मुंह बोली बहन के साथ उसकी सहेली की चुदाई- 3

टू गर्ल्स हॉट कहानी में मैंने अपनी मुंह बोली बहन के साथ उसकी सहेली की चूत और गांड की चुदाई पहली बार की. उससे पहले वह मेरी बहन के साथ लेस्बियन सेक्स ही करती थी.

कहानी के दूसरे भाग
मुंह बोली बहन और उसकी गर्म सहेली
में आपने पढ़ा कि मेरी मुंह बोली बहन और उसकी सहेली नंगी मेरे बिस्तर में थी और मैं उन दोनों के साथ फॉर प्ले का मजा ले रहा था.

>मैं और कोमल दोनों 69 में थे, मैं उसकी चूत बहुत मज़े से चाट रहा था और वह मेरा लंड बहुत मज़े के साथ चूस रही थी.

लगभग 7-8 मिनट में कोमल मेरे मुंह पर झड़ गई और मैं उसका सारा नमकीन रस चाट गया.
उसके 2-3 मिनट बाद मैं भी झड़ गया और कोमल भी मेरे लंड से निकला सारा वीर्य पी गई और चाट चाट के लंड साफ कर दिया।

अब हम दोनों लेट कर किस करने लगे.< अब आगे टू गर्ल्स हॉट कहानी: इल्मा अभी वापस नहीं आई. हम दोनों मस्ती में किस करते रहे. मैं कोमल के दूध मसलता रहा. हम दोनों लगातार एक दूसरे के होंठ चूस रहे थे. कुछ देर में इल्मा भी वापस आ गई और मेरे दूसरी तरफ मुझसे चिपक के लेट गई. अब मैं सीधा लेटा था और दोनों लड़कियां मेरे दोनों तरफ से मुझे चूम चाट रही थी. कभी इल्मा मेरे होंठ चूसती तो कभी कोमल! अब नीचे कोमल ने मेरे लंड पर अपना एक हाथ रख दिया और मेरे लंड से खेलने लगी. कुछ ही देर में मेरा लंड पूरी तरह कड़क हो गया। अब मेरा मन पहले कोमल को चोदने का था. लेकिन डर था कि कहीं इल्मा बुरा न मान जाए. मैं यह सोच ही रहा था तब तक इल्मा खुद ही मुझसे बोल पड़ी- अब अपने लंड का मज़ा कोमल को भी चखा दो! मेरे तो जैसे मन की मुराद पूरी हो गई, मैं तुरंत कोमल के ऊपर चढ़ गया. मैंने कोमल की चूत पर अपना लंड रगड़ना शुरू ही किया था कि इल्मा मेरे लंड की तरफ बढ़ती हुई बोली- रुको, लंड को गीला तो कर दूं! इतना बोल कर इल्मा मेरा लंड चूसने लगी. उसने मेरा लंड चूस के अपने थूक से पूरा लंड गीला कर दिया. फिर एक बार कोमल की चूत को चाट के उसपर ढेर सारा थूक लगा दिया. अब इल्मा ने खुद ही मेरे लंड को पकड़ा और कोमल की चूत पर टिका दिया और खुद कोमल के पास लेट के कोमल को किस करने लगी. मैंने कोमल की चूत में लंड को धक्का दिया. तो एक ही धक्के में मेरे लंड का टोपा कोमल की चूत के अंदर था. कोमल की चूत इल्मा से थोड़ी ज़्यादा खुली हुई थी. लेकिन फिर भी डिल्डो और लंड में फर्क तो होता ही है इसलिए लंड घुसते ही वह छटपटाई. लेकिन इल्मा उसको किस करते करते सहला के शांत करती रही। इल्मा के बताने के हिसाब से मेरे फ्लैट पर आने से पहले सेक्स के मामले में इल्मा से ज़्यादा जानकर लड़की कोमल थी. लेकिन अब मैं इल्मा को एक महीने से रोज़ चोद रहा था तो अब इल्मा कोमल से आगे निकल चुकी थी क्योंकि कोमल अब तक सिर्फ डिल्डो का मज़ा ले रही थी लेकिन इल्मा अब रोज़ असली लंड का मज़ा लेती थी थोड़ी देर बाद इल्मा ने मुझे इशारा किया और मैंने इस