना चाह रही थीं मगर भैया ने उन्हें कमर से पकड़ा हुआ था.

भैया- भाभी आपकी और मेरी किस्मत एक जैसी है. मेरे पास कोई गर्लफ्रेंड नहीं है इसलिए मैं अकेला हूँ … और आपके पास पति है … फिर भी आप अकेली हो. क्या हम दोनों एक दूसरे का अकेलापन दूर नहीं कर सकते हैं?

मम्मी- राहुल, आप समझ क्यों नहीं रहे हैं? मैं जानती हूँ कि मेरे पति मुझे टाइम नहीं देते हैं. मगर मैं फिर भी खुश हूँ. अगर आपके और मेरे बारे में किसी को पता चल गया, तो मैं तो जीते जी मर जाऊंगी.

भैया बार बार मम्मी को समझा रहे थे मगर मम्मी नहीं मान रही थीं.

तब भैया बोले- ठीक है भाभी अब मैं यह वीडियो सुजय को भेज देता हूँ. वह भी तो देखे कि जिस चूत से वह निकला है. उसकी मम्मी उस चूत को कैसे शांत करती हैं.

मेरा नाम आते ही मम्मी डर गईं- राहुल प्लीज़, सुजय और मेरे पति को ये बात नहीं मालूम चलनी चाहिए. आप जो बोलेंगे मैं वह करूँगी.

भैया- भाभी मुझे अपने बेडरूम में ले चलो. हम दोनों वही एंजाय करेंगे और मैं आपसे वादा करता हूँ कि यह बात किसी को मालूम नहीं चलेगी.

अब मम्मी आगे चलने लगीं और भैया उनके पीछे पीछे बेडरूम में चले गए.

भैया- आपका बेडरूम बहुत अच्छा है भाभी! मगर यह सब किसी काम का नहीं है. क्या फायदा इस सजावट का … एक औरत को जो चीज़ चाहिए, वह तो आपके पति आपको देते नहीं हैं.

भैया ने मम्मी को बेड पर बिठा दिया और उनकी टांगें उठा कर मैक्सी ऊपर कर दी.

मम्मी ने अन्दर सफेद पैंटी पहनी थी.
मम्मी बार बार अपनी मैक्सी नीचे कर रही थीं मगर भैया के आगे उनकी एक नहीं चल रही थी.

भैया ने बड़े प्यार से मम्मी की पैंटी निकाल दी और उसे सूंघने लगे.

मम्मी भैया से बोलीं- राहुल प्लीज़!
भैया- भाभी मैं खुद अकेला हूँ. इसलिए बस अपना और आपका अकेलापन दूर करना चाहता हूँ.

भैया ने बड़े प्यार से मम्मी की टांगें खोल दीं.
उनकी टांगें खुलते ही आज पहली बार मैंने मम्मी की चूत देखी थी.

मम्मी अपने हाथ से अपनी चूत छुपा रही थीं मगर भैया उनके हाथ हटा दे रहे थे.

भैया ने अपना मुँह मम्मी की चूत में लगा दिया.
मैं बाहर खड़ा सब देख रहा था.

भैया तो जैसे मम्मी की चूत से चिपक गए थे … भैया मम्मी की चूत चाटते रहे.

जल्दी ही भैया की जीभ का कमाल मम्मी के ऊपर दिखाई देने लगा.
मम्मी के चेहरे पर कामुकता भरे भाव आने लगे.

भैया ने एक हाथ मैक्सी के अन्दर डाला और वह मम्मी की चूचियां दबाने लगे.
दूसरी तरफ चूत चाटते हुए वे मम्मी की चूत में उंगली करते रहे.

बीच में कई बार मम्मी ने आपने मुँह पर हाथ रखा और खुद की सिसकारियां दबाने की कोशिश की.
मगर भैया की चूत चटाई से वे ज्यादा देर टिक नहीं पाईं और उनका पानी निकल गया.

भैया ने जब अपना मुँह हटाया, तो मैंने देखा कि मम्मी की चूत गीली पड़ी है.
तब भैया ने मम्मी को उठाया.

