मेरी कामुक बीवी की गैर मर्द से चुदाई- 3

न्यूड इंडियन वाइफ हॉट कहानी में मेरी बीवी एक हट्टे कटते आदमी के साथ घर में नंगी थी, उसके साथ सेक्स का खेल खेल रही थी और मैं बाहर खिड़की से यह नजारा देख कर मुठ मार रहा था.

फ्रेंड्स, मैं राजेश एक बार पुन: आपकी सेवा में अपनी हॉट बीवी की एक गैर मर्द से चुदाई की कहानी का अगला भाग लाया हूँ.

कहानी के दूसरे भाग
मेरी कामुक बीवी गैर मर्द के सामने नंगी हुई
में आपने अब तक पढ़ा था कि मेरी बीवी डिम्पल और वह गैर मर्द 69 की पोजीशन में हो गए थे.

अब आगे न्यूड इंडियन वाइफ हॉट कहानी:

मेरी बीवी डिम्पल की चूत से बड़ी प्यारी महक आती है. उससे इंसान पागल हो जाता है.

यही हाल मेरा होता है और यही हाल मालिक का हो रहा था.

जैसे ही उसने टांगों को फैलाया, मेरी बीवी की चूत की दोनों फांकें अलग अलग हो गईं और उसके बीच की झिल्ली दिखने लगी.

एकदम गुलाबी और चिकनी चूत है उसकी!
पान के पत्ते जैसी भरी भरी … एक भी बाल नहीं था उसकी चूत पर!

मुझे पता था कि अब आगे क्या होने वाला है.

मालिक ने अपनी नाक को उसकी चूत के पास ले जाकर उसकी चूत की मादक महक को अपने जिस्म में उतार लिया और पागल सा होने लगा.
धीरे धीरे उसके लंड में फिर तनाव आने लगा.

उधर डिम्पल भी उसके निप्पल और लंड को सहला रही थी, उसके अंडे अपने होंठों में लेकर चूसने लगी.

उसके अंडे भी मेरे से दो गुना बड़े थे.
काले काले … छी … मेरी बीवी उसके टट्टे चूस रही थी.

डिम्पल की चूत मालिक की छेड़छाड़ के कारण गीली हो रही थी, उसकी चूत से हल्का हल्का पानी निकलने लगा था.

मालिक समझ गया कि यही वह रस है … जिसका उसे इंतजार था.
उसने अपनी जीभ मेरी बीवी की चूत में फेर दी और उसका सारा रस पी गया.

डिम्पल जीभ लगने से एकदम से उछल गई … हालांकि उसको भी मजा आ गया था.

वह जितना उसकी चूत के साथ खेल रहा था, उतना ही उसका लंड पावर में आता जा रहा था.
डिम्पल भी उसके काले काले चूतड़ों पर थपकियां मार रही थी.

उसका लंड डिम्पल के होंठों के पास ही लटक रहा था.
डिम्पल बीच बीच में उसके लंड पर जीभ फेर देती, जिससे लंड भनभना उठता.

अब डिम्पल भी एकदम गर्म हो चुकी थी.

मालिक ने डिम्पल की चूत की फांकों के बीच में अपना पूरा मुँह घुसा दिया और वह चूत को जीभ से ही चोदने लगा.

डिम्पल भी अपने कूल्हे उठा कर उसके मुँह को अपनी जांघों में दबाने लगी.
उसकी गुलाबी चूत अब पूरी तरह गीली हो गयी थी.

अब वे दोनों सीधे लेट गए.

मालिक डिम्पल के ऊपर चढ़ गया. उसका 80 किलो का शरीर मेरी नाजुक सी फूल जैसी बीवी के ऊपर पहाड़ की तरह पड़ा था.

डिम्पल की आंखें बंद थीं, वह बस आहें भर रही थी- जान अब बस … रुका नहीं जा रहा … अब जो करना हैं जल्दी करो!
मेरी नंगी बीवी डिम्पल की गर्म सांसें मालिक को और मदहोश कर रही थीं.