बार पूरी ताकत से धक्का लगा दिया. जिससे मेरा पूरा लंड कोमल की चूत को चीरता हुआ अंदर चला गया. इस हमले से कोमल दर्द को काबू करने के लिए एकदम से इल्मा को ज़ोर से चिपक गई. इल्मा ने भी उसे अपने से चिपका के सहलाया और मैंने भी कोमल के दर्द को काबू करने के लिए धीरे धीरे उसके दूध दबाने चालू कर दिए. 3-4 मिनट रुकने के बाद कोमल का दर्द पूरी तरह शांत था। अब कोमल ने अपने होंठों को इल्मा के होंठों से अलग करके सेक्स के दरमियान पहली बार अपनी चुप्पी तोड़ी और इल्मा से बोली- इल्मा यार, मेरे पास जो डिल्डो है, पहले उससे तेरी जान निकाल जाया करती थी. अब तेरे पास जो लंड है उससे मेरी जान निकल गई! इस पर इल्मा हंस कर बोली- मुझे भी पहली बार में इतना ही दर्द हुआ था. लेकिन फिर मज़ा आने लगा. ऐसे ही तुझे भी अभी बहुत मज़ा आने वाला है। अब कोमल ने मेरी आंखों में देखा और मेरा हाथ पकड़ के अपनी तरफ खींच लिया. वह मेरे होंठों को चूसने लगी. उसके किस करने के अंदाज में भी वही मज़ा था जो इल्मा में था क्योंकि इन दोनों ने ये सब आपस में करके ही सीखा था. कुछ देर कोमल मुझे किस करती रही. फिर इल्मा मुझे किस करने लगी. कुछ देर इल्मा को किस करने के बाद कोमल ने कहा- अब चोदो मुझे! मेरा लंड तो कोमल की चूत में ही था, मैं सीधा हुआ और मैंने धक्के लगाना चालू कर दिए. अब वे दोनों आपस में किस करने लगी और मैं कोमल की चुदाई करने लगा। मैं कोमल को चोदते हुए धीरे धीरे अपनी स्पीड को बढ़ाता गया. लगभग 10 मिनट तक मैंने कोमल को उसी पोजीशन में चोदा, फिर मैंने कोमल को पलट के घोड़ी बना दिया और पीछे से कोमल की चूत में लंड पेल दिया और चोदने लगा. इस पोजीशन का फायदा उठा के इल्मा ने कोमल का मुंह अपनी चूत पे रख दी. अब मैं कोमल को पीछे से चोद रहा था और कोमल इल्मा की चूत चाट रही थी. इस पोजीशन में भी लगभग 10 मिनट तक मैंने कोमल को चोदा, फिर मैंने लंड बाहर निकाला और चित लेट गया. इल्मा उठ कर मेरे लंड को चूसने लगी. कुछ देर लंड चूसने के बाद इल्मा ने कोमल को इशारा किया तो कोमल अपनी चूत मेरे लंड पर रख के बैठ गई और धीरे धीरे कोमल ने पूरा लंड अपनी चूत में ले लिया। अब कोमल मेरे लंड पर उछल उछल कर चुदने लगी. इधर इल्मा ने अपनी चूत मेरे मुंह पर रख दी और मैं इल्मा की चूत चाटने लगा. कोमल अब एकदम रण्डी की तरह लंड पर उछल उछल के अपनी चुदाई का मज़ा ले रही थी. थोड़ी देर बाद कोमल ज़ोर ज़ोर से लंड अंदर बाहर लेने लगी और जल्दी ही झड़ गई. वह झड़ने के बाद इल्मा को मेरे ऊपर से हटा के बिल्कुल निढाल होकर मेरे ऊपर गिर गई. मेरा लंड अब भी खड़ा था और कोमल की चूत में ही था. लेकिन मैंने सोचा कि शायद कोमल थक गई होगी तो अब मैं उसको हटा के इल्मा को चोद लूं. मैंने कोमल को साइड में पलटा. इससे कोमल शायद समझ गई कि मैं अपना लंड उसकी चूत से निकलने वाला हूं. तो उसने तुरंत मुझे कस के जकड़ लिया लंड बाहर नहीं निकलने दिया, बोली- ऐसे