मम्मी अपना चेहरा छुपा रही थीं.
भैया ने मम्मी की मैक्सी उतार दी.

अब मम्मी सिर्फ़ एक ब्रा में बैठी थीं.
भैया ने मम्मी की ब्रा भी निकाल दी.
मम्मी की चूचियां बाहर निकल आईं.

भैया बारी बारी से मम्मी की चूचियों से खेलने लगे, उन्हें दबाने लगे और चूसने लगे.

फिर भैया ने अपना पजामा निकाल दिया और वे मम्मी के सामने नंगे खड़े हो गए थे.
मम्मी की भी नज़र भैया के लंड पर ही थी.

भैया ने मम्मी का हाथ पकड़ा और अपने लंड पर रख दिया.

भैया मम्मी के हाथ से लंड को आगे पीछे कर रहे थे और दूसरे हाथ से मम्मी की चूचियों के साथ खेल रहे थे.

फिर भैया ने मम्मी को बेड पर लिटा दिया और उनकी टांगें फैला दीं.

भैया ने मम्मी की टांगें पकड़ीं और अपने पास खींच लिया.
इससे मम्मी की चूत भैया के लंड से मिल गयी.

भैया मम्मी की चूत पर अपने लंड से मार रहे थे.
वे ऐसा करते हुए कई बार खिड़की की तरफ देखते थे, जहां कूलर लगा हुआ था.
वे जानते थे कि मैं वहीं से उनकी चुदाई देख रहा हूँ.

भैया मम्मी की चूत पर लंड रगड़ रहे थे मगर उसे अन्दर नहीं डाल रहे थे.

भैया ने मम्मी से कहा- भाभी, मेरा लंड अपनी चूत के छेद पर लगा दो.
मम्मी भी अब बिल्कुल गर्म हो चुकी थीं क्योंकि उनकी चुदाई भी काफ़ी दिनों से नहीं हुई थी.

इसलिए उन्होंने भैया का लंड पकड़ कर अपनी चूत के छेद पर लगा दिया.
भैया ने हल्के हल्के अपना लंड मम्मी की चूत में उतार दिया.

लंड जाने में मम्मी को कोई तकलीफ़ नहीं हुई मगर उन्होंने एक मीठी आह के साथ अपनी आंखें ज़रूर बंद की थीं.

भैया ने अपना लंड बाहर निकाल लिया और अपने हाथ पर थूक लेकर लंड पर लगा लिया.

अब लंड थूक से गीला होकर चमक रहा था.
भैया ने फिर से अपना लंड चूत पर लगाया और उनका लंड मम्मी की चूत को चीरता हुआ अन्दर चला गया.

इस बार मम्मी के मुँह से एक चीख निकल गयी- आहह!

भैया मम्मी की जांघें पकड़ कर धक्के लगाने लगे.
वे धक्के लगाते हुए मम्मी को चाट रहे थे.

उनकी जीभ मम्मी के मम्मों पर चल रही थी और उनका लंड मम्मी की चूत की गहराई में तबाही मचा रहा था.

मम्मी को जिस चुदाई का सुख चाहिए था, वह उन्हें भैया दे रहे थे.

इस बात का सबूत मम्मी की मीठी आहें साफ बता रही थीं ‘आहह एम्म्म आह …’
मम्मी के चेहरे पर खुशी के भाव साफ दिख रहे थे.

फिर भैया मम्मी के ऊपर झुक गए और उनकी चूचियों से खेलने लगे.
वे एक को मुँह में पकड़ कर खींचने लगे और मम्मी अपनी छाती को उठा कर भैया को दूध पिलाने की कोशिश करने लगीं.

जब भी भैया मम्मी की चूची को मुँह में पकड़ कर खींचते तो मम्मी के मुँह से पूफ पूफ की आवाज़ आती थी.

भैया धक्के लगाने के साथ साथ मम्मी को और भी ज्यादा गर्म कर रहे थे.