उसने अपने नाग राज को मेरी बीवी की गीली चूत पर रगड़ना शुरू कर दिया.
मैं आगे होने वाली घटना सोच कर ही डर रहा था लेकिन डिम्पल एक एक्सपर्ट खिलाड़िन की तरह अपने कूल्हे उछाल उछाल कर उसके लंड से अपनी चूत रगड़ रही थी.

मालिक समझ गया था कि लोहा अब गर्म है.
उसने गीली और गुलाबी चूत में अपना मूसल जैसा लंड सटा दिया.

डिम्पल ने अब उचकना बंद कर दिया.
वह उस शॉट का इंतजार कर रही थी जो उसे जन्नत दिखाने वाला था.

मालिक ने देर न करते हुए डिम्पल के बूब्स रगड़ने शुरू कर दिए.

डिम्पल गर्म आहें भर रही थी.
उसकी सांसें तेज हो गई थीं.

अब उससे इंतजार नहीं हो रहा था.
वह उस काले मोटे लंड को अपने अन्दर लेने के लिए बहुत बेताब थी.

मालिक ने अपने लंड का सुपाड़ा हल्के सी दम के साथ ही उसकी चूत में पेल दिया.
डिम्पल की हल्की सी चीख निकल गई- ईई स्स्श!

मेरा पूरा लंड ही इतना मोटा नहीं है जितना उसका टोपा है.
उसने डिम्पल का मुँह अपने हाथ से बंद किया और जोरदार झटका दे मारा.

डिम्पल दबे हुए मुँह से चीख पड़ी.
चूत इतनी गीली होने के बाद भी उसका आधा लंड ही मेरी बीवी की चूत में जा पाया.

उसने डिम्पल का मुँह पूरा दबा रखा था ताकि उसकी चीख बाहर ना निकले.

डिम्पल की आंख से आंसू निकल पड़े.
मेरा भी दिल दुखा.

मैं अपने लंड को लगातार ऐसे रगड़े जा रहा था जैसे डिम्पल को मैं ही चोद रहा हूं.
मालिक ने लंड ठाँसने के बाद कोई हलचल नहीं की, वह जैसे था, वैसे ही रुका रहा.

थोड़ी देर बाद उसने अपना हाथ डिम्पल के मुँह से हटाया और पूछा- अब ठीक लग रहा है क्या?
डिम्पल ने भी हां में सर हिलाया.

मेरी बीवी की चूत पूरी तरह फटने को हो रही थी.
चुत लंड के चारों तरफ एकदम टाइट हो गई थी.
उसकी चूत के नीचे की झिल्ली फटने को हो रही थी.

थोड़ी देर बाद जब डिम्पल सामान्य हुई और दर्द को झेलने लगी.

तब मालिक ने एक परफेक्ट खिलाड़ी की तरह उसके गुलाबी निप्पल को चूसा और हल्के हल्के से अपने लंड का दबाव बढ़ाने लगा.

वह समझ गया था कि जल्दबाजी से काम बिगड़ जाएगा; डिम्पल की सहमति होने के बाद ही मजा आएगा.

डिम्पल अपने होंठों को भींच कर इस दर्द को सहन करने की कोशिश कर रही थी.

मालिक के लंड का पिछला हिस्सा तो और भी मोटा था.
आज तो मेरी जान की मासूम सी चूत का भोसड़ा बनना तय था.

फिर मैं गिलास में चम्मच हिलाऊंगा, यह सोच कर मुझे गुस्सा आ रहा था.

अब जो भी हो, मेरा लंड भी पूरे तनाव पर था, कभी भी पानी निकल सकता था.

डिम्पल के मम्मे दबा दबा कर उस कमीने ने लाल कर दिए.
उसके गुलाबी निप्पल एकदम टाइट हो रहे थे.

अब डिम्पल के पास कुछ नहीं बचा था.
वह टांगों कों जितना खोल सकती थी, उतना खोल चुकी थी.