मत छोड़ो मेरी प्यासी चूत को! इसे आज अपने असली लंड का असली माल पिला दो। उसकी बात सुन कर मैं फिर से उसके ऊपर चढ़ गया और कोमल को धकापेल चोदने लगा. कोमल को चोदने में मुझे बहुत मजा आ रहा था. इल्मा सुकून से साइड में लेट के हम दोनों की चुदाई देख रही थी. मैं करीब 10 मिनट तक कोमल को और चोदता रहा. उसके बाद मैं झड़ गया और मैंने सारा माल कोमल की चूत में गिरा दिया. झड़ने के बाद मैं कोमल के ऊपर गिर गया और उसको किस करने लगा. वह भी मुझे ऐसे किस कर रही थी जैसे अपनी जबरदस्त चुदाई के लिए मेरा शुक्रिया अदा कर रही हो। कुछ देर बाद मैं कोमल के ऊपर से हट के सीधा लेट गया. अब मैं कोमल और इल्मा दोनों के बीच लेटा था, मेरी दोनों आइटम मुझसे चिपकी हुई थीं. उसके बाद कोमल के सामने मैंने एक बार इल्मा की गांड मारी. जिसे देखकर कोमल इल्मा से बोली- तू तो पूरे मज़े ले रही है यार! और मैं अब तक डिल्डो से ही काम चला रही थी। उस पूरे दिन मैंने दोनों को बारी बारी से खूब चोदा, टू गर्ल्स हॉट सेक्स का मजा लिया. फिर शाम हुई तो कोमल बोली कि उसे कल की छुट्टी करनी है, कल भी वह पूरा दिन मेरे साथ बिस्तर पर ही रहना चाहती है. तो इस पर मैंने इल्मा को भी अगले दिन छुट्टी करने को बोला. पर इल्मा ने कहा- हम दोनों का एक साथ छुट्टी करना ठीक नहीं है. मैं कल चली जाऊंगी तुम दोनों लोग दिन भर एंजॉय करना! तो मैंने कहा- ठीक है। उस रात मैंने पहले इल्मा को एक बार चोदा और एक बार और गांड मारी. फिर वह ऊपर वाले कमरे में जाकर सो गई क्योंकि उसे सुबह जल्दी जाना था. मैंने कोमल को रात भर खूब चोदा और करीब 4 बजे हम दोनों सोए। सुबह 8 बजे मेरी आंख तब खुली जब इल्मा मेरा लंड चूस रही थी. मुझे जगा हुआ देख इल्मा बोली- मुझे दिन भर की खुराक दे दो ताकि मेरा दिन अच्छा कटे! इतना बोल कर वह मेरे लंड पर अपनी चूत सेट करके बैठ गई और उछल उछल के खुद ही चुदने लगी. सुबह में तो लंड एकदम लोहे के तरह खड़ा ही होता है. लगभग 15 मिनट तक मैंने इल्मा को चोदा जिसमें मैंने आधी चुदाई के बाद इल्मा को बेड के किनारे लिटा के खुद नीचे खड़े हो के चोदा. झड़ने से पहले इल्मा ने मुझसे बोल दिया- माल पीना है मुझे! तो मैंने झड़ने से थोड़ा पहले लंड बाहर निकाल लिया और उसको बेड पर इस तरह से लिटा दिया कि उसका सिर बेड के किनारे पर लटका हुआ था और वह पीठ के बल लेटी हुई थी। इस पोजीशन में मैंने बेड के नीचे खड़े होकर इल्मा के मुंह में लंड डाल दिया. मैंने उसके मुंह को बुरी तरह से चोदना शुरू कर दिया. इस तरह से मेरा पूरा लंड इल्मा की हलक तक जा रहा था. यह मेरा और उसका दोनों का पहला ऐसा एक्सपीरियंस था. इस तरह से मुंह की चुदाई में उसके मुंह से थूक झाग बन के निकल रहा था और उसके मुंह से बहता हुआ उसकी आंखों पर और बालों तक जा रहा था जो नीचे लटके हुए थे. मेरा लंड भी उसकी लार में पूरी तरह सना हुआ था और हर धक्के में मेरी गोलियां उसकी नाक को छू रहे