कुछ देर बाद मम्मी के मुँह से एक ज़ोर की आहह निकली और उनका शरीर ढीला पड़ गया.

भैया ने धक्के लगाने रोक दिए और मम्मी के होंठों को चूसने लगे.
इस बार मैंने देखा कि मम्मी ने भी भैया के होंठों को चूसना शुरू कर दिया.

मज़े के पल में मम्मी भूल गयी थीं कि भैया ने उन्हें जबरन सैट करके उनकी चुदाई की है.

वे तो बस उस चरम सुख का आनन्द ले रही थीं जो भैया ने उन्हें दिया था.

अब भैया ने मम्मी की चूत से लंड निकाल लिया.
भैया के लंड का टोपा मम्मी की चूत के पानी से चमक रहा था.

तब भैया बेड पर लेट गए और उन्होंने मम्मी को अपने ऊपर ले लिया.
मम्मी भैया के ऊपर झुकी हुई थीं.

कुछ ही देर में भैया ने लंड वापस मम्मी की चूत में डाल दिया.

मम्मी भैया को कामुक भाव से देख रही थीं और भैया उन्हें देखकर हंस रहे थे.

भैया ने मम्मी की कमर पकड़ी और उसे आगे पीछे चलाने लगे.

कुछ देर तक भैया ही मम्मी की कमर को पकड़ कर चला रहे थे.
मगर फिर मम्मी खुद अपनी कमर को हिला रही थीं.

भैया मम्मी की चूचियों को मसल रहे थे.
मम्मी जल्दी जल्दी अपनी कमर चला रही थीं.
शायद वे भैया को जल्दी ठंडा करना चाह रही थीं.
मगर भैया भी तगड़े खिलाड़ी थे, वे ज़ोर ज़ोर से साँसें ले रहे थे और अपना लंड कंट्रोल कर ले रहे थे.

भैया ने मम्मी को डॉगी स्टाइल में आने को कहा.
मम्मी भी बेड पर डॉगी स्टाइल में आ गईं.

भैया बेड के नीचे खड़े होकर मम्मी की चूत में लंड पेलने लगे.
मम्मी की बड़ी गांड की वजह से भैया को छेद नहीं मिल रहा था.

भैया- भाभी अपनी गांड को आपने दोनों हाथों से फैला लो.
मम्मी ने एक पल की देरी किए बिना अपनी गांड फैला ली.

भैया ने ऐसा मेरे लिए किया था.

जैसे ही मम्मी ने गांड फैलाई, भैया ने खिड़की की तरफ देखा और हंसने लगे.

अब मुझे मेरी मम्मी की चूत का छेद बिल्कुल खुला हुआ दिख रहा था.
उनकी गांड का छेद भी हल्का सा खुल गया था.

भैया ने अपना लंड मम्मी की चूत में डाल दिया और उनकी कमर पकड़ कर धक्के लगाने लगे.

मम्मी बेड पर हाथ रखकर झुकी हुई थीं और उनकी चूचियां झूल रही थीं.
वे भैया के धक्कों की वजह से हिल रही थीं.

भैया ने बीच में कई बार मम्मी की चूचियों को दबाया और ज़ोर से मसल दिया.

फिर भैया ने मम्मी के बालों को पकड़ लिया और तेज तेज धक्के देते रहे.

कुछ ही देर में भैया की स्पीड बहुत तेज हो गयी थी और कुछ ही धक्कों के बाद भैया अपना पूरा लंड मम्मी की चूत में ठांस दिया और वे पड़ोसन की चुदाई करके झड़ कर शांत हो गए.

मम्मी आगे बढ़ना चाहती थीं मगर भैया ने उन्हें पकड़ रखा था.

जब भैया ने अपना लंड बाहर निकाला, तब मम्मी की चूत से भैया का गाढ़ा पानी बेड पर गिरने लगा.

मम्मी के खुले छेद पर भैया का पानी लगा हुआ था.