अब तो जो करना था, मालिक को ही करना था.
मालिक ने भी दबाव बढ़ाना जारी रखा.

डिम्पल की चूत की झिल्ली पूरी तरह से फैल चुकी थी.
वह दर्द से चीखने ही वाली थी.
उसने भी इतना नहीं सोचा होगा.

मालिक ने उससे अपने निप्पल रगड़ने को कहा.

जैसे ही डिम्पल उसके निप्पल रगड़ने लगी, उसका लंड तो और फूलने लगा.
डिम्पल की झिल्ली हल्की सी फट गई और उसमें हल्का सा खून आने लगा.

वह दर्द से चीख पड़ी- कुत्ते साले, मेरी चूत फाड़ेगा क्या? हरामी साले … बाहर निकल अपना सामान … फोकट की चूत मिली तो फाड़ ही देगा क्या कुत्ते?
मालिक उसकी ये हालत देख कर बस स्माइल कर रहा था.

उसे पता था कि थोड़ी देर बाद सब सही हो जाएगा और यह मेरा लंड लपक लपक कर लेगी.

डिम्पल उसे अपने ऊपर से हटा नहीं पा रही थी, वह कसमसा कर रह गई.

मालिक ने डिम्पल का मुँह बंद किया और एक जोरदार शॉट दे मारा.
उसका तगड़ा लंड डिम्पल की चूत को लगभग फाड़ते हुए उसकी नाभि तक जा टकराया.

डिम्पल के मुँह पर हाथ रख कर उसने पूरा लंड जड़ तक उसकी चूत में ठूंस दिया था.
बस उसके अंडे बाहर थे.

अब मालिक रूक गया, उसे डिम्पल के रिएक्शन का इंतजार था.

मेरी भोली सी मासूम सी बीवी की नाजुक सी चूत फट चुकी थी. उसकी आंखों से आंसू निकलने लगे. वह पूरी तरह उसकी गिरफ्त में थी. उसकी चूत से खून की धार निकलने लगी थी.
थोड़ी देर ऐसे ही लेटे रहने के बाद मालिक ने अपना लंड धीरे धीरे बाहर निकाला और लंड का सुपाड़ा अन्दर रख कर रुक गया.

वह डिम्पल के सामान्य होने का इंतजार कर रहा था.

थोड़ी देर ऐसे ही रहने के बाद उसने फिर से अपना लंड अन्दर डाला और फिर से बाहर निकाला.
अब डिम्पल थोड़ी सामान्य हो गई थी.

उसकी चूत का मुँह खुला का खुला ही रह गया था.
मालिक ने उसे छेड़ते हुए कहा- जान ऐसी जन्नत तुमने कभी नहीं देखी होगी जो अब मैं तुम्हें दिखाने वाला हूं!

डिम्पल ने बड़ी मुश्किल से अपनी आंखें खोलीं.
तभी उसकी नजर मुझ पर पड़ी.

उसकी नजरें मेरे लंड पर गईं लेकिन वह दबी हुई थी. बस उसने आंखें बंद कर लीं.
उधर मालिक उस पर टूट पड़ा.

अब धीरे धीरे उसने अपने झटकों की स्पीड बढ़ा दी.
डिम्पल को भी अब उस दर्द में मजा आने लगा.

अब वह भी अपने कूल्हे ऊपर नीचे करके आहें भर रही थी.

डिम्पल को अब पता था कि मैं भी उसको चुदते हुए देख रहा हूं.
वह जानबूझ कर मुझे दिखाने के लिए अपने बड़े बड़े कूल्हे उचका उचका कर उसका लम्बा पूरा लंड अपने पेट के अन्दर तक ऐसे ले रही थी जैसे मुझे चिढ़ा रही हो.

मैं भी अपने लंड को जोरदार रगड़ रहा था.

अब मालिक उसके कूल्हों को अपने हाथ में लेकर उसको लगभग हवा में उठा कर उसकी चूत को जोरदार पेल रहा था.
उसके लटके हुए अंडे डिम्पल के चूतड़ों पर टकरा रहे थे.