थे। उसके मुंह से 'गोऊ गूं गोओ गुओप गुओं' जैसी बहुत ही मादक आवाज़ें निकल रही थीं जो माहोल को बहुत ज्यादा गर्म कर रहीं थी. मैं थोड़ी देर और ज़ोर ज़ोर से इल्मा के मुंह में धक्के लगाता रहा और उसके मुंह को चोदता रहा. फिर मैं झड़ गया और सारा माल इल्मा के मुंह में छोड़ दिया. वह सारा माल पी गई और उसने लंड चाट चाट के साफ कर दिया। फिर मैं हटा और वह उठी. उसका पूरा मुंह उसके मुंह से निकली लार और मेरे वीर्य से सना हुआ था. वह मुझसे बोली- यह कुछ अलग ही मज़ा था, वापस आ जाऊं तो फिर से ट्राई करवाना! बोल कर वह बाथरूम नहाने चली गई. मैं उसके और मेरे लिए चाय बनाने लगा. नहाने के बाद वह नाश्ता करके चाय पीकर चली गई और मैं गेट बंद करके वापस बिस्तर में आकर कोमल से चिपक के सो गया। फिर मेरी नींद तब टूटी जब कोमल मुझे सोते पर ही किस कर रही थी. मैं भी नींद से जाग के कोमल का साथ देने लगा और हम दोनों चूमाचाटी करने लगे. मेरा लंड पूरे जोश में आ गया और अब कोमल मेरे ऊपर आ गई और मुझे चूमने चाटने लगी. लंड अब नीचे कोमल की चूत में रगड़ रहा था. वह मेरे सीने पर किस करने लगी. कुछ देर मेरे सीने पर किस करने के बाद वह उठकर मेरे ऊपर 69 पोजीशन के आई और अपनी चूत मेरे मुंह पर रख के मेरा लंड अपने मुंह में भर के चूसने लगी. मैं लपालप उसकी चूत चाट रहा था, साथ ही साथ मैं अपनी जीभ नुकीली करके उसकी चूत के अंदर डाल डाल के अंदर तक चाट रहा था। कुछ देर बाद कोमल मेरे ऊपर से उठी और मेरे लंड पर अपनी चूत सेट करके अंदर लेने लगी. रात भर की चुदाई से मेरा लंड उसकी चूत में अपने साइज़ की जगह बना चुका था. तो इस बार कोमल को ज्यादा तकलीफ नहीं हुई और उसने पूरा लंड आराम आराम से अपनी चूत में अंदर तक ले लिया. फिर कोमल मेरे लंड की सवारी करने लगी. अब वह खुद ही उछल उछल के मेरे लंड से चुद रही थी. उसके मस्त चूचे ऊपर नीचे झूल रहे थे, यह देख कर मैंने उसके दूध पकड़ लिए और दबाने लगा. बड़े मस्त दूध थे उसके ... और गुलाबी चूचुकों का तो जवाब ही नहीं! वह उछल उछल के चुदती रही और मैं उसके दूध दबाता रहा। मैंने कुछ देर बाद कोमल को नीचे पलट दिया और उसके ऊपर चढ़ गया. अब मैंने अपनी ताकत से उसको चोदना शुरू कर दिया. मैं जोर जोर से उसे धकापेल चोदने लगा और वह चिल्ला चिल्ला के 'और जोर से चोदो ... और जोर से!' कहती रही. 10 मिनट चोदने के बाद मैंने सारा माल कोमल की चूत में ही छोड़ दिया और उसके बगल में लेट गया। अब मैं उसके दूधों से खेल रहा था. कभी मैं उसके निप्पल चूसता तो कभी हाथ से दबाता. वह भी पूरे मज़े से मुझे अपने दूध चुसवाती रही। फिर हम दोनों बात करने लगे. मैंने कोमल से पूछा- इल्मा और मेरे सेक्स के बारे में तुम्हें पहले से पता था या फिर कल जब यहां आई हो तब पता चला? तो कोमल बोली- इल्मा बहुत कमीनी है. पिछले एक महीने से वह अकेली मज़ा ले रही है. मुझे अभी एक हफ्ते पहले ही बताया उसने! जबकि उसको यह राय मैंने ही