मम्मी जल्दी से बाहर जाना चाहती थीं मगर भैया ने उन्हें रोक लिया और मुझे वहां से हटने का इशारा किया.
मैं खिड़की से हट गया और स्टोर रूम की तरफ छुप गया.

थोड़ी ही देर में मम्मी बाहर आ गईं.
वे बाथरूम में चली गईं.
वहां उन्होंने खुद को साफ किया और वापस कमरे में आ गईं.

मैं भी खिड़की के पास गया और अन्दर देखने लगा.
मम्मी कपड़े पहनने लगीं. मगर भैया ने उन्हें फिर से बेड पर खींच लिया.

मम्मी- राहुल, आप जो करना चाहते थे, वह आपने कर लिया. अब यहां से चले जाइए. मेरा बेटा आता ही होगा.
भैया- चला जाऊंगा भाभी, बस ये बताओ कि आपको मज़ा आया या नहीं?

मम्मी- इसका मेरे मज़े से क्या लेना देना है? आपको तो बस मेरे साथ सेक्स करना था. जो आपने कर लिया. अब प्लीज़ यहां से चले जाओ!

भैया- तो भाभी आज किसी और लंड लेकर कैसा लगा? क्या मैंने आपके पति से ज्यादा अच्छे से चुदाई की है? सच बताना … आपको आपके बेटे की कसम है!

मम्मी दुविधा में पड़ गईं कि वह इस बात का क्या जवाब दें.
मगर मेरी कसम के चलते उन्हें सच कहना पड़ा.

मम्मी- हां मुझे आपके साथ सेक्स करके मज़ा आया.
भैया यह बात सुनते ही मम्मी को किस करने लगे. मगर मम्मी ने उन्हें दूर कर दिया.

भैया- भाभी सच बताऊं, मैंने जब आपको फर्स्ट टाइम देखा था. तभी से मैं आपका दीवाना बन गया था.
मम्मी भैया की बातें सुनती रहीं.

फिर मम्मी और भैया ने कपड़े पहन लिए.

भैया- भाभी में रात को छत पर आपका इंतज़ार करूँगा. आप आपने पति के सोने के बाद आ जाना. आपकी चूत की सारी गर्मी निकाल दूँगा.

मम्मी- आपका दिमाग़ खराब हो गया है! मैं ऐसा कुछ नहीं करने वाली. अगर मेरे पति या बेटे ने देख लिया, तो मेरी तो ज़िंदगी बर्बाद हो जाएगी.

भैया- भाभी जैसे आप उंगली करने ऊपर आ गयी थीं … बस वैसे ही आ जाना. किसी को शक नहीं होगा. रात को एक बजे मैं आपका इंतज़ार करूँगा.
मम्मी बड़ी ही अज़ीब असमंजस में फंस गयी थीं.

भैया के कमरे से निकलने से पहले मैं छत पर आ गया.
कुछ देर में भैया भी आ गए.

भैया ने मुझे देखते ही गले लगा लिया.
भैया- थैंक्यू थैंक्यू सुजय … आज तेरी वजह से ही मैं आपने प्यार को हासिल कर सका हूँ.

मैं- भैया आपको मेरी मम्मी के साथ मज़ा आया?
भैया- यार सुजय, तेरी मम्मी की चूत एकदम मक्खन जैसी है. चाटने में भी बहुत मज़ा आया … और चोदने में उससे भी ज्यादा मज़ा आया.

मैं- भैया आपने मम्मी का पानी कितनी बार निकाला?
भैया- यार मुझे लगता है कि कम से कम 3 बार उनका पानी निकल गया था. पूरी चूत गीली हो गयी थी.

मैं- भैया आपने मम्मी को रात में बुलाया है. आपको क्या लगता है वे आएंगी!
इस बात को लेकर भैया हंसने लगे और बोले- लंड की चाह उन्हें जरूर खींच कर लाएगी … मेरा दावा है.

तो दोस्तो, यह मेरी मम्मी की पड़ोसन की चुदाई कहानी आपको कैसी लगी, प्लीज जरूर बताएं.
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