जांघें जांघों से रगड़ खा रही थीं.
पूरे कमरे में पट पट की आवाजें आ रही थीं.

चूत के पानी के कारण फच फच की आवाज आ रही थी.

आधा घंटा तक डिम्पल की जबरदस्त चुदाई चलती रही.
यह सब देख कर मेरे लंड ने पानी छोड़ दिया था और मैंने अपना थोड़ा सा माल वहीं कमरे के गेट पर ही निकाल दिया.

डिम्पल भी एक बार झड़ चुकी थी, लेकिन वह नीच आदमी पता नहीं क्या खा कर आया था. उसके लंड का पानी निकल ही नहीं रहा था.

मेरी मासूम सी बीवी एक चुहिया की तरह शेर के पंजों में दबी पड़ी थी.

अब तो बस उस कुत्ते का पानी निकलने का इंतजार था.
थोड़ी देर सीधा चोदने के बाद उसने डिम्पल को घोड़ी बना लिया.

अब वह न्यूड इंडियन वाइफ के बालों को पकड़ कर पीछे से लंड पेलने की तैयारी करने लगा.

डिम्पल भी अब कोई विरोध नहीं कर रही थी.
बस उसके मुँह से गालियां ही निकल रही थीं- कुत्ते साले … चोद ले आज … जितना चोदना है … उसके बाद कभी तेरे हाथ नहीं आऊंगी … तू हरामी का पिल्ला है!

मालिक को डिम्पल की इन बातों से झांट फर्क नहीं पड़ रहा था.
उसने डिम्पल के बालों को जोर से खींचा और उसकी चूत में पीछे से अपना हथियार घुसेड़ दिया. वह जोरदार झटके मारने लगा.

डिम्पल भी चूचों को बेड पर टिका कर और अपने चूतड़ों को उठा कर उसके पूरे लंड को अन्दर तक जाने दे रही थी.
उसकी नजरें मेरी तरफ थीं.

मेरी आंखों में आंखें डाल कर मां बहन वाली गालियां दे देकर मालिक को और उकसा रही थी … और शायद मुझे चिढ़ा रही थी- और चोद मुझे कुत्ते … आज मैं तेरी रण्डी हूं … मेरी चूत का भोसड़ा बना दे हरामी … तेरे लंड में जितना दम है, सारा दिखा दे … आज मैं भी तुझे रोकूंगी नहीं … तेरे जैसा मर्द मिला ही आज है मुझे … आज तो मैं तेरी रण्डी हूं … तेरी गांड में जितना दम हो, सारा लगा दे हरामी … आज मेरी चूत फाड़ दे … आह ऐसी चुदाई कभी नहीं हुई मेरी … मेरी चूत प्यासी है!

यह सब बोलते बोलते उसकी गांड की कुटाई भी जांघों की ठाप से चालू हो गई थी.

मालिक ने उसे गर्दन से दबोच रखा था, वह भी गालियां दे देकर मेरी बीवी को चोद रहा था- साली कुतिया, मां की लवड़ी … आज तेरी चूत का भोसड़ा नहीं बनाया तो मेरा नाम बदल देना साली बहन की लौड़ी कुतिया … तेरी जैसी छिनाल को चोदने का मजा ही अलग है साली रण्डी!

जैसे जैसे दोनों एक दूसरे को गालियां दे रहे थे, वैसे वैसे कमरे का तापमान बढ़ता जा रहा था.
मेरी बीवी की चूत की महक पूरे कमरे में फैल रही थी.

पूरा कमरा फचाफच और पटापट की आवाजें से गूंज रहा था.
उसके काले और बड़े बड़े अंडे मेरी बीवी के गुलाबी चूतड़ों पर पटक पटक का आवाज कर रहे थे.

मालिक भी न्यूड इंडियन वाइफ की गुलाबी चूत को फाड़ने में लगा था.
फोकट की हॉट चूत जो मिली थी साले को.