दी थी। मैं कोमल की यह बात सुन कर चौंक गया. मैंने कोमल से पूछा- राय दी थी? क्या मतलब? तो कोमल ने बताया- हम दोनों को बॉयफ्रेंड वाली लाइफ नहीं चाहिए क्योंकि बॉयफ्रेंड साले लड़की पर अपना हुक्म चलाते रहते हैं. इसलिए हम दोनों लेस्बियन सेक्स करके ही एक दूसरे को सुकून दे लेती थी. लेकिन हम दोनों लेस्बियन सेक्स करते करते इतने सेक्स एडिक्टेड हो गई थी कि अब हमारा का लंड लेने का मन होने लगा था. और हम लोगों को कोई ऐसा चाहिए था जो हम दोनों की प्यास बुझाए वह भी बिना हमारा बॉयफ्रेंड बने. लेकिन इस चीज के लिए हम लोग किसी पर भी भरोसा नहीं कर सकते थे. फिर जब इल्मा यहां तुमसे पहली बार मिली, तब उसने मुझे बताया तुम्हारे बारे में और तुम्हारा फोटो भी दिखाया। वह बताती रही- मैंने उससे तुम्हारे बारे में काफी कुछ पूछा कि तुम कैसे लड़के हो. तो उसने बहुत तारीफ की, उसने बताया कि तुम बहुत अच्छे हो और उसे बहुत मानते हो. उसने यह भी बताया कि तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है और तुम्हारी काफी तारीफ की. लेकिन उस वक्त उसके मन में तुम्हारे बारे में कोई ऐसा ख्याल नहीं था. फिर उसके कुछ दिन बाद मैंने उससे बोला कि क्यों न तुम्हारे अहमर भाई को हम लोग सेक्स के लिए राज़ी कर लें. आखिर अहमर भाई को भी तो सेक्स करने का मन होता होगा. अगर उनके साथ काम बन जाए तो हम दोनों की सेक्स की प्यास भी बुझती रहेगी और बॉयफ्रेंड वाला झंझट भी नहीं होगा। कोमल ने आगे कहा- इस पर उस टाइम तो इल्मा बोली कि वह ऐसा नहीं करेगी क्योंकि तुम उसे बहन मानते थे और वह भी तुम्हें भाई मानती थी. फिर मैंने उसे बहुत समझाया कि तुम दोनों न ही सगे भाई बहन हो, न ही रिलेटिव हो. यह रिश्ता तो तुम लोगो के मुंह से बोला हुआ रिश्ता है, यह तो बदला भी जा सकता है. धीरे धीरे मैंने उसे इसके लिए मनाया. 2-3 दिन में वह राज़ी हुई. वह बोलती रही- फिर मैंने उसे तुम्हारे साथ सेक्स के इतने सपने दिखाए कि वह मुझसे भी ज्यादा तड़पने लगी तुमसे चुदने के लिए! फिर हम दोनों ने यह प्लान बनाया और इल्मा यहां तुम्हारे साथ रहने आई. मैं उससे रोज़ पूछती थी कि कुछ काम बना या नहीं. पर वह बहाना कर देती थी कि अभी कुछ नहीं हुआ. जबकि वह यहां आने के कुछ दिन बाद ही तुमसे चुदने लगी थी. अभी उसने 1 हफ्ते पहले मुझे बताया और यह भी बताया कि काम तो बहुत पहले बन गया था लेकिन वह सही टाइम का इंतज़ार कर रही थी। कोमल ने आगे बताया- कल जब मैं यहां आई, उससे एक दिन पहले मेरी इल्मा से इस बारे में बात हो गई थी. उसने ही मुझे इस तरह अचानक से सुबह में आने को बोला था. और आज मैं भी तुमसे चुद रही हूं! यह सुन कर मुझे तो मज़ा आ गया। मैंने कोमल को गोद में उठाया और बाथरूम में ले गया. वहां जाकर मैंने शावर चालू किया और हम दोनों नहाते हुए किस करने लगे. कुछ देर बाद कोमल घुटनों के बल बैठ गई और मेरा लंड चूसने लगी. मैंने अब उसके मुंह को गपागप