करीब आधा घंटा तक ऐसे ही चोदने के बाद उसने आखिरी शॉट मारा और लंड को चूत की एकदम गहराई तक पहुंचा दिया.
अब उसका लंड मेरी हॉट न्यूड वाइफ के पेट तक चोट मार रहा था.

अंत में उसके लंड ने वीर्य उगलना शुरू कर दिया.
डिम्पल घोड़ी बनी हुई थी. मालिक उसके दूध पकड़ कर उसकी पीठ पर ही निढाल हो गया था.

डिम्पल भी ऐसे ही घोड़ी बनी रही.
थोड़ी देर बाद जब मालिक का लंड ढीला होकर गधे के लंड की तरह बाहर निकला, तब डिम्पल की चूत से उसका माल धार बन कर बेड पर गिर रहा था.

कितना वीर्य निकाला है हरामी ने, इतना तो मैं दस बार में निकालता हूं.

फाइनली मेरी जान उस दरिंदे से आजाद हुई.
मालिक बिस्तर पर अपने ढीले नागराज के साथ नंगा लेटा पड़ा रहा.

डिम्पल थोड़ी देर बाद उठने को तैयार हुई, तब मैं फटाफट वापस घर से बाहर चला गया ताकि किसी को पता न लगे कि मैंने ये सब देखा है.

जब उन दोनों ने अपने अपने कपड़े पहन लिए.
मैंने दरवाजा बजाया.

डिम्पल ने गेट खोला, मेरी उससे नजरें मिलाने की हिम्मत ही नहीं हो रही थी.
लेकिन वह तो ऐसा बर्ताव कर रही थी, जैसे उसने मुझे चुदवाते समय देखा ही न हो.

डिम्पल- अरे, बहुत देर लगा दी आपने दही लाने में … सर कब से खाने पर आपका इंतजार कर रहे हैं. आप दोनों बैठिए मैं अभी खाना लगा कर लाती हूं.
वह दही लेकर किचन में जाने लगी. उसकी चाल सही नहीं थी, उसके पैर लड़खड़ा रहे थे.

बेचारी की चुदाई भी तो जबरदस्त हुई थी, तो चाल तो बिगड़नी ही थी.

मालिक भी ऐसे बर्ताव कर रहा था, जैसे उन दोनों के बीच कुछ हुआ ही न हो.

मालिक- अरे, भाभीजी आप भी आइए न … साथ ही खाना खाते हैं.
डिम्पल- जी जरूर, आप लोग शुरू कीजिए मैं ज्वाइन करती हूं.

मैं बैठा बैठा यह सोच रहा था कि दोनों कितने बड़े नौटंकीबाज हैं.

फिर हम सबने साथ खाना खाया और फाइनली मकान मालिक दुबारा मिलने आने की बोल कर चला गया.

अब सिर्फ हम दोनों ही बचे थे.
रूम में आने के बाद डिम्पल तो ऐसे बातें कर रही थी, जैसे कुछ हुआ ही नहीं.

उसने मुझे देखा ही नहीं.
मैंने कुछ देखा ही नहीं.

मैंने भी उस बारे में कोई बात नहीं की, बस रात को सोते वक्त जब मैं उससे लिपटने लगा.

उसने कहा- आपको तो पता है ना आज मैं कितना थक गई हूं … कल करते हैं.

वह मुझे अपनी बांहों में लेकर सो गई.
मैं गिलास में चम्मच हिलाने का सपना देखता ही रह गया.

हम दोनों ने कभी इस बारे में बात नहीं की. लेकिन सच बताऊं वह चुदाई डिम्पल से ज्यादा मैंने एंजॉय की थी.
इसके बाद भी डिम्पल की चुदाई का सिलसिला चलता रहा.

कभी किसी से तो कभी किसी से … वह सब अगली सेक्स कहानी में बताऊंगा.
तब तक के लिए बाय बाय.

आपको मेरी न्यूड इंडियन वाइफ हॉट कहानी में मजा आया होगा.
कमेंट करके अपनी राय बता देना.
थैंक्स.
आपका राजेश