चोदना शुरू कर दिया. मैं ज़ोर ज़ोर से उसके मुंह में धक्के लगा रहा था और उसके मुंह से 'गोऊ गूं गोओ गुओप गुओं गोंगौं' जैसी मस्त आवाज़ें निकल रही थीं. धकापेल मुखचोदन से उसके मुंह से लार बह रही थी. कुछ देर बाद मैंने लंड बाहर निकाला और उसे खड़ा किया. मैंने उसे बताया- मैंने पहली बार इल्मा की गांड बाथरूम में ही मारी थी। और अब तुम्हारा नंबर है! इस पर कोमल हंस दी. मैंने समझ लिया कि वह भी गांड मरवाने के लिए तैयार है. तो मैंने साबुन उठाया और उसके गांड पर मलना शुरू कर दिया. उसने भी मेरे लंड पर साबुन लगाया, जब उसकी गांड और मेरा लंड साबुन के झाग से तर हो गए. वह घुटनों के बल घोड़ी बन गई. मैंने भी घुटनों के बल बैठ कर उसकी गांड पे लंड सेट किया और धक्का लगाया. पहले धक्के में लंड फिसल गया लेकिन अगले धक्के में लंड का टोपा उसकी गांड में चला गया. कोमल ज़ोर से चिल्लाई और बोली- ज़रा आराम से करो ... दर्द हो रहा है! फिर मैं धीरे धीरे लंड को कोमल की गांड में धकेलने लगा, वह सिसकारती रही और मैंने बहुत प्यार से धीरे धीरे पूरा लंड कोमल की गांड में पेल दिया। अब मैंने धीरे धीरे लंड अंदर बाहर करना शुरू किया. कोमल चिल्ला रही थी- आआ आआअ ह्हह मर गई ई ... धीरे धीरे डालो! मैंने धक्के चालू रखे और कुछ देर बाद कोमल की दर्द भरी आवाज़ मज़े वाली आवाज़ में बदल गई. अब वह मस्ती में चिल्ला चिल्ला के बोल रही थी- आ आआ आअह्ह ह्ह्ह आहा ... और ज़ोर से चोदो जानू ... और ज़ोर से चोदो ... बहुत मज़ा आ रहा है. इल्मा कमीनी इतने दिन से अकेली मज़ा ले रही थी. आज मुझे भी उतना ही मजा दो मेरी जान! तब मैं भी स्पीड बढ़ाता गया. करीब 15 मिनट तक मैंने कोमल की गांड मारी और सारा माल उसकी गांड में ही छोड़ दिया. फिर हम दोनों ने एक दूसरे को साबुन लगा लगा कर अच्छे से नहलाया और फिर हम बाहर आकर बेड पर लेट गए. मैंने खाना ऑर्डर किया. जब खाना आया तो हम दोनों ने खाना खाया और फिर से चुदाई में लग गए। इस तरह मैंने दिन भर कोमल को चोदा. जब इल्मा हॉस्पिटल से वापस आई तो इल्मा और कोमल को रात भर चोदा. अगले दिन कोमल चली गई. वह हर शनिवार की शाम में आ जाती थी और फिर मंडे की सुबह चली जाती थी. इल्मा तो मेरे साथ ही रह रही थी तो इल्मा को तो मैं हर रात चोदता रहा. कुछ दिन ऐसे ही चलता रहा. फिर कोमल ने भी हम दोनों के साथ रहने को कहा. इल्मा ने मुझसे पूछा तो मैंने हां कर दी. फिर कोमल भी आ गई हम दोनों के साथ रहने! तब से अब तक हम तीनों हर रात चुदाई करते हैं. और जब मैं दिन में कहीं बाहर नहीं जाता हूं तो दोनों में से किसी एक को रोक लेता हूँ और फिर उसको दिन में भी चोद लेता हूं। इसी बीच मुझे इल्मा की आयशा खाला को भी चोदने का मौका मिला. वह सब कैसे हुआ, ये मैं आपको अगली कहानी में बताऊंगा. यह थी मेरी एक सच्ची कहानी जो अभी भी आगे की चलेगी. टू गर्ल्स हॉट कहानी अच्छी लगी होगी. कमेंट्स में जरूर बताएं। [email protected]